राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) भारत की प्रमुख परीक्षा है, जो मेडिकल और डेंटल कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। पारंपरिक रूप से, NEET-UG पेन-पेपर मोड में आयोजित की जाती है, जिसमें उम्मीदवार OMR शीट पर उत्तर अंकित करते हैं। हालांकि, हाल के घटनाक्रमों से संकेत मिलता है कि 2025 की परीक्षा के लिए इस प्रारूप में बदलाव हो सकता है।
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परीक्षा मोड में बदलाव पर विचार-विमर्श
शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालय वर्तमान में NEET-UG को पारंपरिक पेन-पेपर मोड से ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) प्रारूप में स्थानांतरित करने पर विचार कर रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पुष्टि की है कि इस पर चर्चा जारी है और जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। NEET-UG आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने कहा है कि वह किसी भी मोड को लागू करने के लिए तैयार है।
(स्रोत: Economic Times)
उच्च-स्तरीय समिति की सिफारिशें
परीक्षा की सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, विशेष रूप से पेपर लीक की घटनाओं के बाद, सरकार ने पूर्व ISRO प्रमुख के. राधाकृष्णन के नेतृत्व में एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया। इस समिति ने कई सुधारों की सिफारिश की है:
कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) में बदलाव:
परीक्षा को ऑनलाइन प्रारूप में स्थानांतरित करना, ताकि सुरक्षा बढ़ाई जा सके और पेपर लीक के जोखिम को कम किया जा सके।
मानकीकृत परीक्षा केंद्रों की स्थापना:
देशभर में अच्छे CBT केंद्रों का एक नेटवर्क विकसित करना, जिसमें केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों की सुविधाओं का उपयोग शामिल हो सकता है।
मल्टी-स्टेज ऑथेंटिकेशन:
उम्मीदवारों की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए DIGI-EXAM प्रणाली लागू करना, जिसमें आधार और बायोमेट्रिक सत्यापन का उपयोग किया जाएगा।
NEET-UG उम्मीदवारों के लिए प्रभाव
यदि परीक्षा ऑनलाइन प्रारूप में आयोजित करने का निर्णय लिया जाता है, तो इसका उम्मीदवारों पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं:
ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी:
उम्मीदवारों को ऑनलाइन परीक्षा इंटरफेस, जैसे प्रश्नों के बीच नेविगेशन, उत्तर अंकित करना और ऑन-स्क्रीन टूल्स का उपयोग करना सीखना होगा।
तकनीकी पहुंच:
दूरदराज या वंचित क्षेत्रों के उम्मीदवारों के लिए कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्टिविटी की उपलब्धता सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होगा।
Will the NEET exam be conducted online instead of in pen and paper mode?
प्रशिक्षण और मॉक टेस्ट:
NTA ऑनलाइन मॉक टेस्ट और ट्यूटोरियल प्रदान कर सकता है, ताकि उम्मीदवार नए प्रारूप से परिचित हो सकें और परीक्षा के दिन तकनीकी चुनौतियों का सामना न करें।
निष्कर्ष
जबकि अंतिम निर्णय लंबित है, NEET-UG को 2025 में ऑनलाइन प्रारूप में स्थानांतरित करना परीक्षा प्रक्रियाओं में डिजिटलीकरण की व्यापक प्रवृत्ति को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य सुरक्षा, दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे NTA की आधिकारिक घोषणाओं के साथ अपडेट रहें और ऑनलाइन परीक्षा पद्धतियों से परिचित होना शुरू करें, ताकि परिवर्तन लागू होने पर वे सुगमता से समायोजित हो सकें।
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