भारत में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है, जिसके लिए समर्पण, रणनीति और अटूट ध्यान की आवश्यकता होती है। डॉ. दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति सर का नाम UPSC तैयारी में उत्कृष्टता का प्रतीक है। अपनी सरल शैली और प्रेरणादायक शिक्षण के लिए मशहूर दिव्यकीर्ति सर ने अनेकों अभ्यर्थियों को सफलता की ओर मार्गदर्शित किया है। यहां, उनकी शिक्षाओं से प्रेरित कुछ अमूल्य टिप्स और रणनीतियां दी गई हैं जो आपको UPSC परीक्षा में सफलता दिलाने में मदद करेंगी।
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सामग्री की तालिका
1. पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझें
विकास दिव्यकीर्ति सर जोर देते हैं कि UPSC के पाठ्यक्रम को गहराई से जानना तैयारी का मूल आधार है। उनके सुझाव:
- पाठ्यक्रम को विभाजित करें: पाठ्यक्रम को प्रीलिम्स, मेंस और साक्षात्कार के अनुसार छोटे भागों में विभाजित करें और एक चेकलिस्ट तैयार करें ताकि सुनिश्चित हो सके कि कुछ भी छूट न जाए।
- पाठ्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करें: अपनी तैयारी को पाठ्यक्रम में दिए गए विषयों तक सीमित रखें और अप्रासंगिक सामग्री पर समय बर्बाद न करें।
2. NCERT किताबों में महारत हासिल करें
दिव्यकीर्ति सर के अनुसार, NCERT किताबें UPSC अभ्यर्थियों के लिए बाइबिल की तरह हैं। इसे अपनाने का तरीका:
- जल्दी शुरू करें: 6वीं से 12वीं तक की NCERT किताबों से अपनी मूलभूत समझ को मजबूत करें।
- नोट्स बनाएं: मुख्य बिंदुओं को हाइलाइट करें और त्वरित पुनरावृत्ति के लिए संक्षिप्त नोट्स बनाएं।
- कोई विषय न छोड़ें: भूगोल और समाजशास्त्र जैसे विषय भी महत्वपूर्ण हैं।
3. UPSC: अखबार पढ़ने की आदत डालें
दिव्यकीर्ति सर वर्तमान मामलों से अपडेट रहने की महत्ता पर जोर देते हैं। दैनिक पढ़ने के लिए ‘द हिंदू’ या ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को उनकी शीर्ष सिफारिशों में शामिल किया गया है।
- UPSC के लिए प्रासंगिक खबरों पर ध्यान दें: संपादकीय, सरकारी योजनाओं और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को प्राथमिकता दें।
- नोट्स बनाएं: महत्वपूर्ण बिंदुओं का सारांश बनाएं और उन्हें अपने उत्तरों में शामिल करें।
- मासिक पत्रिकाओं का उपयोग करें: ‘दृष्टि करेंट अफेयर्स टुडे’ जैसी प्रतिष्ठित मासिक पत्रिकाओं का उपयोग करें।
4. पहले दिन से उत्तर लेखन का अभ्यास करें
मेंस परीक्षा की वर्णनात्मक प्रकृति उत्तर लेखन को एक महत्वपूर्ण कौशल बनाती है। दिव्यकीर्ति सर सुझाव देते हैं:
- जल्दी शुरू करें: एक या दो विषय समाप्त करते ही उत्तर लेखन का अभ्यास शुरू करें।
- PEE संरचना का उपयोग करें:
- बिंदु (Point): अपना तर्क प्रस्तुत करें।
- व्याख्या (Explanation): संदर्भ और विवरण प्रदान करें।
- उदाहरण (Example): तथ्यों या केस स्टडी से समर्थन करें।
- समय प्रबंधन: परीक्षा की स्थिति को अनुकरण करें ताकि आपकी गति और सटीकता बेहतर हो।
5. पुनरावृत्ति ही कुंजी है
दिव्यकीर्ति सर अक्सर याद दिलाते हैं कि पुनरावृत्ति उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना कि अध्ययन। उनके सुझाव:
- 3R नियम का पालन करें: पढ़ें, याद करें और पुनरावृत्ति करें।
- मनोमोनिक्स का उपयोग करें: तथ्यों और अवधारणाओं को याद रखने के लिए स्मृति सहायक उपकरण विकसित करें।
- चक्राकार पुनरावृत्ति की योजना बनाएं: हर विषय को नियमित अंतराल पर दोहराएं।
6. मॉक टेस्ट: एक गेम-चेंजर
मॉक टेस्ट प्रीलिम्स और मेंस दोनों की तैयारी के लिए आवश्यक हैं। दिव्यकीर्ति सर की सलाह:
- जल्दी शुरू करें: परीक्षा से कम से कम छह महीने पहले मॉक टेस्ट देना शुरू करें।
- प्रदर्शन का विश्लेषण करें: कमजोर क्षेत्रों की पहचान करें और उन्हें सुधारें।
- वास्तविक परीक्षा स्थितियों का अनुकरण करें: पूर्ण-लंबाई वाले टेस्ट को सख्त समय सीमा के तहत हल करें।
7. संतुलित अध्ययन योजना बनाएं
विकास दिव्यकीर्ति सर एक सुव्यवस्थित अध्ययन योजना की वकालत करते हैं। इसे कैसे बनाएं:
