लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को Union Budget 2024-25 की आलोचना करते हुए वित्त मंत्री पर खोखले वादे करने का आरोप लगाया।
Union Budget 2024 की सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेताओ ने आलोचना की
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर उन्होंने ट्वीट किया, “कुर्सी बचाओ बजट। सहयोगियों को खुश करना अन्य राज्यों की कीमत पर उनसे खोखले वादे।आम भारतीयों को कोई राहत नहीं, लेकिन AA को लाभ।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ‘एक्स’ पर ट्वीट किया, “मोदी सरकार का ‘नकलची बजट’ कांग्रेस के न्याय एजेंडे की भी ठीक से नकल नहीं कर सका! मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन सहयोगियों को धोखा देने के लिए आधी-अधूरी ‘रेवड़ियाँ’ बाँट रहा है ताकि NDA बच जाए। यह ‘देश की प्रगति’ का बजट नहीं है, यह ‘मोदी सरकार बचाओ’ का बजट है!”
खड़गे ने बजट में युवाओं, किसानों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों, मध्यम वर्ग और ग्रामीण गरीबों के लिए पर्याप्त घोषणाओं की कमी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए कोई महत्वपूर्ण योजना नहीं है, और सरकार बढ़ती मुद्रास्फीति और ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी कर रही है।
उन्होंने कहा, “कुछ भी ठोस नहीं है! ‘गरीब’ शब्द सिर्फ़ आत्म-ब्रांडिंग का साधन बन गया है।”
खड़गे ने रेलवे सुरक्षा, जनगणना कराने और रोजगार के अवसर बढ़ाने में सरकार की विफलता के लिए भी सरकार की आलोचना की।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता P Chidambaram ने कहा कि बजट में “अवसरों को खो दिया गया” और कांग्रेस की रोजगार-लिंक्ड प्रोत्साहन (ELI) और अप्रेंटिसशिप योजना को अपनाने का स्वागत किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र से और विचार शामिल किए जाने चाहिए थे। चिदंबरम ने एंजल टैक्स को खत्म करने के कदम का भी स्वागत किया, जो कांग्रेस की लंबे समय से चली आ रही मांग थी।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी केंद्रीय बजट की आलोचना की और इसे बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष परियोजनाओं का उल्लेख करके सत्ता में बने रहने की चाल बताया।
यादव ने कहा, “पिछले 10 सालों में उन्होंने बेरोजगारी बढ़ाई है” और सवाल किया कि भाजपा ने किसानों और युवाओं के लिए क्या किया है।
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा, “महिलाओं के बारे में मुख्य चिंता उनकी सुरक्षा है, और इस मुद्दे को संबोधित नहीं किया गया है। सरकार महंगाई को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाना चाहती है।”
CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी ने आलोचनाओं में शामिल होते हुए कहा कि बजट बढ़ती बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और खाद्य कीमतों को संबोधित करने में विफल रहा। उन्होंने बताया कि जीडीपी के अनुसार सरकारी खर्च में कमी आई है, जिससे लोगों के लिए समस्याएं बढ़ेंगी।
अपने बजट की घोषणा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में नए हवाई अड्डों और मेडिकल कॉलेजों, मंदिर गलियारों और राजगीर जैन मंदिर स्थल के लिए विशेष निधि पर प्रकाश डाला। आंध्र प्रदेश को चालू वित्त वर्ष के लिए 15,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ पूंजी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए विशेष वित्तीय सहायता मिली।
Diabetes एक दीर्घकालिक स्थिति है जो दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। इसे मुख्यतः टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज के रूप में जाना जाता है। डायबिटीज का प्रबंधन आमतौर पर दवा, जीवनशैली में बदलाव और आहार में संशोधन की आवश्यकता होती है। हालांकि, कई लोग प्राकृतिक उपचारों की ओर भी बढ़ रहे हैं ताकि पारंपरिक चिकित्सा विधियों का समर्थन किया जा सके। इनमें से, आयुर्वेद, जो एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है, कई वर्षों से उपयोग में आने वाले उपचार प्रदान करता है।
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आश्चर्यजनक रूप से, कुछ प्रभावशाली आयुर्वेदिक समाधान आपकी रसोई में ही मौजूद हैं। इस लेख में, हम पांच ऐसे आयुर्वेदिक चमत्कारों की चर्चा करेंगे – मेथी के बीज, दारचीनी, हल्दी, करेले और आंवला – जो Diabetes को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं और संभवतः इसे जड़ से समाप्त करने में सहायक हो सकते हैं।
1. मेथी के बीज (Methi)
मेथी के बीज, जिन्हें आयुर्वेद में ‘मethi’ के नाम से जाना जाता है, Diabetes के प्रबंधन के लिए सदियों से उपयोग में लाए जाते हैं। ये बीज घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं, जो रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ते हैं, जो Diabetes को बढ़ा सकता है।
मेथी के बीज का उपयोग कैसे करें:
भिगोए हुए बीज: एक चम्मच मेथी के बीज को रातभर पानी में भिगोएं। सुबह में, भिगोए हुए बीजों को खा लें और पानी पी लें। यह विधि दिनभर रक्त शर्करा स्तर को स्थिर रखने में मदद करती है।
पाउडर बनाए हुए बीज: मेथी के बीजों को सुखाकर भूनें और पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर के एक चम्मच को गर्म पानी में मिलाकर दिन में एक बार पिएं। यह विधि लाभकारी यौगिकों के अवशोषण को बढ़ाती है।
