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Bijnor में फर्जी दरोगा बन की 1 लाख की ठगी, पहुंचा जेल

बिजनौर में फ़र्ज़ी दरोग़ा बनकर एक युवक की सिपाही के पद पर भर्ती कराने का झांसा देकर एक लाख रुपये ठग लिए गए, फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया। बिजनौर पुलिस ने किया गिरफ़्तार।

बिजनौर/उ.प्र: Bijnor में दरोगा की वर्दी पहन कर ठगी करने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपि ने एक युवक की सिपाही के पद पर भर्ती कराने का झांसा देकर एक लाख रुपये भी ठग लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया था, शक होने पर पीड़ित ने पुलिस को जानकारी दी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।

Bijnor की कोतवाली क्षेत्र का मामला 

Fraud of 1 lakh by becoming a fake inspector in Bijnor

जनपद बिजनौर के शहर कोतवाली क्षेत्र के नयागांव निवासी निखिल पुत्र राजेंद्र सिंह की फेसबुक पर हल्दौर थाना क्षेत्र के शेरपुर कल्याण गांव के रहने वाले सेंटी कुमार से दोस्ती हुई थी। 

सेंटी ने खुद को यूपी पुलिस में दरोगा बताकर अन्य जनपद में तैनाती बताई थी। इसके बाद वह दरोगा की वर्दी पहनकर निखिल के घर आने जाने लगा, उसने चार लाख में निखिल को यूपी पुलिस में सिपाही की नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया था। 

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उसने निखिल से एक लाख रुपये एडवांस ले लिए और 5 सितंबर को आरोपी वापिस निखिल के घर पहुंचा और नियुक्ति पत्र देकर बाकी के रुपए माँगने लगा, नियुक्ति पत्र देखकर निखिल को कुछ शक हुआ और निखिल ने स्वजनों के साथ उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचित किया। 

पुलिस पूछताछ में उसका भेद खुल गया की वह फर्जी दरोगा बनकर लोगों से ठगी करता था। वर्तमान में वह रामलीला मैदान के पास काशीराम कॉलोनी में रह रहा है। 

निखिल के पिता राजेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया आरोपी को न्यायालय में पेश किया है, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है।

बिजनौर से संवाददाता मोहम्मद रहमान की रिपोर्ट 

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