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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का दुनियाभर के इस्लामिक देशों में विरोध हो रहा है। अब जाकिर नाइक ने उगला जहर।

बीते दिनों इस्लाम पर विवादित टिप्पणी को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का दुनियाभर के इस्लामिक देशों में विरोध हो रहा है। मैक्रों पर पैगंबर मोहम्मद के आक्रामक कार्टूनों का समर्थन करने और जान बूझकर मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया जा रहै है। पेरिस में एक शिक्षक की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों के बीच फ्रांस के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है। अब मैक्रों के खिलाफ इसी विरोध का फायदा कई लोग उठा रहे हैं और अपना एजेंडा पोषण कर रहे हैं। विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक ने भड़काऊ और विवादित बयान दिया है और कहा कि अल्लाह के बंदे को गाली देने वालों को दर्दनाक सजा मिलेगी।

अपने फेसबुक पोस्ट में जाकिर नाइक ने लिखा, ‘अल्लाह के दूत को गाली देने वालों को एक दर्दनाक सजा मिलेगी।’ जाकिर नाइक इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुका है। कुछ दिन पहले ही जाकिर नाइक ने भारतीयों के खिलाफ जहर उगला था और कहा था कि पैगंबर मोहम्‍मद की आलोचना करने वाले भारत के गैर मुस्लिमों को मुस्लिम देशों को जेल में डाल देना चाहिए। उसने कहा कि पैगंबर की अलोचना करने वाले ज्‍यादातर लोग बीजेपी के भक्‍त हैं।

जाकिर नाइक ने कहा था कि अगली बार जब ये गैर मुस्लिम लोग खाड़ी देशों में मसलन कुवैत, सऊदी अरब या इंडोनेशिया में आएं तो उनकी जांच की जानी चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि इन्होंने कभी और कहीं पैगंबर या इस्लमा के बारे में अपमानजनक टिप्‍पणी तो नहीं की है। अगर उन्‍होंने ऐसा किया है तो उन्‍हें जेल में डाल देने चाहिए। इसके अलावा, जाकिर ने फ्रांस के सामानों का बहिष्कार करने का भी आह्वान किया था। बता दें कि जाकिर नाइक अभी मलेशिया में ही है।

ठीक इसी तरह का विवादित बयान मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर ने भी दिया है। फ्रांस के नीस आतंकी हमले का एक तरह से समर्थन करते हुए महातिर बिन मोहम्मद ने कहा कि मुस्लिमों को लाखों फ्रांसिसी नागरिकों को मारने का हक है। सीधे तौर पर नीस हमले का जिक्र किए बगैर महातिर ने गुरुवार को ‘दूसरों का सम्मान कीजिए’ नाम से लिखे अपने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि मुस्लिमों को गुस्सा करना का अधिकार है और अतीत में किए गए नरसंहारों के लिए लाखों फ्रांसीसी नागरिकों को मारने का भी पूरा हक है।

गौरतलब है कि यह पूरा विवाद पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुआ, जिसने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए। बाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई। वहीं, गुरुवार की घटना में फ्रांस के नीस में एक गिरिजाघर में हमलावर द्वारा चाकू से किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। नीस शहर में हुए इस हमले में जांच अधिकारियों ने बड़ा खुलासा किया है। हमलावर की पहचान ट्यूनीशिया के नागरिक के रूप में हुई है। हमलावर फ्रांस के चर्च में हाथ में कुरान की कॉपी और चाकू लेकर घुसा था और फिर उसने तीन लोगों की हत्या कर दी। यह पिछले दो महीनों में फ्रांस में इस तरह का तीसरा हमला है।

Priya Prakash Varrier का लेटेस्ट फोटोशूट हुआ वायरल

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प्रिया प्रकाश वारियर का दिखा शानदार अंदाज. प्रिया प्रकाश वारियर (Priya Prakash Varrier) का लेटेस्ट फोटोशूट हुआ वायरल.

नई दिल्ली:

दीवाली जल्द ही आने वाली है और कोरोना काल में भी दीवाली (Diwali 2020) को लेकर उत्साह सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है. लेकिन अगर कोई दीवाली के दीयों के इस मौसम में रंगों से खेले तो थोड़ा अजीब लगेगा. एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर ने कुछ ऐसा ही किया है. प्रिया प्रकाश वारियर (Priya Prakash Varrier) ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर कुछ फोटो शेयर की हैं जिसमें वह दीवाली (Diwali) के इस मौसम में रंगों के साथ खेलती नजर आ रही हैं. उनकी यह फोटो खूब देखी जा रही है.

प्रिया प्रकाश वारियर (Priya Prakash Varrier) का यह लेटेस्ट फोटोशूट है जो उन्होंने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर किया है. इस फोटोशूट में वह रंगों के साथ खेल रही हैं. एक फोटो में जहां वह पीले रंगे के साथ खेल रही हैं तो दूसरे में उनके साथ दूसरे मॉडल भी नजर आ रहे हैं. इस तरह उनकी इन फोटो को जमकर पसंद किया जा रहा है.

बता दें कि प्रिया प्रकाश वारियर (Priya Prakash Varrier) के आंख के इशारे वाले एक वीडियो ने उन्हें देशभर में लोकप्रियता दिला दी थी. प्रिया प्रकाश वारियर ‘ओरू अदार लव’ में नजर आई थीं. प्रिया प्रकाश वारियर की अगली फिल्म ‘श्रीदेवी बंगलो’ है. प्रिया इंस्टाग्राम पर खूब पॉपुलर हैं उनकी जबरदस्त फॉलोइंग भी है.

“घुस के मारा”: पाकिस्तान के मंत्री ने पुलवामा हमले पर किया दावा फिर बयान से पलटे

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Pulwama attack : सीआरपीएफ कैंप पर हुए हमले में 40 जवान मारे गए थे

इस्लामाबाद:

पुलवामा हमले (Pulwama Terror attack) में पाकिस्तानी एजेंसियों की संलिप्तता का एक और सबूत सामने आया है. पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने संसद में बयान के दौरान दावा किया कि पुलवामा हमले में हमने हिन्दुस्तान में घुसकर मारा, लेकिन जब उनके इस बयान पर विवाद हुआ तो उन्होंने इसे नए तरीके से पेश कर जान बचाने की कोशिश की.