मेथी के बीज के लाभ:
इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार: मेथी के बीज में सैपोनिन्स और फाइबर्स जैसे यौगिक होते हैं जो इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारते हैं, जो टाइप 2 Diabetes के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है। बेहतर इंसुलिन संवेदनशीलता का मतलब है कि शरीर इंसुलिन का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकता है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करता है: मेथी के बीजों का सेवन खाद्य पदार्थों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम कर सकता है, जिससे भोजन के बाद रक्त शर्करा स्तर में अचानक वृद्धि को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। यह स्थिर रक्त शर्करा स्तर बनाए रखने के लिए फायदेमंद है।
2. दारचीनी (Cinnamon)
दारचीनी, जिसे आयुर्वेद में ‘दालचीनी’ के नाम से जाना जाता है, केवल एक सुगंधित मसाला नहीं है बल्कि Diabetes को प्रबंधित करने के लिए एक शक्तिशाली औषधि भी है। इसके सक्रिय यौगिक, जैसे सिनामाल्डिहाइड, इंसुलिन की कार्यक्षमता और ग्लूकोज के मेटाबोलिज़्म में सुधार करने में मदद करते हैं।
दारचीनी का उपयोग कैसे करें:
दारचीनी चाय: एक दारचीनी स्टिक को पानी में उबालें और कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें। फिर इसे छान लें और दिन में एक या दो बार पीएं। यह सरल उपाय इंसुलिन क्रिया को बढ़ा सकता है और रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित कर सकता है।
दारचीनी पाउडर: आप सुबह के ओटमील, स्मूदी या अन्य भोजन में एक चम्मच दारचीनी पाउडर डाल सकते हैं। यह विधि दारचीनी को अपने आहार में आसानी से शामिल करने का एक तरीका है।
दारचीनी के लाभ:
इंसुलिन क्रिया को बढ़ाता है: दारचीनी इंसुलिन की क्रिया को बढ़ाती है, जिससे रक्त शर्करा स्तर को कम करने में मदद मिलती है। यह प्रभाव विशेष रूप से इंसुलिन प्रतिरोध या टाइप 2 Diabetes वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करता है: नियमित रूप से दारचीनी का सेवन करने से फास्टिंग रक्त शर्करा स्तर में कमी आ सकती है और कुल मिलाकर ग्लाइकेमिक नियंत्रण में सुधार हो सकता है। यह भोजन के बाद रक्त शर्करा की चोटी को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
3. हल्दी (Turmeric)
हल्दी, जिसे आयुर्वेद में ‘हल्दी’ के नाम से जाना जाता है, अपनी एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसका सक्रिय घटक, करक्यूमिन, Diabetes के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, सूजन को कम करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारने में मदद करता है।
हल्दी का उपयोग कैसे करें:
गोल्डन मिल्क: हल्दी का सेवन करने का एक लोकप्रिय तरीका गोल्डन मिल्क है। एक चम्मच हल्दी पाउडर को एक कप गर्म दूध (डेयरी या प्लांट-बेस्ड) में मिलाएं और सोने से पहले पिएं। यह संयोजन सूजन को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।
हल्दी पेस्ट: आप हल्दी पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना सकते हैं। इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर लगाएं या शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
हल्दी के लाभ:
एंटी-इन्फ्लेमेटरी: हल्दी में करक्यूमिन सूजन को कम करता है, जो अक्सर डायबिटीज रोगियों में उच्च होती है। क्रॉनिक सूजन इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकती है, इसलिए इसे कम करना Diabetes प्रबंधन के लिए लाभकारी है।
इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है: हल्दी इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करती है, जिससे ग्लूकोज स्तर को अधिक प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। हल्दी का नियमित सेवन बेहतर रक्त शर्करा नियंत्रण में मदद कर सकता है।
4. करेला (Bitter Gourd)
करेला, जिसे आयुर्वेद में ‘करेला’ के नाम से जाना जाता है, डायबिटीज के लिए लाभकारी प्रभावों के लिए प्रसिद्ध है। इसकी कड़वाहट के पीछे ऐसे यौगिक होते हैं जो इंसुलिन की तरह काम करते हैं और रक्त ग्लूकोज स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
करेला का उपयोग कैसे करें:
करेला का जूस: ताजे करेले से जूस निकालें और सुबह के समय खाली पेट पीएं। यह विधि रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने और शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करती है।
पका हुआ करेला: अपने आहार में करेला को शामिल करें, इसे सब्जी के रूप में पकाकर या करी में डालकर। इसे मसालों के साथ पकाने से इसकी कड़वाहट कम हो जाती है, जबकि इसके स्वास्थ्य लाभ बने रहते हैं।
करेला के लाभ:
इंसुलिन जैसे प्रभाव: करेला में ऐसे यौगिक होते हैं जो इंसुलिन जैसे प्रभाव उत्पन्न करते हैं, जो रक्त शर्करा स्तर को कम करने में मदद करते हैं। यह Diabetes रोगियों के आहार में एक मूल्यवान जोड़ है।
जिगर को डिटॉक्सिफाई करता है: करेला जिगर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है, जो समग्र मेटाबोलिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। एक स्वस्थ जिगर रक्त शर्करा स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
