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Donald Trumph: अमेरिका पूरे यूरोप के साथ खड़ा है इस्‍लामिक आतंकवादियों के खिलाफ

अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप(Donald Trumph) ने वियना में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। ट्रंप ने कहा कि उनका देश इस्‍लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ऑस्ट्रिया, फ्रांस और पूरे यूरोप के साथ खड़ा है। ट्रंप ने कहा कि इस तरह के क्रूर हमले निश्चित रूप से रुकने चाहिए। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब वियना में भीषण आतंकी हमला हुआ है।

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने ट्वीट करके कहा, ‘यूरोप में आतंकवाद की एक और आतंकवादी घटना हुई है और हमारी वियना के लोगों के साथ पूरी संवेदना है। निर्दोष लोगों के खिलाफ ये ये क्रूर हमले निश्चित रूप से रुकने चाहिए। अमेरिका ऑस्ट्रिया, फ्रांस और पूरे यूरोप के साथ आतंकवाद के खिलाफ जंग में खड़ा है। इसमें इस्‍लामिक आतंकवाद भी शामिल है।’

इससे पहले ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में राइफल से लैस आतंकवादियों ने सोमवार की रात 6 जगहों पर जमकर हिंसा की। स्‍थानीय मीडिया ने बताया कि अब तक इस आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हैं। व‍ियना पुलिस के जवाबी हमले में एक संदिग्‍ध की मौत हो गई है। पुलिस ने एक फरार हमलावर को पकड़ने के लिए भी जोरदार कार्रवाई शुरू की है। वियना में यह हमला कोरोना वायरस लॉकडॉउन के ठीक पहले हुआ है।

बताया जा रहा है कि पहला हमला स्‍थानीय समयानुसार रात करीब 8 बजे एक स‍िनेगॉग के पास हुआ। हमलावर घातक राइफल से लैस थे। बताया जा रहा है कि एक आतंकी अभी भी फरार चल रहा है और पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए पूरे शहर को घेर ल‍िया है। सीमा पर बहुत कड़ी जांच की जा रही है। यही नहीं बच्‍चों को मंगलवार को स्‍कूल नहीं आने के लिए कहा गया है।

इससे पहले फ्रांस में पैगंबर मोहम्‍मद साहब का कार्टून द‍िखाने वाले एक टीचर की गला काटकर हत्‍या कर दी गई थी। इसके बाद फ्रांस के नीस शहर के एक चर्च में हमलावर ने तीन लोगों की निर्मम हत्‍या कर दी थी। हमलावर ने एक महिला का गला काट दिया था। इस घटना के बाद पूरी दुनिया में फ्रांस और मुस्लिम देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।

हरियाणा विधानसभा उपचुनाव: बरोदा उपचुनाव मतदान के लिए लगीं लंबी कतारें

haryana matdan

सोनीपत की बरोदा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है जो शाम छह बजे तक चलेगा।

वहीं बरोदा से भाजपा प्रत्याशी और पहलवान योगेश्वर दत्त ने मतदान करने से पहले भगवान बजरंग बली की पूजा की। सुबह से ही मतदान के लिए लंबीलंबी कतारें लगनी शुरू हो गई।

कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा के निधन के बाद बरोदा विधानसभा सीट खाली हुई थी। पिछले चुनाव में श्री कृष्ण हुड्डा ने भाजपा प्रत्याशी और पहलवान योगेश्वर दत्त को हराया था। इस बार भाजपा ने योगेश्वर दत्त पर फिर विश्वास जताया है। वह उपचुनाव में बतौर भाजपा प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस इंदुराज नरवाल और जोगिंदर मलिक को इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने अपना प्रत्याशी बनाया है।

सोनीपत के डीसी ने बताया कि पांच आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जहां स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था होगी और मतदान के लिए आमंत्रित करते हुए मत की अहमियत के बारे में जागरुक किया जाएगा। ये केंद्र चिढ़ाना, बुटाना कुंडू, बरोदा मोर, रूखी, सिकंदरपुर माजरा में बने हैं। इसके अलावा आहुलाना में महिला मतदान केंद्र बनाया गया है। 

