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Health: सर्दियों (winter) में अपने आप को फ़िट रखने के लिए ध्यान दें इन 5 बातों पर।

सुबह की सैर सर्दी (winter) के दिनों में ज्यादा फायदेमंद होती है। यह न केवल शरीर को गर्माहट देती है बल्कि इस मौसम से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से बचाए रखने में भी सहायक होती है। टहलने से शारीरिक व मानसिक क्षमता भी बढ़ती है और तनाव दूर होता है। जिम में कसरत, चलना, दौड़ना, सीढ़ियां चढ़ना या डांस करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। बढ़ती ठंड के साथ जोड़ों की समस्याएं बढ़ने लगती हैं, इसलिए प्रतिदिन कम से कम 3 किलोमीटर की सैर जरूर करें। इससे हड्डियों को गर्माहट मिलेगी और लचीलापन आएगा। जो लोग ठंड में धूप नहीं सेंकते या व्यायाम नहीं करते उनमें हडि्डयों में दर्द की समस्या और अधिक बढ़ जाती है।

To keep yourself fit in winter pay attention to these 5 things
दूध उत्पाद और कई अनाज, सोया दूध और बादाम के दूध में विटामिन-डी प्रचुर मात्रा में होता है।

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सर्दियों (winter) में पर्याप्त कैल्शियम, विटामिन-डी, खनिज व अन्य पोषक तत्व मिलने से हड्डियों और जोड़ों में होने वाले दर्द और अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है। दूध, दही, ब्रॉकली, हरी पत्तेदार सब्जियां, तिल के बीज, अंजीर, सोया और बादाम का दूध जैसे पौष्टिक खाद्यों को आहार में शामिल कर कैल्शियम की जरूरत पूरी कर सकते हैं। विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की किरणे हैं। दूध उत्पाद और कई अनाज, सोया दूध और बादाम के दूध में विटामिन-डी प्रचुर मात्रा में होता है।

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अंकुरित अनाज (स्प्राउट्स) और नींबू के सेवन से भी ऑक्सीजन की कमी पूरी होती है।

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सर्दी (winter) के दौरान खून की धमनियां संकुचित हो जाती हैं, जिससे खून का प्रवाह सामान्य ढंग से नहीं हो पाता। शरीर के विभिन्न अंगों तक खून, पानी व ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहुंच पाती है। ऑक्सीजन की मात्रा में कमी होने पर शरीर की तंत्रिकाओं में तनाव पैदा होता है, जिससे हड्डियों में दर्द का अनुभव होने लगता है। इसके लिए आहार में पपीता, तरबूज, आम आदि ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जो खून में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने का काम करते हैं। अंकुरित अनाज (Sprouts) और नींबू के सेवन से भी ऑक्सीजन की कमी पूरी होती है। सर्दियों (winter) में नियमित रूप से योग व व्यायाम करने से संकुचित धमनियां सामान्य स्थिति में आ जाती हैं, जिससे खून का प्रवाह सामान्य ढंग से होने लगता है। ठंड के मौसम में गुनगुने पानी का सेवन भी इस समस्या से छुटकारा दिलाता है।

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हल्के गर्म पानी से नहाना या गुनगुने पानी से पैरों की सिकाई जोड़ों को आराम पहुंचाती है

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सर्दियों (winter) में हल्के गर्म पानी से नहाना या गुनगुने पानी से पैरों की सिकाई जोड़ों को आराम पहुंचाती है। गर्म पानी से नहाने के तुरंत बाद खुले में जाने से बचें। गर्म तेल की मालिश सर्दियों (winter) में सरसों या जैतून के तेल से शरीर की मालिश करें। धूप में मालिश करने से दोगुना फ़ायदा होगा। अगर किसी खास हिस्से में दर्द है, तो गर्म तेल से मालिश करने से दर्द में आराम मिलेगा और हड्डियों में लचीलापन आएगा। 

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लंबे समय तक एक ही अवस्था में न बैठें

जो लोग कंप्यूटर के सामने लंबे समय तक बैठे रहते हैं, उनके जोड़ों में दर्द होना सामान्य है। एक ही जगह पर ज़्यादा देर तक बैठने से हड्डियों में ठंड लगने के कारण अकड़न आ जाती है, जिससे जोड़ों में दर्द की समस्या होती है। इससे बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में उठकर शरीर को स्ट्रेच करें। लंबे समय तक एक ही अवस्था में न बैठें । पैरों में वार्मर पहने रहें।

Farmers Protest पर US में हलचल, 7 सांसदों ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को लिखी चिट्ठी

Washington: सात प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों के एक समूह, जिसमें भारतीय-अमेरिकी महिला सांसद प्रमिला जयपाल भी शामिल हैं, ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को पत्र लिखकर अपने भारतीय समकक्ष के साथ भारत में चल रहे किसानों के विरोध-प्रदर्शन (Farmers Protest) का मुद्दा उठाने का आग्रह किया है. 