चौधरी ने नेशनल असेंबली में कहा, ” हमने हिन्दुस्तान को घुसके मारा, पुलवामा इमरान खान की अगुवाई में हमारी अवाम की कामयाबी थी. हम सब आप इस कामयाबी में शरीक थे. ” पाकिस्तान के मंत्री की ओर से यह सनसनीखेज कबूलनाम ऐसे वक्त आय़ा जब विपक्ष के नेता अयाज सादिक ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के बीच एक तनावपूर्ण बैठक का खुलासा किया था. यह बैठक नियंत्रण रेखा के पास भारत और पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के बीच आसमान में आमने-सामने आने के बीच हुई थी.

इससे सीमापार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की कलई एक बार फिर खुल गई है. पुलवामा हमले में 40 भारतीय जवानों की मौत हो गई थी.असेंबली में फवाद चौधरी के बयान पर बवाल होते ही मंत्री अपना बचाव करने की कोशिश करते नजर आए. चौधरी ने सुधार कर कहा, ” पुलवामा के वाकये के बाद जब हमने इंडिया को घुस के मारा.”

पाक सेना प्रमुख के पैर कांपने लगे थे

यह बैठक नियंत्रण रेखा के पास भारत और पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के बीच आसमान में आमने-सामने आने के बीच हुई थी. कुरैशी ने चीफ ऑफ स्टाफ जनरल कमर जावेद बाजवा से कहा था कि अगर पाकिस्तान पायलट अभिनंदन वर्धमान को नहीं छोड़ता है तो भारत रात नौ बजे तक उनके देश पर हमला कर देगा. पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान का पीछा करने के दौरान अभिनंदन का मिग-21 विमान क्रैश होकर गया था. हालांकि अभिनंदन पैराशूट के जरिये सकुशल उतर गए, लेकिन वह एलओसी के दूसरी ओर पहुंच गए और पाकिस्तानी सैनिकों ने उन्हें बंदी बना लिया था.

पुलवामा हमले के बाद बालाकोट स्ट्राइक हुई थी

दोनों पक्षों के बीच यह टकराव भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट (Balakot) में जैश ए मोहम्मद के एक ठिकाने को नेस्तनाबूद करने के बाद छिड़ा था. भारत ने 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर पुलवामा हुए हमले के जवाब में यह एयर स्ट्राइक की थी.सादिक ने कहा था, “मुझे याद है कि शाह महमूद कुरैशी उस बैठक में थे, जिसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शरीक होने से मना कर दिया था. चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ जनरल बाजवा उस वक्त कमरे में आए. उनके पैर कांप रहे थे औऱ आवाज लड़खड़ा रही थी. विदेश मंत्री ने कहा था कि अल्लाह की खातिर अभिनंदन को जाने दो. भारत रात नौ बजे तक हमला करने वाला है.”

बिहार चुनाव: उमड़ती भीड़ ने बढ़ाई कोरोना और सुरक्षा को लेकर चिंता.

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bihar election helicopter

तेजस्‍वी के हेलीकॉप्‍टर के पास पहुंच रही लोगों की भीड़, सोशल डिस्‍टेसिंग के नियमों का हो रहा उल्‍लंघन. आरजेडी ने अभियान को प्रभावित करने काप्रयासबताया

Bihar Assembly Elections 2020: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार के दौरान महागठबंधन के सीएम पद के प्रत्‍याशी तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) के हेलीकॉप्‍टर के पास उमड़ रही भीड़ ने राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के लिए सुरक्षा और कोविड-19 को लेकर चिंता बढ़ा दी. सोशल मीडिया पर आए विजुअल्‍स में युवाओं की भारी भीड़ को तेजस्‍वी के हेलीकॉप्‍टर की ओर बढ़ते देखा जा सकता है. इस दौरान कोरोना वायरस महामारी के चलते सोशल डिस्‍टेंसिग की गाइडलाइंस का साफ उल्‍लंघन होते दिखा. लोगों ने न तो एक-दूसरे से दूरी बना रखी थी और न ही वे उनमें से ज्‍यादातर ने मास्‍क पहने हुए थे.आरजेडी के राष्‍ट्रीय सलाहकार संजय यादव ने इसे सुरक्षा उल्‍लंघन का उनके चुनाव अभियान को प्रभावित करने का ‘इरादतन प्रयास’ करार दिया. उन्‍होंने कहा, हालांकि पूर्व उप मुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी को Y प्‍लस श्रेणी की सुरक्षा हासिल है लेकिन राज्‍य सरकार ने इस मामले में कुछ भी नहीं किया है.

तेजस्‍वी यादव और पायलट को बार-बार भीड़ से हटने का अनुरोध करना पड़ता है. लगातार अनुरोध (चुनाव आयोग) के बावजूद स्थिति जस की जस है. ऐसा लगता है कि यह अभियान को प्रभावित करने का इरादतन प्रयास है, इसके उनके लिए खतरा हो सकता है.’ आरजेडी के वरिष्‍ठ नेता मनोज ने चुनाव आयोग को अपनी शिकायत में कहा था कि आरजेडी नेता की बैठकों के लिए पर्याप्‍त सुरक्षा व्‍यवस्‍था न होने से असामाजिक तत्‍व परेशानी खड़ी कर सकते हैं.

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने कोविड-19 के खतरे के मददेनजर प्रचार और वोटिंग के दौरान गाइडलाइंस की घोषणा की है लेकिन बिहार में चुनावी रैलियों के दौरान इसका पालन होता नजर नहीं आ रहा है. तेजस्‍वी यादव की रैली के दौरान भारी भीड़ उमड़ती देखी गई है लेकिन बहुत कम लोग मास्‍क पहने और सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करते दिखे हैं.

महिलाओं के लिए जानलेवा है ब्रैस्ट कैंसर, जानिये इसके लक्षण और इलाज

भारत में महिलाओं में पाए जाने वाले कैंसरों में ब्रैस्ट कैंसर महिलाओं की मौत का सबसे बड़ा कारण है. सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर की महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर तेजी से बढ़ रहा है. बता दें कि, स्तनों में गांठ महसूस होना या निप्पल से किसी तरह का रिसाव होना स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षण हैं. कैंसर अगर स्टेज 3-4 में पहुँच जाए तो इलाज के तौर पर अंतिम विकल्प सर्जरी ही बचता है. इतना ही नहीं, कई बार परिस्थिति ज़्यादा बिगड़ने पर मौत का खतरा भी रहता है. लेकिन अगर सही समय पर स्तन कैंसर की पहचान कर ली जाए और इसका इलाज शुरू कर दिया जाए, तो इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है. इसलिए आइये आपको बताते हैं महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और इलाज के बारें में.

1. ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण


अक्सर महिलाएं ब्रैस्ट में उठने वाले दर्द को नज़रंदाज़ कर लापरवाही बरतती हैं. जबकि यह दर्द कोई सामान्य दर्द नहीं बल्कि स्तन में मौजूद गांठ की वजह से उठने वाला दर्द है. ऐसा नहीं है कि हर बार गांठ में सामान्य रूप से दर्द हो, कई बार केवल छूने पर ही इस दर्द को महसूस किया जा सकता है. इसलिए अगर आपको आपके ब्रेस्ट में दर्द या गांठ महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें. बता दें कि, स्तनों में पड़ने वाली गांठ का पता लगाने के लिए मेमोग्राफी की जाती है. मैमोग्राफी से ही ब्रैस्ट कैंसर का भी पता लगाया जा सकता है और मेमोग्राफी कराने में ज्य़ादा पैसे भी नहीं लगते. विशेषज्ञों का मानना है कि 30 से 35 साल की महिला को एक बार मेमोग्राफी ज़रूर करानी चाहिए. ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं
ब्रेस्ट में गांठ होना
समय के साथ स्तन का आकार बढ़ना
ब्रेस्ट का असामान्य तरीके से बढ़ना
स्तनों के बगल में सूजन आना
निप्पल का लाल पड़ना या उनसे खून आना
स्तन में कोई उभार या असामान्य मोटाई लगना

2. जांच इलाज


यह आवश्यक है कि 30 साल की उम्र से प्रत्येक महिला माहवारी के बाद अपने स्तनों और इसके इर्दगिर्द होने वाले बदलावों की स्वयं जांच करे. इसके अलावा, 40 साल की उम्र से प्रत्येक महिला को साल में एक बार महिला रोग विशेषज्ञ से अपनी जांच कराकर उनके परामर्श से स्तनों का एक्सरे या मैमोग्राफी कराना चाहिए. इस एक्सरे को मैमोग्राम कहते हैं. मैमोग्राम के ज़रिये छोटे से छोटे कैंसरग्रस्त भाग का पता लगाया जा सकता है. इस स्थिति में कैंसर के इलाज में पूरे स्तन को निकालने की ज़रूरत नहीं पड़ती. इस अवस्था में पता चलने वाले स्तन कैंसर के रोगियों का 90 से 95 प्रतिशत तक सफल इलाज हो सकता है. ऑपरेशन के ज़रिये पूरे स्तन को निकालने की स्थिति केवल और केवल एडवांस्ड स्टेज में ही आती है. एक डाटा के मुताबिक़, महानगरों शहरों में रहने वाली औरतों में स्तन कैंसर के मामले अधिक देखे जाते हैं. इसलिए ये बहुत ज़रूरी है कि 40 की उम्र के बाद महिलाएं हर महीने अपने ब्रैस्ट की खुद जांच करें और कुछ भी गड़बड़ी लगने पर डॉक्टर से फ़ौरन परामर्श करें.

निकिता हत्याकांड: कोर्ट ने तौसीफ और अजरू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा.

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फरीदाबादबल्लभगढ़ निकिता हत्याकांड में आज पुलिस ने तौसीफ और अजरू (जिसने हथियार दिया था) को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने इन दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जबकि तौसीफ़ के दोस्त रेहान को (जो घटना वाले दिन कार चला रहा था) कल पेश किया जाएगा। उसकी रिमांड कल यानि शुक्रवार को खत्म हो रही है। इसके साथ ही आरोपी तौसीफ की जेल बदलने की एप्लीकेशन को भी कोर्ट ने खारिज कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि अग्रवाल कॉलेज की छात्रा निकिता की एक युवक ने हत्या कर दी थी। इसबीच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने की मांग को लेकर बल्लभगढ़ स्थित अग्रवाल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया था। वहीं, एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। 

निकिता तोमर हत्याकांड में एसआईटी ने जांच शुरू की 

निकिता तोमर हत्याकांड की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। निकिता हत्याकांड को लेकर बल्लभगढ़ में हुए प्रदर्शन के बाद हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर  की सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था। इस बीच, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी बुधवार को निकिता के परिजनों से मुलाकात की थी। उन्होंने पत्रकारों से कहा था, ‘‘ फरीदाबाद की बेटी निकिता की दिनदहाड़े हुई हत्या के मामले में पीडि़त परिवार को पूरा न्याय मिलेगा।’’ 

उच्च न्यायालय ने केंद्र से पूछा : क्या अत्यधिक मीडिया रिपोर्टिंग से न्याय बाधित होता है ?