- दैनिक लक्ष्य तय करें: प्रत्येक विषय के लिए समय स्लॉट आवंटित करें और इसका पालन करें।
- कमजोर क्षेत्रों को प्राथमिकता दें: उन विषयों पर अधिक समय दें जहां आप संघर्ष करते हैं।
- ब्रेक शामिल करें: थकावट से बचने और ध्यान बनाए रखने के लिए छोटे-छोटे ब्रेक लें।
8. वैकल्पिक विषय: समझदारी से चुनें
सही वैकल्पिक विषय का चयन आपके स्कोर को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है। दिव्यकीर्ति सर के सुझाव:
- रुचि को प्राथमिकता दें: ऐसा विषय चुनें जिसे आप पसंद करते हों, क्योंकि आपको इसे गहराई से पढ़ना होगा।
- GS के साथ ओवरलैप: लोक प्रशासन, समाजशास्त्र, या भूगोल जैसे विषय चुनें, जिनका सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम के साथ पर्याप्त मेल हो।
- संसाधनों की उपलब्धता: सुनिश्चित करें कि आपके चुने गए विषय के लिए पर्याप्त अध्ययन सामग्री उपलब्ध है।
9. सकारात्मक और प्रेरित रहें
UPSC की तैयारी एक मैराथन है, न कि एक रेस। दिव्यकीर्ति सर मानसिक दृढ़ता के महत्व पर जोर देते हैं:
- छोटी जीत का जश्न मनाएं: अपनी प्रगति को पहचानें, चाहे वह एक विषय पूरा करना हो या मॉक टेस्ट में अच्छा स्कोर करना।
- नकारात्मकता से बचें: ऐसे लोगों से दूर रहें जो आपको हतोत्साहित कर सकते हैं।
- प्रेरित रहें: प्रेरणादायक वीडियो देखें या पिछले टॉपर्स की सफलता की कहानियां पढ़ें।
10. प्रभावी संसाधनों का उपयोग करें
सही संसाधनों का चयन सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। दिव्यकीर्ति सर सुझाव देते हैं:
- मानक किताबें: लक्ष्मीकांत (राजनीति के लिए) और स्पेक्ट्रम (आधुनिक इतिहास के लिए) जैसी प्रमाणित किताबों से चिपके रहें।
- ऑनलाइन लेक्चर: दृष्टि IAS जैसे यूट्यूब चैनलों का उपयोग करें।
- मोबाइल ऐप्स: करेंट अफेयर्स और क्विज़ के लिए ऐप्स का उपयोग करें, लेकिन अत्यधिक निर्भरता से बचें।
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11. साक्षात्कार की तैयारी करें
साक्षात्कार को पास करने के लिए केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और स्पष्टता भी आवश्यक है। दिव्यकीर्ति सर के टिप्स:
- ईमानदार रहें: अगर किसी प्रश्न का उत्तर नहीं पता हो तो इसे स्वीकार करें।
- अपडेट रहें: हाल की घटनाओं और अपने वैकल्पिक विषय की वर्तमान प्रासंगिकता के बारे में जागरूक रहें।
- मॉक इंटरव्यू: नर्वसनेस कम करने के लिए मॉक इंटरव्यू में भाग लें।
12. समय प्रबंधन और अनुशासन
समय प्रबंधन UPSC अभ्यर्थियों की यात्रा में महत्वपूर्ण है। दिव्यकीर्ति सर सलाह देते हैं:
- स्पष्ट प्राथमिकताएं तय करें: जानें कि क्या जरूरी और महत्वपूर्ण है।
- नियमितता बनाए रखें: पढ़ाई, व्यायाम और आराम के लिए एक स्थिर समय-सारिणी का पालन करें।
- विचलन समाप्त करें: सोशल मीडिया और अन्य समय बर्बाद करने वाली गतिविधियों को सीमित करें।
13. शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें
सतत तैयारी के लिए अच्छा स्वास्थ्य आवश्यक है। दिव्यकीर्ति सर सुझाव देते हैं:
- नियमित व्यायाम करें: अपनी दिनचर्या में योग या तेज चलने को शामिल करें।
- स्वस्थ खाएं: जंक फूड से बचें और संतुलित आहार पर ध्यान दें।
- अच्छी नींद लें: रोजाना 7-8 घंटे की गुणवत्ता वाली नींद सुनिश्चित करें।
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14. विश्लेषणात्मक सोच विकसित करें
दिव्यकीर्ति सर अक्सर विश्लेषणात्मक कौशल के महत्व पर जोर देते हैं:
- ‘क्यों’ पूछें: केवल तथ्यों को याद करने के बजाय घटनाओं के पीछे के कारण समझें।
- सम्पर्क बनाएं: विभिन्न विषयों की अवधारणाओं को जोड़ें और समग्र समझ विकसित करें।
- निबंध लिखें: नियमित रूप से निबंध लिखें ताकि आपकी विश्लेषणात्मक अभिव्यक्ति में सुधार हो।
15. खुद पर विश्वास करें
अंत में, विकास दिव्यकीर्ति सर का स्वर्णिम मंत्र: अपनी क्षमताओं पर विश्वास करें और डटे रहें। UPSC में सफलता असाधारण होने के बारे में नहीं है; यह निरंतर प्रयास और आपके आत्मविश्वास पर निर्भर करता है।
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