Kannauj: बढ़ते सड़क हादसों को रोकने और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एआरटीओ इज्या तिवारी, एसडीएम, और ट्रैफिक पुलिस की टीम ने अनूठी पहल करते हुए गांधीगिरी का सहारा लिया। इस अभियान में चालान काटने के बजाय लोगों को उनकी गलती का एहसास दिलाने और सुधारने का प्रयास किया गया।
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अभियान के मुख्य बिंदु:
बिना हेलमेट वालों को बांटे हेलमेट:
चालान काटने के बजाय, बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों को हेलमेट भेंट किए गए।
यह कदम न केवल उन्हें सुरक्षा का महत्व सिखाने के लिए उठाया गया, बल्कि गलती का एहसास दिलाने का भी प्रयास किया गया।
लापरवाह वाहन चालकों के चेहरों पर पछतावे और मुस्कान दोनों देखी गई।
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सीट बेल्ट न लगाने वालों को मिला गुलाब:
कार चालकों को जो बिना सीट बेल्ट के गाड़ी चला रहे थे, उन्हें गुलाब का फूल देकर गलती का एहसास कराया गया।
अधिकारियों ने उन्हें यह समझाया कि सीट बेल्ट उनके जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
हड़कंप और जागरूकता:
अचानक से इस तरह की कार्रवाई से शहर में हड़कंप मच गया।
यातायात नियमों के महत्व को समझाने के साथ-साथ, यह चेतावनी दी गई कि अगली बार गलती करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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यातायात सुरक्षा पर विशेष पाठ:
दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों को यातायात सुरक्षा नियमों का पालन करने की आवश्यकता और इसके लाभों पर शिक्षित किया गया।
यह पहल लोगों को सड़क सुरक्षा के महत्व को समझाने के लिए एक मौलिक दृष्टिकोण लेकर आई।
अभियान का उद्देश्य:
- इस गांधीगिरी का मुख्य उद्देश्य सड़क पर हो रहे हादसों को कम करना और लोगों को यातायात नियमों के पालन के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाना था।
कन्नौज से अंकित श्रीवास्तव की रिपोर्ट