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Gallstones : कारण, लक्षण, इलाज और बचाव के संपूर्ण उपाय

पित्त की पथरी एक आम लेकिन गंभीर समस्या हो सकती है। यदि समय पर निदान और उपचार न किया जाए तो यह जटिलताएँ उत्पन्न कर सकती है।

Gallstones एक आम लेकिन गंभीर समस्या है, जो पित्ताशय में ठोस जमाव बनने के कारण होती है। इस लेख में आप जानेंगे पित्त की पथरी के प्रमुख कारण, सामान्य लक्षण, विभिन्न प्रकार के इलाज के विकल्प और इससे बचने के प्रभावी उपाय। यदि समय पर Gallstones निदान और उपचार न किया जाए तो यह जटिलताओं का कारण बन सकती है। आइए, इस बीमारी को विस्तार से समझें और जानें स्वस्थ जीवनशैली से इससे कैसे बचा जा सकता है।

पित्त की पथरी (गॉलस्टोन) : कारण, लक्षण, उपचार और बचाव

Gallstones: Causes, Symptoms, Treatment

Gallstones की पथरी, जिसे अंग्रेज़ी में गॉलस्टोन कहा जाता है, एक सामान्य लेकिन दर्दनाक समस्या है। यह पथरी पित्ताशय (Gallbladder) में बनती है और यदि समय पर इलाज न हो तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न कर सकती है। पित्ताशय शरीर का एक छोटा अंग है जो लीवर के ठीक नीचे स्थित होता है और पित्त (Bile) संग्रहित करने का कार्य करता है। पित्त वसा पचाने में मदद करता है।

Gallstones में असंतुलन होता है तो उसमें क्रिस्टल जमने लगते हैं और धीरे-धीरे ये पथरी का रूप ले लेते हैं। इस लेख में हम Gallstones के कारण, लक्षण, प्रकार, जटिलताएँ, निदान, उपचार और बचाव के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

पित्त की पथरी क्या है?

Gallstones में कोलेस्ट्रॉल, बिलीरुबिन और पित्त लवण के असंतुलन के कारण छोटे-छोटे ठोस टुकड़े बन जाते हैं जिन्हें Gallstones कहते हैं। यह पथरी आकार में कुछ मिलीमीटर से लेकर कुछ सेंटीमीटर तक हो सकती है। कई बार एक ही पथरी होती है और कई बार एक साथ अनेक पथरियाँ बन सकती हैं।

पित्त की पथरी के प्रकार

Gallstones मुख्यतः दो प्रकार की होती है:

  1. कोलेस्ट्रॉल पथरी (Cholesterol Gallstones)
    • यह सबसे सामान्य प्रकार है।
    • यह मुख्यतः पीले रंग की होती है।
    • इसका मुख्य घटक कोलेस्ट्रॉल होता है।
  2. पिगमेंट पथरी (Pigment Gallstones)
    • यह गहरे भूरे या काले रंग की होती है।
    • इसमें मुख्यतः बिलीरुबिन की मात्रा अधिक होती है।
    • ये अधिकतर जिगर या पित्त नली से जुड़ी बीमारियों के कारण बनती हैं।

पित्त की पथरी बनने के कारण

Gallstones बनने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:

  • अधिक कोलेस्ट्रॉल: जब पित्त में बहुत अधिक कोलेस्ट्रॉल होता है, तो वह पत्थरों का रूप ले सकता है।
  • बिलीरुबिन का अधिक उत्पादन: जिगर संबंधी बीमारियाँ या रक्त विकार बिलीरुबिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
  • पित्ताशय का सही तरीके से खाली न होना: यदि पित्ताशय ठीक से खाली नहीं होता, तो पित्त गाढ़ा हो सकता है और पथरी बन सकती है।
  • अनुवांशिक कारण: यदि परिवार में किसी को पित्त की पथरी है तो जोखिम बढ़ जाता है।
  • मोटापा और वजन में तेज बदलाव
  • गर्भावस्था
  • महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन
  • कम वसा युक्त और अधिक कोलेस्ट्रॉल वाला आहार

