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Bread Rasgulla Recipe: एक विस्तृत गाइड

Bread Rasgulla पारंपरिक बंगाली मिठाई रसगुल्ला का एक त्वरित और अनोखा रूप है। छेना (पनीर) के बजाय, इस रेसिपी में ब्रेड का उपयोग किया जाता है, जिससे नरम, स्पंजी और स्वादिष्ट मिठाई तैयार होती है, जिसे चीनी की चाशनी में भिगोया जाता है। यह रसगुल्ला बनाने का एक आसान और सुविधाजनक तरीका है जिसमें कम सामग्री की आवश्यकता होती है।

Bread Rasgulla बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

Bread Rasgulla Recipe A Detailed Guide
Bread Rasgulla Recipe: एक विस्तृत गाइड

Bread Rasgulla बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:

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Bread Rasgulla बॉल्स के लिए:

  • 6-8 स्लाइस सफेद ब्रेड (ताज़ी और नरम)
  • 1/2 कप दूध
  • 1/4 कप मिल्क पाउडर (वैकल्पिक, अधिक समृद्ध स्वाद के लिए)
  • 1/2 चम्मच इलायची पाउडर
  • 1 चम्मच घी (स्मूथ टेक्सचर के लिए)
  • 1 बड़ा चम्मच कटे हुए मेवे (वैकल्पिक, स्टफिंग के लिए)
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Bread Rasgulla Recipe: एक विस्तृत गाइड

चाशनी के लिए:

  • 1 कप चीनी
  • 2 कप पानी
  • 1/2 चम्मच इलायची पाउडर
  • कुछ केसर के धागे (वैकल्पिक, रंग और सुगंध के लिए)
  • 1 चम्मच गुलाब जल (वैकल्पिक, अतिरिक्त खुशबू के लिए)

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Bread Rasgulla बनाने की विधि

स्टेप 1: आटा तैयार करें

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Bread Rasgulla Recipe: एक विस्तृत गाइड
  1. ब्रेड के किनारे काटकर उसे छोटे टुकड़ों में तोड़ लें।
  2. धीरे-धीरे दूध डालते हुए एक नरम और चिकना आटा गूंध लें।
  3. स्वाद बढ़ाने के लिए इलायची पाउडर और घी मिलाएं।
  4. यदि आवश्यक हो, तो दूध पाउडर मिलाकर आटे को अधिक समृद्ध बनाएं।
  5. आटे को छोटे-छोटे भागों में विभाजित करके चिकनी और दरार रहित गोलियां बना लें।
  6. अतिरिक्त स्वाद के लिए, अंदर कटे हुए मेवे भर सकते हैं।

स्टेप 2: चाशनी तैयार करें

  1. एक पैन में चीनी और पानी डालकर उबालें।
  2. जब तक चीनी पूरी तरह घुल न जाए, तब तक चलाते रहें।
  3. स्वाद बढ़ाने के लिए इलायची पाउडर, केसर और गुलाब जल डालें।
  4. चाशनी को 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें।

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स्टेप 3: रसगुल्ले पकाना

  1. तैयार ब्रेड बॉल्स को धीरे-धीरे उबलती हुई चाशनी में डालें।
  2. ढक्कन लगाकर मध्यम आंच पर 10-12 मिनट तक पकाएं।
  3. बीच-बीच में हल्के से हिलाएं, लेकिन ज्यादा न चलाएं ताकि वे टूट न जाएं।
  4. रसगुल्ले फूलकर बड़े और नरम हो जाएंगे और चाशनी को सोख लेंगे।
  5. गैस बंद कर दें और उन्हें कम से कम 30 मिनट तक चाशनी में डूबा रहने दें।

स्टेप 4: ब्रेड रसगुल्ला परोसना

  1. रसगुल्लों को पहले कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें और फिर फ्रिज में रखें।
  2. ठंडा परोसें ताकि यह अधिक स्वादिष्ट लगे।
  3. कटे हुए मेवे या केसर के धागों से सजाकर सर्व करें।

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सर्वोत्तम परिणामों के लिए टिप्स

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Bread Rasgulla Recipe: एक विस्तृत गाइड
  • अधिक मुलायम रसगुल्ले बनाने के लिए ताजी और नरम ब्रेड का उपयोग करें।
  • ब्रेड को ज्यादा दूध में न भिगोएं, सिर्फ उतना ही डालें जिससे आटा बंध जाए।
  • अच्छी तरह से गूंधें ताकि गोलियां बनाते समय दरार न आए।
  • चाशनी थोड़ी पतली रखें ताकि रसगुल्ले उसे अच्छी तरह सोख सकें।

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निष्कर्ष

ब्रेड रसगुल्ला एक स्वादिष्ट और त्वरित मिठाई है, जो मीठे के शौकीनों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। चाहे त्योहार हो या कोई खास अवसर, यह आसान और झटपट बनने वाली मिठाई सभी को पसंद आएगी। इस सरल रेसिपी को आज़माएं और घर पर बनाए गए स्वादिष्ट रसगुल्लों का आनंद लें!

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Brahma Mudra का दैनिक अभ्यास करने के 7 लाभ

Brahma Mudra एक शक्तिशाली हस्त मुद्रा है जो योग और ध्यान के अभ्यास में उपयोग की जाती है। इस मुद्रा को करने के लिए सभी उंगलियों को एक साथ जोड़कर अंगूठे के साथ मिलाया जाता है। यह मुद्रा शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने में मदद करती है। यहां ब्रह्मा मुद्रा का दैनिक अभ्यास करने के 7 प्रमुख लाभ दिए गए हैं:

1. मन को शांत करता है और तनाव कम करता है

7 Benefits of Practicing Brahma Mudra Daily
Brahma Mudra का दैनिक अभ्यास करने के 7 लाभ

ब्रह्मा मुद्रा का नियमित अभ्यास मन को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद करता है। यह मुद्रा तंत्रिका तंत्र को शांत करके चिंता और अवसाद को दूर करती है।

2. एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता बढ़ाता है

ब्रह्मा मुद्रा का अभ्यास मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। यह एकाग्रता, स्मृति और मानसिक स्पष्टता में सुधार करने में मदद करता है।

3. श्वसन प्रणाली को मजबूत करता है

7 Benefits of Practicing Brahma Mudra Daily
Brahma Mudra का दैनिक अभ्यास करने के 7 लाभ

इस मुद्रा का अभ्यास फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और श्वसन प्रणाली को मजबूत करता है। यह गहरी सांस लेने को प्रोत्साहित करता है, जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है।

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4. आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देता है

7 Benefits of Practicing Brahma Mudra Daily
Brahma Mudra का दैनिक अभ्यास करने के 7 लाभ

ब्रह्मा मुद्रा आंतरिक शांति और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ाने में मदद करती है। यह मुद्रा ध्यान के दौरान गहरी एकाग्रता और आत्म-साक्षात्कार को प्रोत्साहित करती है।

5. पाचन तंत्र को सुधारता है

इस मुद्रा का नियमित अभ्यास पाचन तंत्र को मजबूत करने और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी संतुलित करता है।

6. शरीर को डिटॉक्स करता है

ब्रह्मा मुद्रा शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। यह रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाती है और शरीर को स्वस्थ रखती है।

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7. ऊर्जा का संतुलन बनाए रखता है

यह मुद्रा शरीर में प्राण (जीवन शक्ति) के प्रवाह को संतुलित करती है। इससे शरीर और मन में स्थिरता और सामंजस्य बना रहता है।

Brahma Mudra का अभ्यास कैसे करें?

