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Gandhi Jayanti 2022: गांधी जी ने हमारी स्वतंत्रता को कैसे आकार दिया

Gandhi Jayanti 2022: महात्मा गांधी जी वह नेता थे जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता की ओर अग्रसर किया। भारत 250 से अधिक वर्षों से ब्रिटिश शासन के अधीन था। 1915 में गोपाल कृष्ण गोखले के अनुरोध पर गांधी जी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे।

Gandhi Jayanti क्यों मनाई जाती है?

Gandhi Jayanti 2022: How Gandhiji Shaped Our Freedom
Gandhi Jayanti 2022: गांधी जी ने हमारी स्वतंत्रता को कैसे आकार दिया

भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी, जिन्हें बापू या महात्मा गांधी जी के नाम से भी जाना जाता है, उनका जन्मदिन 2 अक्टूबर 1876 को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। Gandhi Jayanti को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी के योगदान को शब्दों में नहीं मापा जा सकता। उन्होंने अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया। उनकी नीतियां और एजेंडा अहिंसक थे और उनके शब्द लाखों लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत थे।

महात्मा गांधी जी द्वारा शुरू किए गए 7 प्रमुख स्वतंत्रता आंदोलन

प्रथम विश्व युद्ध/World War I

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Gandhi Jayanti 2022: गांधी जी ने हमारी स्वतंत्रता को कैसे आकार दिया

प्रथम विश्व युद्ध के दौरान महात्मा गांधी जी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। युद्ध के उत्तरार्ध में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड चेम्सफोर्ड ने गांधी जी को युद्ध सम्मेलन के लिए दिल्ली आमंत्रित किया। साम्राज्य का विश्वास हासिल करने के लिए, गांधी जी प्रथम विश्व युद्ध के लिए सेना में भर्ती होने के लिए लोगों को स्थानांतरित करने के लिए सहमत हुए। हालांकि, उन्होंने वायसराय को लिखा और कहा कि वह “व्यक्तिगत रूप से, दोस्त या दुश्मन को न मारेंगे या न घायल करेंगे”।

चंपारण आंदोलन/Champaran movement

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Gandhi Jayanti 2022: गांधी जी ने हमारी स्वतंत्रता को कैसे आकार दिया

बिहार में चंपारण आंदोलन गांधी जी की भारतीय स्वतंत्रता की राजनीति में पहली सक्रिय भागीदारी थी। चंपारण के किसानों को नील उगाने के लिए मजबूर किया जा रहा था और विरोध करने पर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था।

किसानों ने गांधी जी की मदद मांगी और एक सुनियोजित अहिंसक विरोध के माध्यम से, गांधी जी सत्ता से रियायतें जीतने में कामयाब रहे।

खेड़ा आंदोलन/Kheda Movement

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Gandhi Jayanti 2022: महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए 7 प्रमुख स्वतंत्रता आंदोलन

जब गुजरात का एक गाँव खेड़ा बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ, तो स्थानीय किसानों ने शासकों से करों को माफ करने की अपील की। यहां, गांधी जी ने एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जहां किसानों ने करों का भुगतान न करने का वचन दिया।

उन्होंने मामलातदारों और तलतदारों (राजस्व अधिकारियों) के सामाजिक बहिष्कार की भी व्यवस्था की। 1918 में, सरकार ने अकाल समाप्त होने तक राजस्व कर के भुगतान की शर्तों में ढील दी।

खिलाफत आंदोलन/Khilafat Movement

Gandhi Jayanti 2022: How Gandhiji Shaped Our Freedom
Gandhi Jayanti 2022: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी के योगदान

मुस्लिम आबादी पर गांधी जी का प्रभाव उल्लेखनीय था। यह खिलाफत आंदोलन में उनकी भागीदारी में स्पष्ट था। प्रथम विश्व युद्ध के बाद, मुसलमानों को अपने खलीफा या धार्मिक नेता की सुरक्षा का डर था और खलीफा की गिरती स्थिति के खिलाफ लड़ने के लिए एक विश्वव्यापी विरोध का आयोजन किया जा रहा था।