5. आंवला (Amla)
आंवला, जिसे भारतीय आमला कहा जाता है, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स का समृद्ध स्रोत है। यह शरीर की रक्त शर्करा को नियंत्रित करने की क्षमता को समर्थन प्रदान करता है और पैंक्रियास के कार्य को सुधारता है, जो इंसुलिन उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है।
आंवला का उपयोग कैसे करें:
आंवला का जूस: एक चम्मच ताजे आंवला के जूस को थोड़ा शहद या पानी के साथ पिएं। यह तैयारी विटामिन C और अन्य लाभकारी यौगिकों का संकेंद्रित डोज प्रदान करती है।
आंवला पाउडर: आंवला पाउडर को पानी या दही के साथ मिलाकर एक बार दैनिक सेवन करें। यह विधि आपके आहार में आंवला को आसानी से शामिल करने का तरीका है।
आंवला के लाभ:
इम्यूनिटी को बढ़ाता है: आंवला की उच्च विटामिन C सामग्री इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है, जो Diabetes से संबंधित जटिलताओं को प्रबंधित करने और समग्र स्वास्थ्य को समर्थन देने के लिए आवश्यक है।
पैंक्रियास के कार्य को समर्थन: आंवला पैंक्रियास के कार्य में सुधार करता है, जो इंसुलिन उत्पादन में सहायक होता है। प्रभावी इंसुलिन उत्पादन रक्त ग्लूकोज स्तर को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनी Diabetes प्रबंधन योजना में शामिल करना प्रभावशाली हो सकता है, लेकिन इन्हें सोच-समझकर अपनी दिनचर्या में शामिल किया जाना चाहिए। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:
स्वास्थ्य देखरेखकर्ता से परामर्श करें: किसी भी नए उपचार को अपनी Diabetes प्रबंधन योजना में शामिल करने से पहले अपने स्वास्थ्य देखरेखकर्ता से परामर्श करें। वे खुराक और आपकी मौजूदा दवाओं के साथ संभावित अंतःक्रियाओं पर मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
लगातार उपयोग करें: इन उपायों को प्रभावी बनाने के लिए नियमितता आवश्यक है। इन्हें अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करें और अपने रक्त शर्करा स्तर की निगरानी करें ताकि उनके प्रभाव का मूल्यांकन कर सकें।
संतुलित आहार बनाए रखें: आयुर्वेदिक उपायों को एक संतुलित आहार के साथ मिलाकर उपयोग करें, जिसमें सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज, और lean प्रोटीन शामिल हों। एक स्वस्थ आहार Diabetes के प्रबंधन के लिए आवश्यक है।
नियमित व्यायाम करें: इन उपायों को नियमित शारीरिक गतिविधि के साथ मिलाएं। व्यायाम इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है और समग्र रक्त ग्लूकोज नियंत्रण में मदद करता है।
स्वास्थ्य की निगरानी करें: किसी भी बदलाव को ट्रैक करें जो आपके रक्त शर्करा स्तर, समग्र स्वास्थ्य, और संभावित साइड इफेक्ट्स में आ सकते हैं। अपनी जांच और चिकित्सा सलाह के आधार पर उपायों का उपयोग समायोजित करें।
निष्कर्ष
मेथी के बीज, दारचीनी, हल्दी, करेला, और आंवला जैसे आयुर्वेदिक उपायों को अपने Diabetes प्रबंधन योजना में शामिल करना पारंपरिक उपचारों के साथ एक सहायक समर्थन प्रदान कर सकता है। इन उपचारों की लंबे समय से उपयोग की गई परंपरा और प्राकृतिक गुण डायबिटीज को नियंत्रित करने, इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारने, और मूलभूत कारणों को संबोधित करने में मदद कर सकते हैं।
हालांकि, इन उपायों को एक व्यापक दृष्टिकोण के भाग के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए जिसमें चिकित्सा मार्गदर्शन, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और स्वास्थ्य की निगरानी शामिल हो। इन प्राकृतिक सामग्री की शक्ति को अपनाकर, आप Diabetes का अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने के लिए सक्रिय कदम उठा सकते हैं और संभावित रूप से इसे जड़ से समाप्त करने की दिशा में बढ़ सकते हैं।
खूबसूरत और दमकती त्वचा पाने के लिए हम में से कई लोग वाणिज्यिक स्किनकेयर उत्पादों की ओर रुख करते हैं, लेकिन कई बार हम प्राकृतिक उपचारों की प्रभावशीलता को नजरअंदाज कर देते हैं। एक ऐसा शक्तिशाली घटक जो सदियों से सराहा जाता रहा है, वह है बेसन। बेसन, जिसे चने का आटा भी कहा जाता है, पोषक तत्वों से भरपूर और उपयोग में बहुत ही बहुपरकारी है। आइए जानते हैं बेसन के त्वचा पर चमत्कारी लाभ और कैसे आप इसका उपयोग करके अपनी त्वचा को चमकदार और दाग-धब्बे रहित बना सकते हैं।
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Besan क्या है?
बेसन, या चने का आटा, पीसे हुए चने से बनाया जाता है। चने, जो कई खाद्य पदार्थों का हिस्सा होते हैं, आवश्यक पोषक तत्वों जैसे प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं। ये पोषक तत्व न केवल आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं बल्कि त्वचा पर उपयोग करने पर भी अद्भुत प्रभाव डालते हैं।
Besan के त्वचा पर लाभ
प्राकृतिक एक्सफोलिएटर एक्सफोलिएशन मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने और नए कोशिकाओं के बनने को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण है। बेसन एक सौम्य एक्सफोलिएटर के रूप में कार्य करता है जो मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है। इसका थोड़े粗粗े बनावट त्वचा को चिकना और ताजगीपूर्ण बनाता है।
