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गुरुग्राम:28 वर्षीय एक महिला ने कथित तौर यहां के पेइंग गेस्ट (पीजी) के सीलिंग फैन से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

गुरुग्राम, 10 नवंबर (आईएएनएस)। गुरुग्राम में 28 वर्षीय एक महिला ने कथित तौर यहां के पेइंग गेस्ट (पीजी) के सीलिंग फैन से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पुलिस के अनुसार, मृतका की पहचान अन्नू श्रीवास्तव के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के कानपुर की निवासी है। वह गुरुग्राम में एक निजी कंपनी में मैनेजर थी। महिला अकेली रहती थी।

पीड़िता की मां सुधा श्रीवास्तव ने मृतका के मंगेतर सुधांशु श्रीवास्तव पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और वह गुरुग्राम में एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करता था।

शिकायतकर्ता ने कहा कि अन्नू और सुधांशु आठ साल से एक-दूसरे को जानते थे। परिवार की सहमति से दोनों की शादी 11 दिसंबर को होनी थी।

पीड़िता की मां ने कहा, शादी की तैयारी चल रही है, लेकिन सुधांशु और उनकी मां गीता श्रीवास्तव अन्नू से दहेज के रूप में सोने के गहने की मांग कर रहे थे और उनकी मांग पूरी नहीं होने पर शादी को रद्द करने की धमकी दे रहे थे।

उन्होंने आगे कहा, उन्होंने बार-बार शादी तोड़ने की धमकी दी। परेशान होकर उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इसके अलावा, आरोपी ने कई मौकों पर पीड़िता के साथ दुर्व्यवहार भी किया था।

गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकन ने कहा, सोमवार को सुधांशु ने अन्नू को फोन किया था, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रही थी। उन्होंने पीड़िता की सहेली लक्ष्मी को अन्नू को देखने के लिए कहा और पता करने को कहा कि वह उसका फोन कॉल का जवाब क्यों नहीं दे रही है। 

लक्ष्मी जब पीड़िता के पीजी में पहुंची, तो उसने पीड़िता को अपने कमरे के अंदर छत के पंखे से लटका पाया। उसने तुरंत पीजी के केयरटेकर को सूचित किया, जिसने पुलिस को मामले की सूचना दी।

शव को सोमवार शाम को परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने आगे कहा, मृतका की मां द्वारा सेक्टर -14 पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में उस व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है।

दाऊद इब्राहिम की 7 में से 6 प्रॉपर्टी की हुई नीलामी,

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अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की संपत्ति की आखिरकार नीलामी हो गई है. दाऊद इब्राहिम की 7 प्रॉपर्टी में से 6  प्रॉपर्टी बिक गई हैं. हालांकि, एक प्रॉपर्टी को निलामी से हटा दिया गया था. दो वकीलों को दाऊद की 6  प्रॉपर्टी मिली है. इनमें से 4 प्रॉपर्टी 4, 5, 7, 8 भूपेंद्र भरद्वाज को मिली, जबकि 2 प्रॉपर्टी 6 और 9 अजय श्रीवास्तव ने ली हैं. इसी के साथ दाऊद की हवेली वकील अजय श्रीवास्तव ने खरीदी है. यह हवेली 11 लाख 20 हजार की बिकी है. 

दाऊद इब्राहिम की रत्नगिरी जिले के खेड़ में 13 पुश्तैनी संपत्तियां थीं. 13 में से 7 की आज नीलामी हो गई है. माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम की मुम्बई की जप्त संपत्तियों को बेचने के बाद साफेमा यानी स्मगलर फॉरेन एक्सचेंज मैनिपुलेटर एक्ट ने आज दाऊद इब्राहिम के गांव की पुश्तैनी संपत्तियों की नीलामी की है. 

साफेमा ने कुल 17 संपत्तियों की नीलामी की है, जिसमें से 7 संपत्तियां अकेले दाऊद इब्राहिम की थीं. साफेमा के जांच अधिकारी मुनाफ सैयद के मुताबिक़, रत्नागिरी के खेड़ में दाऊद की कुल 13 संपत्ति थीं, जिसमें से 7 की निलामी की गई है. इन संपत्तियों की कीमत तकरीबन 80 लाख लगाई गई थी.

1993 सीरियल बम धमाकों का आरोपी और अंतरराष्ट्रीय भगोड़े आतंकी दाऊद इब्राहिम की मुम्बई में भी कई संपत्तियां जप्त की गई थीं, लेकिन उन्हें नीलाम करने में सरकार को 25 साल से भी ज्यादा का समय लग गया. साल 2018 में साफेमा दाऊद के गढ़ नागपाड़ा में बने रौनक अफ़रोज़ होटल, डाम्बर वाला बिल्डिंग और शबनम गेस्ट हाऊस को बेचने में क़ामयाब हुई थी. उसके बाद दाऊद की बहन हसीना पारकर का फ्लैट भी एजेंसी नीलाम करने में कामयाब रही. 

