नई दिल्ली: भारत में तीसरे अंतर्राष्ट्रीय क्वांटम संचार सम्मेलन की शुरुआत के अवसर पर केंद्रीय मंत्री Jyotiraditya Scindia ने इसे देश के तकनीकी आत्मनिर्भरता और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण दिन है, जब तीसरे अंतर्राष्ट्रीय क्वांटम संचार सम्मेलन का शुभारंभ किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक नए भविष्य की शुरुआत कर रहा है।”
यह भी पढ़े: Tarun Chugh का बड़ा बयान: जीरो टॉलरेंस सिर्फ नारा नहीं, सरकार की दृढ़ नीति है
स्केलेबल और सुरक्षित सेवाओं का युग शुरू- Jyotiraditya Scindia
Jyotiraditya Scindia ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की क्वांटम तकनीक से जुड़ी उत्पादकता और क्षमता केवल देश के भीतर ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रौद्योगिकी का एक नया प्रतिमान स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि क्वांटम कंप्यूटिंग और संचार न केवल सुरक्षित और स्केलेबल सेवाओं को संभव बनाएगा, बल्कि यह सूचना, सुरक्षा और रणनीतिक संप्रभुता के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी भूमिका निभाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि यह तीसरा संस्करण राष्ट्रीय क्वांटम मिशन को नई ऊर्जा देगा और भारत को क्वांटम तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में उभारने में सहायक होगा। सम्मेलन में कई अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक, शोधकर्ता, और नीति निर्माता भी शामिल हुए, जो भारत के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय क्वांटम सहयोग को आगे बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं।
भारत का यह कदम “डिजिटल संप्रभुता और साइबर सुरक्षा” के युग में बेहद अहम माना जा रहा है, जहां क्वांटम संचार और क्वांटम एन्क्रिप्शन भविष्य की अनिवार्यता बनती जा रही है।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें