नई दिल्ली: तालिबान सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पश्चिमी Afghanistan में आए शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या 2,000 से अधिक हो गई है। यह दो दशकों में देश में आए सबसे घातक भूकंपों में से एक है।
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देश के राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण ने कहा कि शनिवार को पश्चिमी अफगानिस्तान में 6.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप और उसके बाद आए तेज झटकों ने दर्जनों लोगों की जान ले ली।
देश के सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रेयान ने कहा कि हेरात में भूकंप से मरने वालों की संख्या मूल रूप से बताई गई संख्या से अधिक है। उन्होंने तत्काल मदद की अपील करते हुए कहा, लगभग छह गांव नष्ट हो गए हैं और सैकड़ों नागरिक मलबे के नीचे दब गए हैं।
Taliban ने स्थानीय संगठनों से मांगी मदद
इसी बीच तालिबान ने स्थानीय संगठनों से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचें ताकि घायलों को अस्पताल ले जाया जा सके, बेघरों को आश्रय दिया जा सके और जीवित बचे लोगों को भोजन पहुंचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए अपने सभी संसाधनों और सुविधाओं का उपयोग करना चाहिए।
Afghanistan में शनिवार को आया था भूकंप
Afghanistan में शनिवार को एक के बाद एक तीन शक्तिशाली भूकंप आए, जिनकी तीव्रता 6.2, 5.9 और 5.5 थी। इसके साथ ही अन्य झटके भी आए, लेकिन कम मात्रा में। इन भूकंपों का केंद्र हेरात शहर से लगभग 40 किलोमीटर (25 मील) उत्तर पश्चिम में था।