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Sambhal में ह्यूमन राइट्स संगठन की सक्रियता: जरूरतमंदों के लिए न्याय की नई उम्मीद

यह संगोष्ठी न सिर्फ मानवाधिकारों की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि ज़मीनी स्तर पर सामाजिक बदलाव की दिशा में निरंतर प्रयास हो रहे हैं।

Sambhal: ह्यूमन राइट्स अवेयरनेस ऑर्गेनाइजेशन की राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय टीम ने जिला सम्भल के विभिन्न स्थानों का दौरा करते हुए तुरतीपुर इनायतपुर गांव में एक संगोष्ठी का आयोजन किया। यह संगोष्ठी सामाजिक न्याय, मानवाधिकार जागरूकता और गरीबों की सेवा के उद्देश्यों पर केंद्रित रही।

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कार्यक्रम की शुरुआत संगठन की योजनाओं की जानकारी से हुई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि संगठन पूरी तरह अराजनीतिक है और इसका उद्देश्य आर्थिक, सामाजिक रूप से वंचित तबकों को न्याय दिलाना और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाना है। इस अवसर पर नवनियुक्त सदस्यों का स्वागत फूल मालाओं से किया गया।

Sambhal में मानवाधिकार जागरूकता संगोष्ठी

ह्यूमन राइट्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हेमेंद्र चौधरी उर्फ गुड्डू ने बताया कि संगठन का मुख्य उद्देश्य पीड़ितों की समस्याओं को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाकर उनका समाधान कराना है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एल. सी. गहलोत, महासचिव मनमोहन सिंह सेन, प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी, और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की।

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कार्यक्रम के दौरान मनमोहन सिंह सेन ने कार्यकर्ताओं को मानवाधिकार के क्षेत्र में सक्रिय होकर समाज सेवा के लिए प्रेरित किया। संभल जिला अध्यक्ष चौधरी वेदपाल सिंह ने सभी का आभार जताया और स्थानीय स्तर पर संगठन के विस्तार की प्रतिबद्धता जताई।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि संगठन बिना जाति, धर्म या वर्ग के भेदभाव के कार्य करता है, और यही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। राष्ट्रीय टीम ने यह भी आश्वासन दिया कि अगर जिले के विस्तार में कोई कठिनाई आती है, तो राष्ट्रीय स्तर पर हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।


Activism of Human Rights Organization in Sambhal: New hope of justice for the needy

यह संगोष्ठी न सिर्फ मानवाधिकारों की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि ज़मीनी स्तर पर सामाजिक बदलाव की दिशा में निरंतर प्रयास हो रहे हैं।

Sambhal से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट

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