UK: भारतीय मूल के व्यक्ति को हत्या (Murder) के एक मुकदमे में दोषी ठहराया गया
UK: ब्रिटेन में भारतीय मूल के गुरजीत सिंह लाल नाम के एक व्यक्ति को हत्या (Murder) के एक मुकदमे में दोषी ठहराया गया है और उसे 14 दिसंबर को सजा सुनाई जाएगी. थूकने से रोकने पर लाल ने ब्रिटेन के रग्बी प्लेयर को चाकू घोंपकर मार डाला.
लंदन. ब्रिटेन में भारतीय मूल के गुरजीत सिंह लाल (Gurjeet Singh Lal) नाम के एक व्यक्ति को हत्या के एक मुकदमे में दोषी (Murderer) ठहराया गया है और उसे 14 दिसंबर को सजा सुनाई जाएगी.
पिछले साल 24 अगस्त को गुरजीत सिंह लाल नाम के इस शख़्स की साउथ हॉल की सड़क पर थूकने के कारण 69 साल के पूर्व रग्बी खिलाड़ी (Rugby Player) और बिल्डर एलन आयजिचे से पहले बहस हुई उसके बाद लाल ने एलन को चाकू घोंप दिया.
Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया
लंदन (UK) पुलिस स्कॉटलैंड यार्ड ने इस घटना की बाबत कहा कि उस दिन एलन आयजिचे शाम 6 बजे से पहले एक पब में गया था और लगभग 6.30 बजे वहां से निकलकर सेंट मैरी एवेन्यू साउथ पर अपने घर की तरफ जा रहा था जब उसका सामना गुरजीत सिंह लाल से हुआ.
वहां उसने लाल को थूकते देखा जिस पर उसकी लाल से बहस हो गई. इसके बाद जैसे ही एलन वहां से जाने को मुड़ने लगा तभी लाल ने दुबारा जमीन पर थूक दिया, इसके बाद दोनों के बीच फिर से नोंक झोंक होने लगी. तभी अचानक लाल ने एक चाकू निकाला और एलन पर ताबड़तोड़ उस पर चाकू से हमला कर दिया.
हमले के कुछ घंटों बाद हो गई एलन की मौत
इस हमले के बाद एलन उठा और उसने डगमगाते हुए गली पारकर अपने एक पड़ोसी की घंटी बजाई. उसने पड़ोसी से मदद की गुहार की. थोड़ी ही देर में पुलिस और पैरामेडिक्स ने एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाने से पहले ही उसे प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की. अस्पताल ले जाते हुए उसकी मृत्यु हो गई और रात 8 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया.
लाल और एलन के बीच हुई मारपीट में लाल भी घायल हो गया था और उसके जख्मों से रिस रहे खून के निशानों से पुलिस ने उसके घर पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया. पुलिस की जांच में लाल ने बयान दिया कि वह आत्मरक्षा में काम कर रहा था और उसने अपने आप को बचाने के लिए चाक़ू मारा. पुलिस के पूछे जाने पर लाल उस समय अपने पास चाक़ू होने की कोई ठोस वजह नहीं बता पाया और उसे एलन पर इस्तेमाल करने का भी कोई कारण नहीं दे पाया.
Delhi Manish Sisodia: अगले आदेश तक सभी स्कूल रहेंगे बंदः
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में अगले आदेश तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। इस तरह से दिल्ली के सभी स्कूल अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। यह आदेश दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते लिया गया है।
सिसोदिया ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अभिभावक भी स्कूलों को दोबारा खोलने के पक्ष में नहीं हैं। दिल्ली सरकार ने पहले 31 अक्टूबर तक स्कूलों के बंद रहने की घोषणा की थी।
सिसोदिया ने कहा, हम लगातार अभिभावकों की राय लेते रहे हैं और वे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि स्कूलों को दोबारा खोलना सुरक्षित होगा या नहीं। यह सुरक्षित नहीं है। जहां भी स्कूल दोबारा खोले गए, वहां बच्चों में कोविड-19 के मामले बढ़े ही हैं। इसलिए हमने राष्ट्रीय राजधानी में अभी स्कूलों को ना खोलने का फैसला किया है। वे अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों के बाद से देशभर में 16 मार्च से विश्वविद्यालय और स्कूल बंद हैं। देशभर में 24 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था।
देश में अलग-अलग ‘अनलॉक’ चरणों में कई प्रतिबंधों में ढील दी गई, लेकिन शिक्षण संस्थान बंद रहे। ‘अनलॉक-5’ के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य स्कूलों को दोबारा खोलने के संबंण में निर्णय ले सकते हैं। कई राज्यों में स्कूलों को दोबारा खोलने की प्रक्रिया शुरू भी हो गई है। दिल्ली सरकार ने पहले स्कूलों को नौंवी से 12वीं तक के छात्रों को 21 सितम्बर से स्वैच्छिक आधार पर बुलाने की अनुमति दी थी।
Karwachauth Special : करवाचौथ बनाएं शाही पनीर, जानें रेसिपी
Karwachauth Special Recipe: शादी की पार्टी हो या फिर कोई उत्सव, शाही पनीर बेहद पसंद की जाने वाली रेसिपी है। शाही पनीर की खासियत यह है कि यह रेसिपी खाने में जितनी टेस्टी होती है, बनाने में उतनी ही आसान भी है। कुछ ही दिनों में करवा चौथ का व्रत आने वाला है। ऐसे में अपने इस दिन को खास बनाने और पति की तारीफ पाने के लिए आप ट्राई कर सकती हैं शाही पनीर की ये स्पेशल रेसिपी।
शाही पनीर बनाने के लिए सामग्री-
-ताजा पनीर 200 ग्राम
– 2 टमाटर
– 2 चम्मच खसखस
– 2-3 लौंग
– 4-5 काली मिर्च
– 2 चम्मच दही
– 4-5 हरी मिर्च
– 1 टुकड़ा अदरक
– 1 कली लहसुन
– 1/4 चम्मच हल्दी
– आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
– आधा चम्मच गरम मसाला
– नमक स्वादानुसार
– 2 चम्मच मक्खन
-2 बड़े चम्मच घी (तलने के लिए)
– काजू
– किशमिश व मलाई गार्निशिंग के लिए
– कटा हुआ हरा धनिया
शाही पनीर बनाने का तरीका-
शाही पनीर बनाने के लिए सबसे पहले पनीर के लंबे चौकोर टुकड़ों में काटकर घी में तलने के बाद पानी में डाल दें। उसके बाद दही और मक्खन को छोड़कर टमाटर, खसखस, हरी मिर्च और अदरक-लहसुन का पेस्ट तैयार कर लें। अब घी गर्म करके उसमें राई-जीरा, लौंग और काली मिर्च का छौंक लगाकर तैयार करके उसमें पेस्ट डालकर घी छोड़ने तक भूनें। जब ग्रैवी अच्छी तरह भून जाए तब बचे हुए सभी मसाले डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। अब इसमें दही, मक्खन डालकर एक- दो उबाल लगा लें। अब काजू, किशमिश और मलाई से गार्निश करके गर्मा-गर्म शाही पनीर रोटी या पंराठे के साथ सर्व करें।
पापांकुशा एकादशी व्रत दिलाए पाप से मुक्ति, पूजा विधि और व्रत कथा, जानिए शुभ मुहूर्त।
आश्विन शुक्ल पक्ष की ये एकादशी कल्याण करने वाली है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से जीवन में वैभव की प्राप्ति होती है। साथ ही मनचाही इच्छाओं की पूर्ति और घर में पैसों की बढ़ोतरी होती है। जानिए पूजा विधि, व्रत कथा और शुभ मुहूर्त।
आश्विन शुक्ल पक्ष की उदया तिथि एकादशी सुबह 10 बजकर 47 मिनट तक ही रहेगी उसके बाद पापांकुशा एकादशी है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार आश्विन शुक्ल पक्ष की ये एकादशी कल्याण करने वाली है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से जीवन में वैभव की प्राप्ति होती है। साथ ही मनचाही इच्छाओं की पूर्ति और घर में पैसों की बढ़ोतरी होती है। वैवाहिक जीवन सुखद बनता है, सभी कामों में सफलता मिलती है, बच्चों की तरक्की सुनिश्चित करेगी। जानिए पापांकुशा एकादशी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
पापांकुशा एकादशी का शुभ मुहूर्त
एकादशी प्रारंभ: 26 अक्टूबर 9 बजकर 2 मिनट से शुरू
एकादशी समाप्त– 27 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 47 मिनट तक
व्रत पारण समय– 28 अक्तूबर सुबह 6 बजकर 30 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 44 मिनट तक
पापांकुशा एकादशी का महत्व
शास्त्रों के अनुसार, पाप रूपी हाथी को पुण्य रूपी अंकुश से भेदने के कारण ही इसे पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है। श्रीकृष्ण के अनुसार जो व्यक्ति पाप करता है। वह इस व्रत को करके अपने पापों से मुक्ति पा सकता है।
पापांकुशा एकादशी पूजा विधि
सुबह उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें। इसके बाद भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए विधि–विधान से पूजा करें। सबसे पहले घर में या मंदिर में भगवान विष्णु व लक्ष्मीजी की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें। इसके बाद गंगाजल पीकर आत्मा शुद्धि करें। फिर रक्षासूत्र बांधे। इसके बाद शुद्ध घी से दीपक जलाकर शंख और घंटी बजाकर पूजन करें। व्रत करने का संकल्प लें। इसके बाद विधिपूर्वक प्रभु का पूजन करें और दिन भर उपवास करें।
सारी रात जागकर भगवान का भजन–कीर्तन करें। इसी साथ भगवान से किसी प्रकार हुआ गलती के लिए क्षमा भी मांगे। दूसरे दिन सुबह भगवान विष्णु का पूजन पहले की तरह करें। इसके बाद ब्राह्मणों को ससम्मान आमंत्रित करके भोजन कराएं और अपने अनुसार उन्हे भेट और दक्षिणा दे। इसके बाद सभी को प्रसाद देने के बाद स्वयं भोजन ग्रहण करें।
पापांकुशा एकादशी व्रत कथा
शास्त्रों के अनुसार, प्राचीन समय में विंध्य पर्वत पर क्रोधन नामक एक बहेलिया रहता था, वह बड़ा क्रूर था। उसका सारा जीवन हिंसा, लूटपाट, मद्यपान और गलत संगति पाप कर्मों में बीता। जब उसका अंतिम समय आया तब यमराज के दूत बहेलिये को लेने आए और यमदूत ने बहेलिये से कहा कि कल तुम्हारे जीवन का अंतिम दिन है हम तुम्हें कल लेने आएंगे। यह बात सुनकर बहेलिया बहुत भयभीत हो गया और महर्षि अंगिरा के आश्रम में पहुंचा और महर्षि अंगिरा के चरणों पर गिरकर प्रार्थना करने लगा।
हे ऋषिवर! मैंने जीवन भर पाप कर्म ही किए हैं। कृपा कर मुझे कोई ऐसा उपाय बताएं, जिससे मेरे सारे पाप मिट जाएं और मोक्ष की प्राप्ति हो जाए। उसके निवेदन पर महर्षि अंगिरा ने उसे आश्विन शुक्ल की पापांकुशा एकादशी का विधि पूर्वक व्रत करके को कहा।
महर्षि अंगिरा के कहे अनुसार उस बहेलिए ने यह व्रत किया और किए गए सारे पापों से छुटकारा पा लिया और इस व्रत पूजन के बल से भगवान की कृपा से वह विष्णु लोक को गया। वहीं यमराज को खाली हाथ वापस यमलोक आना पड़ा।
Google Play Store: गूगल ने 36 खतरनाक ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया
हाल में ही गूगल ने बच्चों के ऐप Princess Salon, Number Coloring और Cats & Cosplay को प्ले स्टोर से हटाया है. बच्चों के ये ऐप निजी जानकारियां चुरा रहे थे.
गूगल प्ले स्टोर से उन ऐप्स को हटा रहा है जो प्ले स्टोर की नीतियों का उल्लंघन कर रहे हैं या मैलवेयर हैं. प्ले स्टोर से डिलीट होने वाले ऐप्स में जोकर मैलवेयर पाया गया है.जोकर एक ऐसा खतरनाक वायरस है, जो पिछले कुछ महीनों से कई ऐप्स को प्रभावित कर चुका है. जोकर मैलवेयर ने जुलाई में प्ले स्टोर पर पहले 11 ऐप्स को संक्रमित किया था. ये मैलवेलर अब तक 34 ऐप को प्रभावित कर चुका है. इन सभी ऐप्स को अक्टूबर की शुरुआत में ऐप स्टोर से हटा दिया गया था.
बच्चों का डेटा चुरा रहे थे ये 3 ऐप्स
हाल में ही गूगल ने बच्चों के ऐप Princess Salon, Number Coloring और Cats & Cosplay को प्ले स्टोर से हटाया है. हालांकि इन्हें जोकर मैलवेयर के चलते प्ले स्टोर से डिलीट नहीं किया गया है. बच्चों के ये ऐप निजी जानकारियां चुरा रहे थे और प्ले स्टोर की नीतियों का उल्लंघन कर रहे थे. माना जा रहा है कि इन तीन ऐप्स द्वार बच्चों का डाटा थर्ड पार्टी को लीक किया जा रहा था. इन ऐप्स को अब तक दो करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया था.
बच्चों के ऐप्स मिलाकर इन 36 ऐप्स को मैलवेयर इश्यू और अन्य नियमों के उल्लंघन के चलते प्ले स्टोर से हटा दिया गया है. अगर नीचे दिए गए 36 ऐप्स अभी भी आपके फोन में हैं तुरंत उन्हें हटाने की जरूरत है.
ये हैं 36 ऐप्स:
1. Princess Salon
2. Number Coloring
3. Cats & Cosplay
3. All Good PDF Scanner
5. Mint Leaf Message-Your Private Message
6. Unique Keyboard – Fancy Fonts & Free Emoticons
7. Tangram App Lock
8. Direct Messenger
9. Private SMS
10. One Sentence Translator – Multifunctional Translator
11. Style Photo Collage
12. Meticulous Scanner
13. Desire Translate
14. Talent Photo Editor – Blur focus
15. Care Message
16. Part Message
17. Paper Doc Scanner
18. Blue Scanner
19. Hummingbird PDF Converter – Photo to PDF
20. All Good PDF Scanner
21. com.imagecompress.android
22. com.relax.relaxation.androidsms
23. com.file.recovefiles
24. com.training.memorygame
25. Push Message- Texting & SMS
26. Fingertip GameBox
27. com.contact.withme.texts
28. com.cheery.message.sendsms (two different instances)
29. com.LPlocker.lockapps
30. Safety AppLock
31. Emoji Wallpaper
32. com.hmvoice.friendsms
33. com.peason.lovinglovemessage
34. com.remindme.alram
35. Convenient Scanner 2
36. Separate Doc Scanner
दिल्ली: डॉक्टरों को सैलरी न मिलने पर दिल्ली के तीनों मेयर सीएम केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठे।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों ने सोमवार को सामूहिक आकस्मिक अवकाश ले लिया है। डॉक्टरों के इस कदम के बाद तीनों नगर निगम के मेयर मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि दिल्ली सरकार उनका फंड रिलीज करे ताकि वह डॉक्टरों का वेतन दे सकें।
वहीं डॉक्टरों के सामूहिक आकस्मिक अवकाश के चलते नगर निकायों द्वारा संचालित अस्पतालों में चिकित्सकों के लंबित वेतन को लेकर संकट और गहरा गया है। म्युनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएशन (एमसीडीए) के अध्यक्ष आर आर गौतम ने कहा, अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो कल से हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
एमसीडीए ने शनिवार को धमकी दी थी कि अगर पिछले तीन महीने का बकाया वेतन जारी नहीं किया गया तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) अस्पतालों के उसके सदस्य सामूहिक आकस्मिक अवकाश लेंगे।
संस्था ने हाल में एक बयान जारी कर अपने बकाए वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हिंदूराव अस्पताल और कस्तूरबा अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता व्यक्त की थी। दोनों ही अस्पताल एनडीएमसी द्वारा संचालित किये जाते हैं।
उद्धव ठाकरे ने कंगना रनौत पर साधा निशाना, तो एक्ट्रेस ने ट्वीट कर फिर किया पलटवार
शिवसेना और कंगना रनौत के बीच जुबानी जंग अब तक जारी है.
एक दशहरा रैली के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बिना नाम लिए कंगना पर निशाना साधा, जिसके बाद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने उद्धव ठाकरे का नाम लेते हुए उन्हें चेताया.
नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और शिवसेना के बीच जुबानी जंग अब तक जारी है. रविवार को एक दशहरा रैली के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बिना नाम लिए कंगना पर निशाना साधा, जिसके बाद कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे का नाम लेते हुए उन्हें चेताया. दरअसल, इस रैली में सीएम उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार, मुंबई पुलिस और आदित्य ठाकरे सहित उनके परिवार पर काफी कीचड़ उछाला गया है.
उद्धव ठाकरे के निशाने पर कंगना
उद्धव ने इस दौरान कंगना के पीओके वाले ट्वीट का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘किसी ने कहा था कि मुंबई पीओके की तरह है… ये लोग मुंबई में काम करने आते हैं और फिर शहर का नाम खराब करते हैं. यह एक तरह से ‘नमक हरामी’ है. एक ऐसी कहानी बनाई गई है, जैसे मुंबई और पूरा महाराष्ट्र एक ड्रग हैवन है और यहां पर सब ड्रग अडिक्ट हैं. मुंबई और महाराष्ट्र की बेइज्जती करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.’
इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने अपने एक बयान में कंगना रनौत को ‘हरामखोर’ बोल दिया था.
कंगना ने भी किया सीएम पर पलटवार
उद्धव के इस बयान के बाद कंगना ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ठीक जैसे हिमालय की खूबसूरती हर भारतीय की है, ठीक वैसे ही मुंबई जो मौके देती है वह हम सभी से संबंधित है. ये दोनों ही मेरे घर हैं. उद्धव ठाकरे आप हमसे हमारे लोकतांत्रिक अधिकार छीनने और हमें बांटने की कोशिश मत कीजिए. आपके गंदे भाषण आपकी नाकाबिलियत का अश्लील प्रदर्शन हैं.’
कबाड़ का काम करने वाले पिता का सपना पूरा, नौवें प्रयास में बेटा मेडिकल परीक्षा में हुआ सफल
अरविंद कुमार अपने पिता को अपमानित होते देख बड़ा हुआ. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोटा :
अन्य उम्मीदवारों के विपरीत, 26 वर्षीय अरविंद कुमार के लिए मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना बस केवल एक सपना नहीं था बल्कि उन लोगों को जवाब देने का एक तरीका था जिनके हाथों उसके परिवार ने वर्षों से अपमान झेला. उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के निवासी अरविंद का कहना है कि उसका सपना डॉक्टर बनने का था जबकि कबाड़ी का काम करने वाले उसके पिता भिखारी को अपने काम एवं नाम के चलते लगातार गांव वालों से अपमानित होना पड़ता था.
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हालांकि यह सफलता इतनी आसानी से नहीं मिली. वह पहली बार 2011 में ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट (एआईपीएमटी) में शामिल हुआ था जिसके स्थान पर अब राष्ट्रीय अर्हता -सह प्रवेश परीक्षा (नीट) आ गयी है.
अरविंद ने कहा कि इस साल नौवें प्रयास में उसे यह सफलता मिली है , उसने अखिल भारतीय स्तर पर 11603 रैंक हासिल किया है और अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में उसका रैंक 4,392 है. उसने कहा कि वह कभी भी मायूस नहीं हुआ. उसने कहा, ‘‘मैं नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदलने तथा उससे ऊर्जा एवं प्रेरणा लेने की मंशा रखता हूं .”
उसने कहा कि उसकी इस सफलता का श्रेय उसके परिवार, आत्मविश्वास और निरंतर कठिन परिश्रम को जाता है. उसके अनुसार उसके पिता भिखारी कक्षा पांचवीं तक पढ़े-लिखे हैं और मां ललिता देवी अनपढ़ हैं.
अरविंद अपने पिता को असामान्य नाम की वजह से अपमानित होते देख बड़ा हुआ. उसके पिता काम के वास्ते परिवार को छोड़कर दो दशक पहले जमशेदपुर के टाटानगर चले गये थे.
कुछ साल पहले अपने तीन बच्चों की अच्छी शिक्षा-दीक्षा के लिए भिखारी अपने परिवार को गांव से कुशीनगर शहर ले आये जहां अरविंद ने महज 48.6 फीसद प्राप्तांक से दसवीं कक्षा पास की. बारहवीं कक्षा में उसे 60 फीसद अंक मिले और तभी उसके अपने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए डॉक्टर बनने का ख्याल आया.
श्रवण कुमार ने नीतीश के साथ बनाई थी समता पार्टी, 6 बार से फतह कर रहे नालंदा का दुर्ग
बिहार सरकार में ग्रामीण विकास कार्य मंत्री हैं श्रवण कुमार, नालंदा से सातवीं बार जीत के लिए कर रहे कोशिश.
नई दिल्ली:
बिहार की नीतीश कुमार सरकार में ग्रामीण विकास कार्य मंत्री श्रवण कुमार न केवल मुख्यमंत्री के सजातीय (कुर्मी) हैं बल्कि उनके खासमखास भी हैं. सीएम के गृह जिले से आने वाले और वहीं से चुनाव जीतकर आने वाले श्रवण कुमार सातवीं बार विधायक बनने की कतार में हैं. वो 1995 से लगातार नालंदा विधान सभा सीट से जीतते आ रहे हैं. 61 वर्षीय श्रवण कुमार मूलतः समाज सेवा से जुड़े रहे हैं. जब लालू यादव से अलग होकर नीतीश कुमार और जॉर्ज फर्नांडिस ने साल 1994 में समता पार्टी का गठन किया था, तब से श्रवण कुमार नीतीश के खास सिपाही रहे हैं.
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श्रवण कुमार ने इंटर तक ही पढ़ाई की है. छात्र जीवन में ही उन्होंने जेपी मूवमेंट के जरिए राजनीति में कदम रखा और पहली बार समता पार्टी के टिकट पर 1995 में नालंदा सीट से विधायक चुने गए. तब से लेकर आजतक छह बार हुए सभी विधान सभा चुनावों में नालंदा सीट से वही जीतते आ रहे हैं. 1995 में समता पार्टी के मात्र सात उम्मीदवार जीते थे, उनमें से एक श्रवण कुमार भी थे.
चुनावी विज्ञापन से नीतीश कुमार का चेहरा गायब, सिर्फ PM मोदी की तस्वीर, क्या हैं मायने?
श्रवण कुमार का राजनीतिक सफर 30 वर्षों से ज्यादा का रहा है. उन्होंने समता पार्टी के टिकट पर 1995 और 2000 का विधान सभा चुनाव जीता. बाद में पार्टी का विलय जेडीयू में हो गया. तब से लगातार जेडीयू के टिकट पर जीतते आ रहे हैं. श्रवण कुमार बिहार विधान सभा में जेडीयू के मुख्य सचेतक भी रहे हैं. साथ ही नीतीश और मांझी कैबिनेट में मंत्री भी रहे हैं.
नालंदा विधानसभा इलाका कुर्मी बहुल है. इसके अलावा यहां ईबीसी, एससी-एसटी और मुस्लिम आबादी भी अच्छी है. करीब तीन लाख मतदाताओं में 90 हजार के करीब कोचैइसा कुर्मी, 12 हजार के करीब घमैला कुर्मी वोटर हैं. इनके अलावा 13 हजार कुशवाहा, 22 हजार अल्पसंख्यक, 30 हजार यादव मतदाता हैं. इस इलाके में सवर्ण मतदाताओं में भूमिहार 7 हजार, राजपूत 15 हजार हैं, एससी-एसटी और ईबीसी के भी करीब एक लाख वोट हैं.
‘असंभव नीतीश’ मुहिम चला रहे चिराग पासवान, बोले- जहां LJP कैंडिडेट नहीं, BJP को दें वोट
साल 2015 के चुनाव में जेडीयू और राजद का महागठबंधन होने के बावजूद श्रवण कुमार लगभग 3000 वोटों के अंतर से ही जीत सके थे. नीतीश कुमार के नाम पर कुर्मी समाज श्रवण कुमार को वोट करता रहा है लेकिन इस बार कोचैइसा कुर्मी जिनका सबसे ज्यादा वोट शेयर है, नीतीश से नाराज बताया जा रहा है. मूलत: खेतीबारी करने वाला यह समुदाय नीतीश कुमार के शासनकाल में सिंचाई की मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने से नाराज है.
इसके अलावा यादव और मुस्लिम मतदाता पहले से ही राजद के पक्ष में लामबंद नजर आ रहा है. अगर दलित और ईबीसी समुदाय ने मुंह फेरा तो श्रवण कुमार की राह कठिन हो सकती है. 2015 में इस समुदाय ने बीजेपी को वोट दिया था.
सरकारी कर्मचारी लीव ट्रैवल कंसेशन कैश वाउचर योजना: कर्मचारी लीव इनकैशमेंट के बिना भी एप्लीकेबल LTC फेयर का उपयोग करते हुए योजना का लाभ उठा सकते हैं
सरकार ने 12 अक्टूबर को LTC कैश वाउचर योजना की घोषणा की थी, इसके तहत केंद्र सरकार के कर्मचारी योजना का लाभ उठाने के लिए 12% या इससे ज्यादा GST वाली कोई भी वस्तु या सेवा खरीद सकते हैं
LTC (लीव ट्रैवल कंसेशन) कैश वाउचर योजना का लाभ उठाने के लिए केंद्रीय कर्मचारी अपने नाम खरीदी गई वस्तु और सवाओं के एक से ज्यादा बिल जमा कर सकते हैं। यह बात वित्त मंत्रालय के एक्सपेंडीचर डिपार्टमेंट द्वारा इस योजना पर जारी FAQ में कही गई है। FAQ के मुताबिक कर्मचारी लीव इनकैशमेंट के बिना भी एप्लीकेबल LTC फेयर का उपयोग करते हुए योजना का लाभ उठा सकते हैं।
सरकार ने 12 अक्टूबर को LTC कैश वाउचर योजना की घोषणा की थी। इसके तहत केंद्र सरकार के कर्मचारी योजना का लाभ उठाने के लिए 12 फीसदी या इससे ज्यादा GST वाली कोई भी वस्तु या सेवा खरीद सकते हैं। अब तक यात्रा पर ही LTC स्कीम का लाभ मिलता था, अन्यथा रकम लैप्स हो जाती थी।
आंशिक रूप से उपयोग हो चुके LTC पर भी मिलेगा लाभ
क्या कर्मचारी या उसके किसी पारिवारिक सदस्य द्वारा आंशिक रूप से उपयोग किए जा चुके LTC पर भी योजना का लाभ मिलेगा? इस सवाल के जवाब में FAQ में कहा गया है कि ब्लॉक इयर (2018-21) के दौरान LTC फेयर के जितने हिस्से का उपयोग नहीं हुआ है, उस हिस्से पर यह योजना लागू होगी।
4 पारिवारिक सदस्यों वाले कर्मचारी 4 से कम सदस्यों के लिए भी ले सकते हैं लाभ
क्या LTC के लिए योग्य 4 पारिवारिक सदस्यों वाले कर्मचारी 4 से कम सदस्यों के लिए भी योजना का लाभ ले सकते हैं? इसके जवाब में कहा गया है कि कर्मचारी आंशिक रूप से योजना का लाभ उठा सकते हैं। परिवार के जिस सदस्य के LTC फेयर का उपयोग नहीं हुआ है, उसके लिए मौजूदा नियमों के तहत योजना LTC का उपयोग किया जा सकता है।
FAQ में बताई गई अन्य प्रमुख बातें
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योजना के तहत LTC फेयर के लिए निर्धारित रेश्यो के अनुसार ही खरीदारी होनी चाहिए।
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सभी खरीदारी इसी वित्त वर्ष में होनी चाहिए।
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खरीदारी का भुगतान सिर्फ डिजिटल मोड में ही होना चाहिए।
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GST डिटेल्स वाला इनवॉयस जमा करने के बाद ही रीइंबर्समेंट किया जाएगा।
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आखिरी समय की हड़बडी या उसके कारण होने वाले लैप्स से बचने के लिए जहां तक संभव हो 1 मार्च 2021 से पहले ही क्लेम और सेटलमेंट हो जाना चाहिए।
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योजना का लाभ लेने वाले कर्मचारी के नाम पर ही इनवॉयस होना चाहिए।
IRCTC: केरल की कोच्चि, मुन्नार और कुमाराकोम के अलावा कई जगह की सैर करा रहा IRCTC
आप रिजर्वेशन काउंटर से या IRCTC की वेबसाइट से ऑनलाइन ही इस टूर पैकेज की बुकिंग करा सकते हैं
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इस टूर पैकेट की बुकिंग के लिए आपको 13 हजार 705 रुपए खर्च करने होंगे
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ये यात्रा 5 रात और 6 दिन की रहेगी जो उड़ीसा के त्रिशूर से शुरू होगी
अगर आप घर बैठे-बैठे बोर हो गए हैं तो IRCTC आपके लिए केरल का टूर पैकेज लेकर आया है। ‘Serene Kerala With House Boat Stay’ नाम के इस टूर पैकेज के तहत आपको 5 रातें और 6 दिन केरल में बिताने का मौका मिलेगा। टूर की शुरुआत उड़ीसा के त्रिशूर से 30 अक्टूबर को होगी।
कहां-कहां घूमने का मिलेगा मौका?
टूर के दौरान यात्रियों को आलप्पुषा़ (Alappuzha) , गुरुवायुर, कोच्चि, मुन्नार और कुमाराकोम की सुंदरता को करीब से निहारने का मौका मिलेगा। केरल राज्य के सभी दर्शनीय स्थल प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर हैं। कुमाराकोम छोटे और सुंदर द्वीपों के झुंड के रूप में इस राज्य का सबसे अधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
पैकेज में क्या-क्या शामिल रहेगा?
पैकेज के दौरान मिलने वाली सुविधाओं में होटल में स्टे, यात्रा का टिकट, ब्रेकफास्ट, डिनर और एक रात हाउस बोट में रुकने का किराया शामिल है। इसके अलावा इसमें साइट व्यू के लिए व्हीकल का इंतजाम भी किया जाएगा।
कितना देना होगा किराया?
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अगर आप इस टूर के लिए तीन लोगों के ग्रुप में बुकिंग कराते हैं तो आपको प्रति व्यक्ति 13 हजार 705 रुपए खर्च करने होंगे।
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दो लोगों द्वारा यह पैकेज लिए जाने पर आपको प्रति व्यक्ति 18 हजार 145 रुपए खर्च होंगे।
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सिंगल सिटिंग के लिए यह टूर पैकेज 35 हजार 930 रुपए में लिया जा सकता है।
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अगर आपके साथ बच्चा है, जिसकी उम्र 5 से 11 साल है, तो बेड के साथ आपको 4,825 रुपए देने होंगे। वहीं बिना बेड के 2,790 रुपए लगेंगे।
Telangana: एक शराबी बेटे ने नशे की लत के चलते अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया
हैदराबाद: एक ओर देश जहां दुर्गा मां की पूजा कर नवरात्र का त्यौहार मना रहा है, वहीं तेलंगाना (Telangana) में एक दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शराबी बेटे ने नशे की लत के चलते अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने मामले की जानकारी शनिवार को दी थी. खास बात है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (National Crime Records Bureau) के मुताबिक, 2018 के मुकाबले 2019 में हैदराबाद और तेलंगाना में आपराधिक बढ़े हैं.