7 Benefits of Practicing Brahma Mudra Daily
Brahma Mudra का दैनिक अभ्यास करने के 7 लाभ

सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं और हाथों को घुटनों पर रखें।

सभी उंगलियों को एक साथ जोड़ें और अंगूठे को उंगलियों के ऊपर रखें।

आंखें बंद करें और गहरी सांस लें।

इस मुद्रा को 5–15 मिनट तक या ध्यान के दौरान करें।

ब्रह्मा मुद्रा का नियमित अभ्यास करने से आप शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से लाभान्वित हो सकते हैं। इसे अपनी दैनिक योग और ध्यान दिनचर्या में शामिल करें और इसके सकारात्मक प्रभावों का अनुभव करें।

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Adi Mudra के लाभों के लिए एक मार्गदर्शिका

Adi Mudra, जिसे अक्सर “पहला इशारा” या “आदिम मुहर” के रूप में जाना जाता है, योग और ध्यान अभ्यासों में उपयोग किया जाने वाला एक सरल लेकिन शक्तिशाली हाथ का इशारा है। यह सबसे शुरुआती मुद्राओं में से एक माना जाता है, जो हमारी आदिम ऊर्जा और आंतरिक स्व से जुड़ाव का प्रतीक है। यह मुद्रा उंगलियों को धीरे से मुट्ठी में मोड़कर बनाई जाती है, जिसमें अंगूठे को तर्जनी के आधार पर रखा जाता है। यहाँ आदि मुद्रा के लाभों और अभ्यास के लिए एक मार्गदर्शिका दी गई है

Adi Mudra का अभ्यास कैसे करें

A guide to the benefits of Adi Mudra

सुखासन (आसान मुद्रा) या पद्मासन (कमल मुद्रा) जैसे आरामदायक ध्यान मुद्रा में बैठें।

अपने हाथों को आराम दें और उन्हें अपने घुटनों पर रखें, हथेलियाँ ऊपर की ओर हों।

अपनी उंगलियों को धीरे से अंदर की ओर मोड़ें, एक नरम मुट्ठी बनाएँ।

अपने अंगूठे को अपनी तर्जनी के आधार पर रखें, हल्का दबाव डालें।

अपनी आँखें बंद करें, गहरी साँस लें, और ध्यान के दौरान 5-15 मिनट या उससे अधिक समय तक मुद्रा को बनाए रखें।

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Adi Mudra के लाभ

A guide to the benefits of Adi Mudra

मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है: Adi Mudra पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करने में मदद करती है, विश्राम को बढ़ावा देती है और चिंता को कम करती है। यह मानसिक बेचैनी या तनाव का अनुभव करने वालों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।

श्वास और ऑक्सीजन प्रवाह को बढ़ाता है: यह मुद्रा गहरी, अधिक सचेत श्वास को प्रोत्साहित करके फेफड़ों की क्षमता और ऑक्सीजन प्रवाह को बेहतर बनाती है। यह श्वसन संबंधी समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से सहायक हो सकती है।

मस्तिष्क को उत्तेजित करता है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार करता है: अंगूठे (अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है) को तर्जनी (वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करता है) से जोड़कर, आदि मुद्रा मस्तिष्क में ऊर्जा को संतुलित करती है, एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाती है।

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शरीर में ऊर्जा को संतुलित करती है: माना जाता है कि आदि मुद्रा पूरे शरीर में प्राण (जीवन शक्ति ऊर्जा) के प्रवाह को सुसंगत बनाती है, जिससे संतुलन और स्थिरता की भावना पैदा होती है।

आदिम ऊर्जा से जुड़ता है: “पहले इशारे” के रूप में, आदि मुद्रा हमारे मूल होने की स्थिति में वापसी का प्रतीक है। यह अभ्यास करने वालों को अपने भीतर के स्व से जुड़ने और शांति और स्थिरता की भावना का दोहन करने में मदद करता है।

ध्यान और आध्यात्मिक विकास का समर्थन करता है: इस मुद्रा का उपयोग अक्सर ध्यान के दौरान अभ्यास को गहरा करने और आंतरिक शांति की भावना को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। यह मन को शांत करने और शरीर को गहन आध्यात्मिक अन्वेषण के लिए तैयार करने में मदद कर सकता है।

नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है: सोने से पहले आदि मुद्रा का अभ्यास करने से तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद मिल सकती है, जिससे नींद आना आसान हो जाता है और समग्र नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।

Adi Mudra का अभ्यास कब करें

A guide to the benefits of Adi Mudra

ध्यान या प्राणायाम (सांस लेने के व्यायाम) के दौरान।

सुबह में दिन की शुरुआत शांत और एकाग्र मन से करें।

सोने से पहले विश्राम और बेहतर नींद को बढ़ावा देने के लिए।

जब भी आप तनावग्रस्त, चिंतित या मानसिक रूप से बिखरा हुआ महसूस करते हैं।

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Adi Mudra का अभ्यास करने के लिए सुझाव

इसके प्रभावों को बढ़ाने के लिए आदि मुद्रा को गहरी, धीमी सांस के साथ मिलाएँ।

ध्यान भंग से मुक्त एक शांत, आरामदायक जगह पर अभ्यास करें।

आराम की मुद्रा बनाए रखें और अपने हाथों या उंगलियों पर दबाव डालने से बचें।

A guide to the benefits of Adi Mudra

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अधिकतम लाभ के लिए समग्र योग या ध्यान दिनचर्या के हिस्से के रूप में आदि मुद्रा का उपयोग करें।

Adi Mudra एक सरल लेकिन गहन अभ्यास है जो आपके मन और शरीर में संतुलन, स्पष्टता और शांति ला सकता है। इस मुद्रा को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप इसके परिवर्तनकारी लाभों का लाभ उठा सकते हैं और अपने भीतर के आत्म से अपने संबंध को गहरा कर सकते हैं।

अस्वीकरण: 

इस वेबसाइट की सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसका उद्देश्य पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में आपके किसी भी प्रश्न के लिए कृपया चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य प्रदाता की सलाह लें। इस वेबसाइट पर आपने जो कुछ पढ़ा है, उसके कारण पेशेवर चिकित्सा सलाह की उपेक्षा न करें या इसे लेने में देरी न करें।

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Derealization Disorder को समझने के लिए एक व्यापक गाइड

डीरियलाइज़ेशन डिसऑर्डर (Derealization Disorder) एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को अपने आसपास की दुनिया असत्य या अजीब लगती है। यह डिपर्सनलाइज़ेशन-डीरियलाइज़ेशन डिसऑर्डर (DDD) का हिस्सा है। इस स्थिति में व्यक्ति को लगता है कि वह एक सपने जैसी दुनिया में रह रहा है, जहाँ चीज़ें धुंधली, दूर या वास्तविक नहीं लगतीं।

Derealization Disorder के मुख्य लक्षण

दुनिया असत्य लगना: चीज़ें धुंधली, दूर, या अजीब लग सकती हैं।

भावनात्मक दूरी: लोगों और वस्तुओं से जुड़ाव महसूस नहीं होता।

समय का अहसास: समय धीमा या तेज़ लग सकता है।

वातावरण अजीब: परिवेश अप्राकृतिक या सपने जैसा लग सकता है।

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Derealization Disorder के कारण

A Comprehensive Guide to Understanding Derealization Disorder
Derealization Disorder को समझने के लिए एक व्यापक गाइड

डी-रियलाइज़ेशन डिसऑर्डर के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

दुर्घटना या गंभीर बीमारी का अनुभव

मनोवैज्ञानिक कारण:

तीव्र तनाव या चिंता

बचपन में या बाद में हुआ आघात (trauma)

डिप्रेशन या अन्य मानसिक विकार

भावनात्मक या शारीरिक शोषण

जैविक कारण:

न्यूरोट्रांसमीटर असंतुलन (विशेष रूप से सेरोटोनिन और डोपामाइन)

मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में गड़बड़ी (जैसे कि पार्श्विका और लिंबिक प्रणाली)

बाहरी कारण:

ड्रग्स या अल्कोहल का अत्यधिक सेवन

अत्यधिक नींद की कमी

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Derealization Disorder का उपचार

साइकोथेरेपी: CBT (Cognitive Behavioral Therapy) इसके इलाज में मददगार है।

दवाएँ: चिंता या डिप्रेशन के लिए दवाएँ दी जा सकती हैं।

तनाव प्रबंधन: योग, मेडिटेशन, और रिलैक्सेशन तकनीकों से मदद मिल सकती है।

स्वस्थ जीवनशैली: नियमित नींद, संतुलित आहार, और व्यायाम से लक्षणों में सुधार हो सकता है।

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Derealization Disorder का निदान

A Comprehensive Guide to Understanding Derealization Disorder
Derealization Disorder को समझने के लिए एक व्यापक गाइड

डी-रियलाइज़ेशन डिसऑर्डर का सही निदान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि इसके लक्षण अन्य मानसिक विकारों जैसे कि स्किज़ोफ्रेनिया, पैनिक डिसऑर्डर, और PTSD से मिलते-जुलते होते हैं। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ निम्नलिखित तरीकों से इसका मूल्यांकन करते हैं:

  • मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन: व्यक्ति के लक्षणों और अनुभवों की गहराई से जांच करना।
  • डीएसएम-5 (DSM-5) मानदंड: यह मानसिक विकारों के डायग्नोसिस के लिए एक गाइडलाइन है।
  • अन्य संभावित कारणों का परीक्षण: यह सुनिश्चित करना कि लक्षण किसी अन्य कारण (जैसे न्यूरोलॉजिकल समस्या या ड्रग्स) के कारण नहीं हैं।

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क्या यह एक गंभीर समस्या है?