भारत ने विदेशी नेताओं और राजनेताओं द्वारा किसानों के विरोध पर की गई टिप्पणियों को ”अनुचित” और ”अधूरी व गलत सूचना पर आधारित” करार दिया है. इसके साथ ही कहा है कि यह मामला एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों से संबंधित है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इस महीने के शुरुआत में कहा था, “हमने कुछ अधूरी सूचनाओं पर आधारित टिप्पणियों को देखा है.. जो भारत में किसानों से संबंधित हैं. ऐसी टिप्पणियां अनुचित हैं, खासकर जो एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों से संबंधित हैं.”

अमेरिकी सांसदों ने 23 दिसंबर को माइक पोम्पिओ को लिखे अपने पत्र में कहा है कि यह आंदोलन (Farmers Protest) पंजाब से जुड़े सिख अमेरिकियों के लिए विशेष रूप से चिंता का विषय है. इसके साथ ही यह अन्य भारतीय राज्यों से संबंधित भारतीय अमेरिकियों को भी काफी प्रभावित करता है.

सांसदों के ग्रुप ने लिखा है, “कई भारतीय अमेरिकी इससे सीधे प्रभावित होते हैं क्योंकि पंजाब उनकी पैतृक भूमि है और उनके परिवार के सदस्य वहां रहते हैं. ये भारत में अपने परिवारों की भलाई के लिए चिंतित हैं. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, हम आपसे संयुक्त राज्य को सुदृढ़ करने के लिए विदेश में राजनीतिक भाषण की स्वतंत्रता की प्रतिबद्धता के लिए अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क करने का आग्रह करते हैं.”

अपने पत्र में, सांसदों ने कहा कि अमेरिका एक ऐसा राष्ट्र है जो राजनीतिक विरोध से परिचित है और सामाजिक गड़बड़ी की वर्तमान अवधि के दौरान भारत को परामर्श दे सकता है.

PM मोदी ने MSP पर खुलकर बात की, बोले- अफवाह फैलाई जा रही है

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New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को किसानों के साथ संवाद करते हुए विपक्ष पर कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) व्यवस्था खत्म की जाएगी. अफवाह फैलाई जा रही है कि मंडी बंद होगी. नए कृषि कानून (Farm Laws) पिछले कई महीने से लागू है… क्या आपने देश के किसी भी हिस्से में किसी मंडी के बंद होने की खबर सुनी है? 

एमएसपी (MSP) समाप्त करने और मंडी बंद होने का सिर्फ भ्रम फैलाया जा रहा है. जहां तक एमएसपी (MSP) का सवाल है, सरकार ने सुधारों के बाद भी एमएसपी बढ़ाई है और रिकॉर्ड खरीदारी की है. 

नए कृषि कानूनों (Farm Laws) से सरकार ने अपनी जिम्मेदारियां बढ़ाई हैं. कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के मामले में, पहले के कानूनों में अनुबंध तोड़ने पर किसानों पर जुर्माना लगता था. नए कानूनों में किसान भाइयों पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा. यह कानून किसानों को ताकत देता है कि वह अधिकारियों के पास जाकर अपना पैसा प्राप्त कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि एग्रीमेंट करने वाला व्यक्ति किसानों को अच्छे बीज और टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराएगा. किसानों को बाजार के हिसाब से काम करने में मदद मिलेगी. फसल बर्बाद होने पर भी किसानों को कॉन्ट्रैक्ट के तहत निर्धारित मूल्य प्राप्त होगा. सारा रिस्क एंग्रीमेंट करने वाले का होगा किसानों का नहीं.

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं फिर एक बार नम्रता के साथ उन लोगों को भी जो हमारा घोर विरोध करने पर तुले हुए हैं, उनको भी कहता हूं कि हमारी सरकार किसान हित में उनसे भी बात करने के लिए तैयार है, लेकिन बातचीत मुद्दों पर होगी, तर्क और तथ्यों पर होगी.”

