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आपकी स्किन आपको डायबिटीज (Diabetes)के लिए करती है आगाह, जानें कैसे।

डायबिटीज (Diabetes)एक ऐसी आम पर खतरनाक बीमारी है जिसकी चपेट में दुनियाभर के न जाने कितने लोग आते जा रहे हैं और ये बीमारी काफी तेज़ी से अपने पैर पसार रही है. कारण ये कि आपकी बॉडी आपकी स्किन आपको कई तरह के संकेत दे कर डायबिटीज (Diabetes) के लिए चेताती है लेकिन लोग इसे नज़रंदाज़ कर लापरवाही बरतते हैं, नतीजन आपको डायबिटीज (Diabetes) के साथ साथ उसके कारण होने वाले कई और हेल्थ इशूज़ का सामना भी करना पड़ता है. आज हम आपको ऐसे ही 6 डायबिटीज के साइंस बताने जा रहे हैं जिन्हें अगर आप पहचान कर अवेयर हो जाएं तो आप वक़्त रहते इसे कंट्रोल कर सकते हैं.

1. स्किन इंफेक्‍शन

स्किन इंफेक्‍शन होना एक आम बात है लेकिन ये खतरे का संकेत तब बन सकती है जब आप लगातार त्‍वचा में संक्रमण से परेशान हो रहे हों. ऐसे में तुरंत डॉक्‍टर के पास जाएं और शुगर टेस्‍ट करवाएं. स्किन इंफेक्‍शन या खुजलीदार त्‍वचा डायबिटीज (Diabetes) का एक वॉर्निंग साइन हो सकता है जिसमें त्‍वचा पर खुजली होना, चकत्ते पड़ना और पपड़ीदार त्‍वचा होना शामिल है.

2. छाले

मुंह या त्वचा पर लंबे वक़्त तक छाले होना डायबिटीज (Diabetes) का दूसरा संकेत है जिसे नज़रंदाज़ करना आपको भारी पड़ सकता है. ऐसा इसलिए क्‍योंकि डायबिटीज (Diabetes) रोगियों में फफोले होना आम है, जिसमें उनके मुंह में छाले और हाथ-पैरों में फफोले हो सकते हैं.

3. गर्दन, बगल या कमर के बैंड में गहरे पैच

अगर आपको अचानक अपने कमर, गर्दन या बगल के बैंड में काले गहरे पैच दिखाई पड़ रहे हैं, तो इसका सीधा मतलब है अपना डायबिटीज टेस्‍ट (Sugar Test) करवाएं. क्‍योंकि त्‍वचा पर काले पैच पड़ना प्री- डायबिटीज का संकेत हो सकता है. प्री-डायबिटीज, डायबिटीज (Diabetes) से पहले की स्टेज होती है.

4. कठोर और सूजी त्‍वचा

अगर आपकी स्किन बहुत हार्ड हो गई है या बार बार आपको स्किन स्वेलिंग की प्रॉब्लम हो रही है तो एक बार अपना शुगर टेस्‍ट ज़रूर करवाएं. क्‍योंकि त्‍वचा का कठोर पड़ना डायबिटीज की ओर इशारा करता है. ऐसे में आपका अपनी तसल्ली के लिए और डायबिटीज को समय पर कंट्रोल करने के लिए शुगर टेस्‍ट ज़रूरी हो जाता है.

5. पलकों के आसपास पीले पैच

अगर आपको अपनी आंखों या पलकों के आसपास पीले पैच दिख रहे हैं, तो फ़ौरन सतर्क हो जाएं. क्‍योंकि पलकों के आसपास यलो पैच, खून में फैट की मात्रा ज़्यादा होने की निशानी है. जो डायबिटीज का एक चेतावनी संकेत हो सकता है.

6. त्‍वचा के घाव न भरना

अगर आपकी स्किन पर लगे घाव भर नहीं रहे हैं तो अपना शुगर टेस्‍ट (Sugar Test) करवाएं. ऐसा इसलिए क्‍योंकि आपकी त्‍वचा का घाव न भरना बढ़ी हुई शुगर का संकेत हो सकता है. कारण ये कि बढ़ा हुआ शुगर लेवल खून में शुगर की मात्रा इतनी ज़्यादा कर देता है कि आपके शरीर के लिए घावों को भरना मुश्किल हो जाता है.

आप ज्यादा Stress और बेचैनी महसूस करते हैं? जानें इसके पीछे के अहम कारण।

विशेषज्ञों का कहना है कि टेक्स्ट अलर्ट और सोशल मीडिया पर लगातार व्यस्त रहने की कीमत मानसिक और भावनात्मक तनाव (Stress) के तौर पर अदा करनी पड़ रही है। वास्तव में, ये ज्यादा ठीक होगा कि अपनी रोजाना की गतिविधियों में फोन इस्तेमाल करने के अंतराल में कमी लाएं।

फोन कैसे बढ़ाते हैं हमारे Stress के लेवल को?

do you feel more stress and restlessness

न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी ग्रोसमन स्कूल ऑफ मेडिसीन में बच्चे और किशोर विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर यामालिस डियाज की क्लिनिक में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बड़ी तादाद आई। उन्होंने कहा कि चाहे बच्चा हो या किशोर, 2020 में Stress का असमान्य संयोजन देखा गया।

COVID-19 की महामारी हमारी रोजाना की जिंदगी को प्रभावित कर रही है। उसके साथ कई फैक्टर जुड़कर तनाव बढ़ा रहे हैं। कई तरीकों से हमारे फोन और डिवाइस तनाव में इजाफे की वजह बन रहे हैं।

उनका कहना है कि तनाव का कारण बननेवाले हार्मोन जैसे कोर्टिसोल सक्रिय हो जाते हैं। ये हार्मोन खतरे का सामना करने के लिए हमें तैयार करते हैं। मगर, तनावपूर्ण सूचना के नतीजे में ये तंत्र ज्यादा सक्रिय हो जाता और ज्यादा देर तक सक्रिय रहता है। ये खतरा-प्रतिक्रिया तंत्र बुनियादी तौर पर हमेशा हमारे नियमित फोन के संपर्क से ‘हाई अलर्ट’ पर रहते हैं।

डिजिटल डिवाइस जेहन को चौकन्ना रखती है

मनोवैज्ञानिक मारिया मौराटिडिस ने भी यामालिस डियाज की बातों से सहमति जताई। मारिया बाल्टीमोर, मैरीलैंड में मनोरोग अस्पताल की विशेषज्ञ हैं। उनका कहना है कि खबरों की लगातार भरमार के नतीजे में Stress और बेचैनी में बढ़ोतरी होती है। उन्होंने बताया कि डिजिटल डिवाइस वास्तव में हमारे जेहन को हर वक्त चौकन्ना रखती हैं। जिसके नतीजे में वक्त के साथ मानसिक क्षमता में गिरावट आने लगती है।

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उन्होंने सोशल मीडिया को भी बेचैनी का अलग लेवल बढ़ाने का जिम्मेदार माना क्योंकि ये खुद की तुलना अन्य से करने के लिए मजबूर करता है। जिसके नतीजे में डिप्रेशन का एहसास बढ़ता है। यामालिस डियाज ने कहा कि फोन और टेक्नोलोजी डेवलपर बिल्कुल वाकिफ हैं कि वो क्या कर रहे हैं।

‘लाइक्स’ और नोटिफिकेशन के विकल्प को उन्होंने इसलिए बनाया जिससे हमारा मस्तिष्क उसका आदी हो सके। हालांकि, इससे हमें उस वक्त खुशी का एहसास होता है जब कुछ आकर्षक और दिलचस्प हो। मगर लगातार मीडिया और न्यूज अपडेट्स के नतीजे में हमारे अंदर एक दबाव का एहसास भी पैदा होता है।

France: फ्रांस सरकार ने मुस्लिम कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई तेज की, 76 मस्जिदों पर लग सकता है ताला।

पेरिस. फ्रांस (France) में आतंकी हमलों (Terror Attack) के बाद से ही सरकार ने मुस्लिम कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. फ्रांस (France) के होम मिनिस्टर गेराल्ड डेरमैनियन ने स्पष्ट कहा है कि मस्जिदों की जांच की जा रही और कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाले संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिन मस्जिदों (76 mosques suspected of separatism) के खिलाफ भी सबूत पाए गए उन पर ताला लगना तय है. सरकार को आतंकी हमलों (Terror Attack) की जांच में पता चला है कि देश में कुछ जगहों से कट्टरता और अलगाववाद को बढ़ावा दिया जा रहा है और इनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे.

गेराल्ड डेरमैनियन ने कहा कि कुछ मस्जिदों को बंद किया जा सकता है, क्योंकि ये आतंकवाद को बढ़वा दे रही हैं. इससे देश में अलगाववाद बढ़ रहा है. पेरिस के एक उपनगरीय इलाके की मस्जिद को पहले ही 6 महीने के लिए बंद किया जा चुका है. अक्टूबर में हिस्टी टीचर सैमुअल पैटी की हत्या करने वाला आतंकी इसी मस्जिद से जुड़ा था. वो मूल रूप से चेचेन्या का रहने वाला था और गैर कानूनी तौर पर फ्रांस में रह रहा था. बता दें कि फ्रांस में अक्टूबर में एक हिस्ट्री टीचर का सिर काटकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया था. इसके बाद नीस शहर में एक कट्टरपंथी ने तीन लोगों की हत्या कर दी थी.

76 मस्जिदों पर है कट्टरता फैलाने का शक

फिलहाल, 76 मस्जिदें शक के घेरे में हैं और इनकी जांच की जा रही है. इनमें से 16 पेरिस और आसपास के क्षेत्रों में हैं. बाकी 60 देश के दूसरे हिस्सों में हैं. एक अनुमान के मुताबिक, फ्रांस की कुल जनसंख्या इस वक्त करीब 6.50 करोड़ है. इनमें से 7 फीसदी मुस्लिम आबादी है. देश में कुल मिलाकर 2600 मस्जिदें हैं. तीन साल में तीन मस्जिदों को सरकार बंद कर चुकी है. यूरोप में जितने मुस्लिम देश हैं, उनमें से सबसे ज्यादा मुस्लिम फ्रांस में ही रहते हैं. हिस्ट्री टीचर की हत्या के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने साफ कर दिया था कि इस्लामिक कट्टरता को जड़ से खत्म करना जरूरी है और उनकी सरकार इसके लिए हर कदम उठाएगी.

आतंकी हमलों से फ्रांस हुआ परेशान

हिस्ट्री टीचर की हत्या के दो हफ्ते बाद नीस शहर में तीन लोगों की चाकू से गला रेतकर हत्या की गई थी. इसके बाद सरकार और फ्रांस के लोगों का सब्र का बांध टूट गया. होम मिनिस्टर ने गुरुवार को कहा- आने वाले दिनों में हर संदिग्ध स्थान की जांच की जाएगी. जहां भी शक होगा, उन्हें बंद किया जाएगा. 2015 में फ्रांस की एक मैग्जीन शार्ली हेब्दो ने इस्लाम से जुड़े कुछ चित्र प्रकाशित किए थे. इसके बाद दो लोगों ने इस मैग्जीन के ऑफिस में घुसकर 12 लोगों की हत्या कर दी थी.

महाराष्ट्र : सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या में पत्रकार का हाथ, पुलिस तलाश में जुटी

महाराष्ट्र के अहमदनगर की एनसीपी कार्यकर्ता और यशश्वीनी महिला ब्रिगेड (yashaswini mahila brigade) की अध्यक्षा रेखा जरे की हत्या में पत्रकार का हाथ सामने आया है. चौंका देने वाला ये खुलासा अहमदनगर पुलिस ने किया है हालांकि उसने ऐसा क्यों करवाया पुलिस ये बता पाने में असमर्थ है. पुलिस के मुताबिक आरोपी पत्रकार बाल ज बोठे फरार है उसकी तलाश की जा रही है. अहमदनगर एन.सी.पी कार्यकर्ता और यशश्वीनी महिला ब्रिगेड की अध्यक्षा रेखा जरे की 30 नवंबर को हत्या कर दी गई थी. हैरानी की बात है हत्या का मास्टरमाइंड होने का आरोप अहमदनगर के ही एक ऐसे पत्रकार पर लगा है जो रेखा जरे के अंतिम संस्कार में भी शामिल था.  