A Comprehensive Guide to Understanding Derealization Disorder
Derealization Disorder को समझने के लिए एक व्यापक गाइड

डी-रियलाइज़ेशन डिसऑर्डर अपने आप में जानलेवा नहीं होता, लेकिन यह व्यक्ति की जीवन की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। कुछ लोग इससे पूरी तरह उबर जाते हैं, जबकि अन्य को लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ता है।

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निष्कर्ष

डी-रियलाइज़ेशन डिसऑर्डर एक जटिल मानसिक स्थिति है जो व्यक्ति को वास्तविकता से अलग कर सकती है। हालांकि यह डरावना लग सकता है, लेकिन सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव से इसे प्रबंधित किया जा सकता है। अगर कोई इस विकार से पीड़ित महसूस कर रहा है, तो उसे एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।

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Alopecia को समझना: एक व्यापक अवलोकन

Alopecia एक सामान्य शब्द है जिसका उपयोग सिर की त्वचा या शरीर के किसी भी हिस्से से बालों के झड़ने का वर्णन करने के लिए किया जाता है। यह किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, चाहे उसकी उम्र या लिंग कुछ भी हो, और यह हल्के से लेकर गंभीर तक कई रूपों में प्रकट हो सकता है। एलोपेसिया को समझने में इसके प्रकार, कारण, लक्षण और उपलब्ध उपचारों को पहचानना शामिल है।

Alopecia के प्रकार

एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया (पुरुष/महिला पैटर्न गंजापन):

Understanding Alopecia A Comprehensive Overview

पुरुष पैटर्न गंजापन: आमतौर पर पीछे हटने वाली हेयरलाइन और मुकुट पर पतले होने की विशेषता होती है।

महिला पैटर्न गंजापन: आमतौर पर सामने की हेयरलाइन को बनाए रखते हुए खोपड़ी के ऊपर से पतले होने को शामिल करता है।

Alopecia एरीटा:

एक ऑटोइम्यून स्थिति जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली बालों के रोम पर हमला करती है, जिससे खोपड़ी और शरीर के अन्य हिस्सों पर पैची बाल झड़ने लगते हैं।

Alopecia टोटालिस:

एलोपेसिया एरीटा का एक और अधिक उन्नत रूप जिसके परिणामस्वरूप खोपड़ी पर पूरी तरह से बाल झड़ जाते हैं।

Alopecia यूनिवर्सलिस:

सबसे गंभीर रूप, जिससे भौंहों, पलकों और अन्य क्षेत्रों सहित खोपड़ी और शरीर पर बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं।

ट्रैक्शन Alopecia:

लंबे समय तक तनाव या बालों को खींचने के कारण, अक्सर चोटी या पोनीटेल जैसे तंग हेयर स्टाइल के कारण।

टेलोजेन एफ्लुवियम:

एक अस्थायी स्थिति जिसमें महत्वपूर्ण तनाव या आघात के कारण बालों के रोम आराम की अवस्था में चले जाते हैं, जिससे व्यापक रूप से पतले हो जाते हैं।

सिकाट्रिकियल (स्कारिंग) Alopecia:

एक दुर्लभ रूप जिसमें बालों के रोम नष्ट हो जाते हैं और उनकी जगह निशान ऊतक ले लेते हैं, जिससे स्थायी रूप से बाल झड़ जाते हैं।

Alopecia के कारण

Understanding Alopecia A Comprehensive Overview

आनुवांशिकी: एंड्रोजेनिक एलोपेसिया में पारिवारिक इतिहास महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

ऑटोइम्यून विकार: एलोपेसिया एरीटा जैसी स्थितियाँ तब होती हैं जब प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से बालों के रोम पर हमला करती है।

हार्मोनल परिवर्तन: गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति या थायरॉयड संबंधी समस्याएँ बालों के झड़ने को ट्रिगर कर सकती हैं।

चिकित्सा स्थितियाँ: स्कैल्प संक्रमण, ल्यूपस या अन्य बीमारियाँ इसमें योगदान दे सकती हैं।

दवाएँ: कीमोथेरेपी जैसी कुछ दवाएँ अस्थायी या स्थायी रूप से बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं।

तनाव और आघात: शारीरिक या भावनात्मक तनाव टेलोजेन एफ्लुवियम का कारण बन सकता है।

पोषण संबंधी कमियाँ: आयरन, जिंक या प्रोटीन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।

हेयरस्टाइलिंग प्रथाएँ: अत्यधिक गर्मी, रसायन या टाइट हेयरस्टाइल बालों के रोम को नुकसान पहुँचा सकते हैं।

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Alopecia के लक्षण

स्कैल्प या शरीर पर पैची या फैला हुआ बाल झड़ना।

बालों का पतला होना या हेयरलाइन का पीछे हटना।

गंभीर मामलों में गंजे धब्बे या बालों का पूरी तरह से झड़ना।

प्रभावित क्षेत्रों में खुजली, जलन या कोमलता (कुछ प्रकारों में)।

निदान

एक त्वचा विशेषज्ञ आमतौर पर एलोपेसिया का निदान इस प्रकार करता है:

स्कैल्प और बालों की शारीरिक जाँच।

चिकित्सा इतिहास की समीक्षा।

अंतर्निहित स्थितियों की जाँच के लिए रक्त परीक्षण।

स्कैल्प बायोप्सी या ट्राइकोस्कोपी (बालों और स्कैल्प की सूक्ष्म जांच)।

उपचार के विकल्प

Understanding Alopecia A Comprehensive Overview

उपचार खालित्य के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है:

दवाएँ:

मिनोक्सिडिल: बालों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक सामयिक समाधान।

फिनास्टेराइड: पुरुष पैटर्न गंजापन के लिए एक मौखिक दवा।

कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: ऑटोइम्यून एलोपेसिया में सूजन को कम करने के लिए इंजेक्शन, क्रीम या गोलियाँ।

JAK अवरोधक: एलोपेसिया एरीटा के लिए नए उपचार।

जीवनशैली में बदलाव:

विश्राम तकनीकों के माध्यम से तनाव का प्रबंधन।

विटामिन और खनिजों से भरपूर संतुलित आहार अपनाना।

कठोर बाल उपचार या तंग हेयर स्टाइल से बचना।

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प्रक्रियाएँ:

Understanding Alopecia A Comprehensive Overview

बाल प्रत्यारोपण सर्जरी: खोपड़ी के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में बालों के रोम को स्थानांतरित करना।

निम्न-स्तरीय लेजर थेरेपी: प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके बालों के विकास को उत्तेजित करती है।

कॉस्मेटिक समाधान:

बालों के झड़ने को छिपाने के लिए विग, हेयरपीस या स्कैल्प माइक्रोपिगमेंटेशन।

सहायता और परामर्श:

बालों के झड़ने के मनोवैज्ञानिक प्रभाव से निपटने के लिए भावनात्मक सहायता समूह या थेरेपी।

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Alopecia के साथ जीना

Understanding Alopecia A Comprehensive Overview

एलोपेसिया आत्मसम्मान और मानसिक स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है। स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, सहायता समूहों या प्रियजनों से सहायता लेने से व्यक्तियों को भावनात्मक चुनौतियों का प्रबंधन करने में मदद मिल सकती है। जबकि एलोपेसिया के कुछ रूप अस्थायी होते हैं, अन्य को दीर्घकालिक प्रबंधन की आवश्यकता हो सकती है।

यदि आपको संदेह है कि आपको एलोपेसिया है, तो उचित निदान और व्यक्तिगत उपचार योजना के लिए त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लें। प्रारंभिक हस्तक्षेप परिणामों में सुधार कर सकता है और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

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Ayurveda में Sugar के इलाज के प्राकृतिक उपाय

आयुर्वेद में Sugar (मधुमेह) के इलाज के लिए कई प्राकृतिक उपाय और जीवनशैली में बदलाव सुझाए गए हैं। आयुर्वेद के अनुसार, मधुमेह को “Sugar” या “प्रमेह” कहा जाता है, और यह मुख्य रूप से कफ और वात दोष के असंतुलन के कारण होता है। नीचे शुगर के मरीजों के लिए आयुर्वेदिक इलाज और सुझाव दिए गए हैं:

1. Sugar के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ

ये जड़ी-बूटियाँ रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करती हैं:

