नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को मुख्यालय, एकीकृत रक्षा कर्मचारी (एचक्यू आईडीएस) के साथ संयुक्त Hypersonic Vehicle परीक्षण सफलतापूर्वक किया।
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देश की प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी के अनुसार, संयुक्त हाइपरसोनिक वाहन परीक्षण पूर्व निर्धारित लक्ष्यों के साथ मेल खाता रहा।
Hypersonic Vehicle का परीक्षण सफल हुआ
इसरो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा गया है, “@ISRO और JSIIC @HQ_IDS ने संयुक्त रूप से हाइपरसोनिक वाहन परीक्षण किया है। परीक्षणों ने सभी आवश्यक पैरामीटर हासिल किए और हाइपरसोनिक वाहन क्षमता का प्रदर्शन किया।”
यह परीक्षण भारत को और ताकत देगा। इस यान की सबसे खास बात यह है कि यह ध्वनि की गति से पांच गुना तेज गति से उड़ता है। जो पड़ोसी दुश्मन देशों पाकिस्तान और चीन की हरकतों को नाकाम करने का अहम हथियार साबित होगा।
भारत पिछले कुछ सालों से हाइपरसोनिक तकनीक पर काम कर रहा है। बता दें कि हाइपरसोनिक तकनीक को अत्याधुनिक तकनीक माना जाता है। दुनिया के कई शक्तिशाली देश जैसे चीन, रूस, अमेरिका और भारत सभी हाइपरसोनिक हथियारों की ताकतों को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
इस मिसाइल में पारंपरिक हथियारों के साथ-साथ परमाणु हथियारों को भी दागने में सक्षम होगी।