लखनऊ: उत्तर प्रदेश की बांदा जिला जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने Mukhtar Ansari को कथित रूप से ‘विशेष सुविधाएं’ प्रदान करने के आरोप में अधिकारियों ने पांच जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जब बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल औचक निरीक्षण के लिए जेल गए तो डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह पर भी नियमित जांच प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप लगा।
Mukhtar Ansari के संरक्षण में तैनात चार जेल वार्डन भी निलंबित
वीरेश्वर प्रताप सिंह को जिला प्रशासन की राज्य सरकार को भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर निलंबित कर दिया गया है। अंसारी के संरक्षण में तैनात चार जेल वार्डन को भी निलंबित कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान मुख्तार अंसारी की बैरक में ‘जेल मैनुअल में जिक्र नहीं’ का सामान मिला है।
मऊ से राज्य विधानसभा के पूर्व सदस्य मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल में दो साल से अधिक समय बिताने के बाद पिछले साल अप्रैल में बांदा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।
मार्च 2021 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में उन्हें बांदा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश में कई आपराधिक मामलों में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।