गांधी जी अखिल भारतीय मुस्लिम सम्मेलन के एक प्रमुख प्रवक्ता बन गए और दक्षिण अफ्रीका में अपने भारतीय एम्बुलेंस कोर के दिनों में साम्राज्य से प्राप्त पदकों को वापस कर दिया। खिलाफत में उनकी भूमिका ने उन्हें कुछ ही समय में एक राष्ट्रीय नेता बना दिया।

असहयोग आंदोलन/Non-Cooperation Movement

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Gandhi Jayanti 2022: महात्मा गांधी ने तोड़ी अंग्रेजों की रीढ़ की हड्डी

गांधी जी ने महसूस किया कि अंग्रेजों को भारतीयों से मिले सहयोग के कारण ही वे भारत में रह पाए थे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने असहयोग आंदोलन का आह्वान किया।

कांग्रेस के समर्थन और अपनी अदम्य भावना से उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि शांतिपूर्ण असहयोग स्वतंत्रता की कुंजी है। जलियांवाला बाग हत्याकांड के अशुभ दिन ने असहयोग आंदोलन को गति दी। गांधी जी ने स्वराज या स्वशासन का लक्ष्य निर्धारित किया, जो तब से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का आदर्श वाक्य बन गया।

नमक मार्च/Salt March

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Gandhi Jayanti 2022: महात्मा गांधी ने तोड़ा अंग्रेजों का कानून

Dandi Movement के रूप में भी जाना जाता है, गांधी जी के नमक मार्च को स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है। 1928 की कलकत्ता कांग्रेस में, गांधी जी ने घोषणा की कि अंग्रेजों को भारत को प्रभुत्व का दर्जा देना चाहिए या देश पूर्ण स्वतंत्रता के लिए एक क्रांति में बदल जाएगा। अंग्रेजों ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

परिणामस्वरूप, 31 दिसंबर, 1929 को लाहौर में भारतीय ध्वज फहराया गया और अगले 26 जनवरी को भारतीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया गया। फिर, गांधी जी ने मार्च 1930 में नमक कर के खिलाफ सत्याग्रह अभियान शुरू किया। उन्होंने नमक बनाने के लिए अहमदाबाद से गुजरात के दांडी तक 388 किलोमीटर की यात्रा की। हजारों लोग उनके साथ शामिल हुए और इसे भारतीय इतिहास के सबसे बड़े जुलूसों में से एक बना दिया।

भारत छोड़ो आंदोलन/Quit India Movement

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Gandhi Jayanti 2022: अंग्रेजों के खिलाफ महात्मा गांधी का आखिरी वार

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, गांधी जी एक निश्चित झटका के साथ ब्रिटिश साम्राज्य पर प्रहार करने के लिए दृढ़ थे, जो भारत से उनके बाहर निकलने को सुरक्षित करेगा। यह तब हुआ जब अंग्रेजों ने भारतीयों को युद्ध के लिए भर्ती करना शुरू किया।

गांधी जी ने इसका कड़ा विरोध किया और कहा कि भारतीय ऐसे युद्ध में शामिल नहीं हो सकते जो लोकतांत्रिक उद्देश्यों के पक्ष में हो, जबकि भारत स्वयं एक स्वतंत्र देश नहीं है। इस तर्क ने उपनिवेशवादियों की दोमुंही छवि को उजागर कर दिया और आधे दशक के भीतर ही वे इस देश से बाहर हो गए।

Thane में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 16 गिरफ्तार

ठाणे: Thane पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जिसने कथित तौर पर अमेरिकी नागरिकों को कर्ज देकर ठगा था और इस सिलसिले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया था। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

Thane के वागले एस्टेट इलाक़े का मामला 

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक वीबी मुर्तदक ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए Thane पुलिस ने शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात को महाराष्ट्र के ठाणे शहर के वागले एस्टेट इलाके में स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारा और वहां काम करने वाले लोगों को पकड़ लिया।

