यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है! Green hydrogen को जैव ईंधन की तुलना में क्यों बेहतर माना जाता है, यह समझने के लिए हमें दोनों को गहराई से जानना होगा।
जैव ईंधन क्या है और इसकी सीमाएँ?
जैव ईंधन क्या है?
जैव ईंधन उन ईंधनों को कहते हैं जो जैविक पदार्थों जैसे कि पौधे, जानवरों के कचरे या कृषि अपशिष्ट से बनाए जाते हैं। इन्हें पारंपरिक जीवाश्म ईंधन जैसे कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस के विकल्प के रूप में देखा जाता है। जैव ईंधन को आमतौर पर एथेनॉल (अनाज से बना) और बायोडीजल (वनस्पति तेल से बना) के रूप में जाना जाता है। हालांकि, जैव ईंधन के कुछ नुकसान भी हैं:
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जैव ईंधन की सीमाएँ?
खाद्य सुरक्षा: जैव ईंधन उत्पादन के लिए खाद्य फसलों का उपयोग करने से खाद्य की कीमतें बढ़ सकती हैं और खाद्य सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
भूमि उपयोग: बड़े पैमाने पर जैव ईंधन उत्पादन के लिए बड़ी मात्रा में भूमि की आवश्यकता होती है, जिससे वन क्षेत्र कम हो सकते हैं और जैव विविधता को नुकसान पहुंच सकता है।
ऊर्जा संतुलन: जैव ईंधन के उत्पादन में भी ऊर्जा का उपयोग होता है। कुछ मामलों में, जैव ईंधन से प्राप्त ऊर्जा उत्पादन में उपयोग की गई ऊर्जा से कम हो सकती है।
पर्यावरणीय प्रभाव: जैव ईंधन उत्पादन से पानी की कमी, मिट्टी का क्षरण और प्रदूषण जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
उच्च लागत: जैव ईंधन का उत्पादन अभी भी जीवाश्म ईंधन की तुलना में अधिक महंगा है।
जल संसाधनों का दोहन: जैव ईंधन के उत्पादन में बड़ी मात्रा में पानी का उपयोग होता है।
कार्बन उत्सर्जन: हालांकि जैव ईंधन जीवाश्म ईंधन की तुलना में कम कार्बन उत्सर्जित करता है, लेकिन यह पूरी तरह से कार्बन मुक्त नहीं होता है।
Green hydrogen क्या है और इसके फायदे?
Green hydrogen एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है जिसे जल और नवीकरणीय ऊर्जा (जैसे सौर या पवन ऊर्जा) का उपयोग करके बनाया जाता है। इसे बनाने की प्रक्रिया में कोई कार्बन उत्सर्जन नहीं होता है।
Green hydrogen के फायदे
हरित हाइड्रोजन को अक्सर एक स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा स्रोत के रूप में देखा जाता है। यह पारंपरिक जीवाश्म ईंधन के विकल्प के रूप में उभर रहा है, क्योंकि यह जलवायु परिवर्तन से लड़ने और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
Green hydrogen के प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं:
शून्य कार्बन उत्सर्जन: Green hydrogen के उत्पादन में केवल पानी और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग होता है। इसलिए, इसके उत्पादन और उपयोग के दौरान कोई कार्बन डाइऑक्साइड या अन्य ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं होता। यह जलवायु परिवर्तन से लड़ने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बहुमुखी उपयोग: हरित हाइड्रोजन का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जा सकता है, जैसे कि बिजली उत्पादन, परिवहन, उद्योग और भवन हीटिंग। यह एक बहुमुखी ऊर्जा वाहक है जो विभिन्न ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकता है।
ऊर्जा भंडारण: हरित हाइड्रोजन को लंबे समय तक संग्रहित किया जा सकता है, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे कि सौर और पवन ऊर्जा को अधिक कुशलता से प्रबंधित किया जा सकता है। यह ऊर्जा उत्पादन और मांग के बीच अंतर को पाटने में मदद करता है।
स्वच्छ और कुशल: हरित हाइड्रोजन के दहन से केवल पानी निकलता है, इसलिए यह प्रदूषण मुक्त है। इसके अलावा, यह एक उच्च ऊर्जा घनत्व वाला ईंधन है, जिसका अर्थ है कि यह बहुत कम मात्रा में अधिक ऊर्जा प्रदान कर सकता है।
ऊर्जा सुरक्षा: हरित हाइड्रोजन का उत्पादन स्थानीय रूप से किया जा सकता है, जिससे देशों को विदेशी तेल और गैस पर निर्भरता कम करने में मदद मिलती है। यह ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देता है।
Green hydrogen के कुछ अन्य फायदे निम्नलिखित हैं:
नौकरी के अवसर: हरित हाइड्रोजन उद्योग में कई नए नौकरी के अवसर पैदा हो सकते हैं।
आर्थिक विकास: हरित हाइड्रोजन उद्योग में निवेश से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है।
तकनीकी प्रगति: हरित हाइड्रोजन तकनीक में निरंतर विकास हो रहा है, जो भविष्य में और अधिक किफायती और कुशल समाधान प्रदान कर सकता है।
जैव ईंधन की गलतियों से सीखना
Green hydrogen को विकसित करते समय हमें जैव ईंधन से सीखने के लिए कई महत्वपूर्ण सबक हैं:
भूमि उपयोग: हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए कम से कम भूमि का उपयोग किया जाता है।
जल संसाधन: हरित हाइड्रोजन के उत्पादन में कम पानी का उपयोग होता है।
कार्बन उत्सर्जन: हरित हाइड्रोजन पूरी तरह से कार्बन मुक्त होता है।
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