यूपी के Sambhal जिले के कैला देवी थाना क्षेत्र के पंवासा विकासखंड की ग्राम पंचायत सारंगपुर में भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि भगवानदास यादव, लेखपाल ओमकार और रोजगार सेवक सत्तार मलिक पर पैसे लेकर पट्टा देने और कब्जा न दिलाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
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Sambhal में भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि इन तीनों व्यक्तियों ने आपसी मिलीभगत से भोले-भाले ग्रामीणों को पट्टा दिलाने का झांसा देकर उनसे पैसे ऐंठ लिए। जब ग्रामीणों ने काफी समय बाद अपनी जमीन पर कब्जे की मांग की, तो उनके साथ हुआ घोटाला सामने आया। ग्रामीणों को अब तक यह नहीं बताया गया कि उनके पट्टे की जमीन कहां स्थित है, और उस पर दबंगों ने कब्जा जमा रखा है।
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सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि वे महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा। प्रशासन की ओर से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे ग्रामीण खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें उनकी जमीन पर कब्जा दिलाया जाए।
अब सवाल यह उठता है कि योगी सरकार, जो भ्रष्टाचार पर सख्त रुख अपनाने का दावा करती है, इस मामले में क्या कार्रवाई करती है? क्या ग्रामीणों को न्याय मिलेगा, या वे यूं ही प्रशासनिक उपेक्षा के शिकार बने रहेंगे?
इस अवसर पर मौजूद रहे: कोकाराम यादव, कृपाल, नेकाश, सुखवीर, अशोक, रामगोपाल गुप्ता, हुकुम सिंह, अशोक, महेंद्र, कल्लू, हनी बाबू, कमल सिंह, सुरेश, रमेश, सत्यवीर आदि।
Sambhal से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट
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