Fake call centre busted in Thane
(प्रतिनिधि)

उन्होंने कहा कि आरोपी अमेरिका में लोगों से संपर्क करेंगे और उन्हें कर्ज की पेशकश करेंगे। अधिकारी ने कहा कि अपने बैंक खाते का विवरण प्राप्त करने के बाद, आरोपी उनके खातों से धन निकाल देंगे।

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पुलिस ने कहा कि अमेरिका में समन्वय स्थापित करने वाला एक एजेंट धन एकत्र करता था और उससे अपना हिस्सा लेने के बाद हवाला के जरिए भारत को हस्तांतरित करता था।

हवाला कानूनी बैंकिंग चैनलों को छोड़कर धन के अवैध लेनदेन को दर्शाता है।

Fake call centre busted in Thane

अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार 16 लोगों में कॉल सेंटर के मालिक सिद्धेश सुधीर भाईदकर (33) और सानिया राकेश जायसवाल (26) शामिल हैं।

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अधिकारी ने कहा कि अपराध के सिलसिले में एक किशोर को भी हिरासत में लिया गया और बाद में कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।

Fake call centre busted in Thane
(प्रतिनिधि) Thane में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

उन्होंने कहा कि पुलिस ने कॉल सेंटर से विभिन्न उपकरण, गैजेट और डेटा जब्त किया है।

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अधिकारी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि आरोपियों को शनिवार को स्थानीय मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

Kanpur Accident Update: एक ही पल में लग गया 26 लाशों का ढेर, उजड़ गए कई परिवार 

कानपुर/यूपी: Kanpur में कुछ दिनों पहले बख्शी का तालाब में भी हुआ था ऐसा ही हादसा, घाटमपुर के कोरथा गांव में कई लोगों का कहना था, कि कुछ दिनों पहले ऐसा ही हादसा बख्शी का तालाब क्षेत्र में हुआ था। वहां भी कई लोग ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर चंद्रिका देवी मंदिर से दर्शन कर वापस लौट रहे थे, और अचानक ट्राली पलट गई थी।

Kanpur में दोबारा हुआ ऐसा ही हादसा 

ट्राली पलटने से तब 10 लोगों की मौत हुई थी। ऐसा ही दर्दनाक हादसा घाटमपुर के समीप शनिवार को हुआ। जबकि इस पूरे मामले पर वाहनों के विशेषज्ञों का कहना है, कि ट्रैक्टर ट्राली का मुख्य उपयोग खेती के लिए होता है। इसमें लाइट की बेहतर व्यवस्था नहीं होती। साथ ही सवारियों के लिए तो यह वाहन कहीं से उपयुक्त नहीं है।

Piles of dead bodies in Kanpur Accident
Kanpur में तीर्थयात्रियों को ले जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली के पलटने से 22 की मौत, 50 से अधिक घायल

हालांकि, गौर करने वाली बात यह है कि जरा सी लापरवाही में एक बड़ा हादसा हो गया। बारिश के भरे पानी से गांव वालों ने निकाले शव, मची चीख-पुकार: घाटमपुर के समीप जहां पर हादसा हुआ, वहां गड्ढे में बारिश का मटमैला पानी भरा था, और ग्रामीण मजबूत दिल के साथ कई लोगों के शव बाहर निकाल रहे थे। 

Piles of dead bodies in Kanpur Accident
Kanpur Accident Update: एक ही पल में लग गया 26 लाशों का ढेर, उजड़ गए कई परिवार

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घटना की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें ट्रैक्टर ट्राली भी पलटी पड़ी है। वहीं, शवों के निकाले जाने के दौरान स्वजनों की चीख-पुकार भी साफ सुनाई दे रही थी। जो बच गए, उन्हें अपनों को खोने का मलाल था, और उनका रो-रोकर बुरा हाल था। जिला प्रशासन के अफसरों का कहना था, कि 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 11 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं।

एक ओर जहां पूरे सूबे में नवरात्र का पर्व लोग उल्लास से मना रहे हैं। देवी मंदिरों में बच्चों के मुंडन कराए जा रहे हैं, वहीं शनिवार का दिन कोरथा गांव में रहने वालों के लिए एक काल जैसा साबित हो गया। कोरथा गांव निवासी जिस बच्चे का मुंडन कराने माता-पिता और अन्य रिश्तेदार ट्रैक्टर ट्राली से उन्नाव स्थित चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन करने गए थे, शायद उन्हें नहीं पता था कि वह वापस घर नहीं लौटेंगे। 

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घाटमपुर के पास एक हादसा हुआ और ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिर गई। बहुत दुर्भाग्य की बात है, जिस बच्चे का मुंडन था वह और उसके पिता राजू निषाद की मौके पर मौत हो गई, जबकि, मां घायल हैं।

कानपुर के साढ़ क्षेत्र के गंभीरपुर गांव के पास आज उस वक्त हड़कंप मच गया,जब मंदिर से दर्शन कर वापस आ रहे दर्शनाथियो की ट्रेक्टर ट्राली तालाब मे अनियंत्रित होकर पलट गई। 

वहीं इस हादसे में 27 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है।जिसमे महिलाए व बच्चे भी शामिल है। वही ट्रेक्टर में बैठे अन्य लोग गंभीर घायल बताए जा रहे है। 

Piles of dead bodies in Kanpur Accident
Kanpur Accident Update: एक ही पल में लग गया 26 लाशों का ढेर, उजड़ गए कई परिवार

हालांकि घटना की जानकारी होने के दौरान प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने गंभीर रूप से घायल लोगों को आनन फानन में सी एच सी भीतरगांव में भर्ती करवाया।

Piles of dead bodies in Kanpur Accident
Kanpur Accident Update: एक ही पल में लग गया 26 लाशों का ढेर, उजड़ गए कई परिवार
Piles of dead bodies in Kanpur Accident
Kanpur Accident Update: एक ही पल में लग गया 26 लाशों का ढेर, उजड़ गए कई परिवार

जानकारी के मुताबिक सभी मृतक साढ़ थाना क्षेत्र के कोरथा गांव निवासी बताए जा रहे है। मृतक अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ ट्रैक्टर-ट्राली से फतेहपुर के चंद्रिका देवी मंदिर मुंडन कराने गए थे। देर शाम सभी मुंडन कराकर वापस लाैट रहे थे। इसी दौरान हुए हादसे से खुशियां मातम में तब्दील हो गई है।

गए थे खुशी मनाने, छीन ले गई मौत

Kanpur Accident Update

कोरथा गांव निवासी सभी श्रद्धालु मुंडन संस्कार में शामिल होने के बाद खुशी-खुशी घर के लिए लौट रहे थे। इसी दौरान गंभीरपुर गांव के पास ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से मौत से हाहाकार मच गया है। उधर, अपनों की मौत से स्वजन सीएचसी में शव देख बिलखते रहे है।

ग्रामीणाें की जुटी भीड़, प्रशानसिक अमला भी पहुंचा

Piles of dead bodies in Kanpur Accident
Kanpur Accident Update: एक ही पल में लग गया 26 लाशों का ढेर, उजड़ गए कई परिवार

हादसे के बाद जैसे ही कई लोगों की मौत की खबर मिली। तो वहां ग्रामीणों का मजमा लग गया। उधर, कानपुर से भी पुलिस आयुक्त के साथ कई डीसीपी, एसीपी मौके पर पहुंचे है। हालांकि राहत बचाव कार्य जारी है।

ट्रैक्टर चलाने वाले पिता, बच्चा व मां की मौत

उधर, ट्रैक्टर चलाने वाले पिता के बेटे का ही मुंडन संस्कार था। इस पर सभी शामिल होने के लिए गए थे। लेकिन हादसे में मां-पिता व बच्चे की तीनों की मौत से स्वजन बेहाल हो गए है।  हादसे की सूचना पर हैलट में फोर्स तैनात

25 श्रद्धाुलओं की मौत के बाद हैलट अस्पताल के बाहर बैठे तीमारदारों को भी हटाया गया है। वहीं, घाटमपुर से एंबुलेंस के जरिए सभी के शवों को हैलट लाया जा रहा है

Kanpur हादसे में मरने वालों की सूचना

1 – मिथलेश 50वर्ष , पति रामसजीवन ।

2 – केशकली पति देशराज ।

3 – किरन और उसके पिता शिवनारायण।

4 – पारुल पिता रामाधर

5 – अंजली/रामसजीवन

6 – रामजानकी /छिद्दू

7 – लीलावती पति रामदुलारे

8 – गुड़िया पति संजय

9 – तारा देवी पति टिल्लू

10 – अनिता देवी पति बीरेंद्र सिंह

11 – सान्वी पिता कल्लू

12- शिवम पिता कल्लू

13 – नेहा पिता सुंदरलाल

14 – मनिसा पिता रामदुलारे

15- ऊसा पति ब्रजलाल

16- गीता सिंह पति शंकर सिंह

17 – रोहित पिता रालदुलारे

18- रवी पिता शिवराम

19 – जयदेवी पति शिवराम

20 – मायावती पति रामबाबू

22 सुनीता पिता प्रहलाद

23 – सिवानी पिता स्व रामखिलावन

24 – फूलमती पति स्व सियाराम

25 – रानी पति रामशंकर

मृतकों के स्वजन को दो लाख की आर्थिक सहयोग की घोषणा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के स्वजन के साथ शोक संवेदना व्यक्त की और दो लाख का आर्थिक सहयोग की घोषणा की है।

Kanpur के कोरथा गांव पहुंचे एक साथ 26 शव

Piles of dead bodies in Kanpur Accident
Kanpur Accident Update: एक ही पल में लग गया 26 लाशों का ढेर, उजड़ गए कई परिवार

गांव के हर तरफ चीख पुकार, हर दूसरे घर में रख्खा शव, गांव में नहीं जले चूल्हे। 

Piles of dead bodies in Kanpur Accident

साढ थाना क्षेत्र के कोरथा गांव में रविवार सुबह एक साथ मृतको के शव पहुंचने के बाद गांव में हर तरफ चीख पुकार मची हुई है। गांव में मातम छा गया है। आज सुबह से गांव में किसी के घर में चूल्हा नहीं जला है। गांव में सुरक्षा के एतियातन भारी पुलिसबल मौजूद ग्रामीण मृतको के शव का अंतिम संस्कार कानपुर के ड्योढी घाट में होगा। 

हादसे में ट्रैक्टर चालक राजू की मां और बेटी की हुई मौत

कानपुर के साढ़ में अनियंत्रित ट्रैक्टर ट्राली खाई में पलटने से 26 लोगों की मौत हो गई थी, हादसे के बाद से ट्रैक्टर चालक राजू निषाद मौके से फरार है, पुलिस हादसे का जिम्मेदार ट्रैक्टर चालक को मान रही है, वही पुलिस की एक टीम राजू की तलाश में लगी हुई थी, हादसे में राजू की बेटी रिया और उसकी मां रामजनकी की मौके पर मौत हो गई है, राजू की पत्नी ज्ञानवती घायल हो गई, जिनका इलाज कानपुर हैलट में चल रहा है। 

बवाल की आशंका पर गांव में भारी पुलिसबल तैनात

Piles of dead bodies in Kanpur Accident

गांव में एकसाथ मृतकों के शव पहुंचे तो उनके शवों का अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू हो गई है, वही गांव में बवाल की आशंका के मद्देनजर भारी पुलिसबल तैनात है। गांव में पुलिस के आलाधिकारी मृतकों के परिजनों को ढाढस बंधाते हुए दिखाई दे रहे है।

वहीं कानपुर हादसे पर सुश्री मायावती ने भी दुःख प्रकट किया

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील की है की ट्रैक्टर ट्राली का उपयोग सिर्फ़ माल ढुलाई और कृषि कार्यों के लिए करें।

कानपुर से सुनील कुमार की रिपोर्ट

Ponniyin Selvan 1: मणिरत्नम की फिल्म ने 100 करोड़ क्लब में प्रवेश किया।

Ponniyin Selvan 1: मणिरत्नम की फिल्म ने दुनिया भर में बॉक्स ऑफिस पर अपने दूसरे दिन के प्रदर्शन के बाद सफलतापूर्वक 100 करोड़ रुपये के क्लब में प्रवेश किया। फिल्म ने शुक्रवार को सिनेमाघरों में दस्तक दी और घरेलू बाजार में लगभग 40 करोड़ रुपये का कारोबार किया, इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 30 करोड़ रुपये का कारोबार किया। इसके बाद इसने पहले दिन दुनियाभर में 78.29 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है।

Ponniyin Selvan 1 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

Ponniyin Selvan: Mani Ratnam's film enters 100 crore club.
30 सितंबर को पोन्नियिन सेलवन को जबरदस्त सफलता मिली।

तमिल फिल्म पोन्नियिन सेलवन ने हिंदी में अच्छा कारोबार किया क्योंकि इसने हिंदी में 1.75-2 करोड़ नेट और हिंदी सर्किट में तमिल संस्करण से आने वाली 85 लाख नेट की कमाई की।

फिल्म ने अपने गृह राज्य तमिलनाडु के साथ दक्षिणी राज्यों में बड़ी कमाई की है, जो राज्य में अब तक की सबसे ज्यादा ओपनिंग में से एक है और 22 करोड़ शुद्ध अंक के साथ शीर्ष तीन या चार फिल्मों में से एक होनी चाहिए।

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फिल्म पहले ही दुनिया भर में बॉक्स ऑफिस पर सबसे बड़ी तमिल ओपनर बन चुकी है और भारत में त्योहारों की छुट्टियों को देखते हुए इसका संग्रह व्यापक रूप से बढ़ रहा है।

Ponniyin Selvan -1 का ओपनिंग डे बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

Ponniyin Selvan: Mani Ratnam's film enters 100 crore club.
Ponniyin Selvan I: ऐश्वर्या की फिल्म ने भारत और विदेशों में की शानदार शुरुआत

तमिलनाडु: 25.86 करोड़ रुपये

एपी/टीएस: 5.93 करोड़ रु

कर्नाटक: 5.04 करोड़ रुपये

केरल: 3.70 करोड़ रु

निवेश पर वापसी: 3.51 करोड़ रुपये

विदेशी: 34.25 करोड़ रुपये

कुल: 78.29 करोड़ रुपये

Ponniyin Selvan 1 के बारे में

Ponniyin Selvan: Mani Ratnam's film enters 100 crore club.
Ponniyin Selvan ने अपने गृह राज्य तमिलनाडु के साथ दक्षिण राज्यों में भारी कमाई की है

मणिरत्नम की फिल्म में चियान विक्रम, ऐश्वर्या राय बच्चन, कार्थी, जयम रवि, त्रिशा, ऐश्वर्या लक्ष्मी, लाल और शोभिता धूलिपाला ने अभिनय किया है। यह आईमैक्स में रिलीज होने वाली पहली तमिल फिल्म है। दो हिस्से वाली इस फ्रेंचाइजी का बजट 500 करोड़ रुपये है।

साउंडट्रैक को एआर रहमान ने कंपोज किया है। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी रवि वर्मन ने की है। इसे तमिलनाडु में Red Giant Movies द्वारा वितरित किया गया है।

Kanpur में तीर्थयात्रियों को ले जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली के पलटने से 22 की मौत, 50 से अधिक घायल

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लखनऊ: Kanpur जिले के घाटमपुर इलाके में उन्नाव से लौट रहे तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक ट्रैक्टर ट्राली के पलट जाने से कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए।

Kanpur हादसे में बच्चे और महिलाएं भी घायल 

Kanpur tractor-trolley accident

दुर्घटना के तुरंत बाद, कुछ ही मिनटों में पूरा दृश्य बदल गया क्योंकि शव सड़क पर पड़े थे। हादसे में बच्चे और महिलाएं भी घायल हो गए। सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंचे। राहत कार्य अभी भी जारी है। हालांकि, मौत के और बढ़ने की संभावना है, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी और अन्य लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जानमाल के भारी नुकसान पर दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मरने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। 

