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ग्रेटर नोएडा में 12 साल की लड़की से बलात्कार (Rape), आरोपी फरार

UP: ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में शनिवार को 12 साल की एक किशोरी के साथ एक व्यक्ति ने कथित तौर पर बलात्कार (Rape) किया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार यह घटना तब हुई जब लड़की को उसकी मामी आरोपी के पास ले गई थी. पुलिस उपायुक्त (महिला एवं बाल सुरक्षा) वृंदा शुक्ला ने कहा कि महिला और पुरुष दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनको गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

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वृंदा शुक्ला ने बताया, “लड़की अपने ननिहाल गई हुई थी. उसकी मामी उसे गलत इरादे से एक स्थान पर ले गई और लड़की को उस व्यक्ति को सौंप दिया जो उसका परिचित था. इसके बाद वह मौके से भाग गई.”

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उन्होंने बताया, ‘‘उस व्यक्ति ने लड़की के साथ मारपीट की और उससे बलात्कार (Rape) किया. बाद में, उसने नाबालिग को किसी से घटना के बारे में जिक्र करने पर मारने की धमकी दी.” शुक्ला ने बताया कि इस मामले में दनकौर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.

Farmers Protest: दिल्ली बॉर्डर पर बढ़ता जा रहा किसानों का जमावड़ा

New Delhi: कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान आंदोलन (Farmers Protest) के 67वें दिन भी दिल्ली और यूपी के सिंघु, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर किसानों का हुजूम लगातार बढ़ता जा रहा है. हालांकि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था 2-3 दिन में बेहद कड़ी की गई है. गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद आंदोलन की आंच औऱ तेज हुई है. रोजाना सैकड़ों लोग खासकर युवा सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर (Singhu, Ghazipur, and Tikri border) की ओर बढ़ रहे हैं. आंदोलनकारियों के बीच किसान एकता जिंदाबाद और जय जवान-जय किसान के नारे लगा रहे हैं.

Farmers Protest: बड़ौत में पुलिस ने जबरन खत्म कराया किसानों का धरना

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से आए दो लोगों का कहना है कि वे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के रोने का वीडियो देखने के बाद किसान आंदोलन (Farmers Protest) के प्रदर्शनस्थल पर वापस लौटे हैं. टिकैत इस वीडियो में रोते हुए धरनास्थल से हटने से इनकार कर रहे हैं. गाजियाबाद प्रशासन ने उन्हें वहां से हटने को कहा था.

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वहीं दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में इंटरनेट सेवा (Internet services) रोक दी गई है. सुरक्षा कारणों को देखते हुए ऐसा किया गया है. हरियाणा सरकार ने भी 17 जिलों में इंटरनेट सेवा 31 जनवरी शाम पांच बजे तक बंद कर दी है. 

वहीं विपक्षी दलों द्वारा बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक के जरिये विरोधी नेताओं से संवाद किया.

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार अभी भी किसानों से बातचीत को तैयार है. सरकार की ओर से किसानों को 18 माह तक कृषि कानूनों (Farm Laws) को स्थगित कर चर्चा करने का प्रस्ताव भी अभी तक बरकरार है.

Farmers Protest: बड़ौत में पुलिस ने जबरन खत्म कराया किसानों का धरना

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Bagpat: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बागपत (Bagpat) के बड़ौत (Baraut) तहसील में चल रही खाप पंचायत और किसानों के धरना (Farmers Protest) को यूपी पुलिस ने जबरन खत्म करा दिया है. तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसान वहां महापंचायत कर रहे थे. किसानों का यह धरना (Farmers Protest) दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर महीने भर से चल रहा था. लेकिन बीती रात पुलिस आई और वहां, लाठियां बरसाने लगी. इसके बाद वहां लगे टेंट और तम्बू उखाड़ कर ले गई.  इसके खिलाफ खाप में बहुत गुस्सा है.