जामुन (Syzygium cumini):  जामुन के बीज, फल और छाल रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी हैं।  

उपयोग: 1-2 ग्राम जामुन के बीज का पाउडर दिन में दो बार पानी के साथ लें।

करेला (Bitter Melon): करेले का जूस रक्त शर्करा को कम करने में मदद करता है।  

उपयोग: 30-50 मिलीलीटर ताजा करेले का जूस सुबह खाली पेट लें।

गुड़मार (Gymnema sylvestre): यह शुगर की क्रेविंग को कम करता है और रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है।  

उपयोग: 300-500 मिलीग्राम गुड़मार एक्सट्रैक्ट दिन में दो बार लें।

नीम (Azadirachta indica): नीम इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।  

उपयोग: 2-4 मिलीलीटर नीम का रस या 300-500 मिलीग्राम नीम के पत्तों का एक्सट्रैक्ट दैनिक लें।

हल्दी (Curcuma longa): हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो सूजन को कम करता है और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को सुधारता है।  

उपयोग: 1-2 ग्राम हल्दी पाउडर गर्म पानी या दूध के साथ दैनिक लें।

मेथी (Fenugreek): मेथी के बीज रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।  

उपयोग: 5-10 ग्राम मेथी के बीज रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाएं।

विजयसार (Pterocarpus marsupium): विजयसार की लकड़ी का पानी पीने से रक्त शर्करा नियंत्रित होती है।  

उपयोग: विजयसार की लकड़ी के बर्तन में रातभर पानी भरकर रखें और सुबह इस पानी को पिएं।

यह भी पढ़ें: Sugar level कम करने के उपाय

2. Sugar के लिए आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन

कुछ पारंपरिक आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन जो मधुमेह के लिए उपयोगी हैं:

मधुमेहांतक चूर्ण: मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए हर्बल पाउडर।  

चंद्रप्रभा वटी: रक्त शर्करा को संतुलित करने और किडनी स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है।  

त्रिफला चूर्ण: आंवला, हरितकी और बिभीतकी का मिश्रण, जो पाचन और डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है।  

अमृतादि गुग्गुल: रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में सहायक।

3. Sugar में आहार संबंधी सुझाव

Natural remedies for sugar treatment in Ayurveda

आयुर्वेद में आहार का विशेष महत्व है। मधुमेह के रोगियों को निम्नलिखित सुझावों का पालन करना चाहिए:

क्या खाएं:

जौ, ओट्स, और बाजरा जैसे साबुत अनाज।  

करेला, पालक, और मेथी जैसी सब्जियां।  

सेब, अमरूद, और पपीता जैसे कम शर्करा वाले फल।  

घी (मॉडरेशन में) और नारियल तेल जैसे स्वस्थ वसा।  

हल्दी, दालचीनी, और जीरा जैसे मसाले।

क्या न खाएं:  

चीनी, प्रोसेस्ड फूड, और तले हुए खाद्य पदार्थ।  

सफेद चावल और मैदा जैसे अधिक कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ।  

आम, केला, और अंगूर जैसे अधिक शर्करा वाले फल।

भोजन का समय:  

छोटे और बार-बार भोजन करें ताकि रक्त शर्करा का स्तर स्थिर रहे।  

भोजन को न छोड़ें।

4. Sugar नियंत्रित रखने के लिए जीवनशैली में बदलाव

व्यायाम:

नियमित रूप से टहलें, योग करें और स्ट्रेचिंग करें।  

योगासन जैसे धनुरासन, पश्चिमोत्तानासन, और वज्रासन मधुमेह के लिए फायदेमंद हैं।

तनाव प्रबंधन: 

ध्यान (मेडिटेशन), प्राणायाम (सांस लेने के व्यायाम), और माइंडफुलनेस का अभ्यास करें।

नींद:

7-8 घंटे की अच्छी नींद लें।

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5. Sugar में पंचकर्म थेरेपी

पंचकर्म, आयुर्वेद की एक डिटॉक्सिफिकेशन और रिजुविनेशन थेरेपी है, जो मधुमेह के प्रबंधन में मदद कर सकती है। अभ्यंग (तेल मालिश), बस्ती (मेडिकेटेड एनिमा), और विरेचन (पर्जिंग) जैसे उपचार एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से किए जा सकते हैं।

6. Sugar नियंत्रण के घरेलू उपाय

मेथी का पानी: 1 चम्मच मेथी के बीज रातभर पानी में भिगोकर सुबह पानी पिएं और बीज चबाएं।  

दालचीनी का पानी: 1 चम्मच दालचीनी पाउडर को पानी में उबालकर छान लें और पिएं।  

आंवला का जूस: 20-30 मिलीलीटर ताजा आंवला जूस दैनिक पिएं।

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7. Sugar के मरीज़ के लिए सावधानियां

नियमित रूप से रक्त शर्करा की जांच करें।  

किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें, खासकर यदि रोगी इंसुलिन या अन्य दवाएं ले रहा हो।  

स्वयं दवा लेने से बचें, क्योंकि गलत उपयोग से दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

8. Sugar के बुजुर्ग मरीजों के लिए विशेष विचार

Natural remedies for sugar treatment in Ayurveda

सुनिश्चित करें कि आहार पचाने में आसान हो और इसमें गर्म, पका हुआ भोजन शामिल हो।

अत्यधिक उपवास या अत्यधिक आहार प्रतिबंधों से बचें।

हड्डी और जोड़ों के स्वास्थ्य सहित समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने पर ध्यान दें, क्योंकि बुजुर्ग रोगियों में जटिलताओं की संभावना अधिक होती है।

इन आयुर्वेदिक उपचारों को स्वस्थ जीवनशैली के साथ जोड़कर बुजुर्ग रोगियों में मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है। व्यक्तिगत उपचार के लिए हमेशा किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से मार्गदर्शन लें।

अस्वीकरण: 

इस वेबसाइट की सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसका उद्देश्य पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में आपके किसी भी प्रश्न के लिए कृपया चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य प्रदाता की सलाह लें। इस वेबसाइट पर आपने जो कुछ पढ़ा है, उसके कारण पेशेवर चिकित्सा सलाह की उपेक्षा न करें या इसे लेने में देरी न करें।

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भारत के Chandrayaan-4 चंद्र अन्वेषण श्रृंखला में चौथा पुनरावृत्ति

Chandrayaan-4 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा एक आगामी चंद्र नमूना वापसी मिशन है, जो भारत के चंद्रयान चंद्र अन्वेषण श्रृंखला में चौथा पुनरावृत्ति है। मिशन का उद्देश्य चंद्रयान-3 के लैंडिंग स्थल शिव शक्ति बिंदु के पास से 3 किलोग्राम तक चंद्र रेगोलिथ एकत्र करना और इन नमूनों को विश्लेषण के लिए पृथ्वी पर वापस लाना है।

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Chandrayaan-4 मिशन अवलोकन:

India's Chandrayaan-4 will be launched in 2027.
Chandrayaan-4

लॉन्च शेड्यूल: मिशन को 2027 के आसपास लॉन्च करने की योजना है, जिसका लक्ष्य चंद्र नमूनों को पृथ्वी पर वापस लाना है।

मिशन आर्किटेक्चर: मिशन में LVM-3 रॉकेट का उपयोग करके दो अलग-अलग मिशनों में लॉन्च किए गए पाँच मॉड्यूल शामिल होंगे। इन मॉड्यूल को एक एकीकृत स्टैक बनाने के लिए कक्षा में इकट्ठा किया जाएगा। मॉड्यूल में शामिल हैं:

एस्केंडर मॉड्यूल (AM): चंद्र नमूनों को इकट्ठा करने और उन्हें पृथ्वी पर वापस लाने के लिए जिम्मेदार।

डिसेंडर मॉड्यूल (DM): चंद्रमा की सतह पर उतरने की सुविधा प्रदान करता है।

री-एंट्री मॉड्यूल (RM): नमूनों की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करता है।

ट्रांसफर मॉड्यूल (TM): मॉड्यूल के बीच नमूनों के हस्तांतरण में सहायता करता है।

प्रणोदन मॉड्यूल (PM): मिशन के लिए आवश्यक प्रणोदन प्रदान करता है।

तकनीकी नवाचार:

India's Chandrayaan-4 will be launched in 2027.