पित्त की पथरी के लक्षण

कई लोगों को Gallstones होने पर कोई लक्षण नहीं होते। ऐसे मामलों को “साइलेंट गॉलस्टोन” कहते हैं। लेकिन जब Gallstones नली में फंस जाती है, तो यह निम्नलिखित लक्षण उत्पन्न कर सकती है:

  • पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में तेज दर्द
  • दर्द पीठ या दाहिने कंधे तक फैल सकता है
  • मतली और उल्टी
  • अपच या पेट फूलना
  • खाने के बाद विशेष रूप से तैलीय भोजन के बाद दर्द बढ़ना
  • बुखार और ठंड लगना (संक्रमण होने पर)
  • त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (पीलिया)

पित्त की पथरी से होने वाली जटिलताएँ

यदि Gallstones का समय पर इलाज न किया जाए तो ये समस्याएँ हो सकती हैं:

  • पित्ताशय में सूजन (Cholecystitis)
  • पित्त नली में रुकावट (Choledocholithiasis)
  • अग्नाशयशोथ (Pancreatitis)
  • जिगर संक्रमण
  • पित्ताशय का कैंसर (बहुत दुर्लभ)

पित्त की पथरी का निदान

Gallstones का पता लगाने के लिए निम्नलिखित जाँचें की जाती हैं:

  • अल्ट्रासाउंड: पथरी का सबसे सामान्य और प्रभावी परीक्षण।
  • सीटी स्कैन (CT Scan)
  • एमआरसीपी (MRCP): पित्त नलियों और अग्नाशय को देखने के लिए।
  • ईआरसीपी (ERCP): निदान के साथ-साथ पथरी को निकालने का भी काम करता है।
  • रक्त परीक्षण: संक्रमण, पीलिया या अग्नाशयशोथ की पहचान के लिए।

पित्त की पथरी का उपचार

Gallstones के उपचार के कई विकल्प हैं:

1. जीवनशैली में बदलाव

  • संतुलित आहार लें।
  • वज़न को नियंत्रित रखें।
  • फाइबर युक्त भोजन खाएँ।

2. दवाइयाँ

  • कुछ विशेष दवाइयाँ कोलेस्ट्रॉल पथरी को घोल सकती हैं।
    (जैसे: Ursodeoxycholic acid)

नोट: दवाइयों से उपचार में समय लगता है और यह सभी प्रकार की पथरी पर प्रभावी नहीं होता।

3. सर्जरी

  • लैप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी (Gallbladder Removal Surgery)
    सबसे सामान्य और सुरक्षित तरीका है।
  • ओपन सर्जरी
    यदि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी संभव न हो तो ओपन सर्जरी की जाती है।
  • ईआरसीपी (ERCP)
    पित्त नली में फंसी पथरी को हटाने के लिए किया जाता है।

पित्त की पथरी से बचाव के उपाय

Gallstones से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:

  • वज़न को संतुलित रखें और तेजी से वजन न घटाएँ।
  • नियमित व्यायाम करें।
  • स्वस्थ और संतुलित आहार लें।
  • अधिक वसा और कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन से बचें।
  • फाइबर युक्त फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज का सेवन करें।
  • अधिक तली-भुनी चीज़ें न खाएँ।
  • खूब पानी पिएँ।

घरेलू उपचार और सावधानियाँ

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  • हल्दी और अदरक का सेवन लाभकारी हो सकता है।
  • सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) का प्रयोग कुछ हद तक लाभकारी बताया गया है।
  • लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के कोई घरेलू उपचार न करें।

महत्वपूर्ण: घरेलू नुस्खे केवल लक्षणों को कुछ समय के लिए कम कर सकते हैं। पथरी को पूरी तरह हटाने के लिए चिकित्सकीय उपचार आवश्यक होता है।

निष्कर्ष

पित्त की पथरी एक आम लेकिन गंभीर समस्या हो सकती है। यदि समय पर निदान और उपचार न किया जाए तो यह जटिलताएँ उत्पन्न कर सकती है। सर्जरी सबसे प्रभावी उपचार है। साथ ही, जीवनशैली में सुधार कर और सही खानपान अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। यदि आपको उपरोक्त में से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर पित्त की पथरी जैसी समस्याओं से बचाव संभव है।

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