अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय (USTR) ने 7 मार्च 2025 को एक सुनवाई आयोजित की, जिसमें China द्वारा सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के प्रयासों पर चर्चा की गई।
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इस सुनवाई का उद्देश्य चीन में निर्मित ‘पुरानी’ सेमीकंडक्टर चिप्स पर अतिरिक्त अमेरिकी शुल्क लगाने पर विचार करना था, जो ऑटोमोबाइल, वॉशिंग मशीन और टेलीकॉम उपकरण जैसे रोजमर्रा के उत्पादों में उपयोग होते हैं।
China ने सेमीकंडक्टर उद्योग में $150 बिलियन से अधिक का निवेश किया
China के सेमीकंडक्टर उद्योग पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद, चीन ने इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए महत्वपूर्ण निवेश और प्रयास किए हैं। 2014 से 2030 तक, चीन सरकार ने सेमीकंडक्टर उद्योग में $150 बिलियन से अधिक का निवेश किया है।
इसके बावजूद, चीन की सेमीकंडक्टर उद्योग अभी भी अपेक्षाकृत नवोदित है, और उसे उच्च-प्रौद्योगिकी उपकरणों के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ता है।
अमेरिका के इन प्रतिबंधों का उद्देश्य चीन को उन्नत तकनीकों तक पहुंच से रोकना है, जो उसकी सैन्य क्षमता को बढ़ा सकती हैं। हालांकि, चीन ने इन प्रतिबंधों की कड़ी निंदा की है और अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।

यह सुनवाई अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में सेमीकंडक्टर उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है, जहां दोनों देश तकनीकी श्रेष्ठता के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
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