मुंबई, 29 अक्टूबर (भाषा) बंबई उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा कि किसी मामले में चल रही जांच में मीडिया द्वारा ‘‘अत्यधिक’’ रिपोर्टिंग करना क्या अदालत की अवमानना अधिनियम के तहत न्याय प्रशासन में हस्तक्षेप होगा ? मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की पीठ ने सरकार से छह नवंबर तक यह बताने को कहा है कि क्या खबरों की रिपोर्टिंग जांच को एवं इसके बाद चलने वाले मुकदमे को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती है, और क्या अदालत को मीडिया की रिपोर्टिंग पर दिशानिर्देश निर्धारित करना चाहिए ? पीठ ने कहा, ‘‘यदि अत्यधिक रिपोर्टिंग हो रही है, तो यह आरोपी को सतर्क कर सकता है और वह साक्ष्यों को नष्ट कर सकता है या फरार हो सकता है या यदि वह व्यक्ति बेकसूर है, तो मीडिया की जरूरत से ज्यादा रिपोर्टिंग उसकी छवि खराब कर सकती है।’’ अदालत ने कहा, ‘‘हम यह नहीं चाहेंगे कि मीडिया अपनी लक्ष्मण रेखा लांघे और हम यह भी चाहेंगे कि हम लोग भी अपनी सीमाओं के अंदर रहें।’’ साथ ही, पीठ ने सरकार से पूछा कि क्या इस तरह की रिपोर्टिंग दखलंदाजी होगी और क्या सरकार ने सोचा है कि उच्च न्यायालय के पास दिशानिर्देश तय करने का अधिकार क्षेत्र है? उच्च न्यायालय ने कहा, ‘‘क्या मीडिया की अत्यधिक रिपोर्टिंग अदालत की अवमानना अधिनियम की धारा 2 (सी) के तहत न्याय प्रशासन में हस्तक्षेप है और क्या हमें दिशानिर्देश निर्धारित करना चाहिए? हमारे समक्ष यह मुद्दा है। ’’ अदालत ने अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल (एएसजी) अनिल सिंह से उन परिदृश्यों पर भी विचार करने को कहा, जहां किसी मामले की चल रही जांच पर (जिसमें आरोपपत्र दाखिल किया जाना बाकी हो) इस तरह की रिपोर्टिंग ने जांच अधिकारी (आईओ) को प्रभावित किया हो, या इसके परिणामस्वरूप गवाहों को धमकी मिली हो। उच्च न्यायालय ने कहा कि क्या अदालत को कदम उठाना ही पड़ेगा और इस तरह के परिदृश्यों से बचने के लिये प्रेस का नियमन करने को लेकर दिशानिर्देश तैयार करना होगा ? प्रेस द्वारा किसी जांच अधिकारी को प्रभावित किये जाने की संभावना पर उच्च न्यायालय ने कहा, ‘‘एक पुलिस अधिकारी के बारे में सोचिए। क्या कोई इस बात की गारंटी दे सकता है कि वह प्रभावित नहीं होगा?’’ अदालत ने कहा, ‘‘वह किसी खास पहलू पर आगे बढ़ रहा होगा। मीडिया कहेगा कि नहींनहीं, यह सही रास्ता नहीं है। वह उस रास्ते से भटक जाएगा और किसी बेकसूर व्यक्ति को पकड़ लेगा अथवा यदि अधिकारी सक्षम है और वह प्रभावित नहीं होता है तो मीडिया उसकी छवि धूमिल करना शुरू कर देता है। क्याकानून का शासनवाले समाज में इसे उचित ठहराया जा सकता है। ’’ अदालत कई जनहित याचिकाओं के एक समूह पर अंतिम दलीलें सुन रही है। इन याचिकाओं के जरिये यह अनुरोध किया गया है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच मेंमीडिया ट्रायलबंद किया जाए। ये याचिकाएं कुछ कार्यकर्ताओं और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों ने दायर की थीं। पिछली सुनवाई के दौरान टीवी चैनलों और नेशनल ब्रॉडकास्टर्स स्टैंडर्ड ऑथरिटी (एनबीएसए) ने स्वनियमन तंत्र के पक्ष में दलील दी थी और कहा था कि सरकार को उनकी सामग्री (खबरों) पर नियंत्रण नहीं करने दिया जाना चाहिए। उच्च न्यायालय ने कहा कि उसे सरकार से उम्मीद है कि वह उपरोक्त सवालों का अदालत को जवाब देगी। अदालत ने एएसजी सिंह को अपनी लिखित दलील दाखिल करने और पीठ द्वारा उठाये गये सभी सवालों का जवाब अदालत को छह नवंबर को देने का निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि मीडिया अक्सर अपनी रिपोर्टिंग का यह कहते हुए बचाव करती है कि उसने खोजी पत्रकारिता की है। पीठ ने हालांकि कहा कि खोजी पत्रकारिता का मतलब हैसच्चाई का खुलासा करना।अदालत ने पूछा, ‘‘क्या ऐसा कोई कानून है, जो कहता है कि जांच एजेंसी ने सबूत के तौर पर जो कुछ जुटाया है उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए? जांच अधिकारी का यह दायित्व कहां है कि वह साक्ष्य का खुलासा करेगा?’’ अदालत ने जानना चाहा, ‘‘पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पहले ही मीडिया के पास कैसे गई? क्या हमें इन पहलुओं पर दिशानिर्देश निर्धारित करना चाहिए?’’ अदालत ने यह भी कहा कि यदि प्रेस के पास कोई ऐसी सूचना है जो जांच में मददगार साबित हो सकती है तो उसे ऐसी सूचना दंड प्रक्रिया संहिता(सीआरपीसी) की धारा 38 के तहत पुलिस को देनी चाहिए।

diabetes: करेले और पालक का जूस पीने से होता है फायदा

पालक और करेला का जूस पीकर काबू करें शुगर

विशेषज्ञों का कहना है कि पालक और करेले का जूस शुगर को काबू करने के लिए सबसे बेहतर उपाय है. करेला खाने से शरीर में रसायनिक प्रतिक्रिया पैदा होती है जो ब्लड ग्लूकोज के लेवल को कम करने के साथ इंसुलिन की सतह को काबू में करता है. जबकि, पालक भी खास सब्जियों में से एक है जो शुगर से पीड़ित होने का खतरा टालने में मददगार साबित होता है.

पालक और करेले का जूस कैसे बनाया जाए

पालक और करेले का जूस पीना बहुत कड़वा होता है. उसका स्वाद भी बहुत खराब लगता है. लेकिन, अगर आप उसमें चंद कतरे नींबू के और काली मिर्च शामिल करने से स्वाद कुछ अच्छा हो जाता है और आसानी से पी लिया जा सकता है. पालक और करेले का जूस बनाने के लिए पहले पालक के कुछ पत्तों को बारीक काट कर उबाल लें. फिर, उसी तरह एक करेला लें से उसके बीज निकालकर बारीक काट लें. उसके अलावा जूस को बनाने के लिए नींबू, चंदरे कतरे, काली मिर्च कटी हुई अदरक की भी जरूरत होगी. अब, तमाम सामग्री को एक साथ ब्लेंड में डाल कर अच्छी तरह पीस लें और जब लगे कि तमाम सामग्री आपस में अत्छी तरह मिक्स हो गई हैं तो उसको एक ग्लास पानी में निकाल कर पीएं.

सर्दी में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खाएं सरसों का साग, साग की पत्तियों में आवश्यक पोषक तत्वों का खजाना छिपा होता है.

सरसों का साग एक प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जी सरसों के पत्तों से तैयार किया जाता है. पंजाबी डिश ज्यादातर सर्दियों में बनाई जाती है. कहा जाता है कि इसका सेवन शरीर को गर्मी देता है और शीतलहर से लड़ाई में मदद करता है. साग की पत्तियों में आवश्यक पोषक तत्वों का खजाना छिपा होता है. सरसों की पत्तियों में शीर्ष वर्ग के एंटी ऑक्सीडेंट्स और आवश्यक सूक्ष्म पोषक के अलावा आयरन पाया जाता है.