PM-Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री ने 9 करोड़ किसानों के लिए जारी की अगली किस्त

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की अगली किस्त जारी की. उन्होंने एक बटन दबाकर नौ करोड़ किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए. इस योजना (PM-Kisan) के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों के खातों में 6,000 रुपये भेजे जाते हैं. 

किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है. इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि इस योजना के तहत अब तक 10 करोड़ 60 लाख किसानों के खातों में कुल 96 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है.

प्रधानमंत्री ने इस योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद भी किया. इस कार्यक्रम का आयोजन ऐसे समय हुआ है जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं.

Arvind Kejriwal: सरकार प्राथमिकता श्रेणी वाले लोगों को टीके लगाने के लिए पूरी तरह तैयार

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New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार टीकाकरण के पहले चरण में टीके प्राप्त करने, उनका भंडारण करने और उन्हें शहर में प्राथमिकता श्रेणी वाले लोगों को लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है। 

केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि सरकार केंद्र से टीका मिलते ही टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है और तीन प्राथमिकता श्रेणियों के उन लोगों के पंजीकरण का काम जारी है, जिन्हें सबसे पहले टीका लगेगा।

मुख्यमंत्री (Arvind Kejriwal) ने एक डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘दिल्ली में प्राथमिकता श्रेणी में 51 लाख लोग हैं, जिनमें तीन लाख स्वास्थ्य कर्मी, अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे छह लाख कर्मी, 50 साल से अधिक आयु के लोग एवं किसी न किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त 50 साल से कम आयु के 42 लाख लोग हैं।’’ 

उन्होंने कहा कि प्राथमिकता वर्ग के हर व्यक्ति को दो खुराक दी जाएंगी और दिल्ली में टीकाकरण के पहले चरण में कुल 1.02 करोड़ खुराक की आवश्यकता होगी। केजरीवाल ने कहा कि इस समय कोविड-19 टीके की 74 लाख खुराकों की भंडारण क्षमता है और इसे एक सप्ताह में बढ़ाकर 1.15 करोड़ किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 का टीका लगाने के लिए प्राथमिकता श्रेणी के हर व्यक्ति का पंजीकरण किया जा रहा है। जब टीका लगवाने के लिए उनकी बारी आएगी, तो उन्हें एसएमएस और अन्य माध्यमों से इस बारे में सूचित किया जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण के लिए आवश्यक कर्मियों, अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को चिह्नित कर लिया गया है और उन्हें टीकाकरण मुहिम के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर टीका लगाया जाएगा, उन्हें तैयार कर दिया गया है।

केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि दिल्ली में पिछले कुछ दिन में कोविड-19 संबंधी हालात में सुधार आया है, लेकिन सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं, कि टीका कब उपलब्ध होगा और कब लोग इस वायरस से छुटकारा पाएंगे।

रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ केस दर्ज, सोशल मीडिया पर किसानों को दी थी धमकी

New Delhi: दिल्ली पुलिस ने रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) उर्फ जानकी बहन के खिलाफ सोशल मीडिया (Social Medi) पर खुलेआम धमकी देने के मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की है. उत्तर पूर्वी दिल्ली पुलिस ने रागिनी तिवारी के खिलाफ आईपीसी 153 के तहत केस दर्ज किया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में आंदोलन कर रहे किसानों को सोशल मीडिया (Social Media) पर धमकी दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भड़काऊ वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वो कह रही हैं कि 17 दिसंबर तक अगर किसान सड़कों से नहीं हटे तो, वह वही हाल करेगी जैसा उसने दिल्ली दंगों के दौरान जाफराबाद में किया था.

रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ केस दर्ज, सोशल मीडिया पर किसानों को दी थी धमकी

रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ जाफराबाद थाने में केस दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस जब उनके घर पहुंची तो वह गायब मिली. फिलहाल, पुलिस उन्हें समन जारी कर मामले की जांच में जुट गई है. 

खुद को हिंदुत्ववादी नेता बताने वाली रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के बारे में पुलिस जांच कर रही है कि दिल्ली दंगों में उनकी भूमिका क्या थी? दंगों के पहले मौजपुर चौक पर भड़काऊ बातें करने और पथराव करने के उसके कुछ वीडियो पुलिस को 2 महीने पहले मिले हैं.