Chandrayaan-4 कई उन्नत तकनीकों का प्रदर्शन करेगा, जिनमें शामिल हैं:

डॉकिंग और अनडॉकिंग: अंतरिक्ष में मॉड्यूल को डॉक और अनडॉक करने की क्षमता का प्रदर्शन, जो भविष्य के मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

नमूना संग्रह और संरक्षण: चंद्र नमूनों को एक प्राचीन अवस्था में इकट्ठा करने और संरक्षित करने के लिए रोबोटिक भुजाओं और ड्रिलिंग तंत्र का उपयोग करना।

पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी: चंद्र नमूनों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकियों का विकास करना, जो भविष्य के मानवयुक्त मिशनों का मार्ग प्रशस्त करेगा।

रणनीतिक महत्व:

यह मिशन 2040 तक चंद्रमा पर उतरने के भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की आत्मनिर्भरता को बढ़ाएगा और वैश्विक चंद्र अनुसंधान में योगदान देगा।

Omar Abdullah की ‘और लाडो’ टिप्पणी: आप और कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष निशाना

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता Omar Abdullah ने हाल ही में दिए एक बयान में “और लाडो” टिप्पणी के जरिए अप्रत्यक्ष रूप से आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस पर निशाना साधा।

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Omar Abdullah's 'Aur Lado' comment

यह टिप्पणी संभवतः उन दलों के रवैये या उनकी हालिया राजनीतिक रणनीतियों को लेकर की गई प्रतीत होती है, जो कई मुद्दों पर एक-दूसरे के विरोधी होने के बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ एकजुटता दिखाने की कोशिश करते हैं।

उमर अब्दुल्ला का यह बयान उन राजनीतिक दलों के लिए एक संकेत हो सकता है, जो गठबंधन राजनीति के बीच अपने हितों को प्राथमिकता दे रहे हैं। उनका यह तंज भारत के विपक्षी दलों के भीतर गहराते अंतर्विरोध और विश्वास की कमी को उजागर करता है।

Omar Abdullah के बारे में

Omar Abdullah's 'Aur Lado' comment

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उमर अब्दुल्ला एक प्रमुख भारतीय राजनेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वह नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के उपाध्यक्ष हैं और जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक प्रभावशाली व्यक्ति माने जाते हैं। उनके दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के पहले प्रधानमंत्री थे और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला भी जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

Yami Gautam ने बेटे वेदाविद के आगमन की घोषणा की, प्राइवेसी को दिया प्राथमिकता

Yami Gautam और आदित्य धर ने मई 2024 में अपने बेटे वेदाविद के आगमन की घोषणा करते हुए अपने प्रशंसकों और शुभचिंतकों को बड़ी खुशखबरी दी। इस जोड़े ने सोशल मीडिया पर एक संयुक्त पोस्ट साझा की, जिसमें भगवान कृष्ण की एक तस्वीर थी, जिसमें बच्चे को गोद में लिए हुए दिखाया गया था। तस्वीर पर लिखा था:
“हम अपने प्यारे बेटे वेदाविद के आगमन की घोषणा करते हुए रोमांचित हैं, जिसने अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर अपने जन्म से हमें गौरवान्वित किया। कृपया उसे अपना आशीर्वाद और प्यार प्रदान करें।”

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यामी और आदित्य ने इस संदेश के जरिए अपने परिवार के नए सदस्य के प्रति लोगों का आशीर्वाद मांगा और इसे एक भावुक पल बना दिया।

Yami Gautam और आदित्य का करियर

Yami Gautam gave priority to her son's privacy

यामी गौतम को उनकी शानदार अभिनय प्रतिभा और फिल्मों की विविध रेंज के लिए जाना जाता है। उनकी प्रमुख फिल्मों में विक्की डोनर, बाला, बदलापुर, और हालिया हिट ओएमजी 2 शामिल हैं।

दूसरी ओर, आदित्य धर, जिन्होंने ब्लॉकबस्टर फिल्म उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक का निर्देशन किया, एक बेहद प्रतिभाशाली निर्देशक हैं। उनकी फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर झंडे गाड़े, बल्कि उन्हें नेशनल अवार्ड भी दिलाया।

Yami Gautam और आदित्य की लव स्टोरी

यामी और आदित्य की मुलाकात उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक की शूटिंग के दौरान हुई थी। दोनों ने लंबे समय तक अपने रिश्ते को निजी रखा और जून 2021 में एक पारंपरिक हिमाचली समारोह में शादी की। उनकी शादी बेहद सादगी भरी थी, और दोनों ने हमेशा अपने निजी जीवन को लाइमलाइट से दूर रखने की कोशिश की है।

बेटे का चेहरा सार्वजनिक न करने का फैसला

Yami Gautam gave priority to her son's privacy

Yami Gautam ने अपने बेटे वेदाविद के चेहरे को सार्वजनिक न करने का फैसला किया है। उन्होंने अपनी प्राइवेसी को लेकर कहा कि वे चाहती हैं कि उनका बेटा एक सामान्य बचपन जिए, बिना किसी सेलिब्रिटी दबाव के।

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यामी और आदित्य का यह फैसला उनके फैंस और मीडिया द्वारा भी सराहा जा रहा है। यह जोड़ा अपने निजी जीवन और पेशेवर उपलब्धियों में एक बेहतरीन संतुलन बनाए हुए है।

बिना किसी परेशानी के French Fries को स्वास्थ्यवर्धक बनाने के 5 तरीके

French Fries को सेहतमंद बनाना संभव है, और ऐसा करते हुए आप उनकी कुरकुराहट को भी कम कर सकते हैं। यहां 5 तरीके दिए गए हैं जिससे आप फ्रेंच फ्राइज़ को कम क्रंची और हेल्दी बना सकते हैं:

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French Fries को स्वास्थ्यवर्धक बनाने के 5 तरीके

1. एयर फ्रायर का इस्तेमाल करें

5 Ways to Make French Fries Healthier
  • French Fries को डीप फ्राई करने के बजाय एयर फ्रायर में पकाएं।
  • इसमें बहुत कम तेल (सिर्फ 1-2 चम्मच) का इस्तेमाल होता है, और फ्राइज़ हल्की और कम क्रंची बनती हैं।
  • आलू के स्लाइस को हल्का मसाला लगाकर एयर फ्रायर में बेक करें।

2. ओवन-बेक्ड फ्राइज़

  • फ्राइज़ को ओवन में बेक करें।
  • इसके लिए आलू की स्लाइस पर हल्का जैतून तेल लगाएं और 200°C (400°F) पर 20-25 मिनट के लिए बेक करें।
  • ओवन-बेकिंग से फ्राइज़ में कम क्रंच और कम तेल रहेगा, जो इसे सेहतमंद बनाएगा।

3. स्वीट पोटैटो फ्राइज़ बनाएं

5 Ways to Make French Fries Healthier

4. तेल की जगह ब्रशिंग का प्रयोग करें

  • फ्राइज़ पर तेल डालने के बजाय, केवल हल्का ब्रश करें।
  • यह तेल की मात्रा को कम करता है और फ्राइज़ को अधिक मुलायम और सेहतमंद बनाता है।
  • जैतून तेल या एवोकाडो तेल का इस्तेमाल करें।

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5. मसाले और हर्ब्स से स्वाद बढ़ाएं

  • डीप फ्राई और नमक डालने के बजाय, स्वाद के लिए हर्ब्स और मसाले जैसे पपरिका, लहसुन पाउडर, ओरेगैनो, या धनिया का उपयोग करें।
  • इससे फ्राइज़ में स्वाद तो रहेगा, लेकिन क्रंच और ज्यादा तेल से बचा जा सकेगा।

टिप:

5 Ways to Make French Fries Healthier

अगर आप French Fries को नॉन-क्रंची रखना चाहते हैं, तो आलू को पतले स्ट्रिप्स के बजाय मोटे स्लाइस में काटें। मोटे स्लाइस ज्यादा नर्म रहते हैं और कुरकुरे नहीं होते।

आप कौन सा तरीका अपनाना चाहेंगे? 🍟

Panama Canal: ट्रम्प की धमकियों के बीच, प्रमुख जलमार्ग से चीन के संबंधों पर एक नजर

Panama Canal का संचालन पनामा सरकार के अधीन पनामा नहर प्राधिकरण (Panama Canal Authority – ACP) द्वारा किया जाता है। 31 दिसंबर 1999 से, पनामा ने नहर का नियंत्रण पूरी तरह अपने हाथों में ले लिया, जो इससे पहले अमेरिका के नियंत्रण में था। पनामा नहर का यह संचालन पनामा की अर्थव्यवस्था और वैश्विक व्यापार के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अटलांटिक और प्रशांत महासागरों के बीच एक प्रमुख जलमार्ग के रूप में कार्य करता है।

