(Source Navbharat Times)
Afghanistan: काबुल विश्वविद्यालय पर आतंकवादी हमला, ख़बर के मुताबिक़ 20 लोग मारे गए।
अफगानिस्तान: काबुल विश्वविद्यालय में सोमवार को हुए आतंकी हमले में कम से कम 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अबतक 40 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों की आतंकवादियों से मुठभेड़ जारी है। पूरे कैंपस को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। कैंपस के अंदर से अब भी गोलीबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं।
पहले भी हमले का शिकार हो चुका है विश्वविद्यालय
पिछले साल इस विश्वविद्यालय के गेट पर बम विस्फोट में आठ लोगों की जान चली गयी थी। वर्ष 2016 में बंदूकधारियों ने एक अमेरिकी विश्वविद्यालय पर हमला किया था और 13 लोगों को मार डाला था। पिछले ही महीने इस्लामिक स्टेट ने राजधानी के शिया बहुल दश्त-ए-बार्ची के एक शिक्षण केंद्र में एक आत्मघाती बम हमलावर भेजा था जिसके हमले में 24 विद्यार्थियों की मौत हो गयी थी।
किसी भी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने काबुल विश्वविद्यालय पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। इन दिनों तालिबान का शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व कतर की राजधानी दोहा में अफगानिस्तान सरकार के साथ शांति वार्ता कर रहा है। इस बीच आतंकियों के लगातार बढ़ते भीषण हमले से बातचीत के ऊपर भी असर पड़ने की संभावना बढ़ गई है।
Mayawati: बीजेपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी बीएसपी, राजनीति से संन्यास मंजूर है।
लखनऊ: राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की ‘साजिश’ पर गुस्साई मायावती ने कहा कि वह एसपी को हराने के लिए बीजेपी को भी सपोर्ट करने से नहीं हिचकेंगी। तब सियासी गलियारों में यह चर्चा होने लगी कि कहीं मायावती आगामी चुनावों में बीजेपी के साथ अलायंस का तो मन नहीं बना रही हैं। हालांकि, अब बीएसपी चीफ ने इन सारे अटकलों पर विराम लगा दिया है। मायावती ने साफ कहा है कि बीएसपी कभी भी बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
यूपी में विधानसभा की सात सीटों पर मंगलवार को होने वाले मतदान से एक दिन पहले मायावती ने बीजेपी के साथ मिले होने के आरोपों पर सफाई दी। माया ने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी की विचारधारा के विपरीत है और भविष्य में विधानसभा या लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी।
‘BSP से मुस्लिमों को अलग करने की सियासी साजिश’
मीडिया से बातचीत में मायावती ने कहा कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस हमारी पार्टी के खिलाफ साजिश में लगी है और गलत ढंग से प्रचार कर रही है ताकि मुस्लिम समाज के लोग बीएसपी से अलग हो जाएं। बीएसपी सांप्रदायिक पार्टी के साथ समझौता नहीं कर सकती है। हमारी विचारधारा सर्वजन धर्म की है और बीजेपी की विपरीत विचारधारा है।
बीएसपी चीफ ने साफ तौर पर कहा कि बीएसपी सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी विचारधारा रखने वालों के साथ कभी गठबंधन नहीं कर सकती है। वह राजनीति से संन्यास ले सकती हैं, लेकिन ऐसी पार्टियों के साथ नहीं जाएंगी। उन्होंने दावा किया कि वह सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी विचारधारा रखने वालों के साथ सभी मोर्चों पर लड़़ेंगी और किसी के सामने झुकेंगी नहीं।
‘मेरे शासन में कोई हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं हुआ’
पुराने दिनों को याद करते हुए माया ने कहा, यह सभी जानते हैं कि बीएसपी एक विचारधारा और आंदोलन की पार्टी है और जब मैंने बीजेपी के साथ सरकार बनाई तब भी मैंने कभी समझौता नहीं किया। मेरे शासन में कोई हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं हुआ। इतिहास इसका गवाह है। बीएसपी ने विपरीत परिस्थितियों में जब कभी बीजेपी से मिलकर सरकार बनाई तो भी कभी अपने स्वार्थ में विचारधारा के खिलाफ गलत कार्य नहीं किया।
समाजवादी पार्टी जब भी सत्ता में आई तो बीजेपी मजबूत हुई है। राज्य में बीजेपी की मौजूदा सरकार सपा के कारण बनी है। उन्होंने याद दिलाया कि उपचुनाव में बीएसपी ने सात सीटों में दो पर मुस्लिम उम्मीदवार उतार कर उनको प्रतिनिधित्व दिया है। यूपी में अपने अकेले दम पर या बीजेपी के साथ मिलकर जब भी हमने सरकार बनाई तो मुस्लिम समाज का कोई नुकसान नहीं होने दिया, भले ही अपनी सरकार क़ुर्बान कर दी।
‘उस वक्त भी मैंने कुर्सी की चिंता नहीं की’
उन्होंने विस्तार में जाए बिना कहा कि 1995 में जब बीजेपी के समर्थन से मेरी सरकार बनी तो मथुरा में बीजेपी और आरएसएस के लोग नई परंपरा शुरू करना चाहते थे लेकिन मैंने उसे शुरू नहीं होने दिया और मेरी सरकार चली गई। साल 2003 में मेरी सरकार में जब बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन के लिए दबाव बनाया तब भी मैंने स्वीकार नहीं किया। बीजेपी ने सीबीआई और ईडी का भी दुरुपयोग किया, लेकिन मैंने कुर्सी की चिंता नहीं की।
Pakistan- कराची में प्राचीन हिंदू मंदिर में जमकर तोड़फोड़, भगवान गणेश की प्रतिमा को तोड़ा
