छिबरामऊ, Kannauj: विद्युत कटौती के चलते सूख रही किसानों की फसलों की समस्याओं को देखते हुए बुधवार को भारतीय किसान यूनियन किसान के पदाधिकारियों ने नारेबाजी तथा विरोध प्रदर्शन करते हुए विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन देकर 2 दिन में समस्या के समाधान की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले कई दिनों से किसानों को बिजली संबंधित काफी समस्याएं हो रही हैं, जिससे किसानों की फैसले सूख रही है।
Kannauj में बिजली समस्या से आम जनमानस एवं किसानों का जीवन हुआ अस्त-व्यस्त
सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे तहसील स्तर पर 21:30 घंटे जनपद मुख्यालय पर 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के आदेश हैं, जिसका लगातार विद्युत विभाग के अधिकारी आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं, जिससे आम जनमानस एवं किसानों का जीवन अस्त-व्यस्त है।
यदि फाल्ट के कारण कटौती होती है तो उसके आगे की आपूर्ति देकर पूरा किया जाए। इस समय बहवलपुर, खरौली, राजापुर, छिबरामऊ शहर, रणधीरपुर, जाफराबाद, अतरौली, मिघौली के अलावा कई अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के फीडरों पर ज्यादा अस्तव्यवस्था फैली हुई है।
ग्रामीण क्षेत्र में लाईनमैनो द्वारा अवैध वसूली कर किसानों का शोषण लगातार किया जा रहा है। संगठन ने उक्त समस्या का समाधान दो दिन के अंदर किया जाने की मांग की है अन्यथा की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
इस दौरान संगठन के जिला अध्यक्ष राजा शुक्ला, नवाजिश अंसारी, राहुल प्रताप सिंह, अरुण कुमार सैनी, विभु मिश्रा, शांतनु यादव, अनिल शर्मा व अजय सिंह सिंगर सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।
हाल ही में रेडमी ने भारत में दो पावरफुल टैबलेट्स लॉन्च किए हैं, जो कैज़ुअल उपभोक्ताओं से लेकर प्रोफेशनल यूज़र्स तक की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ये टैबलेट्स उच्च प्रदर्शन, उन्नत फीचर्स और किफायती मूल्य का मिश्रण प्रदान करते हैं, जिससे ये भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धी विकल्प बन जाते हैं। यहां इन नए उपकरणों की विशेषताओं, स्पेसिफिकेशन्स और संभावित प्रभाव का गहराई से अवलोकन किया गया है:
Table of Contents
Redmi पैड 6 प्रो
डिज़ाइन और बिल्ड
रेडमी पैड 6 प्रो में एक आधुनिक और पतला डिज़ाइन है, जिसमें मेटल यूनिबॉडी कंस्ट्रक्शन है, जिससे इसे प्रीमियम फील मिलती है। यह हल्का और पतला है, जिससे इसे ले जाना आसान होता है और लंबे समय तक पकड़ना आरामदायक होता है।
डिस्प्ले
इस टैबलेट में 11-इंच WQHD+ डिस्प्ले है, जिसका रिज़ॉल्यूशन 2560 x 1600 पिक्सल है। डिस्प्ले 120Hz रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है, जिससे स्मूथ विजुअल्स और रिस्पॉन्सिव टच एक्सपीरियंस मिलता है। उच्च रिज़ॉल्यूशन और रिफ्रेश रेट इसे वीडियो देखने, गेमिंग और प्रोडक्टिविटी टास्क के लिए आदर्श बनाते हैं।
परफॉरमेंस
रेडमी पैड 6 प्रो क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 870 प्रोसेसर से पावर्ड है, जो अपने उच्च प्रदर्शन और कुशलता के लिए जाना जाता है। इसमें 8GB तक का RAM है, जो स्मूथ मल्टीटास्किंग और इंटेंसिव एप्लिकेशन्स को हैंडल करने में सक्षम बनाता है। टैबलेट 128GB या 256GB इंटरनल स्टोरेज के साथ आता है, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए बढ़ाया जा सकता है, जिससे ऐप्स, मीडिया और दस्तावेज़ों के लिए पर्याप्त स्थान मिलता है।
बैटरी लाइफ
Redmi पैड 6 प्रो में 8600mAh की बैटरी है, जो बिना बार-बार चार्ज किए लंबे उपयोग समय को सुनिश्चित करती है। यह 67W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है, जिससे उपयोगकर्ता बैटरी को जल्दी टॉप-अप कर सकते हैं।
कैमरे
फोटोग्राफी और वीडियो कॉल्स के लिए, इस टैबलेट में पीछे की तरफ डुअल-कैमरा सेटअप है, जिसमें 13MP का मुख्य सेंसर और 8MP का अल्ट्रा-वाइड सेंसर है। फ्रंट में 8MP का कैमरा है, जो सेल्फी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए पर्याप्त है।
सॉफ्टवेयर
यह एंड्रॉइड 12 पर आधारित MIUI फॉर पैड पर चलता है, जो टैबलेट उपयोग के लिए अनुकूलित फीचर्स के साथ एक यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस प्रदान करता है। इसमें स्प्लिट-स्क्रीन मोड और फ्लोटिंग विंडोज जैसी मल्टीटास्किंग सुविधाएं हैं, जो उत्पादकता को बढ़ाते हैं।
कनेक्टिविटी
यह टैबलेट 5G कनेक्टिविटी को सपोर्ट करता है, जो तेजी से इंटरनेट स्पीड और डिवाइस को भविष्य के लिए तैयार बनाता है, क्योंकि 5G नेटवर्क अधिक व्यापक हो जाते हैं। इसमें वाई-फाई 6, ब्लूटूथ 5.2 और USB टाइप-C पोर्ट भी शामिल है।
Redmi पैड 6 लाइट
डिज़ाइन और बिल्ड
रेडमी पैड 6 लाइट प्रो वेरिएंट के समान डिज़ाइन भाषा का अनुसरण करता है, जिसमें मेटल बॉडी है, जो स्टाइलिश और टिकाऊ दोनों है। यह थोड़ा हल्का है, जिससे यह और भी अधिक पोर्टेबल विकल्प बन जाता है।
डिस्प्ले
लाइट वर्शन में 10.4-इंच FHD+ डिस्प्ले है, जिसका रिज़ॉल्यूशन 2000 x 1200 पिक्सल है। हालांकि इसमें प्रो मॉडल का 120Hz रिफ्रेश रेट नहीं है, लेकिन यह फिर भी अधिकांश उपयोगकर्ताओं के लिए एक शार्प और वाइब्रेंट व्यूइंग एक्सपीरियंस प्रदान करता है।
परफॉरमेंस
Redmi पैड 6 लाइट में मीडियाटेक हीलियो G95 प्रोसेसर है, जो रोजमर्रा के कार्यों जैसे ब्राउज़िंग, मीडिया कंजम्पशन और लाइट गेमिंग के लिए पर्याप्त परफॉरमेंस प्रदान करता है। इसमें 4GB या 6GB RAM है, और स्टोरेज विकल्प 64GB और 128GB हैं, जिन्हें माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए बढ़ाया जा सकता है।
बैटरी लाइफ
लाइट वर्शन में 7500mAh की बैटरी है, जो मध्यम उपयोग के एक पूरे दिन के लिए पर्याप्त पावर प्रदान करती है। यह 33W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है, जो प्रो की तुलना में थोड़ा धीमा है, लेकिन फिर भी त्वरित रीचार्ज के लिए सुविधाजनक है।
कैमरे
Redmi पैड 6 लाइट में 8MP का रियर कैमरा और 5MP का फ्रंट कैमरा शामिल है। हालांकि यह प्रो के कैमरों जितना उन्नत नहीं है, लेकिन यह बुनियादी फोटोग्राफी और वीडियो कॉल्स के लिए पर्याप्त है।
सॉफ्टवेयर
यह एंड्रॉइड 12 पर आधारित वही MIUI फॉर पैड चलाता है, जो दोनों मॉडलों में एक सुसंगत सॉफ़्टवेयर अनुभव प्रदान करता है। सॉफ्टवेयर में विभिन्न उत्पादकता सुविधाएं शामिल हैं, हालांकि हार्डवेयर सीमाओं का मतलब है कि यह प्रो जितना स्मूथ मल्टीटास्किंग को हैंडल नहीं करेगा।
कनेक्टिविटी
रेडमी पैड 6 लाइट 4G LTE, वाई-फाई 5, ब्लूटूथ 5.0 और USB टाइप-C को सपोर्ट करता है। इसमें प्रो की 5G और वाई-फाई 6 क्षमताएं नहीं हैं, जिससे यह उन उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक उपयुक्त है जिन्हें नवीनतम कनेक्टिविटी सुविधाओं की आवश्यकता नहीं है।
भारत में Redmi पैड 6 प्रो और पैड 6 लाइट की शुरुआत रेडमी की एक रणनीतिक चाल का प्रतिनिधित्व करती है ताकि टैबलेट बाजार में बड़ा हिस्सा हासिल किया जा सके। एक उच्च प्रदर्शन वाले प्रो मॉडल के साथ एक अधिक बजट के अनुकूल लाइट संस्करण की पेशकश करके, रेडमी विभिन्न जरूरतों और बजट वाले उपयोगकर्ताओं की एक विस्तृत श्रृंखला को लक्षित कर रहा है।
प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण
दोनों टैबलेट प्रतिस्पर्धी रूप से कीमतों में हैं। रेडमी पैड 6 प्रो उन उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने की उम्मीद है जो बिना अधिक खर्च किए एक प्रीमियम टैबलेट अनुभव चाहते हैं, जबकि रेडमी पैड 6 लाइट एक अधिक किफायती विकल्प प्रदान करता है, बिना आवश्यक सुविधाओं पर समझौता किए।
लक्षित दर्शक
Redmi पैड 6 प्रो: यह टैबलेट पावर उपयोगकर्ताओं, पेशेवरों और गेमर्स के लिए लक्षित है जिन्हें मल्टीटास्किंग, गेमिंग और उत्पादकता के लिए उच्च प्रदर्शन वाले डिवाइस की आवश्यकता है।
रेडमी पैड 6 लाइट: यह मॉडल छात्रों, कैज़ुअल उपयोगकर्ताओं और उन लोगों के लिए आदर्श है जो मीडिया कंजम्पशन और हल्के उत्पादकता कार्यों के लिए एक द्वितीयक डिवाइस की तलाश में हैं।
अंतिम विचार
Redmi पैड 6 प्रो और पैड 6 लाइट का लॉन्च रेडमी की बहुमुखी और किफायती तकनीकी समाधान प्रदान करने की प्रतिबद्धता को उजागर करता है। शक्तिशाली प्रोसेसर, उच्च रिफ्रेश रेट डिस्प्ले और 5G कनेक्टिविटी के साथ प्रो मॉडल उच्च-अंत टैबलेट्स के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार है, जबकि लाइट संस्करण सुविधाओं और कीमत का एक अच्छा संतुलन प्रदान करता है, जिससे यह व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ है।
ये टैबलेट्स भारतीय बाजार में Redmi की स्थिति को मजबूत करने की संभावना रखते हैं, उपभोक्ताओं को विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर विश्वसनीय और फीचर-रिच विकल्प प्रदान करते हैं। अपने मजबूत स्पेसिफिकेशन्स और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के साथ, रेडमी पैड 6 प्रो और पैड 6 लाइट भारत में टैबलेट सेगमेंट में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार हैं।
Meta AI or ChatGPT की तुलना में इन दोनों अत्याधुनिक एआई सिस्टमों की विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करना शामिल है। ये दोनों ही प्रणालियाँ अग्रणी तकनीकी कंपनियों—Meta (पूर्व में Facebook) और OpenAI—द्वारा विकसित की गई हैं। दोनों प्रणालियाँ कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर चुकी हैं और अद्वितीय विशेषताएँ और क्षमताएँ प्रदान करती हैं। नीचे हम उनकी ताकत, उपयोग के मामले, तकनीकी ढांचे, नैतिक विचार और समग्र प्रभाव का विश्लेषण करेंगे ताकि व्यापक तुलना प्रदान की जा सके।
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तकनीकी नींव और विकास
Meta AI
Meta AI or ChatGPT: Meta AI, Meta (पूर्व में Facebook) की कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में पहल को दर्शाता है। Meta AI में कंप्यूटर विज़न और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) से लेकर मशीन लर्निंग (ML) एल्गोरिदम तक की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। एक उल्लेखनीय उदाहरण PyTorch ढांचा है, जिसे Meta ने विकसित और ओपन-सोर्स किया। PyTorch वैश्विक रूप से उपयोग किए जाने वाले प्रमुख ML ढाँचों में से एक बन गया है, जो AI समुदाय में Meta AI के प्रभाव को रेखांकित करता है।
Meta AI आत्म-निगरानी सीखने (self-supervised learning) में भी शामिल है, जिसका उद्देश्य मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए लेबल किए गए डेटा पर निर्भरता को कम करना है। यह दृष्टिकोण एआई प्रणालियों की क्षमताओं को बढ़ाने में अत्यधिक प्रभावी साबित हुआ है, विशेष रूप से मानव भाषा को समझने और उत्पन्न करने में।
ChatGPT
Meta AI or ChatGPT: ChatGPT, OpenAI द्वारा विकसित, GPT-4 आर्किटेक्चर पर आधारित एक अत्याधुनिक भाषा मॉडल है। GPT-4 का मतलब जनरेटिव प्री-ट्रेंड ट्रांसफॉर्मर 4 है, जो एक मॉडल है जिसे प्राप्त इनपुट के आधार पर मानव-समान पाठ उत्पन्न करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। OpenAI का ध्यान ऐसी AI बनाने पर रहा है जो संदर्भ को समझ सके, अर्थपूर्ण बातचीत कर सके, और विभिन्न NLP कार्यों को उच्च सटीकता के साथ कर सके।
ChatGPT का विकास विविध डेटासेट पर व्यापक प्रशिक्षण के साथ शामिल था, जिससे यह सुसंगत और प्रासंगिक प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न करने में सक्षम हुआ। OpenAI ने अपने मॉडलों पर लगातार पुनरावृत्ति की है, उपयोगकर्ता प्रतिक्रिया और एआई अनुसंधान में प्रगति को शामिल करते हुए ChatGPT के प्रदर्शन को बढ़ाया है।
Meta AI or ChatGPT: अनुप्रयोग और उपयोग के मामले
Meta AI
Meta AI or ChatGPT: Meta AI के अनुप्रयोग विविध हैं, जिसमें शामिल हैं:
सोशल मीडिया: सामग्री अनुशंसाओं, स्पैम पहचान, और व्यक्तिगत इंटरैक्शन के माध्यम से Facebook और Instagram जैसे प्लेटफार्मों पर उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाना।
ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR): Meta के AR/VR पहलों, जैसे Oculus, के लिए प्रौद्योगिकियों को सशक्त बनाना, जिससे immersive डिजिटल अनुभव बनाना।
स्वास्थ्य देखभाल: एआई-संचालित उपकरणों के माध्यम से चिकित्सा अनुसंधान और निदान में योगदान देना।
रोबोटिक्स: स्वचालन और मानव-रोबोट इंटरैक्शन के लिए बुद्धिमान प्रणालियों का विकास करना।
ChatGPT
Meta AI or ChatGPT: ChatGPT के प्रमुख अनुप्रयोग NLP के इर्द-गिर्द घूमते हैं, जिसमें शामिल हैं:
ग्राहक सहायता: Meta AI or ChatGPT: स्वचालित, वास्तविक समय प्रतिक्रियाएँ प्रदान करना, जिससे दक्षता और उपयोगकर्ता संतुष्टि में सुधार हो।
सामग्री निर्माण: लेख, विपणन सामग्री, और सोशल मीडिया पोस्ट के लिए पाठ उत्पन्न करने में सहायता करना।
शिक्षा: विभिन्न विषयों में ट्यूटरिंग और प्रश्नों का उत्तर देना।
मनोरंजन: उपयोगकर्ताओं को इंटरैक्टिव कहानी कहने और बातचीत वाले खेलों में संलग्न करना।
ताकत और सीमाएं
Meta AI or ChatGPT: Meta AI
ताकत:
विविध क्षमताएँ: Meta AI का व्यापक फोकस इसे सोशल मीडिया से लेकर स्वास्थ्य देखभाल तक कई उद्योगों में प्रभाव डालने की अनुमति देता है।
उन्नत अनुसंधान: आत्म-निगरानी सीखने में Meta AI के योगदान ने क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए हैं।
Meta के पारिस्थितिकी तंत्र के साथ एकीकरण: Meta के विशाल डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के साथ निर्बाध एकीकरण इसके प्लेटफार्मों पर उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाता है।
सीमाएं:
गोपनीयता संबंधी चिंताएँ:MetaAI or ChatGPT: डेटा गोपनीयता मुद्दों के साथ Meta का इतिहास इसकी एआई प्रौद्योगिकियों के नैतिक निहितार्थों के बारे में चिंताएँ उठाता है।
जटिलता: Meta AI समाधानों को लागू करना और स्केलिंग करना जटिल और संसाधन-प्रधान हो सकता है।
ChatGPT
ताकत:
प्राकृतिक भाषा समझ: ChatGPT मानव-समान पाठ को समझने और उत्पन्न करने में उत्कृष्ट है, जिससे यह बातचीत अनुप्रयोगों के लिए अत्यधिक प्रभावी है।
उपयोग में आसान: OpenAI ने सुलभ APIs प्रदान किए हैं, जिससे विभिन्न अनुप्रयोगों में ChatGPT को एकीकृत करना आसान हो जाता है।
निरंतर सुधार: उपयोगकर्ता प्रतिक्रिया और एआई अनुसंधान में प्रगति पर आधारित ChatGPT को परिष्कृत करने के लिए OpenAI की प्रतिबद्धता इसकी प्रासंगिकता और प्रदर्शन सुनिश्चित करती है।
सीमाएं:
संदर्भगत सीमाएँ: अपनी उन्नत क्षमताओं के बावजूद, ChatGPT कभी-कभी बारीक संदर्भों को समझने या विशेषज्ञ क्षेत्रों में अत्यधिक सटीक प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न करने में संघर्ष कर सकता है।