Bihar: हथियारबंद अपराधियों ने घर में घुसकर की इंजीनियरिंग के छात्र की हत्या, कई महीनों से मिल रही थी धमकी।

जमुई. बिहार (Bihar) के जमुई जिले में खैरा थाना इलाके के अरुणवाबांक गांव में हथियारबंद अपराधियों (Criminals) ने इंजीनियरिंग के छात्र की गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी. घटना से इलाके में कोहराम मच गया. छात्र रविवार रात घर के छत पर सोया हुआ था. उसी दौरान अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी. घटना के पीछे पंचायत चुनाव को लेकर रंजिश की बात सामने आई है।

मृतक के पिता ने बताया कि पिछले 6 महीने से उन्हें और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी मिल रही थी. इसकी शिकायत पुलिस से की गई थी. लेकिन पुलिस ने परिवार की सुरक्षा को लेकर कोई पहल नहीं की।

जानकारी के मुताबिक रविवार रात को 20 साल के अंकित यादव घर के छत पर सोया हुआ था. जबकि परिवार के बाकी लोग घर के अंदर सोए हुए थे. तभी हथियारबंद अपराधी घर से होकर छत पर पहुंचे और कहासुनी के बाद अंकित को गोली मार दी. जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

Bihar: JDU सरकार में क्या वाकई नियंत्रित हुए अपराध?

मृतक के पिता मुद्रिका यादव ने बताया कि सभी लोग सोए हुए थे. उनका बेटा अंकित छत पर सोया हुआ था. तभी पुरानी रंजिश को लेकर इलाके के कुछ लोग हथियार से लैस होकर आए. और छत पर चढ़कर बेटे को गोली मार दी.

दिल्ली में पढ़ाई कर रहा था छात्र

पिता के अनुसार बेटा अंकित इंजीनियरिंग का छात्र था और वह दिल्ली में पढ़ाई करता था. लॉकडाउन (Lockdown) के कारण बीते कई महीने से वह गांव में ही रह रहा था. पिता के मुताबिक पिछले पंचायत चुनाव में वह कुछ वोट से हार गये थे. चुनावी रंजिश में ही इस घटना को अंजाम दिया गया है.

हत्या की सूचना मिलने पर बिहार (Bihar) के खैरा थाने की पुलिस गांव पहुंची और शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा.

नक्सली संगठन से जुड़े लोगों पर आरोप 

एसडीपीओ डॉ राकेश कुमार ने कहा कि अपराधियों ने इंजीनियरिंग के छात्र की गोली मारकर हत्या दी. परिजनों के बयान पर केस दर्ज पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी. मृतक के पिता ने नक्सली संगठन से जुड़े डीपी यादव के लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है.

Google Meet पर वीडियो कॉलिंग के लिए आया शानदार फीचर.

Google Meet

Google Meet में नया फीचर ऐड किया गया है, जिससे आपको काफी फायदा होगा.

Google अपने वीडियो मीटिंग ऐप गूगल मीट पर एक नया फीचर शामिल कर रहा है. अब वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कस्टम बैकग्राउंड शामिल कर पाएंगे. फिलहाल यह सुविधा मीट के वेब क्लाइंट तक सीमित है और बाद में इसे एंड्रॉइड और iOS ऐप में स्लेट किया जाएगा. बैकग्राउंड बदलने के विकल्प के साथ यूजर्स Google की अपनी लाइब्रेरी से इमेज चुन सकते हैं जिसमें ऑफिस स्पेस, परिदृश्य और अब्सट्रैक्ट बैकग्राउंड शामिल हैं. यूजर्स लाइव वीडियो कॉल के दौरान अपने कस्टम इमेज भी अपलोड कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें : मैसेंजर का क्रॉस मैसेजिंग फीचर भारत में लॉन्च

Google ने 31 अक्टूबर को प्रकाशित एक ब्लॉग पोस्ट में इसके बारे में घोषणा की. कंपनी का कहना है कि बैकग्राउंड बदलने का विकल्प डिफ़ॉल्ट रूप से बंद है और Google Meet के यूजर्स को इसे मैन्युअल रूप से चालू करना होगा. गूगले मीट वीडियो में बैकराउंड बदलने से पहले यूजर्स को पहले मीटिंग सलेक्ट करनी होगी और बाद चेंज बैंकराउंड चुनना होगा. यह स्क्रीन के दाएं तरफ सबसे नीचे से सलेक्ट होगा.