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पुलिस कार्रवाई के विरोध में बड़ौत में काफी संख्या में आसपास के गांव वाले आज मौजूद हैं. राठी खाप, धनकड़ खाप, धामा खाप, तोमर खाप ऐसी तमाम खाप के मुखिया यहां जुटे हैं और महापंचायत कर रहे हैं.  किसानों का कहना है कि सरकार को कृषि कानून (Farm Laws) वापस लेने होंगे. ये लोग किसानों पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने की भी मांग कर रहे हैं. आज सुबह से ही किसान पंचायत स्थल पर बड़ौत में जमा होने लगे थे.

मुजफ्फरनगर में महापंचायत के बाद अब किसान बड़ौत में एकजुट हैं. किसानों का हुजूम यहां से ये भी संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि दिल्ली की सीमाओं पर जारी धरने को और मजबूती कैसे दी जाए? बड़ौत में खाप महापंचायत को देखते हुए प्रशासन ने वहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की है. इस बीच पुलिस के अधिकारी किसान नेताओं को समझाने की भी कोशिश कर रहे हैं. किसानों ने अब इसे सम्मान की लड़ाई बना लिया है.

जानिए Momos खाने की आदत कैसे हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है

Health: फास्ट फूड (fast Food) खाने का शौक कई लोगों को होता है। खासकर मोमोज (Momos) खाना किसे पसंद नहीं होता। मोमोज आज के दौर का एक लोकप्रिय फास्ट फूड है. हर इलाके में आपको मोमोज बिकते हुए दिख जाएंगे। लेकिन मोमोज सेहत के लिए बहुत अच्छे नहीं नहीं होते हैं। बल्कि इनका ज्यादा सेवन तो आपके स्वास्थ्य को नुकसान भी पहुंचा सकता है। आज हम आपको बता रहे हैं कि मोमोज का सेवन कैसे हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।

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जानिए Momos से होने वाले नुक़सान

मोमोज मैदे से बनते हैं। मैदे में एजोडीकार्बोना माइड, बेंजोइल पेरोक्साइड जैसे तत्व मिलाए जाते हैं। मोमोज में मैदे को सॉफ्ट बनाएं रखने के लिए एलोक्सन नाम का तत्व भी मिलाया जाता है, जो सेहत के लिए हानिकारक होता है।

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मोमोज को बनाने के लिए मैदे में जो तत्व मिलाए जाते वह सेहत के लिए सही नहीं होते हैं। ये तत्व शरीर के पैंक्रियाज को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा यह डायबिटीज का खतरे भी बढ़ा देते हैं।

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मोमोज वेज और नॉनवेज दोनों तरह के बनाए जाते हैं। नॉनवेज मोमोज को बनाने के लिए चिकन मांस का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इसकी क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं होती। खराब चिकन मांस की क्वालिटी किसी को भी बीमार कर सकती है।

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लोग मोमोज के साथ-साथ उसके साथ परोसे जाने वाली चटनी के भी बहुत दीवाने होते हैं जो कि बहुत तीखी होती है। बहुत ज्यादा तीखा स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। अत्यधिक तीखा खाने से आप बवासीर के शिकार हो सकते है।

28 जनवरी को है Paush Purnima, जानें महत्व और शुभ मुहूर्त

Paush Purnima 2021 Date: पंचांग के अनुसार 28 जनवरी 2021 को पौष मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा (Purnima) तिथि है. पूर्णिमा की इस तिथि को पौष पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक दृष्टि से इस पूर्णिमा  (Purnima) को विशेष फलदायी माना गया है. पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है. इसके साथ ही दान और पूजा को श्रेष्ठ फलदायी माना गया है. खगोलशास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पूर्णिमा की तिथि पर चंद्रमा पूर्ण आकार में दिखाई देता है.

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Paush Purnima पर बन रहा है विशेष योग

पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) पर विशेष योग का भी निर्माण हो रहा है. इस दिन गुरुवार को ब्रह्म मुहूर्त से ही स्नान और दान का कार्य आरंभ कर सकते हैं. पंचांग के अनुसार पौष पूर्णिमा पर गुरु पुण्य का योग बन रहा है. इसके साथ ही प्रीति योग, शुभ योग और स्वार्थसिद्धि अमृत योग भी बन रहा है.

शुक्र का राशि परिवर्तन

28 जनवरी को शुक्र का राशि परिवर्तन भी हो रहा है. शुक्र ग्रह इस दिन प्रात: 03 बजकर 18 मिनट पर धनु राशि से निकल कर मकर राशि में आ जाएंगे. जहां पर गुरु, शनि और सूर्य ग्रह के साथ युति बनाएंगे.

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पौष पूर्णिमा शुभ मुहूर्त

28 जनवरी 2021: पूर्णिमा तिथि 01 बजकर 18 मिनट से आरंभ.

29 जनवरी 2021: रात्रि 12 बजकर 47 मिनट पर पूर्णिमा तिथि का समापन.

इन बातों का ध्यान रखें

पौष पूर्णिमा (Purnima) के व्रत और पूजा के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस दिन विधि पूर्वक पूजा आदि करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन की पूजा से चंद्रमा की अशुभता दूर होती है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. पूर्णिमा के दिन सफेद रंग की चीजों का दान करना चाहिए. पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) के व्रत में सत्यनारायण की कथा कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है. इस दिन पीपल की पूजा से मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) का आर्शीवाद मिलता है.

Pickle खाना कई खतरनाक बीमारियों को न्योता हो सकता है, जानिए इसके नुकसान

Health: भारतीय खानपान में अचार (Pickle) का विशेष महत्व है। घर में बनने वालों अचारों के साथ ही बाजार में बिक रहे अचारों का भी टेस्ट बेहद लजीज होता है। आम, नींबू, मिर्च, लहसुन के अलावा कुछ सब्जियों के भी अचार (Pickle) बनाए जाते हैं। अचार की खुशबू और स्वाद लंबे समय तक जीभ पर बनी रहती है। हालांकि कई बार आपको अचार खाते हुए मां या कोई बड़ा ये कह देता है ज्यादा अचार खाना ठीक नहीं या रोज-रोज अचार खाने से नुकसान होता है। आइये जानते हैं अचार हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर डालता है और यह सेहत के लिए कितना नुकसानदेह है।

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ज्यादा Pickle खाने से नुकसान हो सकता है 

अचार में काफी मात्रा में सोडियम होता है जो हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए अच्छा नहीं है। बाजार में मिलने वाले अचार में तेल की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और उसमें प्रयोग किए जाने वाले मसाले भी अक्सर पके हुए नहीं होते, जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल और अन्य समस्याएं हो सकती है। अचार बनाने और उसे सुरक्षित रखने के लिए जिन प्रिजेरवेटिव्‍स का प्रयोग होता है, वे शरीर के लिए हानिकरक होते हैं और एसिडिटी या शरीर में सूजन आदि के लिए जिम्मेदार होते हैं। अचार में बहुत ज्यादा तेल, नमक और सिरके का इस्‍तेमाल होता है. यह सेहत के लिए नुकसानदेय साबित हो सकता है।

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जहां एक तरफ अचार (Pickle) खाने के नुकसान हैं तो वहीं दूसरी तरफ अचार खाने के फायदे भी हैं.

अचार पाचन को आसान करता है लेकिन यह अच्छा तभी साबित होगा जब यह घर पर बना हुआ हो। अचार में विटामिन और मिनरल होते हैं। इसकी वजह अचार के डिब्‍बों को धूप में रखा जाना है। अचार में प्रयोग किए गए सिरके में उच्‍च मात्रा में एसिटिक एसिड होता है जो हीमोग्‍लोबिन लेवल को बढ़ाता है, डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक है। लगातार अचार खाने से मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य बेहतर होता है। यही नहीं अचार में विटामिन K भरपूर होता है। जो ब्लड क्लॉटिंग में मददगार है। यह चोट लगने पर उस घाव को भरने और खून के बहाव को रोकने में मददगार है।

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