नैतिक चिंताएँ: Meta AI or ChatGPT: यह सुनिश्चित करना कि ChatGPT उपयुक्त और निष्पक्ष सामग्री उत्पन्न करता है, एक चुनौती बनी रहती है, जिसके लिए निरंतर निगरानी और परिशोधन की आवश्यकता होती है।
नैतिक विचार
Meta AI
Meta AI के नैतिक विचार डेटा गोपनीयता, पक्षपात, और एआई प्रौद्योगिकियों के संभावित दुरुपयोग के चारों ओर घूमते हैं। Meta के व्यापक डेटा संग्रह प्रथाओं को देखते हुए, उपयोगकर्ता गोपनीयता और डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। Meta AI प्रणालियों में पक्षपात को संबोधित करने और इसके प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए उपायों को लागू करने पर काम कर रहा है, विशेष रूप से डीपफेक और गलत जानकारी के क्षेत्रों में।
ChatGPT
Meta AI or ChatGPT: OpenAI नैतिक एआई विकास पर जोर देता है, निष्पक्षता, जवाबदेही, और पारदर्शिता पर ध्यान केंद्रित करता है। ChatGPT में पक्षपात को कम करने और यह सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं कि यह नैतिक दिशानिर्देशों का पालन करता है। संभावित नैतिक चुनौतियों को संबोधित करने के लिए OpenAI की जिम्मेदार एआई तैनाती के प्रति प्रतिबद्धता में सार्वजनिक इनपुट लेना और बाहरी विशेषज्ञों के साथ सहयोग करना शामिल है।
Meta AI का प्रभाव इसके सोशल मीडिया, AR/VR, और एआई अनुसंधान में योगदान में स्पष्ट है। जैसे-जैसे Meta अपनी एआई क्षमताओं का विस्तार करता है, भविष्य की दिशा में दैनिक उपयोगकर्ता इंटरैक्शन में एआई का गहरा एकीकरण, मानव-कंप्यूटर इंटरैक्शन में प्रगति, और उन्नत गोपनीयता-संरक्षण एआई प्रौद्योगिकियों को शामिल किया जा सकता है।
ChatGPT
Meta AI or ChatGPT: ChatGPT का प्रभाव बातचीत एआई के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। ग्राहक सहायता, शिक्षा, और सामग्री निर्माण में इसके अनुप्रयोग इसकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाते हैं। ChatGPT के भविष्य की दिशा में संदर्भीय समझ में सुधार, इसके ज्ञान आधार का विस्तार, और इसके नैतिक दिशानिर्देशों को परिष्कृत करना शामिल हो सकता है ताकि सुरक्षित और लाभकारी उपयोग सुनिश्चित हो सके।
निष्कर्ष
Meta AI or ChatGPT दोनों ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करते हैं, प्रत्येक की अनूठी ताकत और अनुप्रयोग हैं। Meta AI की विविध क्षमताएँ और Meta के डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के साथ एकीकरण इसे विभिन्न उद्योगों के लिए एक शक्तिशाली उपकरण बनाते हैं। इसके विपरीत, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण में ChatGPT का विशेषज्ञता और उपयोग में आसानी इसे बातचीत एआई अनुप्रयोगों के लिए एक अग्रणी विकल्प बनाते हैं।
Meta AI or ChatGPT के बीच का चुनाव उपयोगकर्ता की विशिष्ट आवश्यकताओं और उद्देश्यों पर निर्भर करता है। उन संगठनों के लिए जो एआई समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला की तलाश में हैं, Meta AI पसंदीदा विकल्प हो सकता है। जो लोग प्राकृतिक भाषा के माध्यम से मानव-कंप्यूटर इंटरैक्शन को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, उनके लिए ChatGPT अद्वितीय क्षमताएँ प्रदान करता है। जैसे-जैसे एआई प्रौद्योगिकी विकसित होती जा रही है, Meta AI or ChatGPT दोनों ही बुद्धिमान प्रणालियों और उनके अनुप्रयोगों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
दिल्ली के Rajendra Nagar में कोचिंग संस्थानों के बाहर विरोध प्रदर्शन गुरुवार को पांचवें दिन भी जारी रहा, जब एक IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बाढ़ की घटना में तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत हो गई।
छात्र 27 जुलाई से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
UPSC के एक उम्मीदवार और प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा कि छात्र अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
Rajendra Nagar की घटना में Delhi Police ने कुल 7 लोगो को गिरफ्तार किया
एक प्रदर्शनकारी छात्र ने बताया, “उन्होंने हमसे वादा किया है क्योंकि वे चाहते हैं कि हमें इस जगह (विरोध क्षेत्र) से हटा दिया जाए। मैं MCD कार्यालय भी गया, जहां उन्होंने मुझसे विरोध प्रदर्शन खत्म करने को कहा। मैंने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया और स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं होगा।”
एक अन्य छात्र ने कहा कि प्रशासन ने जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं किया है।
उन्होंने कहा, “प्रशासन कह रहा है कि हमें यह विरोध खत्म कर देना चाहिए और हम आपकी मांगें पूरी करेंगे, लेकिन हम उनकी बात कैसे मान लें? चार दिन बाद भी स्थिति जस की तस है। भविष्य में भी जनहानि का डर है। हम विरोध जारी रखेंगे।”
एक अन्य यूपीएससी अभ्यर्थी ने कहा कि सरकार को छात्रों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। “पिछले चार दिनों से हम यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। प्रशासन इस समस्या का समाधान नहीं निकाल पा रहा है। 10-15 सालों से यूपीएससी अभ्यर्थी एक ही समस्या का सामना कर रहे हैं, जैसे दलालों से उत्पीड़न और मकान मालिकों से उत्पीड़न।
पुराने राजेंद्र नगर का बुनियादी ढांचा अपर्याप्त है। मुझे लगता है कि सरकार को छात्रों की मांगों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।” बुधवार को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आयुक्त अश्विनी कुमार ने एजेंसी मुख्यालय में UPSC अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। कुल 28 छात्रों ने अपने सुझावों के साथ आयुक्त से मुलाकात की।
आयुक्त ने विस्तृत चर्चा की और छात्रों को उनकी शिकायतों के उचित निवारण का आश्वासन दिया। दिल्ली पुलिस ने घटना के सिलसिले में कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक को गिरफ्तार किया और उन पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोप लगाए।
घटना के बाद MCD ने करोल बाग जोन के कार्यकारी अभियंता और सहायक अभियंता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की।
इस घटना के सिलसिले में अब तक दिल्ली पुलिस ने एक एसयूवी के चालक समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने बताया कि घटना में मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले की मूल निवासी श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम निवासी निविन दलविन के रूप में हुई है।
इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्य सचिव, पुलिस आयुक्त और एमसीडी आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
NHRC ने राष्ट्रीय राजधानी में निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन कर संचालित ऐसे संस्थानों और कोचिंग सेंटरों की संख्या की पहचान करने और इन अनियमितताओं को दूर करने में विफल रहने वाले लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक सर्वेक्षण का भी निर्देश दिया।
IBPS (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन) बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) की सैलरी भारत में बहुत से अभ्यर्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। यह पद एक प्रतिष्ठित और आकर्षक करियर अवसर के रूप में देखा जाता है, जिसमें एक व्यापक वेतन पैकेज और लाभ शामिल होते हैं।
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बेसिक सैलरी संरचना
IBPS बैंक पीओ की बेसिक सैलरी बैंक की पदानुक्रम में ऑफिसर के स्तर के आधार पर निर्धारित की जाती है। 2024 के अनुसार, एक बैंक पीओ की प्रारंभिक बेसिक सैलरी लगभग ₹36,000 प्रति माह होती है। यह सैलरी समय-समय पर वेतन समीक्षा समितियों की सिफारिशों और जीवन की लागत की वृद्धि के आधार पर संशोधित की जाती है।
लाभ
IBPS: बेसिक सैलरी के अलावा, बैंक पीओ को विभिन्न भत्ते और लाभ मिलते हैं जो उनके कुल वेतन पैकेज को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं:
हाउस रेंट अलाउंस (HRA): यह भत्ता आवास की लागत को पूरा करने के लिए दिया जाता है। HRA स्थान के आधार पर भिन्न होता है। मेट्रो शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली और कोलकाता में, HRA उच्च होता है। सामान्यतः, HRA बेसिक सैलरी का 7% से 15% तक होता है।
डियरनेस अलाउंस (DA): यह भत्ता मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने के लिए दिया जाता है। DA को तिमाही आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आधार पर संशोधित किया जाता है। बैंक पीओ के लिए, DA आमतौर पर बेसिक सैलरी का लगभग 30% होता है।
स्पेशल अलाउंस: बैंक पीओ को एक विशेष भत्ता मिलता है जो बेसिक सैलरी का प्रतिशत होता है। यह सामान्यतः बेसिक सैलरी का 7.75% होता है और बैंकिंग नौकरी की विशेषता को मुआवजा देने के लिए होता है।
सिटी कम्पेन्सेटरी अलाउंस (CCA):IBPS: यह मेट्रोपोलिटन क्षेत्रों में उच्च जीवन लागत के लिए दिया जाता है। पोस्टिंग के शहर के आधार पर CCA की राशि भिन्न होती है। मेट्रो शहरों में पोस्टिंग वाले कर्मचारियों को अधिक CCA प्राप्त होता है।
मेडिकल अलाउंस: यह चिकित्सा खर्चों को कवर करने के लिए दिया जाता है। राशि बैंक के नीतियों के आधार पर भिन्न होती है और आमतौर पर मेडिकल बिलों की प्रतिपूर्ति शामिल होती है।
लीव ट्रैवल अलाउंस (LTA): यह छुट्टी के दौरान यात्रा खर्चों को कवर करने के लिए दिया जाता है। LTA आमतौर पर वार्षिक होता है और भारत के किसी भी स्थान पर यात्रा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
अन्य भत्ते: कुछ बैंकों द्वारा परिवहन भत्ता, फर्नीचर भत्ता, और यूनिफॉर्म भत्ता जैसे अतिरिक्त भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं, जो बैंक की नीतियों पर निर्भर करते हैं।
अतिरिक्त लाभ
IBPS: बैंक पीओ कई अन्य लाभ भी प्राप्त करते हैं जो उनके कुल वेतन पैकेज में योगदान करते हैं:
प्रोविडेंट फंड (PF): सैलरी का एक हिस्सा कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) में योगदान के रूप में जमा होता है, जो एक सेवानिवृत्ति बचत योजना है। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं।
गैट्रुइटी: यह एक एकमुश्त राशि होती है जो कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति या इस्तीफे के समय प्रदान की जाती है। गैट्रुइटी की राशि सेवा की अवधि और बेसिक सैलरी पर आधारित होती है।
पेंशन स्कीम:IBPS: कुछ बैंकों द्वारा पेंशन स्कीम्स प्रदान की जाती हैं, जो सेवानिवृत्ति के बाद नियमित मासिक पेंशन प्रदान करती हैं। यह प्रोविडेंट फंड के लाभ के अतिरिक्त होती है।
ग्रुप इंश्योरेंस: बैंक पीओ ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसीज के अंतर्गत आते हैं, जो आकस्मिक मृत्यु या विकलांगता के मामले में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं।
लोन सुविधाएं: बैंकों द्वारा कर्मचारियों को आवास, शिक्षा और व्यक्तिगत आवश्यकताओं के लिए concessional लोन प्रदान किए जाते हैं।
IBPS: बैंक पीओ की सैलरी स्थिर नहीं रहती; यह करियर प्रगति के साथ बढ़ती है। प्रोबेशनरी अवधि पूरी करने के बाद, जो सामान्यतः दो साल की होती है, बैंक पीओ की पुष्टि होती है और वे पदोन्नति के योग्य होते हैं। बैंक पीओ के लिए सामान्य करियर प्रगति इस प्रकार है:
असिस्टेंट मैनेजर (स्केल I): प्रारंभिक पद जिसमें बेसिक सैलरी लगभग ₹36,000 प्रति माह होती है।
मैनेजर (स्केल II):IBPS: कुछ वर्षों की सेवा के बाद, पीओ इस पद पर पदोन्नत होते हैं, जो उच्च बेसिक वेतन और बढ़े हुए भत्ते प्रदान करता है।
सीनियर मैनेजर (स्केल III): आगे की पदोन्नति से इस भूमिका में प्रवेश होता है, जिसमें अतिरिक्त जिम्मेदारियाँ और बढ़ी हुई सैलरी पैकेज होती है।
चीफ मैनेजर (स्केल IV), असिस्टेंट जनरल मैनेजर (स्केल V), और जनरल मैनेजर (स्केल VI): करियर के अंतिम स्तर पर उच्च वेतन और लाभ होते हैं।
अन्य सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों की तुलना
IBPS: अन्य सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों की तुलना में, बैंक पीओ की सैलरी प्रतिस्पर्धात्मक होती है। हालांकि बेसिक सैलरी कुछ केंद्रीय सरकारी पदों की तुलना में कम हो सकती है, समग्र वेतन पैकेज, जिसमें भत्ते और लाभ शामिल हैं, इसे आकर्षक बनाता है।
निष्कर्ष
IBPS बैंक पीओ की सैलरी एक संतुलित पैकेज होती है जिसमें प्रतिस्पर्धात्मक बेसिक सैलरी के साथ विभिन्न भत्ते और लाभ शामिल होते हैं। प्रारंभिक सैलरी को अतिरिक्त भत्तों और लाभों द्वारा बढ़ाया जाता है। बैंकिंग क्षेत्र में करियर प्रगति के साथ सैलरी में वृद्धि होती है, जो इसे कई लोगों के लिए एक लाभकारी करियर विकल्प बनाता है। किसी भी नौकरी की तरह, विशिष्ट सैलरी और लाभ बैंक, स्थान, और व्यक्तिगत परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं, लेकिन सामान्य संरचना पूरे क्षेत्र में समान रहती है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने अभी से प्रचार में अपनी ताकत लगा दी है। करनाल में आप सांसद ने रैली को संबोधित किया। ‘बदलाव जनसभा’ के दौरान आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुफ्त शिक्षा, पानी, बिजली, बस यात्रा और रोजगार सहित सभी पांच गारंटी को हरियाणा में लागू करने का वादा किया।
उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान हरियाणा में बदलाव का आह्वान किया।
AAP ने मुफ्त शिक्षा, पानी, बिजली, बस यात्रा और रोजगार का वादा किया
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुफ्त शिक्षा, पानी, बिजली, बस यात्रा और रोजगार सहित सभी पांच गारंटी को हरियाणा में लागू करने का वादा किया। विधायक ने कहा कि उनकी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल हरियाणा के बेटे हैं और जेल में उनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ रही है, क्योंकि उनका शर्करा स्तर खतरनाक स्तर तक गिर गया है।
उन्होंने भाजपा पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, लगभग 3,000 स्कूलों को बंद करने और स्वास्थ्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया। पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा, नेता सुनील बिंदल, बलविंदर सिंह और अन्य भी मौजूद थे।
सिंह ने अग्निवीर योजना के मुद्दे पर भी प्रकाश डाला और कहा कि केंद्र में इंडिया ब्लॉक के सत्ता में आने के बाद वे इसे खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा, ”हमें अग्निवीर नहीं बल्कि सेना में पारंपरिक भर्ती चाहिए जहां युवाओं को देश की सेवा करने के लिए 17 साल तक नौकरी मिलती है।”