दूसरी ओर, सीएम योगी ने कहा कि यह एक दिल दहला देने वाली घटना है, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जो लोग घायल हुए हैं उन्हें अस्पतालों में उचित इलाज मिले। सीएम योगी ने “मृतकों और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदना” भी व्यक्त की।

Kanpur tractor-trolley accident
Kanpur tractor-trolley accident

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की कानपुर में हुआ सड़क हादसा अत्यंत दुखद व हृदय को व्यथित करने वाला है।

भारत के विदेश मंत्री S Jaishankar ने पाकिस्तान पर कटाक्ष किया

वडोदरा: विदेश मंत्री S Jaishankar ने आज कहा “एक पड़ोसी देश” जाहिर तौर पर पाकिस्तान का जिक्र करते हुए, “अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद में एक विशेषज्ञ”। उन्होंने भारत को “सूचना प्रौद्योगिकी में एक विशेषज्ञ” होने के साथ इसकी तुलना की।

S Jaishankar वडोदरा में एक समारोह में बोल रहे थे

India's foreign minister S Jaishankar took a dig at Pakistan

गुजरात के वडोदरा में एक समारोह में हिंदी में अपने भाषण में S Jaishankar ने कहा, “अब आतंकवाद की दुनिया की समझ पहले के समय की तुलना में बेहतर है।” “दुनिया अब इसे बर्दाश्त नहीं कर रही है। आतंकवाद का इस्तेमाल करने वाले देश दबाव में हैं।”

यह भी पढ़ें: “लश्कर, जैश अभी भी दण्ड से मुक्ति के साथ काम करते हैं”

उन्होंने कहा, “यह (भारत के खिलाफ आतंकवाद) वर्षों से चल रहा है, लेकिन हम हाल ही में दुनिया को यह समझाने में अधिक सफल रहे हैं कि इसका वैश्विक प्रभाव है – कि अगर आज हम हैं, तो कल आप होंगे।”

India's foreign minister S Jaishankar took a dig at Pakistan
(फ़ाइल) भारत के विदेश मंत्री S Jaishankar ने पाकिस्तान पर कटाक्ष किया

श्री S Jaishankar हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की बैठकों और अमेरिका में अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद लौटे, जहां उन्होंने अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों पर सवाल उठाए। वाशिंगटन में भारतीय अमेरिकी समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “यह न तो पाकिस्तान की अच्छी तरह से सेवा कर रहा है और न ही अमेरिकी हितों की सेवा कर रहा है।”

वह जो बाइडेन प्रशासन के अमेरिका से खरीदे गए पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए “निर्वाह पैकेज” प्रदान करने के निर्णय पर दर्शकों के सवालों का जवाब दे रहे थे।

India's foreign minister S Jaishankar took a dig at Pakistan
(फ़ाइल) भारत के विदेश मंत्री S Jaishankar ने पाकिस्तान पर कटाक्ष किया

“किसी के कहने के लिए ‘मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं क्योंकि यह सभी आतंकवाद विरोधी सामग्री है’… और इसलिए जब आप F-16 जैसे विमान की बात कर रहे हैं …. हर कोई जानता है, आप जानते हैं, वे कहां तैनात हैं और उनका उपयोग। आप ये बातें कहकर किसी को बेवकूफ नहीं बना रहे हैं,” श्री जयशंकर ने कहा।

पिछले डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने एफ-16 के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर के कार्यक्रम को अवरुद्ध कर दिया था, जिसे पाकिस्तान ने दशकों पहले खरीदा था।

अमेरिका ने तब से इनकार किया है कि यूएस-पाकिस्तान रक्षा सहयोग यूक्रेन के आक्रमण में रूस पर तटस्थता के लिए भारत के लिए एक संदेश था।