ऐसे बदल सकते हैं Background

अगर लाइव कॉल के दौरान आप बैकग्राउंड बदलने के लिए दाएं तरफ नीचे की तीन वर्टिकल लाइन पर क्लिक करें और बैकग्राउंड का चयन करें. इसके अलावा गूगल मीट बैकग्राउंड के धुंधलेपन को भी एडजस्ट किया जा सकता है. गूगल ने कहा है कि कस्टम बैकग्राउंड का ऑप्शन सीधे ब्राउजर में काम करेगा और इसके लिए किसी अतिरिक्त सॉफ्टवेयर या एक्सटेंशन की आवश्यकता नहीं होगी.गूगल ने कस्टम बैकग्राउंड ChromeOS और Chrome ब्राउजर विंडो तथा Mac डेस्कटॉप के लिए होगा. यह ऑप्शन वीडियो के दौरान आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए लाया गया है. गूगल मीट के नियमित यूजर्स और गूगल वर्कस्पेस के अलावा एंटरप्राइज यूजर्स के लिए फीचर उपलब्ध होगा.

G Suite For Education के यूजर्स इसका लाभ नहीं उठा पाएंगे. फीचर 6 नवम्बर तक आने की सम्भावना है. इससे पहले सितम्बर में गूगल ने गूगल मीट में अवांछित नॉईस हटाने के लिए कैंशलेशन फीचर भी शामिल किया था. हालांकि यह अभी सिर्फ G Suite For Education और एंटरप्राइज कस्टमरों के लिए ही उपलब्ध है.

अखिलेश यादव का जवाब: 2019 लोकसभा चुनाव में सपा ने बसपा से क्यों किया गठबंधन?

लखनऊ. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन किया था। हालांकि गठबंधन के बावजदू दोनों दलों को कोई खास सफलता नहीं मिली थी। मायावती की बसपा तो 10 सीटें जीतने में सफल रही थी लेकिन अखिलेश यादव की सपा महज 5 सीटों पर सिमट गई थी और उसे फिरोजाबाद और कन्नौज जैसे गढ़ों में हार का सामना करना पड़ा था। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि ‘‘सांप्रदायिक’’ भाजपा को रोकने के लिए 2019 में बसपा के साथ गठबंधन करना जरूरी था। अखिलेश ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि डॉक्‍टर राम मनोहर लोहिया और डॉक्‍टर भीम राव आंबेडकर की विचारधारा एक रथ के दो पहिए की तरह है, इसीलिए बसपा के साथ गठबंधन किया था।’’

उन्‍नाव की पूर्व सांसद अनु टंडन को सोमवार को सपा में शामिल कराने के बाद अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की एक ही चाहत समाजवादी पार्टी को हराना है। उन्‍होंने योगी आदित्‍यनाथ के नेतृत्‍व वाली राज्‍य सरकार और बसपा पर जमकर प्रहार किया। राज्‍य की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को ‘लिटमस टेस्‍ट’ बताते हुए अखिलेश ने कहा कि जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए समय का इंतजार कर रही है।

ये भी पढ़ें : बीजेपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी बीएसपी, राजनीति से संन्यास मंजूर है।