चमकदार त्वचा नियमित उपयोग से Besan त्वचा को चमकदार बनाने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद विटामिन बी और मिनरल्स काले धब्बों और हाइपरपिगमेंटेशन को कम करने में मदद करते हैं। बेसन की प्राकृतिक ब्लीचिंग गुण त्वचा के रंग को हल्का कर देती है और उसे स्वस्थ चमक प्रदान करती है।
मुँहासे और धब्बे कम करना बेसन में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुँहासे से लड़ने और धब्बों को कम करने में सहायक होते हैं। यह त्वचा से अतिरिक्त तेल को अवशोषित करता है, जिससे छिद्र बंद होने की संभावना कम होती है जो मुँहासे का कारण बन सकते हैं। बेसन का उपयोग करके आप साफ, धब्बे रहित त्वचा बनाए रख सकते हैं।
मॉइश्चराइजिंग प्रभाव इसके एक्सफोलिएटिंग गुणों के बावजूद, Besan में मॉइश्चराइजिंग प्रभाव भी होता है। जब इसे अन्य हाइड्रेटिंग सामग्री जैसे दही या दूध के साथ मिलाया जाता है, तो बेसन त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करता है। यह सभी त्वचा प्रकारों के लिए उपयुक्त होता है, विशेषकर सूखी त्वचा वाले लोगों के लिए।
एंटी-एजिंग लाभ बेसन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं जो समय से पहले बुढ़ापे का कारण बनते हैं। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके, बेसन झुर्रियों, फाइन लाइन्स और ढीली त्वचा को कम करने में मदद करता है। नियमित उपयोग से त्वचा जवान और कसी हुई दिख सकती है।
त्वचा की बनावट में सुधार Besan त्वचा की बनावट को बेहतर बनाता है, अशुद्धियों और मृत कोशिकाओं को हटाकर। यह छिद्रों के आकार को कम करने में भी मदद करता है, जिससे त्वचा की बनावट अधिक समान और चिकनी दिखती है। यह असमान त्वचा की बनावट या खुरदुरी जगहों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
त्वचा के लिए बेसन का उपयोग कैसे करें
बेसन की बहुपरकारी उपयोगिता इसे विभिन्न DIY स्किनकेयर रेसिपीज में उपयोग करने की अनुमति देती है। यहां कुछ प्रभावी तरीके दिए गए हैं जिनसे आप Besan को अपनी ब्यूटी रूटीन में शामिल कर सकते हैं:
विधि: सभी सामग्री को मिलाकर एक चिकना पेस्ट बनाएं। इसे अपने चेहरे और गर्दन पर समान रूप से लगाएं, आंखों के आस-पास के क्षेत्र को छोड़ दें। 15-20 मिनट तक लगाकर रखें, फिर गुनगुने पानी से धो लें। यह पैक त्वचा को चमकदार बनाता है और धब्बों को कम करता है।
विधि: सामग्री को एक गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए मिलाएं। इसे अपने चेहरे पर गोल-गोल घुमाते हुए मसाज करें। 10 मिनट तक लगा रहने दें, फिर धो लें। यह स्क्रब त्वचा को एक्सफोलिएट करता है और काले धब्बों को हल्का करता है।
Besan और दूध क्लेंजर
सामग्री: 2 टेबलस्पून बेसन, 2 टेबलस्पून दूध।
विधि: बेसन और दूध को मिलाकर एक चिकना पेस्ट बनाएं। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और गोल-गोल घुमाते हुए मसाज करें। गुनगुने पानी से धो लें। यह क्लेंजर त्वचा से अशुद्धियों को हटाता है और त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाता है।
विधि: सभी सामग्री को मिलाकर एक चिकना मास्क बनाएं। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट तक रहने दें। धो लें। यह मास्क त्वचा को हाइड्रेट करता है और शांत करता है, जिससे संवेदनशील या परेशान त्वचा के लिए आदर्श है।
बेसन और गुलाब जल फेस पैक
सामग्री: 2 टेबलस्पून बेसन, 1 टेबलस्पून गुलाब जल।
विधि: Besan को गुलाब जल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे अपने चेहरे पर समान रूप से लगाएं और 15-20 मिनट तक रखें। ठंडे पानी से धो लें। यह पैक त्वचा को शांत करता है और उसके प्राकृतिक pH संतुलन को बनाए रखता है।
पैच टेस्ट: अपने पूरे चेहरे पर बेसन लगाने से पहले एक पैच टेस्ट जरूर करें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप किसी भी सामग्री के प्रति एलर्जी या संवेदनशील नहीं हैं।
नियमितता: बेहतरीन परिणाम के लिए, बेसन आधारित मास्क और स्क्रब का नियमित उपयोग करें लेकिन अत्यधिक उपयोग से बचें, क्योंकि अधिक एक्सफोलिएशन त्वचा को उत्तेजित कर सकता है।
संग्रहण: बेसन को ठंडी और सूखी जगह पर रखें ताकि उसकी प्रभावशीलता बनी रहे और संदूषण से बचा जा सके।
निष्कर्ष
बेसन, अपने अद्भुत लाभों के साथ, आपके स्किनकेयर रूटीन में सचमुच एक चमत्कारी घटक है। इसके प्राकृतिक एक्सफोलिएटिंग, चमकदार और एंटीबैक्टीरियल गुण इसे किसी भी ब्यूटी रूटीन में मूल्यवान बनाते हैं। बेसन को अपने स्किनकेयर प्रैक्टिस में शामिल करके, आप एक चमकदार, दाग-धब्बे रहित त्वचा का आनंद ले सकते हैं और प्रकृति की शक्ति का उपयोग कर सकते हैं। इस प्राचीन उपाय को अपनाएं और बेसन के लाभों का अनुभव करें!
स्वस्थ Lifestyle की ओर कदम बढ़ाना शुरुआत में कठिन लग सकता है, लेकिन यह उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है। छोटी-छोटी लेकिन प्रभावी बदलाव आपके समग्र स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधार ला सकते हैं। यहाँ चार आसान लेकिन प्रभावशाली टिप्स हैं जो आपकी ज़िंदगी को बेहतर बना सकते हैं:
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1. संतुलित पोषण को प्राथमिकता दें
पोषण को समझें
