New Delhi: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसे लेकर ट्वीट किया गया है। उधर, दिल्ली पुलिस ने AAP के दावे को गलत करार दिया है। बता दें कि केजरीवाल ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों (Farmers Protest)के आज के भारत बंद (Bharat Bandh) का समर्थन किया है।
आप का आरोप, केजरीवाल को कर दिया है नजरबंद
AAP ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने सीएम अरविंद केजरीवाल को सिंधु बॉर्डर से आने बाद से ही घर में नजरबंद (Kejriwal House Arrest News) कर दिया है।’ पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘जब से केजरीवाल सिंधु बॉर्डर से किसानों से मिलकर लौटे हैं तब से उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल के घर के चारों तरफ बैरीकेड लगा दिया है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद उनको नजरबंद वाली स्थिति में रखा गया है।’
दिल्ली पुलिस बोली, आप का दावा झूठा
दिल्ली पुलिस ने AAP के दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह बिल्कुल गलत है। उत्तरी दिल्ली के डीसीपी आंटो अल्फोंस ने कहा, ‘यह बयान बिल्कुल गलत है। बतौर दिल्ली के सीएम वह कहीं भी जाने को स्वतंत्र हैं।’
वहीं, नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी ने यह तस्वीर ट्वीट कर कहा, ‘नजरबंदी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री की ओर से किया जा रहा दावा गलत है। उन्होंने देश के कानून के तहत मिले फ्री मूवमेंट के अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनके घर के प्रवेश द्वार की यह तस्वीर अपने आप में सबकुछ बयां कर रही है।’
आप का दावा, विधायकों को पुलिस ने पीटा
भारद्वाज ने कहा कि न किसी को केजरीवाल के घर के अंदर जाने दिया जा रहा है न किसी को बाहर। जिन विधायकों की कल सीएम केजरीवाल के साथ बैठक थी उनकी पुलिस ने पिटाई की है। कार्यकर्ताओं को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। बीजेपी नेता सीएम के घर के बाहर बैठे हुए हैं।
किसानों से कहा था, हम आपके सेवादार
बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को हरियाणा-दिल्ली सीमा पर स्थित सिंधु बॉर्डर पर अपनी पूरी कैबिनेट के साथ किसानों से मिलने पहुंचे थे। केजरीवाल के साथ डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया भी किसानों को आश्वासन दे रहे थे। केजरीवाल ने किसानों से मुलाकात कर वहां की सुविधाओं का जायजा लिया और किसानों से कहा कि उनकी सरकार किसानों की सेवादार है।
केजरीवाल ने किसान आंदोलन का किया समर्थन
उन्होंने कहा, ‘किसानों का मुद्दा और उनकी मांग जायज है। मैं और मेरी पार्टी उनके साथ खड़े हैं। किसानों का आंदोलन शुरू होने के वक्त दिल्ली पुलिस ने हमसे 9 स्टेडियम को जेल में बदलने की इजाजत मांगी थी। मेरे ऊपर दबाव बनाया था लेकिन मैंने अनुमति नहीं दी।’