Diwali रोशनी, प्यार और परंपरा का त्योहार है, जहां हर कोई खुशी और एकजुटता का जश्न मनाता है। इस त्योहारी सीजन में प्राकृतिक रूप से चमकने के लिए Ayurvedic सौंदर्य रहस्यों को अपनाएं।
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Diwali के लिए Ayurvedic सौंदर्य युक्तियाँ
केसर: सेफ्रॉन, जिसे आयुर्वेद में केसर के नाम से जाना जाता है, चमकती त्वचा के लिए सबसे शक्तिशाली सामग्रियों में से एक है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा को फिर से जीवंत करते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए बस केसर के कुछ धागों को रात भर दूध में भिगो दें। अगली सुबह शहद के साथ दूध मिलाएं और इसे अपने चेहरे पर लगाएं। इसे 15-20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
हल्दी: हल्दी अपने शक्तिशाली सूजनरोधी और चमकदार गुणों के कारण आयुर्वेदिक त्वचा देखभाल में प्रमुख है। यह त्वचा की रंगत को निखारने, रंजकता को कम करने और आपकी प्राकृतिक चमक को बढ़ाने के लिए उत्कृष्ट है। गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए बस हल्दी पाउडर को बेसन और दही के साथ मिलाएं। इस मास्क को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। ठंडे पानी से धोने से पहले इसे 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें।
गुलाब जल: गुलाब जल एक प्राकृतिक टोनर है जो त्वचा को हाइड्रेट और आराम देने में मदद करता है। इसके शीतलन गुण इसे आपकी त्वचा को ताज़ा और मुलायम बनाए रखने के लिए आदर्श बनाते हैं। बस पूरे दिन अपने चेहरे पर धुंध की तरह ठंडा गुलाब जल छिड़कें।
बादाम का तेल: बादाम का तेल विटामिन ई और आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर होता है जो त्वचा को गहराई से पोषण और हाइड्रेट करता है। यह मुलायम, मुलायम रंगत पाने के लिए एकदम सही है। इसका उपयोग करने के लिए, अपनी हथेलियों के बीच बादाम के तेल की कुछ बूँदें गर्म करें और इसे अपनी त्वचा पर गोलाकार गति में धीरे से मालिश करें। इसे रात भर लगा रहने दें ताकि आपकी त्वचा इसकी सारी अच्छाई सोख ले
चंदन: त्वचा को चमकदार और चमकदार बनाने के लिए आयुर्वेद में सदियों से चंदन का उपयोग किया जाता रहा है। यह दाग-धब्बों और काले धब्बों को कम करने में भी मदद करता है। पेस्ट बनाने के लिए बस चंदन पाउडर को गुलाब जल के साथ मिलाएं। इसे अपने चेहरे पर समान रूप से लगाएं और सूखने दें। चमकदार, साफ़ त्वचा पाने के लिए इसे गुनगुने पानी से धो लें।
मुल्तानी मिट्टी: मुल्तानी मिट्टी, जिसे फुलर्स अर्थ के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राकृतिक मिट्टी है जो त्वचा को डिटॉक्सीफाई और गहराई से साफ करती है। यह छिद्रों से अतिरिक्त तेल, गंदगी और अशुद्धियों को हटाने में विशेष रूप से सहायक है। बस मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मास्क को अपने चेहरे पर लगाएं और 10-15 मिनट तक सूखने दें। अपनी त्वचा को तरोताजा करने के लिए ठंडे पानी से धो लें।
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नीम: नीम, एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो अपने जीवाणुरोधी और शुद्ध करने वाले गुणों के लिए जानी जाती है। यह मुंहासों, दाग-धब्बों का इलाज करने में मदद करता है, साफ और स्वस्थ त्वचा सुनिश्चित करता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए नीम की पत्तियों को पानी में उबालें और इस पानी को टोनर की तरह इस्तेमाल करें। वैकल्पिक रूप से, आप नीम की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना सकते हैं और इसे मास्क के