Delhi की सबसे गर्म अप्रैल रात, तापमान उछला

नई Delhi, अप्रैल 2025 – गर्मी की मार झेलने वाली Delhi के लिए यह कोई नई बात नहीं, लेकिन बीती रात राजधानी ने एक असामान्य और चिंताजनक रिकॉर्ड बना दिया। यह तीन वर्षों में अप्रैल की सबसे गर्म रात थी, जब तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया – जो कि सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक है। जहां Delhiवासी गर्म दोपहरों से पहले ही जूझ रहे हैं, वहीं अब रातों का भी तापमान राहत देने में विफल हो रहा है। यह घटना अकेली नहीं है, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन, शहरी गर्मी द्वीप प्रभाव और पर्यावरणीय लापरवाही की एक गंभीर चेतावनी है।

वो रात, जो याद रह जाएगी

अप्रैल की रातें आमतौर पर सुकून देने वाली होती हैं। दिन की तेज गर्मी के बाद लोग राहत की उम्मीद करते हैं, लेकिन 19 अप्रैल 2025 की रात उस उम्मीद पर पानी फेर गई। न पंखे राहत दे पाए, न एसी। गर्मी की चादर पूरे शहर पर छाई रही, और तापमान रातभर गिरने का नाम नहीं लिया।

लोगों की नींद उड़ी रही, पार्कों में आधी रात को टहलने वाले नजर आए, और सोशल मीडिया पर गर्मी से जुड़ी पोस्ट्स और शिकायतों की भरमार हो गई।

आंकड़ों की नजर से

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार:

  • न्यूनतम तापमान: 29.8°C
  • सामान्य न्यूनतम तापमान: 25.4°C
  • विभिन्नता: +4.4°C
  • तीन वर्षों में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान
  • उसी दिन का अधिकतम तापमान: 41.1°C

दिन की गर्मी से तो लोग जूझते ही हैं, लेकिन रात को ठंडक न मिलना शरीर, पर्यावरण और संपूर्ण जीवनशैली के लिए खतरनाक संकेत है।

क्यों इतनी गर्म रात पड़ी?

1. शहरी गर्मी द्वीप प्रभाव (Urban Heat Island)

बढ़ता कंक्रीट का जंगल, कटते पेड़ और घटती हरियाली – ये सब दिन की गर्मी को रात में बाहर नहीं जाने देते। इमारतें, सड़कें और कांच की दीवारें ताप को पकड़ कर रखती हैं।

2. जलवायु परिवर्तन

वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि अब केवल भविष्य की बात नहीं रही – यह आज की सच्चाई है। रातों का गर्म होना इसका स्पष्ट संकेत है।

3. वायुमंडलीय परिस्थितियां

हाल के सप्ताहों में उच्च दबाव प्रणाली और शुष्क हवाओं का बोलबाला रहा, जिससे न बादल बने और न बारिश हुई – और जमीन की गर्मी हवा में अटकी रही।

4. कम पवन गति

हवा भी थमी रही। ठंडी बयार न चलने से गर्मी फैल नहीं पाई और वातावरण भारी बना रहा।

चिलचिलाती गर्मी में Delhi के पास ठंडी जन्नतें!

Delhi का बदलता जलवायु चेहरा

यह कोई एक रात की बात नहीं। पिछले दशक में Delhi में अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में बढ़ोतरी देखी गई है। अब गर्मी मार्च के मध्य से जून के अंत तक फैलती जा रही है।

पिछले कुछ वर्षों के रुझान:

  • 2023: अप्रैल का अधिकतम तापमान – 43.2°C, लेकिन रातें अपेक्षाकृत ठंडी थीं
  • 2022: अप्रैल के अंत में न्यूनतम तापमान 30.1°C तक पहुंचा
  • 2019–2021: अप्रैल में रात के तापमान में क्रमिक वृद्धि

यह कोई संयोग नहीं – यह एक स्पष्ट संकेत है।

प्रभाव: लोग और शहर दोनों परेशान

स्वास्थ्य पर असर

उच्च तापमान वाली रातें नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं। इससे तनाव, थकान, हृदय संबंधी समस्याएं और कार्यक्षमता पर असर पड़ता है।

पानी और बिजली की खपत

पूरी रात चलने वाले एसी, कूलर और पंखों ने बिजली की खपत बढ़ा दी। साथ ही, कूलर के लिए पानी की मांग भी तेज हो गई।

अस्पतालों में मरीजों की संख्या

हीटस्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और सांस की तकलीफ के मामलों में इजाफा देखा गया, खासकर बुजुर्गों और बच्चों में।

क्या किया जा सकता है?

1. हरी बुनियादी संरचना (Green Infrastructure)

पेड़ लगाना, हरित क्षेत्रों की रक्षा करना, और छतों पर बागवानी को बढ़ावा देना चाहिए।

Delhi records hottest April night, temperature jumps

चिलचिलाती गर्मी में Delhi के पास ठंडी जन्नतें!

2. कूल रूफ और परावर्तक सामग्री

सफेद रंग की छतें या विशेष पेंट से घरों को गर्म होने से बचाया जा सकता है।

3. सतत शहरी योजना

कम घनत्व वाले आवास, खुली हवा के गलियारे और व्यापक हरे क्षेत्र से शहर को सांस लेने का मौका मिलेगा।

4. रात्रिकालीन शीतलन उपाय

कुछ देशों में रात में इमारतों को ठंडा रखने की योजनाएं चलाई जा रही हैं – Delhi को भी ऐसे उपाय अपनाने होंगे।

5. जागरूकता अभियान

लोगों को जागरूक करना जरूरी है कि कैसे वे संसाधनों की अधिक खपत किए बिना खुद को गर्मी से बचा सकते हैं।

आगे क्या? क्या यह नई सामान्य स्थिति है?

विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में ऐसी गर्म रातें सामान्य हो सकती हैं। भारत के जलवायु आंकड़े भी इसकी पुष्टि करते हैं। बारिश में अनियमितता, असमय तूफान और बढ़ती उमस – ये सभी मिलकर शहर को और अधिक संकटग्रस्त बनाते हैं।

मौसम विभाग ने आगामी महीनों में अधिक तीव्र गर्मी की चेतावनी दी है। मई और जून की गर्मी Delhi को और झुलसा सकती है।

अब नहीं जागे, तो देर हो जाएगी

Delhi की यह रिकॉर्डतोड़ गर्म रात केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। यह स्पष्ट कर रही है कि जलवायु परिवर्तन अब हमारे दरवाजे पर है। अगर Delhi जैसे शहर समय रहते हरियाली, सतत विकास और जागरूकता को प्राथमिकता नहीं देंगे, तो ऐसी गर्म रातें आम हो जाएंगी। और फिर, एक ऐसी रात में जब कोई चैन से सो नहीं सका – हम सबको यह सोचना होगा कि क्या अगली पीढ़ी को भी ऐसी ही रातें विरासत में मिलेंगी?

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