1: आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल पर जाएं
- अपने पसंदीदा वेब ब्राउज़र को खोलें और आधिकारिक आयकर ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाएं: https://www.incometaxindiaefiling.gov.in।
Table of Contents
2: अपने खाते में लॉग इन करें
- होमपेज पर, दाईं ओर शीर्ष पर स्थित “Login Here” बटन पर क्लिक करें।
- अपना यूजर आईडी (जो आपका PAN नंबर है), पासवर्ड और कैप्चा कोड दर्ज करें।
- “Login” बटन पर क्लिक करें।
3: रिफंड स्टेटस पर जाएं
- लॉग इन करने के बाद, आप अपने डैशबोर्ड पर जाएंगे।
- डैशबोर्ड पर, “My Account” सेक्शन में जाएं।
- “My Account” के तहत, “Refund/Demand Status” विकल्प को खोजें और क्लिक करें।
रिफंड स्टेटस देखें
- “Refund/Demand Status” सेक्शन में, आपको प्रत्येक आकलन वर्ष के साथ आपके Income Tax Return की स्थिति की सूची दिखाई देगी।
- उस आकलन वर्ष का चयन करें जिसके लिए आप रिफंड स्टेटस चेक करना चाहते हैं।
- रिफंड स्टेटस का विवरण प्रदर्शित होगा, जिसमें भुगतान का तरीका, संदर्भ संख्या, स्थिति और रिफंड जारी होने की तिथि शामिल होगी।
वैकल्पिक विधि: NSDL वेबसाइट का उपयोग करना
1: NSDL वेबसाइट पर जाएं
- अपने वेब ब्राउज़र को खोलें और NSDL TIN वेबसाइट पर जाएं: https://tin.tin.nsdl.com/oltas/refundstatuslogin.html।
2: आवश्यक विवरण प्रदान करें
- NSDL पेज पर, अपना PAN नंबर दर्ज करें।
- उस आकलन वर्ष का चयन करें जिसके लिए आप रिफंड स्टेटस चेक करना चाहते हैं।
- पृष्ठ पर दिखाए गए कैप्चा कोड को दर्ज करें।
3: सबमिट करें और स्टेटस देखें
- “Proceed” बटन पर क्लिक करें।
- रिफंड स्टेटस स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा, जिसमें रिफंड जारी होने की तिथि, भुगतान का तरीका और रिफंड की वर्तमान स्थिति दिखाई देगी।
रिफंड स्टेटस को समझना
Income Tax Return: प्रदर्शित रिफंड स्टेटस विभिन्न चरणों में हो सकता है। यहाँ प्रत्येक स्थिति का अर्थ दिया गया है:
- Refund Paid: इसका मतलब है कि आपका रिफंड प्रोसेस हो गया है और भुगतान कर दिया गया है। आपको अपने बैंक खाते में क्रेडिट की गई राशि की जाँच करनी चाहिए।
- Refund Issued but Not Encased: रिफंड जारी कर दिया गया है, लेकिन यह आपके बैंक खाते में क्रेडिट नहीं हुआ है। सुनिश्चित करें कि आपने अपने Income Tax Return में सही बैंक विवरण प्रदान किए हैं।
- Refund Unpaid: इस स्थिति का मतलब है कि आपके रिफंड प्रोसेस में कोई समस्या थी। आपको अधिक जानकारी के लिए आयकर विभाग से संपर्क करना पड़ सकता है।
- Refund Returned: यह तब होता है जब रिफंड आपके बैंक खाते में क्रेडिट नहीं हो पाया है। अपने बैंक विवरण को सत्यापित करें और यदि आवश्यक हो तो उन्हें फिर से दर्ज करें।
- No Demand No Refund: इसका अर्थ है कि आपके ITR के लिए न तो कोई मांग है और न ही कोई रिफंड।
- ITR Processed: इसका मतलब है कि आपका Income Tax Return प्रोसेस हो गया है, लेकिन रिफंड स्टेटस अभी अपडेट नहीं हुआ है।
महत्वपूर्ण बिंदु ध्यान में रखें
- सही बैंक विवरण सुनिश्चित करें: रिफंड से संबंधित किसी भी समस्या से बचने के लिए हमेशा अपने Income Tax Return में दिए गए बैंक विवरण को दोबारा जांचें।
- PAN को बैंक खाते से लिंक करें: रिफंड प्रोसेस को सुचारू रूप से चलाने के लिए आपका PAN आपके बैंक खाते से लिंक होना चाहिए।
- नियमित रूप से ट्रैक करें: यदि आप रिफंड की उम्मीद कर रहे हैं, तो स्थिति को नियमित रूप से ट्रैक करें ताकि किसी भी बदलाव या समस्या की जानकारी हो सके।
- आयकर विभाग से संपर्क करें: यदि आपको रिफंड स्टेटस में कोई समस्या आती है या रिफंड में देरी होती है, तो आयकर विभाग के हेल्पलाइन या ईमेल के माध्यम से संपर्क करें।
PAN Card का उपयोग करके ऑनलाइन आयकर रिफंड की स्थिति कैसे जांचें?
आम समस्याएं और समाधान
- बैंक विवरण में असमानता: यदि दिए गए बैंक खाते के विवरण में कोई असमानता है, तो ई-फाइलिंग पोर्टल पर सही विवरण अपडेट करें और रिफंड को पुनः प्रोसेस करें।
- ITR प्रोसेस नहीं हुआ: कभी-कभी Income Tax Return प्रोसेस में देरी के कारण रिफंड में भी देरी हो सकती है। ई-फाइलिंग पोर्टल पर प्रोसेसिंग स्थिति की नियमित रूप से जांच करें।
- फिजिकल रिफंड चेक: कुछ मामलों में, रिफंड चेक के माध्यम से जारी किए जाते हैं। किसी भी समस्या से बचने के लिए सुनिश्चित करें कि आपका मेलिंग पता सही है।
आयकर विभाग से संपर्क करना
यदि आपको रिफंड स्टेटस चेक करते समय कोई समस्या आती है या रिफंड में देरी होती है, तो सहायता के लिए आयकर विभाग से संपर्क कर सकते हैं। यहां संपर्क विवरण दिए गए हैं:
- आयकर हेल्पलाइन: 1800 180 1961 या 1961
- ईमेल समर्थन: efilingwebmanager@incometax.gov.in
Income Tax Return: अंतिम विचार
PAN कार्ड की मदद से Income Tax Return रिफंड स्टेटस चेक करना एक सरल प्रक्रिया है। ऊपर बताए गए चरणों का पालन करके, आप आसानी से अपने रिफंड की स्थिति का पता लगा सकते हैं और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान कर सकते हैं। अपने रिफंड स्टेटस की नियमित निगरानी करने से यह सुनिश्चित होता है कि आपको प्रगति के बारे में जानकारी हो और किसी भी समस्या के होने पर आवश्यक कार्रवाई कर सकें।