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चीन और Panama Canal के संबंध

Operation of Panama Canal amid Trump's threats

चीन का पनामा नहर में कोई प्रत्यक्ष स्वामित्व नहीं है, लेकिन चीन की कंपनियों का इसमें बड़ा आर्थिक प्रभाव है। चीन की कंपनियां पनामा नहर के आसपास बंदरगाह प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स और शिपिंग से जुड़ी परियोजनाओं में निवेश कर रही हैं। उदाहरण के लिए:

  1. चीन का आर्थिक निवेश: चीन की कंपनियां पनामा के कई बुनियादी ढांचे और बंदरगाह परियोजनाओं में शामिल हैं। इसके अलावा, चीन पनामा का एक बड़ा व्यापार साझेदार है, और चीन से आने-जाने वाला माल नहर से गुजरने वाले ट्रैफिक का एक बड़ा हिस्सा बनाता है।
  2. राजनयिक संबंध: 2017 में पनामा ने ताइवान के साथ अपने आधिकारिक संबंध समाप्त करके चीन को मान्यता दी। इसके बाद चीन ने पनामा में अपने प्रभाव को और बढ़ाने के लिए आर्थिक और राजनीतिक संबंध मजबूत किए।

ट्रंप की धमकियों का संदर्भ

Operation of Panama Canal amid Trump's threats

डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के दौरान, अमेरिका ने पनामा नहर और पनामा के आसपास चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिंता जताई थी। अमेरिका का मानना था कि पनामा नहर, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, पर चीन का बढ़ता प्रभाव अमेरिका के भू-राजनीतिक हितों के लिए खतरा हो सकता है। ट्रंप प्रशासन ने पनामा समेत लैटिन अमेरिकी देशों पर चीन के साथ अपने आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को सीमित करने का दबाव बनाने की कोशिश की।

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हालांकि, Panama Canal का सीधा नियंत्रण चीन के पास नहीं है, लेकिन क्षेत्र में चीन के बढ़ते निवेश ने अमेरिका-चीन तनाव को और बढ़ा दिया है। यह जलमार्ग वैश्विक व्यापार और भू-राजनीति में एक महत्वपूर्ण कड़ी बना हुआ है।

Sambhal में सम्पूर्ण सुरक्षा केंद्र द्वारा एडवोकेसी मीटिंग का आयोजन किया गया

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Sambhal के जिला संयुक्त चिकित्सालय में संचालित सम्पूर्ण सुरक्षा केंद्र द्वारा एडवोकेसी मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें एचआईवी एवं एसटीआई के प्रति जागरूकता और दिशा क्लस्टर की कार्यप्रणाली को समझाने पर विशेष जोर दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने किया।

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एडवोकेसी मीटिंग के मुख्य बिंदु:

Advocacy meeting organized in Sambhal

विनीता पांडे (सीपीएम, दिशा क्लस्टर, मुरादाबाद मंडल) ने सम्पूर्ण सुरक्षा केंद्र की कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी दी। एट-रिस्क क्लाइंट्स और उनके लिए आवश्यक सेवाओं पर चर्चा की। एचआईवी एवं एसटीआई के प्रति जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर बल दिया।

प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण: विनीता पांडे के द्वारा एडवोकेसी मीटिंग में उपस्थित प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

विशिष्ट अतिथि और प्रतिभागी:

प्रमुख अधिकारी:

Advocacy meeting organized in Sambhal

वंदना मिश्रा (उपजिलाधिकारी, सम्भल)

डॉ. तरुण पाठक (मुख्य चिकित्सा अधिकारी)

डॉ. राजेंद्र सिंह (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक)

डॉ. पंकज विश्नोई (अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी)

डॉ. संतोष कुमार (जिला क्षय रोग अधिकारी)

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विशेषज्ञ एवं स्टाफ:

डॉ. हरवेंद्र, डॉ. मनीष अरोड़ा, डॉ. अजफर कमाल, डॉ. चमन प्रकाश, डॉ. जया कौशल, डॉ. आँचल मल्होत्रा, डॉ. अमित भारती।

अन्य स्टाफ में श्री वैभव गुप्ता, अर्पित कुमार, अवधेश कुमार, समीर हुसैन, तब्बसुम, कंचन, अन्नू आदि शामिल रहे।

Sambhal कार्यक्रम का उद्देश्य:
Advocacy meeting organized in Sambhal

सम्पूर्ण सुरक्षा केंद्र की कार्यप्रणाली को मजबूत बनाना, स्वास्थ्य सेवाओं तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करना, और एडवोकेसी के माध्यम से समाज में एचआईवी और एसटीआई के प्रति जागरूकता बढ़ाना।

संभल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट

Shab-e-Baraat 2025: जानिए तारीख, महत्व और इस त्योहार के बारे में

Shab-e-Baraat 2025: अधिकांश इस्लामी त्योहार चंद्रमा के दिखने पर निर्भर करते हैं, और शब-ए-बारात कोई अपवाद नहीं है। इस महत्वपूर्ण रात की तारीख इस्लामी कैलेंडर के आठवें महीने शाबान के चंद्रमा को देखने के बाद निर्धारित की जाती है। परंपरा के अनुसार, शब-ए-बारात हर साल शाबान की 15वीं रात को पड़ती है।

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Shab-e-Baraat 2025 की तारीख

Shab-e-Baraat 2025: Know the date, significance and about this festival
Shab-e-Baraat 2025 की तारीख

शाबान चाँद के दिखने की पुष्टि हो गई है, और इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, Shab-e-Baraat गुरुवार, 13 फरवरी, 2025 को मनाई जाएगी। विभिन्न धार्मिक संगठनों ने घोषणा की है कि 29 रजब के पूरा होने के बाद, 30 जनवरी 2025 को चाँद देखा गया था। हालाँकि, राजनपुर, भुजपाल और गुजरात सहित पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों में, उस दिन चाँद दिखाई नहीं दिया था। इसके बावजूद, अन्य क्षेत्रों ने सफल देखे जाने की सूचना दी। पुष्टि के बाद 31 जनवरी को शाबान का पहला दिन घोषित किया गया और इसके आधार पर 13 फरवरी को शाम को विशेष प्रार्थना के साथ शब-ए-बारात मनाई जाएगी।

हालाँकि, राजनपुर, भुजपाल और गुजरात सहित पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों में, उस दिन चाँद दिखाई नहीं दिया था। इसके बावजूद, अन्य क्षेत्रों ने सफल देखे जाने की सूचना दी। पुष्टि के बाद 31 जनवरी को शाबान का पहला दिन घोषित किया गया और इसके आधार पर 13 फरवरी को शाम को विशेष प्रार्थना के साथ Shab-e-Baraat मनाई जाएगी।

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Shab-e-Baraat का महत्व

Shab-e-Baraat 2025: Know the date, significance and about this festival
Shab-e-Baraat 2025 की तारीख

Shab-e-Baraat इस्लाम में एक पवित्र रात माना जाता है, इस दौरान मुसलमान प्रार्थना करते हैं, कुरान पढ़ते हैं और अपने पिछले पापों के लिए माफी मांगते हैं। कई विश्वासी पूरी रात जागते हैं, विशेष प्रार्थनाएँ और मिन्नतें करते हैं। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, इस रात की गई प्रार्थनाओं का बहुत महत्व है और ऐसा माना जाता है कि अल्लाह क्षमा प्रदान करते हैं और वफादारों की इच्छाओं को पूरा करते हैं।

Trump की आव्रजन नीति: भारतीय प्रवासियों को सैन्य विमानों से निर्वासित करने की शुरुआत”

Trump की आव्रजन नीति के तहत उठाए गए कदमों से जुड़ी है, जिसमें उन्होंने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने भारतीय प्रवासियों को उनके देश वापस भेजने के लिए सैन्य विमानों का इस्तेमाल करना शुरू किया है। यह कदम ट्रम्प के प्रशासन के तहत लागू किए गए कड़े आव्रजन नियंत्रण और निर्वासन योजनाओं का हिस्सा है।

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Trump ने अपनी आपातकालीन घोषणा के तहत अवैध प्रवासियों को उनके गृह देशों में भेजने की प्रक्रिया शुरू की

Trump Deporting Indian Immigrants

रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिकी सैन्य विमान C-17 अब भारतीय प्रवासियों को वापस भारत भेजने के लिए उड़ान भर चुके हैं। इससे पहले, ग्वाटेमाला, पेरू, और होंडुरास जैसे देशों को भी प्रवासियों को भेजा गया था। ट्रम्प ने अपनी आपातकालीन घोषणा के तहत सैन्य विमानों का उपयोग करके अवैध प्रवासियों को उनके गृह देशों में भेजने की प्रक्रिया शुरू की थी। इन विमानों का उपयोग करते हुए अब तक 5,000 से अधिक प्रवासियों को लैटिन अमेरिका भेजा गया है, और भारत को भी अब इसका हिस्सा बनाया गया है।

इसके अलावा, ट्रम्प ने वादा किया था कि अगर वे फिर से चुनाव में जीतते हैं, तो वे अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान शुरू करेंगे। उन्होंने आव्रजन नीति के तहत सेना को भी तैनात किया है और इसे एक महत्वपूर्ण रणनीति के रूप में इस्तेमाल किया है।

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इस कार्रवाई के बीच, अमेरिकी प्रशासन ने भारतीय प्रवासियों के लिए भी अपनी रणनीतियाँ तैयार की हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत और अमेरिका ने लगभग 18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों की पहचान की है। इनमें से अधिकांश भारतीय एच-1बी वीजा धारक हैं, जो उच्च-skilled श्रमिक होते हैं।

Sambhal में भूमाफिया अली मोहम्मद के खिलाफ एंटी भूमाफिया के तहत कार्यवाही की मांग

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यूपी के जनपद Sambhal में वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ अमित कुमार उठवाल ने मुख्यमंत्री सहित शासन एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर अवगत कराया कि तहसील सम्भल के ग्राम हिसामपुर का रहने वाला एक भूमाफिया अली मोहम्मद पुत्र गफूर अहमद जोकि रोजगार सेवक के पद पर तैनात है उसने मनरेगा कार्ययोजना मैं बड़े पैमाने पर अनियमितताएं करके अकूत संपत्ति इकट्ठा की है

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Sambhal में भूमाफिया ने जमीनों पर कब्ज़ा किया

उक्त भूमाफिया ने राजस्वग्रम सद्दू सराय की सीलिंग की भूमि जोकि अनुसूचित जाति के व्यक्तियों के नाम आवंटित थी उक्त भूमाफिया ने बिना अनुमति प्राप्त किए अनुसूचित जाति के अपने नौकर के नाम कर दिया। उक्त भूमाफिया आज भी सरकारी संपत्ति पर काबिज है,उक्त भूमाफिया का संरक्षण देवेंद्र सैनी लेखपाल द्वारा किया जा रहा है, उक्त भूमाफिया अली मोहम्मद ने राजस्व ग्राम सद्दू सराय की आराजी भूमि जोकि अनुसूचित जाति के व्यक्ति के नाम अंकित थी, को क्रय करके अपने खास अनुसूचित जाति के व्यक्ति के नाम करा लिया।

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संभल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट

CBSE एडमिट कार्ड 2025 कक्षा 10 और 12 के लिए जारी, विवरण देखें

CBSE बोर्ड परीक्षा 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने परीक्षा संगम पोर्टल पर कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्रों के लिए 2025 बोर्ड परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर उपलब्ध हैं। एडमिट कार्ड में छात्र का नाम, रोल नंबर, चुने गए विषय, परीक्षा केंद्र, परीक्षा कोड, परीक्षा तिथियां और अन्य महत्वपूर्ण निर्देश जैसे विवरण शामिल हैं।

CBSE Admit Card 2025 released for Class 10 and 12, check details

इस साल, लगभग 44 लाख छात्रों के कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने की उम्मीद है।

CBSE बोर्ड परीक्षा 2025: एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के चरण

CBSE Admit Card 2025 released for Class 10 and 12, check details

चरण 1. आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाएं

चरण 2. होमपेज पर, “एडमिट कार्ड” लिंक पर क्लिक करें

चरण 3. आपको एक नए पेज पर रीडायरेक्ट किया जाएगा

चरण 4. एडमिट कार्ड एक्सेस करने के लिए अपना लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें

चरण 5. एडमिट कार्ड चेक करें और डाउनलोड करें

चरण 6. भविष्य में उपयोग के लिए प्रिंटआउट लें

CUET PG 2025: पंजीकरण की अंतिम तिथि 8 फरवरी तक बढ़ाई गई, जानें कैसे करें आवेदन

CBSE Admit Card 2025 released for Class 10 and 12, check details

कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षाएँ 15 फरवरी, 2025 से शुरू होंगी। कक्षा 10 की परीक्षाएँ पहले दिन अंग्रेजी के पेपर से शुरू होंगी, जबकि कक्षा 12 की परीक्षाएँ उसी दिन उद्यमिता के पेपर से शुरू होंगी।

बोर्ड ने नियमित और निजी दोनों उम्मीदवारों के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। नियमित छात्र अपने एडमिट कार्ड जारी होने के बाद अपने संबंधित स्कूलों से प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि उनके एडमिट कार्ड स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित हों। बिना हस्ताक्षर वाले एडमिट कार्ड स्वीकार नहीं किए जाएंगे और छात्रों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट देखें।

UP Police कांस्टेबल 2024 Phase 1 PET एडमिट कार्ड आज जारी होगा, विवरण देखें

UP Police कांस्टेबल 2024 पीईटी एडमिट कार्ड: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) जल्द ही यूपी पुलिस कांस्टेबल फेज 1 पीईटी परीक्षा 2024 के लिए एडमिट कार्ड जारी करेगा। उम्मीदवार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। यूपी पुलिस कांस्टेबल पीईटी 2024 परीक्षा 10 फरवरी से आयोजित की जानी है। चरण 2 पीईटी एडमिट कार्ड भी 10 फरवरी तक आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया जाएगा।

UP Police कांस्टेबल पीईटी एडमिट कार्ड 2024: डाउनलोड करने के चरण

UP Police Constable 2024 Phase 1 PET Admit Card to be released today, check details
UP Police कांस्टेबल 2024 Phase 1 PET एडमिट कार्ड आज जारी होगा, विवरण देखें
  • चरण 1. बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in पर जाएं
  • चरण 2. होमपेज पर “यूपी पुलिस कांस्टेबल पीईटी एडमिट कार्ड” डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें
  • चरण 3. “उम्मीदवार लॉगिन” टैब पर जाएं
  • चरण 4. अपना लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें
  • चरण 5. यूपी पुलिस कांस्टेबल एडमिट कार्ड स्क्रीन पर दिखाई देगा।
  • चरण 6. एडमिट कार्ड पर उल्लिखित विवरणों को सत्यापित करें, इसे डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंटआउट लें।

SSC GD कांस्टेबल परीक्षा 2025: एडमिट कार्ड जल्द ही जारी किया जाएगा, विवरण देखें

चयन प्रक्रिया

UP Police Constable 2024 Phase 1 PET Admit Card to be released today, check details
UP Police कांस्टेबल 2024 Phase 1 PET एडमिट कार्ड आज जारी होगा, विवरण देखें

चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षण, दस्तावेज़ सत्यापन और चिकित्सा परीक्षा सहित कई चरण शामिल हैं।

लिखित परीक्षा में कुल 300 अंकों के 150 प्रश्न शामिल थे। फरवरी में आयोजित भर्ती परीक्षा में लगभग 16 लाख महिलाओं सहित 48 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। यह परीक्षा उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में 2,835 केंद्रों पर आयोजित की गई थी।

UPPRPB लिखित परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त, 2024 को 67 जिलों के 1,174 केंद्रों पर बायोमेट्रिक सत्यापन सहित सख्त सुरक्षा उपायों के तहत आयोजित की गई थी। गौरतलब है कि यह परीक्षा पहले 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर लीक होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था।

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Grammy Awards 2025: भारतीय मूल की कलाकार चंद्रिका टंडन की ‘त्रिवेणी’ को बेस्ट न्यू एज एल्बम का पुरस्कार मिला

Grammy Awards 2025: भारतीय-अमेरिकी कलाकार चंद्रिका टंडन ने अपने एल्बम त्रिवेणी के लिए बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट या चैंट एल्बम श्रेणी में अपना पहला ग्रैमी जीता। उसने पहले ग्रैमीज़ में नामांकन अर्जित किया था लेकिन इस साल वह ट्रॉफी घर ले जाएगी।

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अपने सहयोगियों, दक्षिण अफ़्रीकी बांसुरीवादक वाउटर केलरमैन और जापानी सेलिस्ट एरु मात्सुमोतो के साथ, चंद्रिका, एक विश्वव्यापी व्यवसाय कार्यकारी और पूर्व पेप्सिको सीईओ इंद्रा नूई की बड़ी बहन ने यह सम्मान हासिल किया।

Grammy Award जीतने के बाद चंद्रिका ने क्या कहा?

