तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु): Ganesh Chaturthi का त्यौहार नजदीक आते ही तमिलनाडु में त्यौहार की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, कारीगर कई तरह की पर्यावरण के अनुकूल गणेश प्रतिमाएं तैयार कर रहे हैं।
Ganesh Chaturthi 2024: मुहूर्त, पूजा विधि, विसर्जन और अनुष्ठान
Ganesh Chaturthi के मोके पर नज़र आई बाज़ारो में चहल-पहल
तिरुचिरापल्ली और मदुरै जिले से आई तस्वीरों में कारीगर आगामी त्यौहार के लिए विभिन्न गणेश प्रतिमाओं को हाथ से रंगते हुए दिखाई दे रहे हैं, दोनों जिलों में त्यौहारी उत्साह के साथ बाजार में चहल-पहल है।
बाजार में अलग-अलग आकार, रंग और डिजाइन की मूर्तियां देखने को मिलीं, जो खरीदने के लिए उपलब्ध थीं। कुछ प्रतिमाएं हरे रंग की, कुछ नीली, तो कुछ में भगवान गणेश गाय या शेर पर बैठे हुए दिखाई दे रहे थे, जो कारीगरों के कलात्मक कौशल को दर्शाता है।
Somvati Amavasya पर हमें क्या दान करना चाहिए?
इसके साथ ही कारीगर मूर्तियों पर हर्बल रंगों का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि मूर्ति को विसर्जित करने के दौरान रासायनिक रंगों की तरह पानी प्रदूषित न हो। जिले में चित्रकार मूर्तियों को अंतिम रंग देने में व्यस्त हैं।
इस बीच जयपुर में भी मूर्तिकार त्योहार के नजदीक आते ही इको-फ्रेंडली मूर्तियां बना रहे हैं। जयपुर के जेएलएन मार्ग पर बड़ी संख्या में मूर्तिकार भगवान गणेश की मूर्तियां बनाते नजर आए। खरीदार भी अपनी पसंदीदा मूर्तियों की बुकिंग के लिए दुकानों पर पहुंच रहे हैं।
इको-फ्रेंडली मूर्तियों की मांग काफी ज्यादा है, जिसके चलते कई मूर्तिकार ज्यादातर मूर्तियों में प्लास्टर ऑफ पेरिस का कम और मिट्टी का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।
Ganesh Chaturthi 2024: बुद्धि और समृद्धि का उत्सव
देश भर के कई शहर पूरे धूमधाम से त्योहार मनाने की तैयारी कर रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, कश्मीर घाटी और कई अन्य शहरों में गणेश चतुर्थी के मौके पर असाधारण उत्सव मनाया जाएगा।
मुंबई के भगवान गणेश की प्रसिद्ध मूर्ति लालबाग का राजा इस साल दिल्ली में दिखाई देगी।
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मोत्सव का जश्न मनाती है। यह सबसे लोकप्रिय हिंदू त्योहारों में से एक है जो 10 दिनों तक मनाया जाता है। लोगों का मानना है कि इस दौरान भगवान गणेश माता पार्वती के साथ पृथ्वी पर आये थे।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें