spot_img
होम ब्लॉग पेज 1903

IRCTC: केरल की कोच्चि, मुन्नार और कुमाराकोम के अलावा कई जगह की सैर करा रहा IRCTC

आप रिजर्वेशन काउंटर से या IRCTC की वेबसाइट से ऑनलाइन ही इस टूर पैकेज की बुकिंग करा सकते हैं

  • इस टूर पैकेट की बुकिंग के लिए आपको 13 हजार 705 रुपए खर्च करने होंगे

  • ये यात्रा 5 रात और 6 दिन की रहेगी जो उड़ीसा के त्रिशूर से शुरू होगी

अगर आप घर बैठे-बैठे बोर हो गए हैं तो IRCTC आपके लिए केरल का टूर पैकेज लेकर आया है। ‘Serene Kerala With House Boat Stay’ नाम के इस टूर पैकेज के तहत आपको 5 रातें और 6 दिन केरल में बिताने का मौका मिलेगा। टूर की शुरुआत उड़ीसा के त्रिशूर से 30 अक्टूबर को होगी।

कहां-कहां घूमने का मिलेगा मौका?

टूर के दौरान यात्रियों को आलप्पुषा़ (Alappuzha) , गुरुवायुर, कोच्चि, मुन्नार और कुमाराकोम की सुंदरता को करीब से निहारने का मौका मिलेगा। केरल राज्य के सभी दर्शनीय स्थल प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर हैं। कुमाराकोम छोटे और सुंदर द्वीपों के झुंड के रूप में इस राज्य का सबसे अधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

पैकेज में क्या-क्या शामिल रहेगा?
पैकेज के दौरान मिलने वाली सुविधाओं में होटल में स्टे, यात्रा का टिकट, ब्रेकफास्ट, डिनर और एक रात हाउस बोट में रुकने का किराया शामिल है। इसके अलावा इसमें साइट व्यू के लिए व्हीकल का इंतजाम भी किया जाएगा।

कितना देना होगा किराया?

  • अगर आप इस टूर के लिए तीन लोगों के ग्रुप में बुकिंग कराते हैं तो आपको प्रति व्यक्ति 13 हजार 705 रुपए खर्च करने होंगे।

  • दो लोगों द्वारा यह पैकेज लिए जाने पर आपको प्रति व्यक्ति 18 हजार 145 रुपए खर्च होंगे।

  • सिंगल सिटिंग के लिए यह टूर पैकेज 35 हजार 930 रुपए में लिया जा सकता है।

  • अगर आपके साथ बच्चा है, जिसकी उम्र 5 से 11 साल है, तो बेड के साथ आपको 4,825 रुपए देने होंगे। वहीं बिना बेड के 2,790 रुपए लगेंगे।

Telangana: एक शराबी बेटे ने नशे की लत के चलते अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया

हैदराबाद: एक ओर देश जहां दुर्गा मां की पूजा कर नवरात्र का त्यौहार मना रहा है, वहीं तेलंगाना (Telangana) में एक दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शराबी बेटे ने नशे की लत के चलते अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने मामले की जानकारी शनिवार को दी थी. खास बात है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (National Crime Records Bureau) के मुताबिक, 2018 के मुकाबले 2019 में हैदराबाद और तेलंगाना में आपराधिक बढ़े हैं.

कटा हुआ सिर लेकर भाग गया आरोपी

शराब की लत (Alcohol Addiction) का शिकार एक युवक ने पहले अपनी मां से शराब के लिए पैसे मांगे और ऐसा न करने पर उसने मां का सिर धड़ से कथित तौर पर अलग कर दिया. इतना ही नहीं युवक कटा सिर लेकर भाग गया. मृतका पी चंद्रम्मा (P Chandramma) की उम्र 65 वर्ष बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक, यह मामला तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले (Nagarkurnool) के एक गांव में शनिवार तड़के हुई.

उन्होंने कहा कि आरोपी के बड़े भाई की शिकायत पर इस सिलसिले में एक मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि 45 वर्षीय आरोपी व्यक्ति को दोपहर में एक टैंक के पास पकड़ा गया और झाड़ियों में छिपा कर रखा हुआ कटा हुआ सिर भी बरामद कर लिया गया.अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया कि खबर के मुताबिक, मृतका चंद्रम्मा के दो बेटे पी रामुडु और पी कुरुमुर्थी हैं. वह अपने छोटे बेटे रामुडु के साथ घर के आगे के हिस्से रहती थीं. जबकि, उनका बड़ा बेटा कुरुमुर्थी परिवार के साथ घर के पिछले हिस्से में रहा करता था. 

Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया

शनिवार को चंद्रम्मा कहीं नहीं दिखीं, तो कुरुमुर्थी उनकी तलाश में घर में आया. उसने घर में पहुंचकर अपनी मां का खून से सना हुआ धड़ पाया. इसके तुरंत बाद पुलिस मामले को लेकर अलर्ट हो गई और पाया कि छोटा बेटा रामुडु मौके से गायब था.

बड़े भाई के शिकायत पर मामला दर्ज.

मामले की जांच कर रही पुलिस के अनुसार, पी रामुडु शराब की लत से जूझ रहा था. पुलिस ने जब तलाश की तो उन्हें पानी की टंकी के पास झाड़ियों में महिला का सिर मिला. जबकि, बाकी शरीर घर में ही था. बड़े भाई के शिकायत पर मामला दर्ज.

तेलंगाना और हैदराबाद में बढ़ा है क्राइम


एनसीआरबी का डेटा बताता है कि तेलंगाना (Telangana) और हैदराबाद (Hyderabad) में अपराध बढ़ने की सबसे बड़ी वजह हत्या के अलावा अपहरण, साइबर क्राइम और महिलाओं और बच्चों पर हो रहे अपराध हैं.

Vastu Tips: घर या ऑफिस में किस दिशा में लगाएं दर्पण की आय में हो बढ़ोतरी

आजकल अधिकतर लोग अपने ऑफिस में, दुकानों में या संस्थानों में या फिर घर में भी बहुत चमकीले ग्रेनाइट या संगमरमर के टाइल्स लगवाने लगे हैं, जो कि देखने में बड़े ही सुंदर लगते हैं और साफसफाई के लिये भी सुविधाजनक होते हैं। 

ये एक तरह से दर्पण की भांति ही होते हैं, लेकिन आपको बता दूं कि ईशान कोण, यानी उत्तरपूर्व दिशा में इस तरह का फर्श लगवाते समय कुछ चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए। 

दरअसल वास्तु के अनुसार ईशान कोण में दक्षिण या पश्चिम की अपेक्षा ऊंचाई कम रखनी चाहिए या कहें इस दिशा में गहराई अधिक होनी चाहिए। इसलिए अगर आपके संस्थान या घर आदि का नैऋत्य कोण, यानी दक्षिणपश्चिम दिशा का भाग ईशान कोण यानी उत्तरपूर्वी भाग से नीचा है, जो कि नहीं होना चाहिए, तब उस स्थिति में आप ईशान कोण में इस तरह का चमकदार, साफ दिखाई देने वाला दर्पण या फर्श लगवा सकते हैं। 

इससे ईशान कोण में गहराई का आभास होगा, जबकि दक्षिणपश्चिम का हिस्सा देखने पर ऊंचा लगेगा। इससे आपकी आय में बढ़ोतरी होगी और आपको वास्तु दोषों से छुटकारा भी मिलेगा।

कई लोग कारोबार में उन्नति के लिये दक्षिण दिशा में दर्पण लगाने की सलाह देते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ये ठीक नहीं है।

उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है और दक्षिण दिशा में दर्पण लगाने से उत्तर से आने वाला प्रतिबिम्ब दर्पण में दिखाई देगा, जो कि ठीक नहीं है। चूंकि दक्षिण दिशा के स्वामी यम हैं, इसलिए यहां दर्पण लगाने से कुबेर का लाभ नहीं मिल पायेगा। इसके साथ ही आपको बता दूं कि घर में कभी भी बहुत भारी, नुकीला या जिसका किनारा टूटा फूटा हो, ऐसा दर्पण या शीशा नहीं लगाना चाहिए। साथ ही तिकोना, यानी तीन कोनों वाला शीशा भी नहीं लगाना चाहिए। इससे निगेटिविटी बढ़ती है  

Coronavirus: कम वायरल लोड कोविड-19 ट्रांसमिशन को प्रभावित करता है. बिना लक्षण वाले बच्चों में कोरोना वायरस का लेवल कम पाया गया

शोधकर्ताओं ने कहा है कि बिना लक्षण वाले बच्चों में कोरोना वायरस का लेवल कम पाया गया

उन्होंने 339 एसिम्पटोमैटिक और 478 सिम्पटोमैटिक बच्चों का परीक्षण कर नतीजा निकाला

कोरोना वायरस के लक्षण वाले बच्चों के मुकाबले ज्यादातर एसिम्पटोमैटिक बच्चों में वायरस का बहुत कम लेवल पाया गया है. शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस संक्रमण के 800 बाल चिकित्सा मामलों का विश्लेषण कर खुलासा किया. हालांकि, जर्नल ऑफ क्लीनिक माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित शोध में चेताया गया कि इस खोज का नतीजा स्पष्ट नहीं है. इसके लिए विस्तार से शोध करने की जरूरत पर बल देते हुए कहा गया कि कैसे कम वायरल लोड कोविड-19 ट्रांसमिशन को प्रभावित करता है.

एसिम्टोमैटिक बच्चों में कम कोरोना वायरस का लेवल

बाल चिकित्सा संक्रामक रोग विशेषज्ञों का कहना है कि शोध से बिना लक्षण वाले संक्रमित स्कूली बच्चों की सुरक्षा के बारे में कुछ आश्वासन मिलता है. इन अनसुलझे सवालों से पता चलता है कि जोखिम से राहत के लिए स्कूलों, डेकेयर में उपाय किए जाने चाहिए और कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए ये समुदाय गंभीर बना हुआ है. इसलिए, बच्चों को मास्क जरूर पहनना चाहिए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए और अपने हाथों को बारबार धोना चाहिए.

शोधकर्ताओं का कहना है कि ये अनुमान लगाना मुश्किल है कि कौन बच्चा वायरस को ज्यादा या कम फैलाता है. अमेरिकी शोधकर्ता लैरी कोकिओलेक कहते हैं, “क्योंकि हर ग्रुप के बच्चों की जांच के बाद पता चला कि कुछ एसिम्पटोमैटिक बच्चों में ज्यादा वायरल लोड होता है. फिर भी, उच्च वायरल लोड वाले एसिम्पटोमैटिक बच्चों के ग्रुप में लक्षण वाले बच्चों की तुलना में कम वायरल लोड का पता चला.” शोधकर्ताओं ने 339 एसिम्पटोमैटिक और 478 सिम्पटोमैटिक बच्चों का परीक्षण किया. PCR की जांच में कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए सभी बच्चों की उम्र 0-17 साल के बीच थी.

बच्चों के लिए कम भरोसेमंद जांच के प्रति सावधानशोध

शोधकर्ताओं ने बताया कि एसिम्पटोमैटिक बच्चों में पाया गया वायरस का लेवल रैपिड एंटीजन टेस्ट की तुलना में ज्यादा कम था. इसलिए, समझना जरूरी है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट PCR टेस्ट के मुकाबले वायरस का पता लगाने में कम सक्षम साबित होते हैं. शोध की बुनियाद पर उन्होंने बाल चिकित्सा में कम भरोसेमंद जांच तकनीक के इस्तेमाल के प्रति सावधान किया. साथ ही उन्होंने जोर दिया कि एसिम्टोमैटिक बच्चों में वायरल लोड को ज्यादा बेहतर तरीके से समझने के लिए और शोध किए जाएं.

PM मोदी की ‘मन की बात’ की 10 बड़ी बातें

0

प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात के जरिए देश को किया संबोधित फोटो (indianexpress)

नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार (25 अक्टूबर) को ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के जरिये देश को संबोधित किया. कोरोना संकट के बीच आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने लोगों को संयम बरतने की सलाह दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत में दशहरा की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि दशहरे का ये पर्व, असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है, लेकिन साथ ही ये एक तरह से संकटों पर धैर्य की जीत का पर्व भी है. कोरोना संकट के बीच उन्होंने कहा कि पहले, दशहरे पर बड़े-बड़े मेले लगते थे, लेकिन इस बार उनका स्वरुप अलग है. “रामलीला का त्योहार भी, उसका बहुत बड़ा आकर्षण था, लेकिन उसमें भी कुछ-न-कुछ पाबंदियां लगी हैं. पहले, नवरात्र पर, गुजरात के गरबा की गूंज हर तरफ़ छाई रहती थी, इस बार, बड़े-बड़े आयोजन सब बंद हैं.”

‘मन की बात’ कार्यक्रम की अहम बातें

  1. प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात में कहा कि कोरोना के इस संकट काल में, हमें संयम से ही काम लेना है, मर्यादा में ही रहना है. आगे, और भी कई पर्व आने वाले हैं. अभी ईद है, शरद पूर्णिमा, वाल्मीकि जयंती, धनतेरस, दिवाली, भाई दूज, छठी मैया की पूजा है. गुरुनानक देव जी की जयंती है.

  2. जब हम त्योहार की बात करते हैं, तैयारी करते हैं, तो, सबसे पहले मन में यही आता है, कि बाजार कब जाना है? क्या-क्या खरीदारी करनी है?” ख़ासकर, बच्चों में तो इसका विशेष उत्साह रहता है – इस बार, त्योहार पर, नया, क्या मिलने वाला है?”

  3. पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों की ये उमंग और बाजार की चमक, एक-दूसरे से जुड़ी हुई है, लेकिन इस बार जब आप खरीदारी करने जायें तो ‘Vocal for Local’ का अपना संकल्प अवश्य याद रखें. बाजार से सामान खरीदते समय, हमें स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देनी है. त्योहारों के इस हर्षोल्लास के बीच में लॉकडाउन के समय को भी याद करना चाहिए.

  4. लॉकडाउन (Lockdown) में हमने, समाज के उन साथियों को और करीब से जाना है, जिनके बिना, हमारा जीवन बहुत ही मुश्किल हो जाता – सफाई कर्मचारी, घर में काम करने वाले भाई-बहन, स्थानीय सब्जी वाले, दूध वाले, सिक्योरिटी गार्ड.” हमें अपने “Daily Life Heroes” को भूलना नहीं है. अब, अपने पर्वों में, अपनी खुशियों में भी, हमें इनको साथ रखना है. मेरा आग्रह है कि, जैसे भी संभव हो, इन्हें अपनी खुशियों में जरुर शामिल करिये.

  5. आज जब हम Local के लिए Vocal हो रहे हैं, तो दुनिया भी हमारे स्थानीय उत्पादों की फैन हो रही है. हमारे कई स्थानीय उत्पादों में वैश्विक होने की बहुत बड़ी शक्ति है. जैसे एक उदाहरण है – खादी का. लम्बे समय तक खादी, सादगी की पहचान रही है, लेकिन, हमारी खादी आज, पर्यावरण अनुकूल फेबरिक के रूप में जानी जा रही है.

  6. “साथियो, हमें अपने उन जाबाज़ सैनिकों को भी याद रखना है, जो, इन त्योहारों में भी सीमाओं पर डटे हैं. भारत-माता की सेवा और सुरक्षा कर रहें हैं. हमें उनको याद करके ही अपने त्योहार मनाने हैं. हमें घर में एक दीया, भारत माता के इन वीर बेटे-बेटियों के सम्मान में भी जलाना है. मैं, अपने वीर जवानों से भी कहना चाहता हूं कि आप भले ही सीमा पर हैं, लेकिन पूरा देश आपके साथ हैं, आपके लिए कामना कर रहा है.” मैं उन परिवारों के त्याग को भी नमन करता हूं, जिनके बेटे-बेटियाँ आज सरहद पर हैं.

  7. देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “31 अक्टूबर को भारत की पूर्व-प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी को हमने खो दिया. मैं आदरपूर्वक उनको श्रद्धांजलि देता हूं.”

  8. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें निरंतर अपनी रचनात्मकता से, प्रेम से, हर पल प्रयासपूर्वक अपने छोटे से छोटे कामों में, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के खूबसूरत रंगों को सामने लाना है. एकता के नए रंग भरने हैं. मैं, आप सबसे, एक वेबसाइट देखने का आग्रह करता हूं – http://ekbharat.gov.in .इसमें, राष्ट्रीय एकीकरण की हमारी मुहिम को आगे बढ़ाने के कई प्रयास दिखाई देंगे.

  9. दिल्ली के कनॉट प्लेस के खादी स्टोर में इस बार गांधी जयंती पर एक ही दिन में एक करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी हुई. इसी तरह कोरोना के समय में खादी के मास्क भी बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं. यूपी के बाराबंकी की एक महिला सुमन देवी ने self help group की अपनी साथी महिलाओं के साथ मिलकर खादी मास्क बनाना शुरू किया. धीरे-धीरे उनके साथ अन्य महिलाएँ भी जुड़ती चली गई, अब वे सभी मिलकर हजारों खादी मास्क बना रही हैं.

  10.  प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म जयंती, 31 अक्टूबर को है. हम सब, ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के तौर पर मनाएंगे. बहुत कम लोग मिलेंगे जिनके व्यक्तित्व में एक साथ कई सारे तत्व मौजूद हों- वैचारिक गहराई, नैतिक साहस, राजनैतिक विलक्षणता, कृषि क्षेत्र का गहरा ज्ञान और राष्ट्रीय एकता के प्रति समर्पण भाव. उन्होंने कहा, “जरा उस लौह-पुरुष की छवि की कल्पना कीजिये जो राजे-रजवाड़ों से बात कर रहे थे, पूज्य बापू के जन-आंदोलन का प्रबंधन कर रहे थे, साथ ही, अंग्रेजों से लड़ाई  भी लड़ रहे थे, और इन सब के बीच भी, उनका sense of humour पूरे रंग में होता था.”

सुहाना खान “Shahrukh Khan Daughter” ने Bodycon ड्रेस में शेयर की Photos

suhana

सुहाना खान (Suhana Khan) ने बॉडीकॉन ड्रेस में शेयर की फोटो

  • सुहाना खान ने बॉडीकॉन ड्रेस में शेयर की फोटो

  • शाहरुख खान की बेटी का ग्लैमरस लुक देख अनन्या पांडे ने भी किया कमेंट

  • सुहाना खान की तस्वीर हुई वायरल

नई दिल्ली:

बॉलीवुड के किंग यानी शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की बेटी सुहाना खान (Suhana Khan) सोशल मीडिया पर इन दिनों छाई हुई हैं. अपने लुक्स और स्टाइल को लेकर सुहाना खान हमेशा चर्चा में रहती हैं. सुहाना खान का स्टाइल इन दिनों काफी सुर्खियों में है. खास बात तो यह है कि सुहाना खान एक बार फिर अपने ग्लैमरस लुक्स को लेकर चर्चा में आ गई हैं. दरअसल, हाल ही में सुहाना खान ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से कुछ तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें उनका लुक और पोज दोनों ही कमाल का लग रहा है. उनकी इन तस्वीरों को देख अनन्या पांडे भी खुद को कमेंट करने से रोक नहीं पाईं.

यह भी पढ़ें

सुहाना खान (Suhana Khan) अपनी तस्वीरों में ओलिवग्रीन बॉडीकॉन ड्रेस में नजर आ रही हैं, जिसमें उनका स्टाइल और लुक वाकई कमाल का लग रहा है. फोटो में सुहाना खान का पोज और स्टाइल भी तारीफ के लायक लग रहा है. कुछ ही देर पहले साझा हुई इन तस्वीरों पर अब तक 2 लाख से भी ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं. इसके साथ ही फैंस भी सुहाना खान की तस्वीरों पर कमेंट्स करते नहीं थक रहे हैं. सुहाना की फोटो को लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस अनन्या पांडे ने भी कमेंट किया. उन्होंने लिखा, “मेरी सबकुछ…” उनके कमेंट का रिप्लाई करते हुए सुहाना ने लिखा, “याद आ रही है…”

बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब सुहाना खान अपने ग्लैमरल लुक्स को लेकर इतनी चर्चा में आईं हों. इससे पहले भी वह अपनी फोटो और वीडियो को लेकर खूब सुर्खियों में थीं. स्टार किड्स की चर्चा में सुहाना खान हमेशा आगे रहती हैं. सुहाना खान अमेरिका में पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन कोरोनावायरस की वजह से जारी लॉकडाउन के कारण वह मुंबई में अपने परिवार के साथ हैं. सुहाना खान (Suhana Khan Photos) के बॉलीवुड करियर को लेकर खुद शाहरुख खान ने कहा था कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद ही फिल्मी दुनिया में कदम रख सकती हैं.

Malaika Arora का हॉट फोटोशूट हॉटनेस का ओवरडोज प्राकृतिक रूप से Breast Size को कैसे कम करें इन खाद्य पदार्थों के साथ अपने Sexual Health में सुधार करें Janhvi Kapoor एसिड येलो में स्टनिंग लगी Alia Bhatt ने हरे रंग के कट-आउट गाउन में ग्लैमर का तड़का लगाया Disha Patani; बीच डेस्टिनेशन पर छुट्टियां मना रही अभिनेत्री विश्वसुंदरी Aishwarya ने वैश्विक मंच पर किया राज