CM Siddaramaiah ने MUDA घोटाले को लेकर मैसूर में BJP के विरोध पर प्रतिक्रिया दी
मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाले को लेकर राज्य के CM Siddaramaiah के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के विरोध के बाद, पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि वे भी ‘राजनीतिक रूप से विरोध’ करना जानते हैं।
Karnataka के CM Siddaramaiah और 9 अन्य के खिलाफ MUDA घोटाले मामले में शिकायत दर्ज
CM Siddaramaiah ने कहा, MUDA आदेश के तहत भूमि आवंटन 2021 में भाजपा सरकार के तहत किया गया
CM Siddaramaiah ने किसी भी घोटाले की घटना से भी इनकार करते हुए कहा कि MUDA आदेश के तहत भूमि आवंटन 2021 में भाजपा सरकार के तहत किया गया था।
मैसूर में पत्रकारों से बात करते हुए, सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “भाजपा राजनीतिक रूप से विरोध कर रही है। क्या वे हर चीज पर केवल राजनीति करना चाहते हैं? हम भी जानते हैं कि राजनीतिक रूप से कैसे विरोध करना है”।
Karnataka के CM Siddaramaiah और 9 अन्य के खिलाफ MUDA घोटाले मामले में शिकायत दर्ज
उन्होंने आगे कहा कि मामले में कोई ‘घोटाला’ नहीं है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने पूछा, “हमारा मामला कोई घोटाला नहीं है। MUDA ने हमारी जमीनों का इस्तेमाल किया; जिन लोगों की जमीनें चली गईं, उन्हें भाजपा सरकार में 50:50 के अनुपात में जमीनें आवंटित की गईं। क्या हमने ऐसा किया?”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जमीन का आवंटन कानूनी था।
उन्होंने कहा, “हमारा तर्क है कि प्रतिस्थापन परिसर का अनुदान कानूनी है। उनका कहना है कि यह अवैध है। अगर ऐसा है, तो उन्हें दस्तावेज दिखाने चाहिए।”
इससे पहले बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और नौ अन्य के खिलाफ मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) से मुआवज़ा लेने के लिए कथित तौर पर जाली दस्तावेज बनाने के आरोप में शिकायत दर्ज की गई थी। सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा द्वारा दर्ज की गई शिकायत में सिद्धारमैया, उनकी पत्नी पार्वती, उनके बहनोई मल्लिकार्जुन स्वामी देवराज, जिन्होंने खुद को ज़मीन का मालिक बताया था, और उनके परिवार पर गलत काम करने का आरोप लगाया गया है।
यह शिकायत मैसूर के विजयनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। शिकायत में डिप्टी कमिश्नर, तहसीलदार, डिप्टी रजिस्ट्रार और MUDA अधिकारियों की भी इसी मामले में संलिप्तता का आरोप लगाया गया है।
पुलिस के साथ-साथ राज्यपाल, राज्य के मुख्य सचिव और राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव को भी पत्र लिखा गया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि MUDA ने फर्जी दस्तावेज बनाकर करोड़ों रुपये के प्लॉट हासिल कर धोखाधड़ी की है। स्नेहमयी कृष्णा ने अपनी शिकायत में कई सवाल उठाए हैं।
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