केरला की पारंपरिक डिश Kumbalangi Erissery, जिसे कद्दू करी भी कहा जाता है, एक स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर व्यंजन है। यह डिश खासतौर पर ओणम और अन्य त्यौहारों में बनाई जाती है। इसमें कद्दू, नारियल और दाल का अनूठा मेल होता है, जो इसे बेहद लजीज बनाता है।
Kumbalangi Erissery रेसिपी में पीले कद्दू (पंपकिन) को अरहर दाल या मूंग दाल के साथ पकाया जाता है और इसे नारियल, लाल मिर्च और मसालों के साथ टेंपरिंग दी जाती है। यह एक हल्की लेकिन स्वादिष्ट सब्जी होती है जो केरला के साद्या (त्यौहार थाली) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है।
अगर आप दक्षिण भारतीय भोजन के शौकीन हैं और कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं तो Kumbalangi Erissery आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इसे चावल या अप्पम के साथ परोसा जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
सामग्री की तालिका
कुंबलंगी एरिशेरी (कद्दू करी) बनाने की विस्तृत रेसिपी

Kumbalangi Erissery, जिसे केरल के पारंपरिक व्यंजनों में गिना जाता है, एक स्वादिष्ट और पौष्टिक करी है। यह कद्दू (पंपकिन) और चना दाल (या लाल मसूर) से बनाई जाती है और इसमें नारियल तथा मसालों का बेहतरीन मिश्रण होता है। यह व्यंजन ओणम और विषु जैसे खास मौकों पर सद्या थाली में परोसा जाता है। Kumbalangi Erissery हल्का मीठा और मसालेदार स्वाद इसे अन्य करी से अलग बनाता है।
कुंबलंगी एरिशेरी (कद्दू करी) के लिए आवश्यक सामग्री
मुख्य सामग्री
- कद्दू (पका हुआ) – 2 कप (छोटे टुकड़ों में कटा हुआ)
- चना दाल – ½ कप (भिगोया हुआ)
- हल्दी पाउडर – ½ चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – ½ चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- पानी – 2 कप
नारियल पेस्ट के लिए
- ताजा नारियल – ½ कप (कद्दूकस किया हुआ)
- हरी मिर्च – 2 (कटी हुई)
- जीरा – 1 चम्मच
- पानी – 2-3 बड़े चम्मच (पीसने के लिए)
तड़के के लिए
- नारियल तेल – 2 बड़े चम्मच
- राई (सरसों के बीज) – 1 चम्मच
- सूखी लाल मिर्च – 2
- कड़ी पत्ता – 10-12 पत्ते
- कद्दूकस किया हुआ नारियल – 2 बड़े चम्मच (भूनने के लिए)
कुंबलंगी एरिशेरी (कद्दू करी) बनाने की विधि
1. चना दाल पकाना
- सबसे पहले चना दाल को 30-40 मिनट के लिए पानी में भिगो दें। इससे यह जल्दी पक जाएगी।
- अब एक प्रेशर कुकर में भीगी हुई चना दाल, 1 कप पानी, हल्दी पाउडर और थोड़ा सा नमक डालें।
- इसे मध्यम आंच पर 2-3 सीटी आने तक पकाएं, ताकि दाल अच्छी तरह नरम हो जाए।
- प्रेशर निकलने के बाद इसे अच्छे से मिला लें।
2. कद्दू पकाना

- एक कढ़ाई में कटे हुए कद्दू के टुकड़े डालें और इसमें 1 कप पानी डालें।
- इसमें थोड़ा सा नमक और लाल मिर्च पाउडर डालकर धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक कद्दू पूरी तरह नरम न हो जाए।
- कद्दू को हल्का सा मैश कर लें ताकि करी को एक अच्छी क्रीमी टेक्सचर मिले।
3. नारियल पेस्ट तैयार करना
- मिक्सर में कद्दूकस किया हुआ नारियल, हरी मिर्च और जीरा डालें।
- इसमें 2-3 चम्मच पानी डालकर एक चिकना पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को कद्दू और दाल के मिश्रण में डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
4. करी को तैयार करना
- अब इस मिश्रण को धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक पकाएं ताकि सभी फ्लेवर आपस में अच्छे से घुल जाएं।
- यदि करी ज्यादा गाढ़ी लगे, तो थोड़ा पानी डालकर इसे मनचाही कंसिस्टेंसी में ला सकते हैं।
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5. तड़का तैयार करना
- एक छोटे पैन में नारियल तेल गरम करें।
- इसमें सरसों के बीज डालें और उन्हें चटकने दें।
- अब सूखी लाल मिर्च और कड़ी पत्ता डालें और कुछ सेकंड के लिए भूनें।
- Kumbalangi Erissery बाद कद्दूकस किया हुआ नारियल डालें और इसे सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
- इस तड़के को तैयार करी में डाल दें और अच्छे से मिला लें।
कुंबलंगी एरिशेरी को सर्व करने का तरीका
- इसे गरम-गरम चावल के साथ परोसा जाता है।
- इसे केरल सद्या थाली में सांभर, रसम, अवियल और अन्य व्यंजनों के साथ खाया जाता है।
- Kumbalangi Erissery साथ पापड़ और अचार का स्वाद इसे और भी खास बना देता है।
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कुंबलंगी एरिशेरी बनाने के कुछ खास टिप्स
- असली केरल स्वाद पाने के लिए नारियल तेल का ही इस्तेमाल करें।
- करी को ज्यादा पतला न करें, यह थोड़ी गाढ़ी और क्रीमी होनी चाहिए।
- कद्दू को ज़्यादा मैश न करें, हल्का नरम होने दें ताकि उसका स्वाद और टेक्सचर बरकरार रहे।
- तड़के में नारियल को हल्का सुनहरा भूरा होने तक भूनें ताकि उसका स्वाद बढ़िया आए।
कुंबलंगी एरिशेरी के फायदे

- कद्दू फाइबर, विटामिन A और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।
- नारियल और नारियल तेल हृदय के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
- चना दाल प्रोटीन और आयरन का अच्छा स्रोत होती है।
- Kumbalangi Erissery व्यंजन हल्का और सुपाच्य होता है, जिससे यह पाचन के लिए अच्छा रहता है।
निष्कर्ष
Kumbalangi Erissery एक पारंपरिक केरलियन करी है जो स्वाद, पोषण और सेहत का बेहतरीन मिश्रण है। नारियल और कद्दू के स्वाद के साथ इसमें जो हल्की मिठास और मसालों का संतुलन होता है, वह इसे एक अनोखा व्यंजन बनाता है। Kumbalangi Erissery बनाना आसान है और इसे आप रोज़ाना के खाने में भी शामिल कर सकते हैं। इस पारंपरिक रेसिपी को ट्राई करें और अपने खाने में केरल का स्वाद लाएं!
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