साफेमा के मुताबिक कोविड 19 संक्रमण को देखते हुए इस बार थोड़ा बदलाव किया गया. इस बार पब्लिक ऑक्शन में बदलाव कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये नीलामी हुई. 17 संपत्तियों में एक फ्लैट ड्रग्स तस्कर इक़बाल मिर्ची का भी है.

दक्षिण कश्मीर: शोपियां जिले में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़

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कश्मीर , 10 नवंबर (आईएएनएस)। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 

पुलिस ने कहा, कुटपोरा में मारे गए दोनों आतंकवादियों की फिलहाल शिनाख्त नहीं हो पाई है। ऑपरेशन जारी है।

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आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने इलाके का घेराव कर तलाशी लेनी शुरू कर दी। जैसे ही सुरक्षाबल आंतकियों के ठिकाने के करीब पहुंचे आतंकियों ने हमला कर दिया जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें दो आतंकी मारे गए।

मुंबई: टीबी अस्‍पताल के मेडिकल सुपरिंटेडेंट को हटाया गया

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मुंबई : बृहनमुंबई म्‍युनिसिपल कार्पोरेशन (BMC) ने कार्रवाई करते हुए सिवरी टीबी अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ ललितकुमार आनंदे को पद से हटा दिया है.18 अक्टूबर को, कोविड -19 और TB से पीड़ित रोगी ग़ायब होने के 14 दिन बाद  अस्पताल के शौचालय में मृत मिला था. वार्ड में मरीज़ों द्वारा बदबू आने की शिकायत के बाद शौचालय में मृत शरीर मिला था. मामले में विस्तृत जांच रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद कार्रवाई शुरू की गई है, जिसमें कई डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय और प्रशासक के ड्यूटी में कई चूक पाई गई थी. BMC ने मामले में 12 नर्सों, एक चिकित्सा अधिकारी और एक वार्ड बॉय के खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू की है.

Corona Vaccine:ऑस्ट्रेलिया की सीएसएल लिमिटेड कंपनी ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है.

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Australia’s CSL Limited Company has started production of the Corona virus vaccine from Oxford-AstraZeneca.

कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया के लिए ऑस्ट्रेलिया (Australia) से बड़ी राहत और उम्मीद भरी खबर आई है. ऑस्ट्रेलिया की सीएसएल लिमिटेड कंपनी ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन (Corona Vaccine) का उत्पादन शुरू कर दिया है. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने दावा किया कि सोमवार तक कंपनी विक्टोरिया में वैक्सीन की तीन करोड़ खुराक के उत्पादन के दायरे में पहुंच गई है. 

सिडनी के 2-जीबी रेडियो के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया के स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हुंट ने इसकी पुष्टि की है. हंट ने 2-जीबी रेडियो को कहा, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन से टीकाकरण स्वेच्छिक होगा, लेकिन हम अधिक से अधिक लोगों को इसे लेने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. हमें विश्वास है कि ऑस्ट्रेलियाई जनसंख्या के हिसाब से हमारे पास बहुत अधिक वैक्सीन है. स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक मार्च में आम लोगों को इसकी खुराक मिलनी शुरू हो जाएगी.

वहीं, सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड अखबार ने बताया कि टीके को पूरी तरह से संसाधित करने में सीएसएल को लगभग 50 दिन लगेंगे. अखबार के मुताबिक, वैक्सीन के उत्पादन के लिए कंपनी का एस्ट्राजेनेका और ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ अलग-अलग अनुबंध है.

ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को अभी भी ऑस्ट्रेलिया के चिकित्सीय प्रशासन द्वारा स्वीकृति दिए जाने की जरूरत है. इस वर्ष के अंत तक वैक्सीन के तीसरे चरण का चिकित्सकीय परीक्षण पूरा होने की उम्मीद है

NGT का आदेश पटाखे जलाने पर बैन, कौन से शहर दायरे में जानें।

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 NGT order ban on burning crackers

दिवाली के बाद पटाखों के चलते वायु प्रदूषण कई गुना बढ़ने के ट्रेंड को देखते हुए कई राज्‍यों में प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्‍ली, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, ओडिशा, राजस्‍थान, सिक्किम और कर्नाटक जैसे राज्‍यों ने अपने स्‍तर पर पटाखे बैन करने का फैसला किया था। हालांकि इनमें से कुछ ने विरोध के बाद कुछ देर के लिए पटाखे जलाने की छूट दी थी। मगर सोमवार को नैशनल ग्रीन ट्रिब्‍यूनल (NGT) का आदेश आ गया। दिल्‍ली-एनसीआर में तो 30 नवंबर तक पटाखों की बिक्री पर रोक है ही। NGT के मुताबिक, पटाखों की बिक्री उन शहरों/कस्‍बों में भी प्रतिबंधित रहेगी जहां पिछले साल नवंबर में औसत एयर क्‍वालिटी ‘खराब’ या उससे बुरी थी। इस आदेश के बाद कन्‍फ्यूजन की स्थिति पैदा हो गई है कि कहां पटाखे लाने की छूट होगी और कहां नहीं।