अहमदनगर के एसपी मनोज पाटिल ने अनुसार, “30 नवंबर को रेखा जरे की हत्या हुई थी उसमे हमने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है . उसमे और एक नाम बाला साहेब बोठे का आ रहा है हम उसकी तलाश कर रहे हैं.”  

बाल ज बोठे…. राज्य के एक बड़े अखबार का पत्रकार है और अहमदनगगर  जिले का बडा नाम भी . उसने कई किताबें भी लिखी हैं और हाल ही में हनी ट्रैप पर स्टोरी भी छापी थी और उसमें खुद के फंसाये जाने का अंदेशा भी जताया था. लेकिन अब कहानी कुछ और ही मोड़ ले चुकी है.

यशश्वीनी महिला ब्रिगेड अध्यक्षा रेखा जरे की हत्या की साजिश कुछ इस तरहं रची गई थी कि वो रोड रेज लगे…इसलिए रेखा जरे जब पुणे से अहमदनगर लौट रहीं थीं तब जातेगांव घाट के पास आरोपियों ने गाड़ी ठीक से ना चलाने का आरोप लगाकर पहले उनकी कार रुकवाई फिर धारदार हथियार से हत्या कर फरार हो गए. 

लेकिन उनका ये राज ज्यादा देर टिक नही पाया क्योंकि कार में बैठे रेखा जरे के बेटे ने आरोपी का फ़ोटो खींच लिया था. नतीजा पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में देर नही लगी औऱ एक एक कर 5 आरोपी पकड़े गए . पुलिस का डंडा पड़ते ही उन्होंने जो नाम लिया वो सुनकर पुलिस भी हैरान है और बाल बोठे को जानने वाले भी .लेकिन एक सामाजिक महिला कार्यकर्ता के पास ऐसा क्या राज़ था कि बाल बोठे जैसे बड़े पत्रकार को उसकी हत्या की साजिश रचनी पड़ी? 

राहुल गांधी ने धरने पर बैठे कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ बल प्रयोग का वीडियो किया ट्वीट, कहा-अन्‍यायी भाजपा सरकार

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नई दिल्‍ली: Covid-19 Vaccine: कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों की ओर से अपने हक की नौकरी के लिए दिए गए घरने के दौरान पुलिस की ओर से किए गए बलप्रयोग को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. राहुल (Rahul Gandhi) ने इस मसले पर मध्‍य प्रदेश का एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें पुलिस, धरने पर बैठे कोरोना वॉरियर्स (Corona Warriors)के खिलाफ बल प्रयोग करती नजर आ रही है. राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘कोरोना वॉरियर्स (Corona Warriors) पर इस तरह की बेरहमी सिर्फ़ इसलिए क्योंकि वे अपने हक़ की नौकरी के लिए धरना कर रहे थे! अन्यायी भाजपा सरकार की प्रशासनिक ताक़त का घिनौना प्रदर्शन।’ गौरतलब है कि देश में कोरोना की महामारी (Corona Pandemic) के दौरान ‘कोरोना वॉरियर्स’ ने हालात को नियंत्रण करने में अहम जज्‍बा दिखाया है और पूरे देश ने इनके सेवाभाव को सराहा है.

गौरतलब है कि राहुल गांधी का यह ट्वीट उस दिन आया है जिस दिन कोरोना वैक्‍सीन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक की थी. इस बैठक में पीएम ने कोरोना वैक्‍सीन को लेकर स्थिति की जानकारी विपक्षी दलों के नेताओं को दी. सर्वदलीय बैठक में पीएम ने कहा कि हम कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) पाने की दहलीज पर खड़े हैं. उन्होंने बताया कि सबसे पहले ये वैक्सीन हेल्थ वर्कर, डॉक्टर और मरीजों को दी जाएगी. माना जा रहा है कि अगले कुछ हफ्तों में कोविड-19 की वैक्सीन तैयार कर ली जाएगी.

पीएम ने कहा कि देश में करीब आठ ऐसी वैक्सीन हैं जिनका ट्रायल अलग-अलग स्टेज पर है. फिलहाल भारत में तीन अलग-अलग वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है. पीएम ने कहा कि कोविड-19 की वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं और इसके लिए देश में कोल्ड चेन की व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है.