संतुलित पोषण एक स्वस्थ Lifestyle की नींव है। यह सिर्फ कम खाने या कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज़ करने के बारे में नहीं है; यह समझने के बारे में है कि विभिन्न पोषक तत्व आपके शरीर में कैसे काम करते हैं और ऐसे विकल्प चुनना जो आपके स्वास्थ्य लक्ष्यों का समर्थन करें।
विविधता शामिल करें
Lifestyle: एक संतुलित आहार में सभी खाद्य समूहों से विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ शामिल होने चाहिए। अपने प्लेट को रंग-बिरंगे फल और सब्जियों, दुबले प्रोटीन, साबुत अनाज, और स्वस्थ वसा से भरें। प्रत्येक रंग विभिन्न पोषक तत्वों का प्रतिनिधित्व करता है, जो आपके शरीर को चाहिए। उदाहरण के लिए, गाजर और शकरकंद जैसे संतरे और पीले रंग की सब्जियाँ विटामिन A से भरपूर होती हैं, जबकि हरी पत्तेदार सब्जियाँ आयरन और कैल्शियम से भरी होती हैं।
पोषण नियंत्रण
पोषण के आकार को समझना अधिक खाने से बचने में मदद कर सकता है। छोटे प्लेटों का उपयोग करके भागों को नियंत्रित करें और अपने शरीर के भूख संकेतों को सुनें। धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक खाने से आपको यह पहचानने में मदद मिल सकती है कि आप कब भरे हुए हैं।
हाइड्रेशन
हाइड्रेशन के महत्व को न भूलें। पानी लगभग हर शारीरिक कार्य के लिए आवश्यक है, जैसे पाचन से लेकर तापमान नियंत्रण तक। दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें। अगर साधा पानी आपके लिए मजेदार नहीं है, तो उसे नींबू या खीरे जैसे फलों से स्वादिष्ट बना सकते हैं।
2. नियमित शारीरिक गतिविधि को अपनाएं
ऐसी गतिविधियाँ खोजें जो आपको पसंद हों
Lifestyle: व्यायाम एक कठिन काम नहीं होना चाहिए। कुंजी यह है कि आप ऐसी गतिविधियाँ खोजें जो आपको सचमुच पसंद हों, चाहे वह नृत्य, पहाड़ों पर चढ़ाई, तैराकी, या खेल खेलना हो। जब आप जो कर रहे हैं उसका आनंद लेते हैं, तो आप इसे लंबे समय तक बनाए रखने की संभावना अधिक होती है।
वास्तविक लक्ष्य निर्धारित करें
साध्य लक्ष्यों से शुरू करें। यदि आप व्यायाम में नए हैं, तो प्रति दिन 10-15 मिनट की गतिविधि का लक्ष्य रखें और धीरे-धीरे अवधि और तीव्रता बढ़ाएं। निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण है, खासकर जब आप शुरुआत कर रहे हों।
Lifestyle: मिश्रण करें
Lifestyle: अपने रूटीन में एरोबिक व्यायाम (जैसे चलना या साइकिल चलाना) और शक्ति प्रशिक्षण (जैसे वेटलिफ्टिंग या बॉडीवेट एक्सरसाइज) का मिश्रण शामिल करें। इससे मांसपेशियाँ बनती हैं, कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य में सुधार होता है, और मेटाबोलिज़्म बढ़ता है।
विश्राम और रिकवरी
विश्राम और रिकवरी के लिए समय निकालें। अपने शरीर को अत्यधिक काम करने से बचाएं, इससे जलन या चोट लग सकती है। उचित नींद सुनिश्चित करें और अपने व्यायाम कार्यक्रम में विश्राम के दिन शामिल करें ताकि आपकी मांसपेशियों को ठीक होने का समय मिले।
3. मानसिक कल्याण को बढ़ावा दें
माइंडफुलनेस का अभ्यास करें
Lifestyle: मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना शारीरिक स्वास्थ्य। अपनी दैनिक दिनचर्या में माइंडफुलनेस प्रथाओं को शामिल करें, जैसे ध्यान, गहरी साँस लेने के व्यायाम, या जर्नलिंग। ये प्रथाएँ तनाव को कम करने, ध्यान में सुधार, और समग्र भावनात्मक भलाई को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
सीमाएँ निर्धारित करें
आज की तेज-तर्रार दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए सीमाएँ निर्धारित करना महत्वपूर्ण है। जब आवश्यक हो तो नहीं कहना सीखें और अपने लिए समय प्राथमिकता दें। इसका मतलब हो सकता है कि काम के घंटे सीमित करें, विश्राम का समय बनाएं, या उन शौकों के लिए समय निकालें जो आपको आनंदित करते हैं।
समर्थन प्राप्त करें
यदि आप मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो समर्थन प्राप्त करने में संकोच न करें। एक चिकित्सक या काउंसलर से बात करना तनाव और भावनात्मक चुनौतियों को प्रबंधित करने के लिए मूल्यवान उपकरण और रणनीतियाँ प्रदान कर सकता है। दोस्तों और परिवार का एक मजबूत समर्थन नेटवर्क भी महत्वपूर्ण अंतर ला सकता है।
सकारात्मक रहें
Lifestyle: एक सकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा देना आपकी सहनशीलता और जीवन के प्रति समग्र दृष्टिकोण में सुधार कर सकता है। नियमित रूप से उन चीजों पर विचार करें जिनके लिए आप आभारी हैं। सकारात्मक प्रभावों से घिरे रहें और उन गतिविधियों में संलग्न हों जो आपको खुशी देती हैं।
4. स्वस्थ नींद के पैटर्न स्थापित करें
नींद का कार्यक्रम बनाएं
नींद के मामले में नियमितता महत्वपूर्ण है। हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने का लक्ष्य रखें, यहां तक कि वीकेंड्स पर भी। इससे आपके शरीर की आंतरिक घड़ी को नियमित करने में मदद मिलती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
आरामदायक बिस्तर की दिनचर्या बनाएं
एक शांतिपूर्ण सोने की दिनचर्या विकसित करें जो आपके शरीर को संकेत दे कि अब सोने का समय है। इसमें किताब पढ़ना, गर्म स्नान करना, या हल्की स्ट्रेचिंग या रिलैक्सेशन एक्सरसाइज शामिल हो सकती है।
स्क्रीन टाइम को सीमित करें
Lifestyle: स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी नींद में हस्तक्षेप कर सकती है। सोने से कम से कम एक घंटे पहले स्क्रीन से बचने की कोशिश करें। इसके बजाय, उन गतिविधियों का चयन करें जो विश्राम को बढ़ावा देती हैं, जैसे कि किताब पढ़ना या सुखदायक संगीत सुनना।