NGT ने अपने आदेश में साफ कहा है कि दिल्‍ली-एनसीआर में 9 नवंबर की आधी रात से 30 नवंबर तक पटाखों की बिक्री और इस्‍तेमाल पर पाबंदी है। दिल्‍ली की हवा फिलहाल ‘गंभीर’ श्रेणी में है और पटाखों के चलते इसके और खराब होने का पूरा अंदेशा था। एनजीटी का यह आदेश चार राज्‍यों में फैले दो दर्जन से भी ज्‍यादा जिलों पर लागू होगा जो एनसीआर का हिस्‍सा हैं।

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एनसीआर में यूपी के 8 जिले आते हैं। एनजीटी के आदेश के मुताबिक, यहां पर पटाखे पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। ये जिले हैं- गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और शामली।

एनजीटी के आदेश के तहत एनसीआर में आने वाले 14 जिलों में यह प्रतिबंध लागू होगा। एनसीआर में सबसे ज्‍यादा जिले हरियाणा के ही हैं। ये जिले हैं- गुरुग्राम, फरीदाबाद, भिवानी, चरखी दादरी, झज्‍जर, जींद, करनाल, महेंद्रगढ़, नूह, पानीपत, पलवल, रेवाड़ी, रोहतक और सोनीपत।

राजस्‍थान सरकार ने 2 नवंबर को ही पूरे राज्‍य में पटाखों की बिक्री और इस्‍तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था। बहरहाल, एनजीटी का यह आदेश एनसीआर में आने वाले राजस्‍थान के दो जिलों- अलवर और भरतपुर पर सीधे-सीधे लागू होगा।

एनजीटी के अनुसार, पिछले साल नवंबर में जिन-जिन शहरों और कस्‍बों में हवा की गुणवत्‍ता ‘खराब’ या उससे नीचे रही थी, वहां यह प्रतिबंध लागू होगा। अगर कहीं पर इससे भी सख्‍त आदेश है तो वह लागू होगा। इससे कन्‍फ्यूजन की स्थिति बन गई है। एनजीटी ने डेटा पॉइंट नवंबर 2019 रखा है। ऐसे में पिछले साल AQI का डेटा देखने के बाद ही तय होगा कि बाकी देश में कहां-कहां पटाखों पर प्रतिबंध है। एनजीटी ने यह भी कहा है जिन राज्‍यों ने बैन लगा रखा है, वह जारी रहेगा। पिछले साल 1 नवंबर को किन-किन शहरों का AQI खराब या उससे नीचे की कैटेगरी में था,

एनजीटी ने वर्तमान में जिन शहरों/कस्‍बों की एयर क्‍वालिटी ‘मॉडरेट’ या उससे बेहतर है, वहां केवल ग्रीन पटाखे जलाने की छूट दी है। यह छूट भी केवल दो घंटे के लिए मिलेगी। और ये दो घंटे कौन से होंगे, यह राज्‍य सरकारें तय कर सकेंगी। अगर वे कोई समय नहीं तय करतीं तो एनजीटी ने ये टाइमिंग रखी है:

दिवाली और गुरुपर्व: रात 8 से 10 बजे

छठ: सुबह 6 से 8 बजे

क्रिसमस, न्‍यूईयर रात 11.55 से 12.30 बजे

एनजीटी ने बाकी जगहों के लिए प्रतिबंध/सीमाएं तय करने का फैसला वहां के अधिकारियों पर छोड़ा है। हालांकि एनजीटी का कहना है कि अगर पहले से ही इससे सख्‍त प्रावधान लागू हैं तो वे जारी रहेंगे। मतलब राज्‍यों में जिन जिलों की हवा ठीक है लेकिन वहां पर पटाखे बैन तो बैन ही रहेंगे। उन्‍हें छूट नहीं मिल पाएगी।

चंडीगढ़ में सभी तरह के पटाखों की बिक्री और इस्‍तेमाल पर रोक लगाई जा चुकी है। मुंबई में बीएमसी ने ऑर्डर जारी किया है कि सार्वजनिक जगहों पर पटाखा जलाना प्रतिबंधित रहेगा। सिर्फ 14 नवंबर को प्राइवेट सोसायटी में रहने वाले लोगों को फुलझड़ी और अनार जैसे पटाखे का उपयोग करने की छूट दी गई है। उत्‍तर प्रदेश ने पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर अभी तक कोइ फैसला नहीं किया है। पिछले साल लखनऊ में बैन लगाना पड़ा था।

एनजीटी ने सभी राज्‍यों से कहा है कि वे कोविड-19 महामारी के मद्देनजर वायु प्रदूषण को रोकने के लिए खास अभियान चलाएं। मुख्‍य सचिवों से इस संबंध में जिलाधिकारियों, एसपी और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड्स को ‘उचित आदेश’ जारी करने को कहा गया है।

एनजीटी ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अलावा राज्‍य प्रदूषण बोर्ड्स और समितियों से भी इस दौरान एयर क्‍वालिटी पर नजर रखने को कहा है। CPCB से सारा डेटा कम्‍पाइल कर एनजीटी को एक रिपोर्ट भेजने का निर्देश भी दिया गया है।