कराची: Pakistan की आर्थिक राजधानी कराची में कट्टरपंथियों की भीड़ ने एक बच्चे पर पैगंबर की ईशनिंदा के आरोप लगाया और एक प्राचीन मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की। ल्यारी इलाके में हुई इस घटना में कट्टरपंथियों की भीड़ ने पहले हिंदुओं पर ईशनिंदा का आरोप लगाया और फिर बाद में कुछ लोगों ने प्राचीन मंदिर में तोड़फोड़ की। इस दौरान मंदिर में रखी भगवान गणेश और शिवजी की मूर्तियों को भी कट्टरपंथियों ने तोड़ दिया।
कट्टरपंथियों ने बिना किसी ठोस सबूत के हिंदू बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप लगाया था। स्थानीय हिंदू समुदाय ने आरोप लगाया है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह मंदिर Pakistan के कराची के भीमपुरा इलाके के ली मार्केट में स्थित था। यही नहीं मंदिर के अंदर लगी भगवान की तस्वीरों को भी फाड़ दिया गया। पिछले 20 दिनों में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की तीसरी घटना है।
धार्मिक अतिवादियों ने दुर्गा माता की मूर्ति को खंडित किया
बता दें कि Pakistan में हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। कराची की घटना से पहले सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागारपारकर में धार्मिक अतिवादियों ने दुर्गा माता की मूर्ति को खंडित कर दिया था। इन हमलावरों ने मंदिर को भी जमकर नुकसान पहुंचाया था। मंदिर के पुजारी ने बताया कि आधी रात को कुछ अज्ञात लोग मंदिर परिसर में घुसे। इसके बाद उन्होंने दरवाजे को बंद कर मूर्ति को तोड़ दिया। उन्होंने जाते-जाते मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया। अभी तक हमलावरों के खिलाफ पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है।
हिंदुओं ने की कार्रवाई की मांग
मंदिर के पास रहने वाले हिंदू समुदाय ने इस घटना पर गुस्से का इजहार करते हुए जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हिंदू समुदाय ने कहा कि इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं और Pakistan सरकार को दोषियों को पकड़ना चाहिए। दूसरे अन्य मामलों की तरह इस मामले की भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा
20 दिन पहले एक और मंदिर में की गई थी तोड़फोड़
रिपोर्ट के अनुसार, 20 दिन पहले भी सिंध प्रांत के बादिन जिले में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।Pakistan मीडिया एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, इस मामले में शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने आरोप लगाया था कि मंदिर में तोड़फोड़ मुहम्मद इस्माइल उर्फ चट्टो शीदी ने की थी। जिसके बाद पाकिस्तान पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी थी।
फ्लेमिंग दीवाने हुए ऋतुराज गायकवाड़ के, बोले वो भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं
आईपीएल से चेन्नई बाहर
IPL 2020: फ्लेमिंग ने गायकवाड़ की तारीफ करते हुए कहा कि यह युवा दाएं हाथ का बल्लेबाज चेन्नई और भारतीय क्रिकेट का भविष्य है.
अबुधाबी. चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने स्वीकार किया कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मौजूदा सत्र के शुरुआती मैचों के दौरान टीम ने बल्लेबाजी संयोजन बनाने में संघर्ष किया जिसकी वजह से वे पहली बार प्लेऑफ में पहुंचने में नाकाम रहे.टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज सुरेश रैना निजी कारणों से आईपीएल से पहले ही टीम से हट गये थे जबकि पिछले तीनों मैच में अर्घशतक लगाने वाले युवा रूतुराज गायकवाड़ कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण शुरुआती मैच नहीं खेल पाये थे.
सही टीम कॉम्बिनेशन की कमी
फ्लेमिंग ने रविवार को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ अपने आखिरी लीग मैच को नौ विकेट से जीतने के बाद कहा, ‘हमें टीम संयोजन बनाने में चुनौती का सामना करना पड़ा. खिलाड़ियों के टीम छोड़ने और कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण हमें निराशा हुई और हमने टीम संयोजन बनाने के लिए संघर्ष किया.’
खामियों को दूर नहीं कर सके
फ्लेमिंग ने 14 मैचों में 12 अंक के साथ टीम के अभियान के पूरा होने के बाद कहा, ‘ हमने पहले मैच में अच्छा किया उसके बाद दो मैच में अच्छा नहीं कर सके. उन दो मैचों से सामने आयी खामियों को हम भरने की कोशिश करते रहे लेकिन उसने काम नहीं किया. भारतीय बल्लेबाजों की कमी के कारण हमने संघर्ष कि और हम उस कमी को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से भरने की कोशिश करते रहे.
कमाल के गायकवाड़
फ्लेमिंग ने गायकवाड़ की तारीफ करते हुए कहा कि यह युवा दाएं हाथ का बल्लेबाज चेन्नई और भारतीय क्रिकेट का भविष्य है. उन्होंने कहा, ‘वह (गायकवाड़) बड़ा खिलाड़ी है. हम कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण शुरूआती मैचों में उसे मैदान पर नहीं उतार सके. हम जानते थे कि वह कितना अच्छा है.’
IPL 2020: केकेआर को डरा रहा IPL 2019 का इतिहास!
(Source News18)