केंद्रीय माध्यमिक CBSE Boards (सीबीएसई) ने दिव्यांग छात्रों, जिन्हें सीडब्ल्यूएसएन (Children with Special Needs) कहा जाता है, को बोर्ड परीक्षाओं में विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विशेष जरूरतों वाले छात्र अपनी वास्तविक शैक्षणिक क्षमता का प्रदर्शन कर सकें।
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CBSE Boards पहल का उद्देश्य
इस पहल का मुख्य उद्देश्य सभी छात्रों को समान अवसर प्रदान करना है, चाहे वे शारीरिक, मानसिक या संज्ञानात्मक चुनौतियों का सामना कर रहे हों। यह कदम दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 (RPWD Act, 2016) के तहत समावेशी शिक्षा और विशेष सुविधाएं प्रदान करने के प्रावधानों के अनुरूप है।
ऑनलाइन पोर्टल की मुख्य विशेषताएं
1.सुगम पहुँच:
यह पोर्टल अभिभावकों, स्कूलों और छात्रों के लिए उपयोगकर्ता अनुकूल बनाया गया है, ताकि वे सुविधाओं के लिए आसानी से आवेदन कर सकें।
2.सम्पूर्ण पंजीकरण प्रक्रिया:
स्कूल पोर्टल पर मेडिकल सर्टिफिकेट, मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन, या अन्य आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं।
3.विविध सुविधाओं का प्रावधान:
पोर्टल के माध्यम से निम्नलिखित सुविधाओं के लिए अनुरोध किया जा सकता है:
- दृष्टिहीन छात्रों या गंभीर शारीरिक दिव्यांगता वाले छात्रों के लिए लेखक या रीडर की व्यवस्था।
- समय सीमा में अतिरिक्त समय।
- सहायक उपकरण जैसे कि मैग्नीफाइंग ग्लास, श्रवण यंत्र, या लैपटॉप का उपयोग।
- प्रश्नपत्रों में बड़े फॉन्ट या सरल भाषा का उपयोग।
- व्हीलचेयर-अनुकूल परीक्षा केंद्र।
4.स्टेटस ट्रैकिंग और अपडेट्स:
एक बार आवेदन सबमिट करने के बाद, स्कूल और अभिभावक अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं और हर चरण की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
5.पारदर्शिता और उत्तरदायित्व:
यह प्रणाली यह सुनिश्चित करती है कि सभी आवेदन पारदर्शी तरीके से संसाधित किए जाएं और सीबीएसई के मानकों के आधार पर स्वीकृति या अस्वीकृति के स्पष्ट कारण दिए जाएं।
पंजीकरण की प्रक्रिया
1.पोर्टल पर लॉगिन करें:
पोर्टल को सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर “Examination” सेक्शन में एक्सेस किया जा सकता है।
2.विवरण सबमिट करें:
स्कूलों को छात्र का व्यक्तिगत विवरण, पंजीकरण नंबर, और आवश्यक सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान करनी होगी।
3.दस्तावेज़ अपलोड करें:
चिकित्सा प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेज स्कैन कर पोर्टल पर अपलोड किए जा सकते हैं।
4.अंतिम समीक्षा और सबमिशन:
आवेदन को सबमिट करने से पहले उसकी सटीकता की समीक्षा की जा सकती है।
5.स्वीकृति प्रक्रिया:
CBSE Boards सभी आवेदनों की जांच करेगा और पोर्टल के माध्यम से स्वीकृति या अस्वीकृति की सूचना देगा।
स्कूलों और अभिभावकों के लिए दिशानिर्देश
CBSE Boards ने इस सुविधा का अधिकतम लाभ उठाने के लिए स्कूलों और अभिभावकों को निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
1.जागरूकता अभियान:
स्कूल अभिभावकों को उपलब्ध सुविधाओं और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जागरूक करें।
2.दस्तावेज़ सहायता:
स्कूल परिवारों को प्रमाणपत्र प्राप्त करने में मदद करें।
3.प्रशिक्षण कार्यक्रम:
शिक्षकों और परीक्षा स्टाफ को विशेष जरूरतों वाले छात्रों के साथ व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
इस पहल के माध्यम से हल की गई चुनौतियाँ
1.प्रक्रिया का सरलीकरण:
ऑनलाइन पोर्टल से मैन्युअल प्रक्रिया समाप्त हो जाती है, जिससे समय और श्रम की बचत होती है।
2.तनाव में कमी:
अभिभावकों और छात्रों को आवेदन प्रक्रिया को समझने में अक्सर परेशानी होती है। यह प्रणाली इसे सरल बनाती है।
3.स्कूलों में समानता:
यह पोर्टल सुनिश्चित करता है कि सभी सीबीएसई स्कूल समान प्रक्रिया का पालन करें।
समावेशी शिक्षा के व्यापक प्रभाव
CBSE Boards की यह पहल शिक्षा में समावेशिता के महत्व को दर्शाती है। यह कदम अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक मिसाल कायम करता है और शिक्षा प्रणाली में बाधाओं को दूर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1.कौन आवेदन कर सकता है?
वे छात्र जिनके पास आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम के तहत मान्यता प्राप्त दिव्यांगता प्रमाणपत्र है।
2.अंतिम तिथि क्या है?
आवेदन की अंतिम तिथि पोर्टल पर घोषित की जाती है।
3.क्या कोई शुल्क है?
इस प्रक्रिया के लिए कोई शुल्क नहीं है।
4.छात्रों की जानकारी की गोपनीयता कैसे सुनिश्चित की जाती है?
CBSE Boards यह सुनिश्चित करता है कि सभी व्यक्तिगत और चिकित्सा जानकारी गोपनीय रखी जाए।
निष्कर्ष
CBSE Boards द्वारा शुरू किया गया यह ऑनलाइन पोर्टल समावेशी शिक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह सुनिश्चित करता है कि हर छात्र को, उनकी चुनौतियों के बावजूद, शिक्षा का समान अवसर मिले। अभिभावकों, स्कूलों, और अन्य संबंधित पक्षों को इस प्लेटफॉर्म का पूरा उपयोग करना चाहिए ताकि कोई भी छात्र पीछे न रह जाए।
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