Grammy Awards 2025: Indian-origin artist Chandrika Tandon's 'Triveni' receives the Best New Age Album award

संगीतकार, जिनका जन्म और पालन-पोषण चेन्नई में हुआ, ने रिकॉर्डिंग अकादमी के साथ बैकस्टेज साक्षात्कार में कहा, “यह अद्भुत लगता है।” उन्होंने कहा, “श्रेणी के नामांकित व्यक्ति भी बहुत अद्भुत थे। हमारे लिए, इसे जीतना और भी यादगार अवसर है। हमारे साथ कुछ अद्भुत संगीतकार नामांकित थे।”

अन्य भारतीय मूल के प्रत्याशियों पर जीत

बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट या चैंट एल्बम श्रेणी में, रिकी केज की ब्रेक ऑफ डॉन, रयुची सकामोटो की ओपस, अनुष्का शंकर की चैप्टर II: हाउ डार्क इट इज़ बिफोर डॉन और राधिका वेकारिया की वॉरियर्स ऑफ लाइट को भी नामांकित किया गया था।

Grammy Awards के बारे में

Grammy Awards 2025: Indian-origin artist Chandrika Tandon's 'Triveni' receives the Best New Age Album award

संगीत उद्योग में उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए ग्रैमी पुरस्कार संयुक्त राज्य अमेरिका की रिकॉर्डिंग अकादमी द्वारा प्रस्तुत किए जाते हैं। इन्हें दुनिया भर में संगीत उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण पुरस्कार माना जाता है। वर्ष 1958 के कलाकारों की संगीत उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए पहला ग्रैमी पुरस्कार समारोह 4 मई, 1959 को आयोजित किया गया था।

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Grammy Awards हर साल आयोजित होने वाले बिग थ्री नेटवर्क के प्रमुख संगीत पुरस्कारों में से पहला है, और इसे अकादमी पुरस्कार (फिल्मों के लिए), एमी पुरस्कार (टेलीविजन के लिए), और टोनी पुरस्कार के साथ चार प्रमुख वार्षिक अमेरिकी मनोरंजन पुरस्कारों में से एक माना जाता है।

CBSE Board के लिए कक्षा 10 और 12 के एडमिट कार्ड जारी, कार्ड डाउनलोड करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें

CBSE Board 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। 2025 बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत उम्मीदवार परीक्षा संगम पोर्टल से अपने हॉल टिकट डाउनलोड कर सकते हैं।

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आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, सीबीएसई बोर्ड 2025 कक्षा 10 और 12 की परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 को शुरू होंगी और सुबह 10:30 बजे से एक ही पाली में आयोजित की जाएंगी। कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा 18 मार्च को समाप्त होगी, जबकि कक्षा 12 की परीक्षा 14 अप्रैल, 2025 को समाप्त होगी।


CBSE Board admit card for class 10 and 12 released, visit official website to download the card

नियमित छात्र कक्षा 10 और 12 के लिए अपने संबंधित स्कूलों से CBSE Board 2025 प्रवेश पत्र प्राप्त कर सकते हैं। प्रवेश पत्र में उम्मीदवार का नाम, रोल नंबर, परीक्षा केंद्र की जानकारी, विषय-वार परीक्षा तिथियां, परीक्षा समय, रिपोर्टिंग समय जैसे विवरण शामिल होंगे। , और अन्य प्रासंगिक विवरण।

निजी स्कूल के छात्र आधिकारिक वेब पोर्टल से अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। छात्र सीबीएसई कक्षा 10 और 12 हॉल टिकट डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन कर सकते हैं।

CBSE Board के लिए प्रवेश पत्र कैसे डाउनलोड करें?

CBSE Board admit card for class 10 and 12 released, visit official website to download the card
  • आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाएं
  • परीक्षा संगम पोर्टल खोलें।
  • अब, ‘स्कूल (गंगा)’ चुनें।
  • ‘प्री-एग्जाम एक्टिविटीज’ टैब पर जाएं।
  • मुख्य परीक्षा 2025 के लिए ‘एडमिट कार्ड, सेंटर मटेरियल लिंक’ पर क्लिक करें।
  • अब, आवश्यक लॉगिन विवरण दर्ज करें और ‘आगे बढ़ें’ पर क्लिक करें।
  • यह आपको सीबीएसई एडमिट कार्ड 2025 पर रीडायरेक्ट करेगा
  • अपने हॉल टिकट पर विवरण जांचें, और भविष्य के संदर्भ के लिए एडमिट कार्ड का प्रिंटआउट लें।

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“कोहरे और परेशानी से मुक्ति”:Irfan Pathan ने भारत की T20 सीरीज जीत के बाद इंग्लैंड पर कटाक्ष किया

पूर्व ऑलराउंडर Irfan Pathan ने भारत द्वारा वानखेड़े में मेहमान टीम पर रिकॉर्ड 150 रनों की जीत दर्ज करने के बाद इंग्लैंड पर कटाक्ष किया। भारत ने रोमांचक पांच मैचों की सीरीज के अंतिम मैच में इंग्लैंड पर शानदार जीत दर्ज की और सीरीज का शानदार अंत किया। पांच मैचों की सीरीज में मौजूदा और पूर्व इंग्लिश खिलाड़ियों की तीखी टिप्पणियां देखने को मिलीं। ईडन गार्डन्स में सीरीज के पहले मैच में भारत द्वारा 7 विकेट से आसान जीत दर्ज करने के बाद, हैरी ब्रूक ने एक ऐसी टिप्पणी की जिससे भारतीय प्रशंसक भड़क गए और पूर्व क्रिकेटरों ने भी इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।

ब्रूक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोलकाता में कोहरे को जिम्मेदार ठहराया, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाजों को भारतीय स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को पहचानना मुश्किल हो गया।

Freedom from fog and misery Irfan Pathan takes a dig at England after India's T20 series win
“कोहरे और परेशानी से मुक्ति”:Irfan Pathan ने भारत की टी20 सीरीज जीत के बाद इंग्लैंड पर कटाक्ष किया

“चक्रवर्ती एक असाधारण रूप से अच्छे गेंदबाज हैं। उन्हें पहचान पाना मुश्किल है, और वास्तव में, कल रात कोहरे के कारण उन्हें पहचान पाना और भी मुश्किल था।

उम्मीद है कि यहाँ हवा थोड़ी साफ होगी, और हम गेंद को थोड़ा आसानी से देख पाएँगे,” विजडन ने इंग्लैंड के उप-कप्तान के हवाले से कहा। वानखेड़े स्टेडियम में भारत की यादगार सफलता के बाद, इरफ़ान ने इंग्लिश टीम पर कटाक्ष किया। उन्होंने भारत को उनकी प्रभावशाली 4-1 की जीत पर बधाई देते हुए ब्रूक की “कोहरे” वाली टिप्पणी की ओर इशारा किया।

Jasprit Bumrah ने जीता आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का पुरस्कार

“#INDvENG स्कोर लाइन टीम इंडिया के लिए कोहरे और परेशानी मुक्त थी, शाबाश लड़कों,” Irfan Pathan ने इंस्टाग्राम पर लिखा।

Freedom from fog and misery Irfan Pathan takes a dig at England after India's T20 series win
“कोहरे और परेशानी से मुक्ति”:Irfan Pathan ने भारत की टी20 सीरीज जीत के बाद इंग्लैंड पर कटाक्ष किया

अंतिम T20I में, अभिषेक शर्मा की पावर-हिटिंग ने केंद्र स्तर पर जगह बनाई। उन्होंने गेंद को आसानी से बाउंड्री तक पहुँचाने की ताकत दिखाई, जिससे प्रशंसक अपनी सीटों से चिपके रहे।

उनके 135 (54) ने पूरे वानखेड़े को जगमगा दिया और भारत का कुल स्कोर 247/9 हो गया। इस विशाल स्कोर का बचाव करते हुए इंग्लैंड की टीम मेजबान टीम की शानदार गेंदबाजी के सामने लड़खड़ा गई। मेहमान टीम बमुश्किल 11 ओवर ही टिक सकी और 97 रन पर ऑलआउट हो गई और उसे 150 रनों से हार का सामना करना पड़ा।

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