सरसों का साग बनाने की विधि व सामग्री 

250 ग्राम सरसों की पत्तियां
125 ग्राम बथुआ की पत्तियां
125 ग्राम पालक की पत्तियां
240 ग्राम मेथी की पत्तियां
200 ग्राम प्याज
50 ग्राम अदरक
20 ग्राम हरी मिर्च
20 ग्राम लहसुन
5 ग्राम लाल मिर्च पाउडर
1000 मिलीलीटर पानी
50 ग्राम मक्के का आटा
स्वाद के मुताबिक नमक

बनाने का तरीका

सभी हरी पत्तियों को साफ कर काट लें और दोबारा बहते पानी में गंदगी के लिए साफ करें. 3-4 बार हरी पत्तियों पर पानी गिराएं. उसके बाद, प्रेशर कूकर में मक्के के आटे को छोड़कर सभी सामग्री को मिलाकर 8-10 मिनट तक पकाएं. स्टॉक और मक्के के आटे के साथ साग को ब्लेंडर में डालें और एक मिनट तक मिक्स करें. एक कटोरा में मिश्रित साग को डालें.

अब, एक कड़ाही में हरी पत्तियों को शामिल करें और 20-25 मिनट तक उबालें. दूसरी कड़ाही में तेल या घी को गर्म कर कटी हुई प्याज को डालें और रंग भूरा होने तक तलें. उसके बाद तैयार साग को शामिल करें और गर्म तेल या घी में कुछ मिनट तक भूनें. अब, तैयार पंजाबी डिश को मकई की रोटी, मूली, आंवले के अचार और गुड़ के साथ खा सकते हैं. गार्निश और स्वाद के लिए आप १०० ग्राम पनीर ले सकते हैं।

ताइवान में फाइटर जेट दुर्घटनाग्रस्त हुआ, पायलट की मौत

ताइपे

ताइवान का एक F-5E लड़ाकू विमान गुरुवार सुबह एक प्रशिक्षण अभियान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें पायलट की मौत हो गई। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक दुर्घटना का कारण अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन इससे वायुसेना के पुराने होते बेड़े की संभावित समस्या रेखांकित होती है। ताइवान इस समय चीन के बढ़ते खतरे का सामना कर रहा है।

मंत्रालय ने बताया कि विमान ताइतुंग के पूर्वी काउंटी के चिहंग हवाई ठिकाने से उड़ान भरने के दो मिनट के भीतर प्रशांत महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मंत्रालय के मुताबिक पायलट, कैप्टन चू कुआन-मेंग को समुद्र में से निकाल तो लिया गया, लेकिन तट पर मौजूद अस्पताल ले जाए जाने के करीब एक घंटे बाद उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

एफ-5ई लडाकू विमान को अबतक कई बार अपडेट किया गया

वर्ष 1970 के दशक की शुरुआत में बने एफ-5ई लडाकू विमान को अबतक कई बार अपडेट किया गया है। चीन का सामना करने के उद्देश्य से ताइवान चार अरब डॉलर से अधिक मूल्य की मिसाइलों और अन्य तकनीकी प्रणालियों की खरीद के साथ अपने तटीय सीमा सुरक्षा को भी उन्नत कर रहा है।

चीन ने ताइवान को अपने नियंत्रण में लाने के लिए सैन्य बल के इस्तेमाल की धमकी दी है और हाल में उसकी ताइवानी हवाई क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ी है। इससे पहले ताइवान से लगती सीमा पर चीन ने DF-17 हाइपरसोनिक मिसाइल और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को तैनात किया था। चीन ने इस इलाके में तेजी से अपने सैनिकों की तादात को भी काफी बढ़ाया है। कई सैन्य पर्यवेक्षकों ने चिंता जताई है कि इस क्षेत्र में अपने ताकतवर हथियारों की तैनाती कर चीन सीधे तौर पर ताइवान को धमकी दे रहा है।

मायावती के इस गुस्से के पीछे वजह क्या? ‘बुआ’ और ‘भतीजे’ अब एक-दूसरे के कट्टर विरोधी हो गए हैं।

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Lucknow: यूपी की सियासत में कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले साथ आए ‘बुआ’ और ‘भतीजे’ अब एक-दूसरे के कट्टर विरोधी हो गए हैं। आलम यह है कि बीएसपी सु्प्रीमो मायावती ने गुरुवार को एसपी प्रमुख अखिलेश यादव की स्थिति मुलायम सिंह यादव जैसी करने की धमकी दी है। दरअसल मायावती राज्यसभा चुनाव से ऐन पहले बीएसपी के विधायकों के एसपी के खेमे में जाने से गुस्सा गई हैं। उनका कहना है कि 2003 में मुलायम ने बीएसपी तोड़ी तो उनकी बुरी गति हुई, अब अखिलेश ने यह काम किया है, उनकी बुरी गति होगी।

इस दौरान बीएसपी सुप्रीमो ने ऐलान किया कि अब बहुजन समाज पार्टी, अखिलेश यादव की अगुवाई वाली समाजवादी पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए किसी से भी हाथ मिला सकती है, चाहे वो बीजेपी ही क्यों ना हो।

यह पहला मौका नहीं है जब बीएसपी में विधायकों की बगावत हुई है। पार्टी के संस्थापक सदस्यों में एक राजबहादुर ने बीएसपी के कई विधायकों को तोड़कर अपनी नई पार्टी बनाई। 20 से ज्यादा विधायकों को तोड़कर उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाई थी। टांडा के मसूद अहमद भी कांशीराम के जमाने से बसपा में थे। 1985 से 1993 तक पूर्वी उत्तरप्रदेश के प्रभारी तक रहे हैं। इन्हें भी कुछ मतभेद के चलते पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया। उनके अलावा आरके चौधरी, शाकिर अली, राशिद अल्वी, जंग बहादुर पटेल, बरखू राम वर्मा, सोने लाल पटेल, राम लखन वर्मा, भगवत पाल, राजाराम पाल, राम खेलावन पासी, कालीचरण सोनकर समेत कई ऐसे नेता हैं जिन्हें बीएसपी से बाहर का रास्ता दिखाया गया।

Health Ministry: पिछले 6 हफ्ते में कोविड-19 के हर दिन करीब 11 लाख टेस्ट किए गए.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पिछले 6 सप्ताह में कोविड-19 के लिए (average daily corona test in india) औसतन लगभग 11 लाख नमूनों की जांच की गई है और (Coronavirus in India) जांच की कुल संख्या 10.65 करोड़ के पार पहुंच चुकी है।

मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि 15 लाख जांच अब प्रतिदिन की जा सकती हैं। उसने बताया, ‘पिछले तीन सप्ताह में संक्रमण दर में गिरावट का रुझान देश की जांच सुविधाओं के व्यापक विस्तार का प्रमाण है।’बयान के अनुसार, ‘पिछले 24 घंटे में 10,75,760 नमूनों की जांच की गई और अब जांच की कुल संख्या 10.65 करोड़ (10,65,63,440) के पार पहुंच चुकी है। पिछले छह सप्ताह के दौरान लगभग 11 लाख नमूनों की जांच प्रतिदिन की गई है।’

मंत्रालय ने बताया कि 79 प्रतिशत नए मामले 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं। उसने बताया, ‘नए मामलों में से सबसे ज्यादा 8 हजार से अधिक मामले केरल में सामने आए है जबकि महाराष्ट्र में 6 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं।’

बयान में बताया गया है, ‘इस महामारी से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 73 लाख (73,15,989) के पार पहुंच चुकी है।’ मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कुल 56,480 लोग स्वस्थ हुए और 49,881 नए मामले सामने आए।

अमेरिका में H-1B वीजा के लिए लॉटरी व्यवस्था समाप्त करने का प्रस्ताव

H1 visa

वॉश‍िंगटन

अमेरिका के डोनाल्‍ड ट्रंप प्रशासन ने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करने वाले विदेशी पेशेवरों को ‘H-1B’ वीजा देने के लिए कंप्यूटरीकृत लॉटरी व्यवस्था को समाप्त कर इसके स्थान पर वेतन आधारित चयन प्रक्रिया अपनाने का प्रस्ताव दिया है। नई व्यवस्था के लिए एक अधिसूचना गुरुवार को फेडरल रजिस्टर में प्रकाशित की जा रही है।

गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने बुधवार को कहा कि हितधारक, अधिसूचना पर 30 दिन के भीतर जवाब दे सकते हैं। डीएचएस की ओर से कहा गया कि कंप्यूटरीकृत लॉटरी की व्यवस्था को समाप्त करने से अमेरिकी कर्मचारियों के भत्तों पर पड़ने वाला दबाव कम होगा जो हर साल कम वेतन वाले ‘एच-1बी’ वीजा धारकों के आने से पड़ता है।‘एच-1बी’ वीजा एक गैर प्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को तकनीकी विधाओं में दक्ष विदेशी कमर्चारियों को नौकरियां देने की मंजूरी प्रदान करता है। बता दें क‍ि एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक ने दावा किया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एच-1बी और एल1 वीजाधारकों सहित कुशल विदेश कामगारों के प्रवेश को रोकने वाले कार्यकारी आदेश से अमेरिकी कंपनियों को करीब 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।

ट्रंप ने 22 जून को एक कार्यकारी आदेश के जरिए नए एच-1बी और एल-1 वीजा जारी करने पर 31 दिसंबर 2020 तक रोक लगाई थी। ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट द्वारा इस सप्ताह जारी रिपोर्ट में कहा गया कि इस आदेश से फॉर्च्यून 500 कंपनियों के मूल्यांकन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा और उन्हें 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा। एच-1बी वीजा भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच काफी लोकप्रिय है और इस वीजा के जरिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता वाले विदेशी श्रमिकों को अमेरिकी कंपनियों में नियुक्त करने की अनुमति दी जाती है।

Mumbai: मुंबई में बोरीवली के गोराई इलाके की सास-बहू और साजिश की हैरान कर देने वाली वारदात

मुंबई: मुंबई (Mumbai) में बोरीवली के गोराई इलाके में अवैध संबंध की जानकारी सास उसके पति को ना बता पाए इसलिए बहू ने प्रेमी के साथ मिलकर सास की हत्या कर दी. 

हत्या के लिये उसने पहले पत्थर घर मे रख दिया था और गरबा खेलने चली गई पीछे से प्रेमी ने आकर उसी पत्थर से सास का सिर कुचल दिया. 2 दिन तहकीकात के बाद आखिरकार उसी पत्थर ने राज उजागर कर दिया.

Telangana: एक शराबी बेटे ने नशे की लत के चलते अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया

57 साल की सालु बाई लाके 25 अक्टूबर को अपने हो घर में मृत मिली. किसी ने एक बड़े पत्थर से उनका सिर कुचल दिया था. सालु के बहु ने पुलिस को बताया कि वो रात में गरबा खेलने गई थी, इसलिए उसे कुछ पता नहीं, लेकिन उसका झूठ पुलिस के सामने टिक नहीं पाया और हत्या की पूरी साजिश बेनकाब हो गई.

सास-बहू और साजिश की हैरान कर देने वाली ये वारदात मुंबई (Mumbai) में बोरीवली के गोराई इलाके की है. जहां 30 साल की राधा लाके को उसकी सास ने एक अन्य व्यक्ति दीपक माने के साथ गलत-गलत अवस्था मे देख लिया था. बुजुर्ग सास सालु बाई लाके ने उसे डांटा और उसके पति के घर आने पर सबकुछ बता देने की धमकी भी दी, लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी बहू उसे ये मौका ही नहीं देगी.

पुलिस के मुताबिक महिला का पति पेशे से ड्राइवर है और काम से अक्सर बाहर रहता है. पत्नी राधा का इलाके के ही दीपक माने के साथ अवैध संबंध था. 

Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया

2 दिन की पूछताछ और गहन छानबीन के बाद मुंबई पुलिस (Mumbai Police) को उसके अवैध संबंध की जानकारी मिली और हत्या के लिए इस्तेमाल पत्थर पर अपनी जांच केंद्रित की. पता चला कि पत्थर घर मे उसी दिन खुद बहू ने लाकर रखा था. उसके बाद पुलिस का शक उस पर गहरा गया और फिर बहू और उसके प्रेमी को गिरफ़्तार कर लिया.

