OTP (One Time Password) लंबे समय से ऑनलाइन लेनदेन में सुरक्षा की पहली पंक्ति रहा है। लेकिन जैसे-जैसे साइबर अपराध के तरीके बदल रहे हैं, वैसे-वैसे ओटीपी की सीमाएं भी सामने आ रही हैं। सिम स्वैपिंग, फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करके हैकर्स आसानी से OTP हासिल कर लेते हैं।
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टेलीकॉम कंपनियां इस चुनौती से निपटने के लिए कई नए तरीके अपना रही हैं:
बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन: उंगलियों के निशान, चेहरे की पहचान या आवाज की पहचान जैसी बायोमेट्रिक तकनीकों का इस्तेमाल करके उपयोगकर्ताओं की पहचान की जा सकती है। यह ओटीपी पर निर्भरता को कम करने का एक प्रभावी तरीका है।
ऑथेंटिकेटर ऐप्स: इन ऐप्स में एक बार लॉग इन करने के बाद, उपयोगकर्ता को हर बार OTP दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है।
हार्डवेयर टोकन: ये छोटे उपकरण हैं जो एक बार उपयोग होने वाले पासवर्ड उत्पन्न करते हैं।
AI और मशीन लर्निंग: इन तकनीकों का उपयोग करके असामान्य गतिविधियों का पता लगाया जा सकता है और धोखाधड़ी को रोका जा सकता है।
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बेहतर सिम कार्ड सुरक्षा: सिम स्वैपिंग को रोकने के लिए टेलीकॉम कंपनियां अधिक सख्त प्रक्रियाएं अपना रही हैं।
नेटवर्क सुरक्षा: नेटवर्क में सुरक्षा खामियों को खोजने और ठीक करने के लिए नियमित रूप से ऑडिट और परीक्षण किए जा रहे हैं।
सिम स्वैपिंग के खिलाफ उपाय: सिम स्वैपिंग एक आम प्रकार की धोखाधड़ी है, जिसके खिलाफ टेलीकॉम कंपनियां कई उपाय कर रही हैं।
ग्राहकों को जागरूक करना: टेलीकॉम कंपनियां ग्राहकों को ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए विभिन्न अभियान चला रही हैं।
नई तकनीकों का उपयोग: 5G जैसी नई तकनीकों के साथ, सुरक्षा के नए मानक भी विकसित हो रहे हैं।
OTP के बिना ऑनलाइन सुरक्षा के फायदे:
अधिक सुरक्षा: बायोमेट्रिक डेटा को हैक करना बहुत मुश्किल होता है।
सुविधा: उपयोगकर्ताओं को हर बार OTP दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है।
धोखाधड़ी में कमी: इन नए तरीकों से धोखाधड़ी के मामलों में कमी आ सकती है।
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आप क्या कर सकते हैं:
अपने बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों से संपर्क में रहें: किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत उन्हें सूचित करें।
मजबूत पासवर्ड बनाएं: अपने सभी खातों के लिए अलग-अलग और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
दो-कारक प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग करें: 2FA एक अतिरिक्त सुरक्षा परत प्रदान करता है।
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अपने डिवाइस को अपडेट रखें: नियमित रूप से अपने डिवाइस पर सॉफ्टवेयर अपडेट करें।
अज्ञात लिंक और ईमेल पर क्लिक न करें: फिशिंग हमलों से बचने के लिए सावधान रहें।