अपने बिस्तर को विश्रामकारी ठिकाना बनाएं। इसे ठंडा, अंधेरा और शांत रखें ताकि एक आदर्श नींद का वातावरण तैयार हो सके। एक आरामदायक गद्दा और तकिए में निवेश करें जो एक अच्छी रात की नींद का समर्थन करें।
निष्कर्ष
स्वस्थ Lifestyle अपनाना कठिन नहीं होना चाहिए। संतुलित पोषण, नियमित शारीरिक गतिविधि, मानसिक कल्याण, और स्वस्थ नींद के पैटर्न पर ध्यान केंद्रित करके, आप धीरे-धीरे लेकिन प्रभावी बदलाव कर सकते हैं जो आपके समग्र जीवन की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं। इन सरल टिप्स से शुरुआत करें और देखें कि कैसे ये आपके दैनिक रूटीन और भलाई को बदलते हैं। याद रखें, छोटे कदम बड़े बदलाव की ओर ले जाते हैं, और आपके स्वस्थ Lifestyle की ओर हर प्रयास सही दिशा में एक कदम है।
जब SUVs की बात आती है, जहां हर ब्रांड अपने नवीनतम मॉडल के साथ ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करता है, Toyota Corolla Cross एक शक्तिशाली प्रदर्शन, नवाचार और डिजाइन की उत्कृष्टता का प्रतीक बनकर उभरती है। Toyota, जो गुणवत्ता और विश्वसनीयता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है, ने Corolla Cross में इन सिद्धांतों को शानदार तरीके से समाहित किया है, जिससे एक ऐसा SUV तैयार हुआ है जो अपेक्षाओं से कहीं अधिक है।
इसकी ताकतवर इंजन से लेकर इसके अत्याधुनिक फीचर्स तक, Corolla Cross एक रोमांचक ड्राइविंग अनुभव का वादा करती है, जो एक स्टाइलिश पैकेज में लिपटी हुई है। आइए जानें इस SUV के उन अद्भुत पहलुओं के बारे में जो इसे अपनी श्रेणी में एक गेम-चेंजर बनाते हैं।
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Toyota Corolla Cross: शक्ति का मूल स्रोत
Toyota Corolla Cross का दिल एक शक्तिशाली 2.0-लीटर, 4-सिलेंडर इंजन है जो ब्रांड की शक्ति और दक्षता को एक संतुलित प्रदर्शन प्रदान करता है। यह इंजन 169 हॉर्सपावर का उत्पादन करता है, जिससे आपको विभिन्न ड्राइविंग परिदृश्यों के लिए पर्याप्त शक्ति मिलती है, चाहे वह शहर की सड़कों पर हो या हाईवे पर।
1. इंजन प्रदर्शन
Toyota Corolla Cross का इंजन एक ऐसा प्रदर्शन प्रदान करता है जो रोजमर्रा की ड्राइविंग जरूरतों और अधिक चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों दोनों को पूरा करता है। 169 हॉर्सपावर और 151 lb-ft टॉर्क के साथ, SUV त्वरित गति और सुगम शक्ति वितरण सुनिश्चित करती है, चाहे आप फ्रीवे पर शामिल हो रहे हों या धीमे वाहनों को ओवरटेक कर रहे हों। इंजन की प्रतिक्रियाशीलता को एक निरंतर चर संचरण (CVT) द्वारा समर्थन प्राप्त होता है जो शक्ति वितरण और ईंधन दक्षता को अनुकूलित करता है।
2. ईंधन दक्षता
अपनी शक्तिशाली इंजन के बावजूद, Toyota Corolla Cross ईंधन दक्षता में भी उत्कृष्ट रहती है, जो Toyota की इंजीनियरिंग की सिद्धि को दर्शाती है। SUV की अनुमानित माइलेज लगभग 31 मील प्रति गैलन है, जो प्रदर्शन और अर्थव्यवस्था के बीच एक सराहनीय संतुलन प्रदान करती है। यह दक्षता न केवल ईंधन स्टॉप की आवृत्ति को कम करती है बल्कि वाहन की जीवनकाल में चलने की लागत को भी कम करती है।
3. ड्राइविंग डायनामिक्स
Toyota Corolla Cross के ड्राइविंग डायनामिक्स को इसकी स्पोर्ट-ट्यून्ड सस्पेंशन प्रणाली द्वारा और भी बेहतर बनाया गया है, जो एक सुगम लेकिन आकर्षक राइड प्रदान करती है। चाहे आप शहरी ट्रैफिक से गुजर रहे हों या मोड़दार सड़कों पर यात्रा कर रहे हों, SUV की सस्पेंशन बेहतरीन हैंडलिंग और स्थिरता प्रदान करती है, जो ड्राइविंग अनुभव को आत्मविश्वासपूर्ण और आनंदमय बनाती है।
उन्नत सुरक्षा विशेषताएँ
सुरक्षा Toyota की विचारधारा का एक मुख्य पहलू है, और Corolla Cross इस प्रतिबद्धता को एक व्यापक सुरक्षा विशेषताओं की श्रृंखला के साथ दर्शाती है। Toyota Safety Sense, ब्रांड की ड्राइवर-असिस्टेंस प्रौद्योगिकियों का पैकेज, Toyota Corolla Cross पर मानक के रूप में आता है, जो ड्राइवर और यात्रियों दोनों के लिए शांति की भावना प्रदान करता है।
1. प्री-कोलिशन सिस्टम:
प्री-कोलिशन सिस्टम (PCS) फ्रंटल टकराव के संभावित खतरों को पहचानने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यदि एक टकराव का जोखिम पहचान लिया जाता है, तो सिस्टम ड्राइवर को दृश्य और श्रवण अलर्ट प्रदान करता है और यदि आवश्यक हो, तो स्वचालित रूप से ब्रेक लागू कर सकता है, जिससे टकराव की गंभीरता को कम किया जा सकता है या पूरी तरह से रोका जा सकता है।
2. लेन डिपार्चर अलर्ट विद स्टीयरिंग असिस्ट:
यह फीचर वाहन की लेन के भीतर इसकी स्थिति की निगरानी करता है और यदि वाहन अनजाने में अपने लेन से भटकने लगे तो अलर्ट प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, लेन डिपार्चर अलर्ट विद स्टीयरिंग असिस्ट स्टीयरिंग इनपुट प्रदान कर सकता है ताकि वाहन को अपनी लेन के भीतर केंद्रित रखा जा सके, जिससे कुल मिलाकर ड्राइविंग सुरक्षा में वृद्धि होती है।
3. डायनामिक रडार क्रूज़ कंट्रोल:
डायनामिक रडार क्रूज़ कंट्रोल (DRCC) एक सेट स्पीड और वाहन के सामने की दूरी को बनाए रखता है। रडार और कैमरों का उपयोग करते हुए, सिस्टम ट्रैफिक की गति से मेल खाने के लिए वाहन की गति को समायोजित करता है, जो विशेष रूप से लंबी यात्राओं पर एक सुगम और तनाव-मुक्त ड्राइविंग अनुभव सुनिश्चित करता है।
4. ऑटोमैटिक हाई बीम्स:
ऑटोमैटिक हाई बीम्स फीचर रात के समय ड्राइविंग दृश्यता को बेहतर बनाता है, जो ट्रैफिक की स्थिति के आधार पर स्वचालित रूप से हाई और लो बीम्स के बीच स्विच करता है। यह सिस्टम अन्य चालकों को चकाचौंध किए बिना आदर्श लाइटिंग सुनिश्चित करता है, रात के समय ड्राइविंग के दौरान सुरक्षा को बेहतर बनाता है।
लक्ज़ीरियस आंतरिक आराम
Toyota Corolla Cross के अंदर कदम रखते ही आपको एक ऐसा आंतरिक अनुभव मिलता है जो आराम और परिष्कार को एक साथ प्रस्तुत करता है। कैबिन को उच्च गुणवत्ता वाली सामग्रियों और फिनिश के साथ बारीकी से तैयार किया गया है, जो एक ऐसा वातावरण बनाता है जो आमंत्रित करने वाला और कार्यात्मक दोनों है।
1. विशाल और बहुपरकारी सीटिंग:
Corolla Cross के अंदर एक विशाल इंटीरियर्स है जिसमें दोनों फ्रंट और रियर यात्रियों के लिए पर्याप्त लेगरूम और हेडरूम है। ड्राइवर की सीट को लंबे समय की ड्राइविंग के लिए आरामदायक तरीके से डिज़ाइन किया गया है, जबकि रियर सीटें यात्रियों के लिए पर्याप्त स्थान प्रदान करती हैं। इसके अतिरिक्त, रियर सीटों को 60/40 स्प्लिट कॉन्फ़िगरेशन में फोल्ड किया जा सकता है, जिससे कैरगो स्पेस बढ़ता है और बड़ी वस्तुओं को समायोजित किया जा सकता है, जो Toyota Corolla Cross को विभिन्न जीवनशैली की जरूरतों के लिए एक बहुपरकारी विकल्प बनाता है।
2. प्रीमियम सामग्रियाँ और फिनिश:
Corolla Cross के अंदर उच्च गुणवत्ता की सामग्रियों जैसे सॉफ्ट-टच सतहें, उच्च गुणवत्ता की अपहोल्स्ट्री और सुरुचिपूर्ण ट्रिम विवरण शामिल हैं। ये तत्व समग्र अनुभव को परिष्कृत और प्रीमियम बनाते हैं, जिससे ड्राइविंग का अनुभव और भी आनंदमय बन जाता है।
3. उन्नत जलवायु नियंत्रण:
SUV में एक डुअल-ज़ोन ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम शामिल है, जो ड्राइवर और यात्रियों को स्वतंत्र रूप से अपनी पसंदीदा तापमान सेटिंग्स को समायोजित करने की अनुमति देता है। यह सुविधा यह सुनिश्चित करती है कि हर कोई बाहरी मौसम की परिस्थितियों के बावजूद आरामदायक बना रहे।
अत्याधुनिक इन्फोटेनमेंट और कनेक्टिविटी
आज की डिजिटल दुनिया में, जुड़े रहना और मनोरंजन प्राप्त करना किसी भी वाहन का महत्वपूर्ण पहलू है, और Toyota Corolla Cross इस मामले में उत्कृष्ट है। SUV का इन्फोटेनमेंट सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि ड्राइवर और यात्रियों को जोड़े और मनोरंजन से युक्त रखा जाए, जबकि कनेक्टिविटी और सुविधा को कभी भी समझौता नहीं किया जाता है।
1. 8-इंच टचस्क्रीन डिस्प्ले:
Corolla Cross में एक 8-इंच टचस्क्रीन डिस्प्ले है जो वाहन के इन्फोटेनमेंट सिस्टम का केंद्रीय हब के रूप में कार्य करता है। इंटरफेस सहज और उत्तरदायी है, जो नेविगेशन, मीडिया और वाहन सेटिंग्स तक आसान पहुँच प्रदान करता है। डिस्प्ले की स्पष्ट रिज़ॉल्यूशन और उपयोगकर्ता-मित्र डिजाइन समग्र ड्राइविंग अनुभव को बढ़ाते हैं।
2. एप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो:
स्मार्टफोन इंटीग्रेशन Toyota Corolla Cross के इन्फोटेनमेंट सिस्टम का एक प्रमुख आकर्षण है। एप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो की संगतता के साथ, ड्राइवर अपने स्मार्टफोन को वाहन के सिस्टम से कनेक्ट कर सकते हैं, जिससे वे अपने पसंदीदा ऐप्स, संगीत और नेविगेशन को सीधे टचस्क्रीन से एक्सेस कर सकते हैं। यह इंटीग्रेशन यह सुनिश्चित करता है कि ड्राइवर जुड़े और मनोरंजन में रहें, बिना ध्यान भटकाए।
3. ब्लूटूथ कनेक्टिविटी:
ब्लूटूथ कनेक्टिविटी हाथ-फ्री कॉलिंग और ऑडियो स्ट्रीमिंग की सुविधा प्रदान करती है, जिससे ड्राइवर सड़क पर ध्यान केंद्रित रखते हुए अपने फोन कॉल और संगीत को प्रबंधित कर सकते हैं। सिस्टम की उपयोग में आसानी और विश्वसनीय प्रदर्शन एक सुरक्षित और आनंदमय ड्राइविंग अनुभव में योगदान करते हैं।
शानदार और आधुनिक डिजाइन
Toyota Corolla Cross सिर्फ प्रदर्शन और सुविधाओं के बारे में नहीं है; यह अपने आश्चर्यजनक डिजाइन के लिए भी खड़ा है। SUV का बाहरी डिजाइन आधुनिक सौंदर्यशास्त्र और कार्यात्मक तत्वों को जोड़ता है, जिससे एक ऐसा वाहन तैयार होता है जो न केवल दृश्य रूप से आकर्षक है बल्कि एरोडायनामिक रूप से भी प्रभावी है।
1. शानदार और बोल्ड फ्रंट ग्रिल:
Corolla Cross के सामने की ओर इसकी बोल्ड ग्रिल और शानदार LED हेडलाइट्स की विशेषताएँ हैं। ग्रिल का विशिष्ट डिज़ाइन परिष्कार का एक स्पर्श जोड़ता है, जबकि LED हेडलाइट्स उत्कृष्ट प्रकाश व्यवस्था प्रदान करती हैं और वाहन की उपस्थिति को बढ़ाती हैं।
2. एरोडायनामिक प्रोफ़ाइल:
SUV की एरोडायनामिक प्रोफ़ाइल इसके ईंधन दक्षता और समग्र ड्राइविंग प्रदर्शन में योगदान करती है। सावधानीपूर्वक डिज़ाइन की गई रेखाएँ और आकार न केवल वाहन की दृश्य अपील को बढ़ाते हैं बल्कि इसकी एरोडायनामिक विशेषताओं में भी सुधार करते हैं, जिससे हवा की प्रतिरोध कम होती है और स्थिरता बढ़ती है।
3. स्टाइलिश व्हील्स और बाहरी सजावट:
Toyota Corolla Cross में स्टाइलिश एलॉय व्हील्स और बाहरी सजावट शामिल हैं जो इसकी दृश्य अपील को और भी बढ़ाते हैं। इन तत्वों के संयोजन से यह सुनिश्चित होता है कि SUV सड़क पर एक मजबूत छाप छोड़ती है।
Toyota Corolla Cross को क्यों चुनें?
Toyota Corolla Cross अपने शक्ति, प्रौद्योगिकी और शैली के उत्कृष्ट मिश्रण के कारण अपने प्रतिस्पर्धी SUV बाजार में खड़ा है। यहाँ यह है कि यह SUV आपकी सूची में क्यों होनी चाहिए:
1. शक्ति और प्रदर्शन:
अपनी शक्तिशाली इंजन और प्रतिक्रियाशील ड्राइविंग डायनामिक्स के साथ, Corolla Cross एक रोमांचक ड्राइविंग अनुभव प्रदान करती है जो रोजमर्रा की जरूरतों और साहसिक यात्राओं दोनों के लिए उपयुक्त है।
2. उन्नत सुरक्षा:
सुरक्षा की व्यापक विशेषताओं की श्रृंखला यह सुनिश्चित करती है कि आप और आपके यात्री हर यात्रा पर सुरक्षित रहें। Toyota की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता Corolla Cross की विस्तृत ड्राइवर-असिस्टेंस प्रौद्योगिकियों में स्पष्ट है।
3. आंतरिक आराम और बहुपरकारीता:
Corolla Cross का विशाल और लक्ज़ीरियस आंतरिक, इसके बहुपरकारी सीटिंग और कैरगो विकल्पों के साथ, इसे परिवारों और व्यक्तियों दोनों के लिए एक व्यावहारिक विकल्प बनाता है।
अत्याधुनिक इन्फोटेनमेंट सिस्टम, स्मार्टफोन इंटीग्रेशन और कनेक्टिविटी सुविधाएँ सुनिश्चित करती हैं कि आप चलते समय जुड़े और मनोरंजन से युक्त रहें।
5. आकर्षक डिजाइन:
SUV का आधुनिक और परिष्कृत डिजाइन सुनिश्चित करता है कि यह सड़क पर ध्यान आकर्षित करे और हर जगह एक प्रभावशाली छाप छोड़े।
अंततः, Toyota Corolla Cross एक शानदार SUV है जो शक्ति, प्रौद्योगिकी और डिजाइन में उत्कृष्टता दर्शाती है। चाहे आप एक विश्वसनीय पारिवारिक वाहन की तलाश कर रहे हों या एक स्टाइलिश और शक्तिशाली दैनिक चालक की, Corolla Cross एक आकर्षक पैकेज प्रदान करती है जो विभिन्न आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को पूरा करती है। इसकी उन्नत विशेषताएँ, लक्ज़ीरियस आंतरिक और प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ, Corolla Cross Toyota की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। आज ही Toyota Corolla Cross का अनुभव करें और जानें कि यह SUV बाजार में क्यों एक बेहतरीन विकल्प है।
मल्टीस्टारर ‘Khel Khel Mein’ की रिलीज की तारीख जल्द ही नजदीक आ रही है, ऐसे में निर्माताओं ने मंगलवार को फिल्म का मोशन पोस्टर जारी किया।
पोस्टर में फिल्म के स्टार कलाकार अक्षय कुमार, तापसी पन्नू, फरदीन खान, वाणी कपूर, एमी विर्क, आदित्य सील और प्रज्ञा जायसवाल एक साथ खुशी-खुशी पोज देते नजर आ रहे हैं। अक्षय को चश्मा पहने देखा जा सकता है।
‘Khel Khel Mein’ फिल्म 15 अगस्त 2024 को सिनेमाघरों में होगी रिलीज
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्टर शेयर करते हुए अक्षय ने लिखा, “यारों वाला खेल… यारी वाली पिक्चर! बैंड बाजे के महल में… बैंड बजाने वाली पिक्चर! साल की सबसे बड़ी पारिवारिक मनोरंजक फिल्म को नमस्ते कहिए! खेल खेल में 15 अगस्त 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। #खेलखेल में #गेमऑन।”
कॉमेडी-ड्रामा 15 अगस्त 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। पहले इसे सितंबर में रिलीज किया जाना था।
भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, विपुल डी शाह, अश्विन वर्दे, राजेश बहल, शशिकांत सिन्हा और अजय राय द्वारा निर्मित, खेल खेल में “कॉमेडी-ड्रामा शैली को फिर से परिभाषित करने का लक्ष्य रखता है, जो सामान्य से परे भावनाओं की रोलरकोस्टर सवारी पेश करता है। इस सिनेमाई आनंद के लिए तारीख को सुरक्षित रखें, जो दर्शकों को हंसा-हंसा कर लोटपोट कर देगा और और अधिक देखने की लालसा पैदा करेगा”, बयान के अनुसार।
इस साल की शुरुआत में, निर्माताओं ने रिलीज़ की तारीख की घोषणा के साथ सेट से एक बीटीएस फोटो साझा की, “इस स्वतंत्रता दिवस पर, हंसी, नाटक और ढेर सारी मस्ती की पागल दुनिया में कदम रखें! 15 अगस्त, 2024 को अपने कैलेंडर पर निशान लगाएँ जब खेल खेल में सिनेमाघरों में आएगी।”
‘खेल खेल में’ का निर्देशन मुदस्सर अज़ीज़ ने किया है।