IPL 2020: केकेआर और चेन्नई सुपर किंग्स होंगे आमने-सामने, केकेआर को हर हाल में चाहिए होगी जीत।

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नई दिल्ली. प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की टीम अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में बाकी टीमों के समीकरण बिगाड़ने की कोशिश करेगी और इसमें उसका पहला निशाना जीत के लिये बेताब कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) होगा जिसके खिलाफ उसे गुरुवार को मैच खेलना है. केकेआर के 12 मैचों में 12 अंक हैं और उसे प्लेऑफ में जगह सुरक्षित करने के लिये अगले दोनों मैच जीतने होंगे. चेन्नई आठ टीमों की तालिका में अंतिम स्थान पर है और उसकी टीम अब प्रतिष्ठा की खातिर मैदान पर उतरेगी.केकेआर के पास प्लेऑफ में जाने का मौका

टूर्नामेंट के इस दौर में कुछ टीमों की हार जीत से कई टीमें 14 या 16 अंक तक पहुंच सकती हैं और ऐसे में बेहतर रन गति से प्लेऑफ के स्थानों का निर्धारण होगा. इसे ध्यान में रखते हुए केकेआर के लिये बड़े अंतर से जीत दर्ज करना महत्वपूर्ण है. केकेआर के लिये चेन्नई के खिलाफ काम आसान नहीं होगा. चेन्नई ने अपने पिछले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को आठ विकेट से करारी शिकस्त दी थी. केकेआर का बल्लेबाजी क्रम ऑयन मोर्गन के लिये चिंता का विषय है और उन्हें उम्मीद होगी कि अब जबकि टीम को सख्त जरूरत है तब पूर्व कप्तान दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल रहेंगे. नितीश राणा (Nitish Rana) का प्रदर्शन भी उतार चढ़ाव वाला रहा है. उसके बाकी बल्लेबाजों के प्रदर्शन में भी निरंतरता का अभाव है.

गेंदबाजों ने केकेआर की तरफ से अभी तक अच्छी भूमिका निभायी है. तमिलनाडु के रहस्यमयी स्पिनर वरुण चक्रवर्ती प्रभावशाली रहे हैं और अपने अच्छे प्रदर्शन के दम पर उन्हें भारतीय टी20 टीम में भी जगह मिली है. केकेआर के गेंदबाजों को चेन्नई के बल्लेबाजों के सामने किसी भी तरह की ढिलायी बरतने से बचना होगा. चेन्नई के बल्लेबाज भी निरंतर एक जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं लेकिन जब उनका दिन होता है तो वे किसी भी तरह के आक्रमण धज्जियां उड़ा सकते हैं.

साख के लिए खेलेगी चेन्नई सुपर किंग्स


पहली बार प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाले चेन्नई के सामने कोलकाता के बल्लेबाजों को विविधतापूर्ण आक्रमण की चुनौती से पार पाना होगा. मिचेल सेंटनर को अंतिम एकादश में शामिल किये जाने के बाद चेन्नई की गेंदबाजी को मजबूती मिली है. आरसीबी पर जीत से चेन्नई के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा होगा. युवा ऋतुराज गायकवाड़ ने पिछले मैच में शानदार पारी खेली और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) उनसे इसी फॉर्म की उम्मीद कर रहे होंगे. उनके अन्य बल्लेबाज भी अब स्वच्छंद होकर बड़ी पारियां खेलने पर ध्यान देंगे.

टीमें इस प्रकार हैं :

चेन्नई सुपर किंग्स: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), मुरली विजय, अंबाती रायडू, फाफ डु प्लेसी, शेन वॉटसन, केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, लुंगी एनगिडी, दीपक चाहर, पीयूष चावला, इमरान ताहिर, मिचेल सेंटनर, जोश हेजलवुड, शार्दुल ठाकुर, सैम कर्रन, एन जगदीशन, केएम आसिफ, मोनू कुमार, आर साई किशोर, रुतुराज गायकवाड़, कर्ण शर्मा

कोलकाता नाइट राइडर्स: ऑयन मोर्गन (कप्तान), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), नितीश राणा, राहुल त्रिपाठी, रिंकू सिंह, शुभमन गिल, सिद्धेश लाड, कमलेश नागरकोटी, कुलदीप यादव, लॉकी फर्ग्यूसन, पैट कमिंस, प्रसिद्ध कृष्ण, संदीप वॉरियर, शिवम मावी, वरुण चक्रवर्ती, आंद्रे रसेल, क्रिस ग्रीन, एम सिद्धार्थ, सुनील नरेन, निखिल नाइक, टॉम बैंटन, टिम सेफर्ट.

Terrorist Attack: फ्रांस के चर्च में आतंकी हमला 3 लोगों की निर्मम हत्‍या ।

france terror

फ्रांस के एक चर्च में एक हमलावर ने एक महिला का गला काट दिया और दो लोगों की हत्‍या कर दी, यह घटना फ्रांस के नाइस शहर में हुई है, शहर के मेयर ने इस खौफनाक घटना को आतंकवाद करार दिया

पेरिस

पैगंबर कार्टून विवाद में फ्रांस में टीचर की गला काटकर हत्‍या के बाद अब इसी तरह एक और हत्‍या का मामला सामने आया है। फ्रांस के एक चर्च में एक हमलावर ने एक महिला का गला काट दिया और दो अन्‍य लोगों की चाकू मारकर निर्मम तरीके से हत्‍या कर दी। यह घटना फ्रांस के नीस शहर में हुई है। शहर के मेयर ने इस खौफनाक घटना को आतंकवाद करार दिया है।

मेयर क्रिस्चियन इस्‍तोर्सी ने कहा कि चाकू से यह हमला शहर के नोट्रे डेम चर्च में हुई है। पुलिस ने हमलावर को अरेस्‍ट कर लिया है। पुलिस ने बताया कि तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। कई अन्‍य घायल हो गए हैं। एक पुलिस सूत्र ने कहा कि महिला का गला काटा गया है। फ्रांस के एक नेता ने भी इस बात की पुष्टि की है कि महिला का गला काटा गया है।

हथियारबंद जवानों ने चर्च को घेर लिया

फ्रांस के आतंकवाद निरोधक विभाग ने कहा कि उसे इस हमले के जांच की ज‍िम्‍मेदारी दी गई है। घटनास्‍थल पर मौजूद पत्रकारों का कहना है कि हथियारबंद जवानों ने चर्च को घेर लिया है। मौके पर एंबुलेंस और फायर सर्विस की गाड़‍ियां मौजूद हैं। यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब कुछ समय पहले ही फ्रांसीसी टीचर की पैगंबर का कार्टून द‍िखाने पर हत्‍या कर दी गई थी। यह अभी तत्‍काल स्‍पष्‍ट नहीं हो पाया है कि चर्च में चाकू हमला करके लोगों की हत्‍या करने के पीछे मकसद क्‍या था या इसका पैगंबर के कार्टून से कोई मतलब है।

ईरान के राष्‍ट्रपति हसन रुहानी ने फ्रांस को चेतावनी दी

इस बीच ईरान के राष्‍ट्रपति हसन रुहानी ने फ्रांस को चेतावनी दी है कि पैगंबर की आलोचना करने से ‘हिंसा और रक्‍तपात’ को बढ़ावा मिलेगा। रुहानी ने कहा कि पश्चिमी देशों को यह समझना होगा कि…पैगंबर की आलोचना करना सभी मुस्लिमों, सभी पैगंबरों और सभी मानवीय मूल्‍यों की आलोचना करना है। पैगंबर की आलोचना करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। यह अनैतिक है। यह हिंसा को बढ़ावा दे रहा है।

