Diwali का त्योहार रोशनी, खुशी और समृद्धि का प्रतीक है। लेकिन हम इसे पर्यावरण के प्रति जागरूक रहते हुए भी मना सकते हैं। आइए कुछ ऐसे रचनात्मक विचारों पर नज़र डालते हैं जिनसे आप अपनी दिवाली को पर्यावरण-हितैषी बना सकते हैं:
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Diwali को इको-फ्रेंडली बनाएं
कुदरती सामग्री का उपयोग:
फूल: रंग-बिरंगे फूलों से अपनी दीवारों और दरवाजों को सजाएं।
पत्तियां: सूखी पत्तियों से सुंदर रंगोली बनाएं या उन्हें दीयों के साथ मिलाकर सजाएं।
लकड़ी: प्राकृतिक लकड़ी के टुकड़ों को रंगकर दीये बनाएं।
कागज: रंगीन कागज से दीये, तारे या अन्य आकृतियां बनाएं।
दीये और मोमबत्तियां:
कुदरती तेल: दीपक जलाने के लिए शुद्ध घी या जैतून के तेल का उपयोग करें।
मोमबत्तियां: सुगंधित और प्राकृतिक मोमबत्तियों का इस्तेमाल करें।
सौर ऊर्जा दीये: सौर ऊर्जा से चलने वाले दीये पर्यावरण के लिए बेहतर विकल्प हैं।
बांस और बेंत:
बांस की टोकरी: फूलों या मोमबत्तियों को सजाने के लिए बांस की टोकरी का उपयोग करें।
बेंत की टोकरी: बेंत की टोकरी में दीये रखकर एक प्राकृतिक लुक दें।
पुराने सामान का पुन: उपयोग:
कांच की बोतलें: कांच की बोतलों को रंगीन पेंट से सजाकर दीये बनाएं।
मिट्टी के बर्तन: पुराने मिट्टी के बर्तनों को रंगकर दीये या फूलदान के रूप में इस्तेमाल करें।
रंगोली:
कुदरती रंग: रंगोली बनाने के लिए प्राकृतिक रंगों जैसे हल्दी, चंदन आदि का उपयोग करें।
फूलों की पंखुड़ियां: फूलों की पंखुड़ियों से रंगीन और सुंदर रंगोली बनाएं।
बिजली की बचत:
एलईडी लाइट्स: सामान्य बल्बों की बजाय एलईडी लाइट्स का उपयोग करें।
सौर ऊर्जा लाइट्स: सौर ऊर्जा से चलने वाली लाइट्स से अपनी बालकनी या बगीचे को सजाएं।
पटाखों से बचें:
ध्वनि प्रदूषण: पटाखों के बजाय ढोल, नगाड़े आदि वाद्य यंत्रों का उपयोग करें।
वायु प्रदूषण: पटाखों से बचकर आप वायु प्रदूषण को कम करने में योगदान दे सकते हैं।
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पौधे लगाएं:
नए पौधे: दिवाली के मौके पर नए पौधे लगाकर पर्यावरण को हरा-भरा बनाएं।
गमले: घर के अंदर या बाहर गमलों में पौधे लगाएं।