मात्रा और आवृत्ति:  शुरुआत में हफ्ते में 2-3 दिन ही करें। यह शरीर को इस कड़वे स्वाद और इसके प्रभावों का आदी बनने का समय देता है।

खाली पेट सेवन:   करेले का जूस सुबह खाली पेट पीना सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करने और पाचन में मदद करता है।

संवेदनशीलता:    यदि किसी को पेट में गैस, एसिडिटी, या किसी अन्य प्रकार की असुविधा होती है, तो इसे पीने की आवृत्ति कम करें और डॉक्टर से परामर्श लें।

मधुमेह के मरीज:   मधुमेह के मरीजों के लिए यह बहुत फायदेमंद है, लेकिन इसे नियमित रूप से पीने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

सेवन की अवधि:   लगातार लंबे समय तक बिना ब्रेक के इसे पीना अच्छा नहीं होता। कुछ हफ्तों के बाद एक ब्रेक लें और फिर से शुरू करें।

अन्य जूस के साथ मिश्रण:    स्वाद को बेहतर बनाने और अधिक पोषण पाने के लिए इसे अन्य सब्जियों या फलों के जूस के साथ मिलाया जा सकता है, जैसे कि नींबू या अदरक।