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PM मोदी ने MSP पर खुलकर बात की, बोले- अफवाह फैलाई जा रही है

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New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को किसानों के साथ संवाद करते हुए विपक्ष पर कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) व्यवस्था खत्म की जाएगी. अफवाह फैलाई जा रही है कि मंडी बंद होगी. नए कृषि कानून (Farm Laws) पिछले कई महीने से लागू है… क्या आपने देश के किसी भी हिस्से में किसी मंडी के बंद होने की खबर सुनी है? 

एमएसपी (MSP) समाप्त करने और मंडी बंद होने का सिर्फ भ्रम फैलाया जा रहा है. जहां तक एमएसपी (MSP) का सवाल है, सरकार ने सुधारों के बाद भी एमएसपी बढ़ाई है और रिकॉर्ड खरीदारी की है. 

नए कृषि कानूनों (Farm Laws) से सरकार ने अपनी जिम्मेदारियां बढ़ाई हैं. कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के मामले में, पहले के कानूनों में अनुबंध तोड़ने पर किसानों पर जुर्माना लगता था. नए कानूनों में किसान भाइयों पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा. यह कानून किसानों को ताकत देता है कि वह अधिकारियों के पास जाकर अपना पैसा प्राप्त कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि एग्रीमेंट करने वाला व्यक्ति किसानों को अच्छे बीज और टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराएगा. किसानों को बाजार के हिसाब से काम करने में मदद मिलेगी. फसल बर्बाद होने पर भी किसानों को कॉन्ट्रैक्ट के तहत निर्धारित मूल्य प्राप्त होगा. सारा रिस्क एंग्रीमेंट करने वाले का होगा किसानों का नहीं.

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं फिर एक बार नम्रता के साथ उन लोगों को भी जो हमारा घोर विरोध करने पर तुले हुए हैं, उनको भी कहता हूं कि हमारी सरकार किसान हित में उनसे भी बात करने के लिए तैयार है, लेकिन बातचीत मुद्दों पर होगी, तर्क और तथ्यों पर होगी.”

PM-Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री ने 9 करोड़ किसानों के लिए जारी की अगली किस्त

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की अगली किस्त जारी की. उन्होंने एक बटन दबाकर नौ करोड़ किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए. इस योजना (PM-Kisan) के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों के खातों में 6,000 रुपये भेजे जाते हैं. 

किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है. इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि इस योजना के तहत अब तक 10 करोड़ 60 लाख किसानों के खातों में कुल 96 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है.

प्रधानमंत्री ने इस योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद भी किया. इस कार्यक्रम का आयोजन ऐसे समय हुआ है जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं.

Arvind Kejriwal: सरकार प्राथमिकता श्रेणी वाले लोगों को टीके लगाने के लिए पूरी तरह तैयार

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New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार टीकाकरण के पहले चरण में टीके प्राप्त करने, उनका भंडारण करने और उन्हें शहर में प्राथमिकता श्रेणी वाले लोगों को लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है। 

केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि सरकार केंद्र से टीका मिलते ही टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है और तीन प्राथमिकता श्रेणियों के उन लोगों के पंजीकरण का काम जारी है, जिन्हें सबसे पहले टीका लगेगा।

मुख्यमंत्री (Arvind Kejriwal) ने एक डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘दिल्ली में प्राथमिकता श्रेणी में 51 लाख लोग हैं, जिनमें तीन लाख स्वास्थ्य कर्मी, अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे छह लाख कर्मी, 50 साल से अधिक आयु के लोग एवं किसी न किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त 50 साल से कम आयु के 42 लाख लोग हैं।’’ 

उन्होंने कहा कि प्राथमिकता वर्ग के हर व्यक्ति को दो खुराक दी जाएंगी और दिल्ली में टीकाकरण के पहले चरण में कुल 1.02 करोड़ खुराक की आवश्यकता होगी। केजरीवाल ने कहा कि इस समय कोविड-19 टीके की 74 लाख खुराकों की भंडारण क्षमता है और इसे एक सप्ताह में बढ़ाकर 1.15 करोड़ किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 का टीका लगाने के लिए प्राथमिकता श्रेणी के हर व्यक्ति का पंजीकरण किया जा रहा है। जब टीका लगवाने के लिए उनकी बारी आएगी, तो उन्हें एसएमएस और अन्य माध्यमों से इस बारे में सूचित किया जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण के लिए आवश्यक कर्मियों, अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को चिह्नित कर लिया गया है और उन्हें टीकाकरण मुहिम के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर टीका लगाया जाएगा, उन्हें तैयार कर दिया गया है।

केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि दिल्ली में पिछले कुछ दिन में कोविड-19 संबंधी हालात में सुधार आया है, लेकिन सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं, कि टीका कब उपलब्ध होगा और कब लोग इस वायरस से छुटकारा पाएंगे।

रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ केस दर्ज, सोशल मीडिया पर किसानों को दी थी धमकी

New Delhi: दिल्ली पुलिस ने रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) उर्फ जानकी बहन के खिलाफ सोशल मीडिया (Social Medi) पर खुलेआम धमकी देने के मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की है. उत्तर पूर्वी दिल्ली पुलिस ने रागिनी तिवारी के खिलाफ आईपीसी 153 के तहत केस दर्ज किया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में आंदोलन कर रहे किसानों को सोशल मीडिया (Social Media) पर धमकी दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भड़काऊ वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वो कह रही हैं कि 17 दिसंबर तक अगर किसान सड़कों से नहीं हटे तो, वह वही हाल करेगी जैसा उसने दिल्ली दंगों के दौरान जाफराबाद में किया था.

रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ केस दर्ज, सोशल मीडिया पर किसानों को दी थी धमकी

रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ जाफराबाद थाने में केस दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस जब उनके घर पहुंची तो वह गायब मिली. फिलहाल, पुलिस उन्हें समन जारी कर मामले की जांच में जुट गई है. 

खुद को हिंदुत्ववादी नेता बताने वाली रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के बारे में पुलिस जांच कर रही है कि दिल्ली दंगों में उनकी भूमिका क्या थी? दंगों के पहले मौजपुर चौक पर भड़काऊ बातें करने और पथराव करने के उसके कुछ वीडियो पुलिस को 2 महीने पहले मिले हैं.

Andhra Pradesh: अनंतपुर में 19 वर्षीय लड़की की कथित तौर पर उसके एक्स-ब्वॉयफ्रेंड ने हत्या (Murder) कर दी.

अनंतपुर: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के अनंतपुर में हत्या (Murder) का एक चौंकाने वाला मामला उभरा है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में काम करने वाली 19 वर्षीय लड़की की कथित तौर पर उसके एक्स-ब्वॉयफ्रेंड ने हत्या (Murder) कर दी. इसके बाद आरोपी ने शव को आग लगा दी. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.

आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह लड़की के किसी और के साथ संबंध होने से आगबबूला था.

पुलिस ने बताया कि मृतका का नाम स्नेहलता था. स्नेहलता और आरोपी गूटी राजेश रिलेशनशिप में थे. राजेश मकान बनाने का काम करता था. स्नेहलता की संविदा के तहत बैंक में नौकरी लगने के बाद वह राजेश से दूर रहने लगी. जिसके बाद स्नेहलता अपने कॉलेज के एक क्लासमेट के नजदीक हो गई. राजेश को जब इसका पता चला तो वह आगबबूला हो गया. उसने स्नेहलता की हत्या (Murder) का प्लान बनाया.

पुलिस जांच में कॉल रिकॉर्ड से खुलासा हुआ कि स्नेहलता और राजेश ने पिछले एक साल में 1,618 बार बात की थी. पुलिस ने बताया कि बीते मंगलवार राजेश ने उसे मिलने के लिए बुलाया. वह उसे बाइक पर बिठाकर ले गया. क्लासमेट से दोस्ती की बात पर दोनों का झगड़ा होने लगा और गुस्से में आकर राजेश ने स्नेहलता का गला दबा दिया.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भूसारपू सत्या ने बताया, ‘अनंतपुरम जाते समय राजेश ने बदानापल्ली में अपनी बाइक रोकी और क्लासमेट प्रवीण के साथ रिश्तों को लेकर स्नेहलता से सवाल करने लगा. दोनों के बीच झगड़ा होने लगा. इसी दौरान राजेश ने उसका गला दबा दिया 

स्नेहलता जब घर नहीं लौटी तो परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. जांच के दौरान पुलिस को उसका शव मिल गया. मृतका की मां ने कहा कि राजेश उनकी बेटी का पीछा किया करता था. उन्होंने इस वारदात में कार्तिक नाम के शख्स के भी शामिल होने का शक जताया है. पुलिस कार्तिक से पूछताछ कर रही है. केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने राजेश को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया.

Tejashwi Yadav: बिहार के किसानों को भिखारी बनने से रोकें

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Patna: बिहार (Bihar) में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) किसानों (Farmers) और तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) पर अब आक्रामक रुख अख़्तियार कर रही है. बुधवार को विपक्षी दल के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और केंद्र सरकार से बिहार के किसानों के खस्ताहाल के मद्देनज़र फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को क़ानूनी रूप देने की मांग की.

तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बुधवार को किसान नेता चौधरी चरण सिंह की जयंती पर पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार में मंडी खत्म करने के दुष्परिणाम सब देख सकते हैं क्योंकि केंद्र सरकार के खुद के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि बिहार के किसानों की आय देश में सबसे कम है. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार खुद बताएं कि अगर उनका निर्णय सही था तो किसान इतने बदहाल क्यों हैं.

इस संवाददाता सम्मेलन में सरकारी आंकड़े जारी करते हुए तेजस्वी यादव ने पूछा कि आखिर धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य क्यों किसी साल पूरा नहीं किया गया. इसके अलावा क्या ये सच नहीं है कि बिहार में लाखों किसान अपने धान या गेहूं को बिचौलियों को बेचने के लिए मजबूर हैं. तीन नए कृषि बिल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर ये लागू हो गया तो बिहार का किसान जो आज मज़दूर है वो भिखारी हो जाएगा.

अगले हफ़्ते वामपंथी दलों के राजभवन मार्च का समर्थन करते हुए तेजस्वी ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर जो भी कार्यक्रम हुआ या होगा उनकी पार्टी का समर्थन है. उन्होंने अपनी पार्टी द्वारा गांव गांव में लोगों के बीच बिल के ख़िलाफ़ जागरूकता के लिए एक पैम्फ़्लेट भी जारी किया.