होम देश Jammu Kashmir: छुट्टी पर घर आया सेना का जवान लापता, तलाशी अभियान...

Jammu Kashmir: छुट्टी पर घर आया सेना का जवान लापता, तलाशी अभियान शुरू

जावेद अहमद वानी नाम का जवान कुलगाम जिले के अचथल इलाके का रहने वाला है। वह ईद की छुट्टी पर घर आए था। और उसे कल वापस लौटकर ड्यूटी ज्वाइन करनी थी।

Jammu Kashmir: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में एक भारतीय सेना का जवान लापता हो गया है। जिसका पता लगाने के लिए सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

यह भी पढ़े: Jammu में आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान विस्फोट, सेना के 2 जवानों की मौत-4 घायल

जावेद अहमद वानी नाम का जवान कुलगाम जिले के अचथल इलाके का रहने वाला है। वह ईद की छुट्टी पर घर आए था। और उसे कल वापस लौटकर ड्यूटी ज्वाइन करनी थी।

Jammu Kashmir के कुलगाम से सेना का एक जवान लापता

Jammu Kashmir: Army soldier who came home on leave missing, search operation started
Jammu Kashmir: छुट्टी पर घर आया सेना का जवान लापता, तलाशी अभियान शुरू

पुलिस सूत्रों ने बताया कि सिपाही की पहचान Jammu Kashmir के अस्थल गांव के निवासी मुहम्मद अय्यूब वानी के बेटे जावीद अहमद वानी के रूप में हुई है। जवान कल शाम उस समय लापता हो गया जब वह कुछ खरीदारी के लिए चावलगाम बाजार गया था और वापस आते समय उसने अंदरूनी रास्ता अपनाया।

हालाँकि, जब वह घर नहीं पहुँचा, तो परिवार के सदस्य को संदेह हुआ और उन्होंने अधिकारियों को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, सर्च ऑपरेशन के दौरान उन्हें खून से सनी उसकी कार उनके घर से महज तीन किलोमीटर दूर मिला।

Jammu Kashmir पुलिस ने मामला दर्ज कर कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है

परिवार के सदस्यों को अपहरण का संदेह

Jammu Kashmir: छुट्टी पर घर आया सेना का जवान लापता, तलाशी अभियान शुरू

सैनिक के परिवार के सदस्यों को संदेह है कि आतंकवादियों ने उसका अपहरण कर लिया है और उन्होंने एक वीडियो बयान जारी कर उसकी रिहाई की अपील की है।

यह भी पढ़े: Pulwama में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी ढेर

वीडियो में सैनिक की दुखी मां को यह कहते हुए सुना गया, “कृपया हमें माफ कर दीजिए। मेरे बेटे को रिहा कर दीजिए, मेरे जावेद को रिहा कर दीजिए। अगर मेरे बेटे ने कोई गलती की है तो मैं माफी मांग रही हूं। मैं सभी से अपील करती हूं कि मेरे बेटे को घर लौटने की इजाजत दी जाए। मैं उसे सेना में काम नहीं करने दूंगी, लेकिन कृपया उसे रिहा कर दीजिए।”

Exit mobile version