मायावती ने सोमवार की सुबह मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया, “उप चुनाव में सपा और कांग्रेस हमारी पार्टी के खिलाफ साजिश में जुटी है और गलत ढंग से प्रचार कर रही है ताकि मुस्लिम समाज के लोग बसपा से अलग हो जाएं।” मायावती ने यह भी कहा कि बसपा कभी भाजपा के साथ समझौता नहीं कर सकती है। पूर्व सांसद अनु टंडन ने हाल में प्रदेश नेतृत्‍व पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस से इस्‍तीफा दे दिया था। इसके पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम शेरवानी और पूर्व बसपा सांसद त्रिभुवन दत्‍त समेत कई प्रमुख नेताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण की थी।

अखिलेश ने मुख्‍यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में ऐसी सरकार नहीं होनी चाहिए जिसकी भाषा और शब्‍दों का चयन ठीक न हो। उन्‍होंने कहा, ‘‘सरकार चलाने वालों की भाषा ‘ठोको’ है और सच यह है कि ठोको नीति वाले सरकार चला रहे हैं। सरकार के पास प्रदेश चलाने का विजन नहीं है।’’ उन्‍होंने कहा कि सपा नेता आजम खान और मुनव्‍वर राना के खिलाफ सरकार के निर्देश पर अधिकारियों ने कार्रवाई की है, जो अनुचित है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा ने दलितों का बहुत नुकसान किया है। सरकार न विकास पर चर्चा करना चाहती है और न ही किसानों की बात करना चाहती है। कोरोना काल में लोगों को इलाज तक नहीं मिल रहा है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा को रोकना है और इसके लिए सबको जोड़ने की जरूरत है।

राज्यसभा चुनाव में सभी प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए, बीजेपी संग कांग्रेस ने भी बनाया ‘इतिहास’

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लखनऊ: राज्यसभा के लिए उत्तर प्रदेश की 10 सीटों के लिए सभी प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए। सोमवार को नाम वापस लेने की अवधि खत्म होते ही चुनाव अधिकारी ने प्रत्याशियों के निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा की। इसी के साथ इतिहास में बीजेपी पहली बार राज्यसभा में सबसे बेहतर स्थिति में पहुंच गई है और कांग्रेस अपने इतिहास के सबसे खराब हाल में।

उत्तर प्रदेश की इन सीटों से राज्यसभा पहुंचे लोगों में बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह, पूर्व डीजीपी बृजलाल, नीरज शेखर, हरिद्वार दुबे, गीता शाक्य, बीएल शर्मा और सीमा द्विवेदी शामिल हैं। वहीं एक सीट समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव और एक सीट बहुजन समाज पार्टी के रामजी गौतम के खाते में गई है।

बीजेपी ने यूपी में चला था दांव

आपको बता दें कि 25 नवंबर को राज्यसभा के 10 सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इनमें तीन सांसद बीजेपी के, चार समाजवादी पार्टी के, दो बीएसपी के और एक कांग्रेस के नेता शामिल हैं। राज्यसभा चुनावों में बीजेपी यूपी में 9 प्रत्याशी जीतने की स्थिति में थी, लेकिन उसने सिर्फ 8 प्रत्याशी उतारते हुए एक सीट खाली छोड़ दी थी। बीजेपी के इस दांव ने जहां सबको चौंका दिया था, वहीं कांग्रेस और एसपी ने बीजेपी और बीएसपी के गठजोड़ का आरोप लगाया था।

बदल गया राज्यसभा का गणित

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की राज्यसभा की 11 सीटों पर नतीजे साफ होने के बाद राज्यसभा में बीजेपी अब तक के शिखर पर है, वहीं कांग्रेस की सीटें इतिहास में सबसे कम हो गई हैं। अब बीजेपी के पास कुल 92 सीटें हो जाएंगी, वहीं कांग्रेस के पास सिर्फ 38 सीटें बचेंगी। अगर बात करें एनडीए की तो अब राज्यसभा में एनडीए की कुल सीटों की संख्या 112 हो जाएगी। यह संख्या बहुमत के आंकड़े से सिर्फ 10 सीटें दूर है। आपको बता दें कि राज्यसभा में कुल सीटें 245 हैं जिनमें से 12 सीटों पर राष्ट्रपति सदस्यों को नामांकित करते हैं। बाकी सीटों पर चुनाव होता है।