Nikita Murder Ballabhgarh: आरोपी तौसीफ का मामा हरियाणा का मोस्ट वॉन्टेड है

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निकिता हत्याकांड का मुख्य आरोपी तौसीफ राजनीतिक और आपराधिक बैकग्राउंड से आता है। उसका मामा इस्लामुद्दीन हरियाणा और दिल्ली का मोस्ट वॉंटेड बदमाश है, जिसने एक बार इंस्पेक्टर को ही किडनैप कर लिया था। तौसीफ ने अपने मामा के गैंग के गुर्गे से ही देसी तमंचा इस वारदात को अंजाम देने के लिए लिया था। तौसीफ का मामा इस वक्त जेल में सजा काट रहा है।

पुलिस ने घटना में इस्तेमाल तमंचा, कार और दोनों आरोपियों के मोबाइल बरामद कर लिए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तौसीफ पॉलिटिकल और क्रिमिनल बैकग्राउंड से आता है। उसका मामा इस्लामुद्दीन हरियाणा और दिल्ली का कुख्यात बदमाश रहा है। उसने कई हत्याएं, लूट और किडनैपिंग की वारदातों को अंजाम दिया था। गुड़गांव में उसके मामा ने एक इंस्पेक्टर सुरेन्द्र को किडनैप किया था। इस मामले में बाद में इंस्पेक्टर को छुड़वा लिया गया था। इस्लामुद्दीन कई मामलों में इस वक्त सजा काट रहा है।

तौसीफ ने पूछताछ में बताया कि वह निकिता का अपहरण कर अपने साथ ले जाना चाहता था। और जब निकिता ने मना किया  तो उसने उसे गोली मार दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी से जो कार बरामद हुई है, वो उसके पिता के दोस्त की है। कार उसने दिल्ली से खरीदी थी मगर पेपर ट्रांसफर नहीं कराए थे। ऐसे में पुलिस कार मालिक से भी पूछताछ कर सकती है।

Amazon वेडिंग स्‍टोर! डिज़ाइनर से लेकर पारम्परिक तक, यहां पाएं सब

फेस्टिव सीजन के शुरू होते ही Amazon इंडिया ने बिग सेल की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही लोगों ने शादी की तैयारियां भी करनी शुरू कर दी. जिसे देखते हुए  लोगों की सुविधा के लिए Amazon ‘वेडिंग स्‍टोर’ (Wedding Store) लेकर आया है. ‘वेडिंग स्‍टोर’ आपको घर पर शादी की तैयारियों के लिए हर चीज उपलब्‍ध कराता है और अपने सभी उपभोक्‍तओं को आसान खरीद अनुभव की भी पेशकश करता है. हजारों उत्‍पादों की उपलब्‍धता के साथ, उपभोक्‍ता अपने घर पर आराम से बैठकर अपनी विशिष्‍ट जरूरत के मुताबिक खरीदारी कर सकते हैं. बहुत से उपभोक्‍ता विवाह सीजन के लिए तैयारियों में जुटे हैं, ऐसे में वो Samsung, Whirlpool, Beko, Lakme, Timex, Ferrero Rocher, Cadbury आदि जैसे बड़े ब्रांड्स के उत्‍पादों पर अधिक बचत कर सकते हैं.टॉप ब्रांड्स के अलावा, ‘वेडिंग स्‍टोर’ लघु एवं मध्‍यम उद्यमों के हजारों उत्‍पादों की बड़ी रेंज को भी आकर्षक कीमत और सुविधा के साथ उपलब्‍ध करवा रहा है. कलेक्‍टीबल इंडिया जैसे भारतीय ब्रांड्स के होम डेकोर से लेकर सांवर जैसे लघु भारतीय निर्माताओं के शानदार पारंपरिक परिधान और सुक्‍खी जैसे लघु व्‍यवसायों के आकर्षक ज्‍वेलरी पीस तक, आप पूरे भारत के विक्रेताओं के शानदान वैवाहिक कलेक्‍शन में से अपनी पसंद के उत्‍पादों की खरीदारी कर सकते हैं.

Bollywood : बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री काजल अग्रवाल जल्द ही विवाह बंधन में बंधने जा रही हैं

kajal agarwal

काजल अग्रवाल. फोटो साभार- @kajalaggarwalofficial/Instagram

मुंबई. बॉलीवुड एक्ट्रेस काजल अग्रवाल की शादी का जश्न शुरू हो चुका है. बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री काजल अग्रवाल जल्द ही विवाह बंधन में बंधने जा रही हैं. कल यानी 30 अक्टूबर को वह अपने बॉयफ्रेंड गौतम किचलू  के साथ फेरे लेने वाली हैं. शादी की तैयारियों के साथ शादी की रस्में भी शुरू हो गई हैं. काजल की हल्दी और मेहंदी सेरेमनी (Mehendi Ceremony) हो गई है. एक्ट्रेस ने अपने सुंदर हाथों में अपने होने वाले हमसफर गौतम किचलू के नाम की मेहंदी रचा ली है.काजल अग्रवाल (Kajal Aggarwal) के घर पर शादी से पहले प्री-वेडिंग फंक्‍शंस अब शुरू हो गए हैं. काजल ने अपने इंस्टाग्राम पर अपने मेहंदी सेरेमनी (Mehendi Ceremony) की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें उनके हाथों में मेहंदी लगी नजर आ रही है.

Nikita Murder: पुलिस ने की तीसरी गिरफ्तारी… हथियार मुहैया कराने वाला शख्स गिरफ्तार

लखनऊ: निकिता हत्याकांड (Nikita Murder Case) में पुलिस ने तीसरे आरोपी अजरू को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने नूह जिले से अजरू को गिरफ्तार किया है. 

अजरू ने ही तौसीफ को हथियार मुहैया कराया था. फरीदाबाद के पुलिस पीआरओ सूबे सिंह ने कहा कि अपराध में प्रयुक्त देसी पिस्तौल को देने वाले शख्स अजरु को नूंह से गिरफ्तार किया गया है. 

Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया

इसके साथ ही उस i20 कार को जब्त कर लिया गया है, जिससे अपराधी आए थे और निकिता तोमर (Nikita) को अगवा करने की नाकाम कोशिश की थी.