भारत विश्व का सबसे बड़ा Spices Market है, जो विभिन्न प्रकार के मसालों का उत्पादन करता है। हालांकि, वैश्विक मसाला निर्यात में भारत की हिस्सेदारी अपेक्षाकृत कम है। वित्त वर्ष 2023-24 में, भारत का मसाला निर्यात 4.46 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो वैश्विक मसाला निर्यात का लगभग 12% है।
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भारत की वैश्विक Spices Market में कम हिस्सेदारी के संभावित कारण:
गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की चुनौतियाँ: हाल के परीक्षणों में पाया गया कि भारत में जांचे गए मसाला नमूनों में से लगभग 12% गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे। यह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय मसालों की साख को प्रभावित करता है।
मूल्य वर्धित उत्पादों की कमी: भारत मुख्यतः कच्चे मसालों का निर्यात करता है, जबकि मूल्य वर्धित उत्पादों का उत्पादन और निर्यात कम है, जिससे वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धात्मकता प्रभावित होती है।
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उपसंहार:
भारत को अपनी वैश्विक मसाला बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए गुणवत्ता मानकों का पालन, प्रसंस्करण और पैकेजिंग में सुधार, और मूल्य वर्धित उत्पादों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय बाजार की मांग और मानकों के अनुसार उत्पादों को अनुकूलित करना भी महत्वपूर्ण है।