Jharkhand पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने तीन लोगों को हिरासत में लिया है, जो उस समूह का हिस्सा थे, जिसने कथित तौर पर रांची में कश्मीरी व्यापारियों को ‘जय श्री राम’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाने के लिए मजबूर किया था।
Jharkhand के राँची की घटना
सर्दियों के कपड़े बेचकर जीवन यापन करने वाले कश्मीर के एक 34 वर्षीय व्यक्ति ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि रांची के डोरंडा इलाके में करीब 25 लोगों के एक समूह ने उस पर और केंद्र शासित प्रदेश के कुछ अन्य व्यापारियों पर हमला किया। उन्हें ‘जय श्री राम’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाने के लिए मजबूर किया।
घटना के बारे में शिकायत करने वाले कश्मीरी व्यापारियों का एक कथित वीडियो ट्विटर पर साझा किया गया है।
उनमें से एक को यह कहते हुए सुना जाता है, “क्या कश्मीरी होना अपराध है। उन्होंने यहां हमारे जीवन को नरक बना दिया है। क्या हम भारतीय नहीं हैं? वे हमें हमेशा ‘जय श्री राम’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ का नारा लगाने के लिए कहते हैं। हम चारों को बेरहमी से पीटा गया…हम भारतीय हैं और कानून सबके लिए समान है…कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।”
Jharkhand के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वीडियो के लिंक को रीट्वीट किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
श्री सोरेन ने ट्वीट में कहा, “झारखंड में धार्मिक दुश्मनी और भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है।”
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुरेंद्र कुमार झा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा, “हमने घटना के सिलसिले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”