कटा हुआ सिर लेकर भाग गया आरोपी
शराब की लत (Alcohol Addiction) का शिकार एक युवक ने पहले अपनी मां से शराब के लिए पैसे मांगे और ऐसा न करने पर उसने मां का सिर धड़ से कथित तौर पर अलग कर दिया. इतना ही नहीं युवक कटा सिर लेकर भाग गया. मृतका पी चंद्रम्मा (P Chandramma) की उम्र 65 वर्ष बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक, यह मामला तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले (Nagarkurnool) के एक गांव में शनिवार तड़के हुई.
उन्होंने कहा कि आरोपी के बड़े भाई की शिकायत पर इस सिलसिले में एक मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि 45 वर्षीय आरोपी व्यक्ति को दोपहर में एक टैंक के पास पकड़ा गया और झाड़ियों में छिपा कर रखा हुआ कटा हुआ सिर भी बरामद कर लिया गया.अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया कि खबर के मुताबिक, मृतका चंद्रम्मा के दो बेटे पी रामुडु और पी कुरुमुर्थी हैं. वह अपने छोटे बेटे रामुडु के साथ घर के आगे के हिस्से रहती थीं. जबकि, उनका बड़ा बेटा कुरुमुर्थी परिवार के साथ घर के पिछले हिस्से में रहा करता था.
Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया
शनिवार को चंद्रम्मा कहीं नहीं दिखीं, तो कुरुमुर्थी उनकी तलाश में घर में आया. उसने घर में पहुंचकर अपनी मां का खून से सना हुआ धड़ पाया. इसके तुरंत बाद पुलिस मामले को लेकर अलर्ट हो गई और पाया कि छोटा बेटा रामुडु मौके से गायब था.
बड़े भाई के शिकायत पर मामला दर्ज.
मामले की जांच कर रही पुलिस के अनुसार, पी रामुडु शराब की लत से जूझ रहा था. पुलिस ने जब तलाश की तो उन्हें पानी की टंकी के पास झाड़ियों में महिला का सिर मिला. जबकि, बाकी शरीर घर में ही था. बड़े भाई के शिकायत पर मामला दर्ज.
तेलंगाना और हैदराबाद में बढ़ा है क्राइम
एनसीआरबी का डेटा बताता है कि तेलंगाना (Telangana) और हैदराबाद (Hyderabad) में अपराध बढ़ने की सबसे बड़ी वजह हत्या के अलावा अपहरण, साइबर क्राइम और महिलाओं और बच्चों पर हो रहे अपराध हैं.
Vastu Tips: घर या ऑफिस में किस दिशा में लगाएं दर्पण की आय में हो बढ़ोतरी
आजकल अधिकतर लोग अपने ऑफिस में, दुकानों में या संस्थानों में या फिर घर में भी बहुत चमकीले ग्रेनाइट या संगमरमर के टाइल्स लगवाने लगे हैं, जो कि देखने में बड़े ही सुंदर लगते हैं और साफ–सफाई के लिये भी सुविधाजनक होते हैं।
ये एक तरह से दर्पण की भांति ही होते हैं, लेकिन आपको बता दूं कि ईशान कोण, यानी उत्तर–पूर्व दिशा में इस तरह का फर्श लगवाते समय कुछ चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए।
दरअसल वास्तु के अनुसार ईशान कोण में दक्षिण या पश्चिम की अपेक्षा ऊंचाई कम रखनी चाहिए या कहें इस दिशा में गहराई अधिक होनी चाहिए। इसलिए अगर आपके संस्थान या घर आदि का नैऋत्य कोण, यानी दक्षिण–पश्चिम दिशा का भाग ईशान कोण यानी उत्तर–पूर्वी भाग से नीचा है, जो कि नहीं होना चाहिए, तब उस स्थिति में आप ईशान कोण में इस तरह का चमकदार, साफ दिखाई देने वाला दर्पण या फर्श लगवा सकते हैं।
इससे ईशान कोण में गहराई का आभास होगा, जबकि दक्षिण–पश्चिम का हिस्सा देखने पर ऊंचा लगेगा। इससे आपकी आय में बढ़ोतरी होगी और आपको वास्तु दोषों से छुटकारा भी मिलेगा।
कई लोग कारोबार में उन्नति के लिये दक्षिण दिशा में दर्पण लगाने की सलाह देते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ये ठीक नहीं है।
उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है और दक्षिण दिशा में दर्पण लगाने से उत्तर से आने वाला प्रतिबिम्ब दर्पण में दिखाई देगा, जो कि ठीक नहीं है। चूंकि दक्षिण दिशा के स्वामी यम हैं, इसलिए यहां दर्पण लगाने से कुबेर का लाभ नहीं मिल पायेगा। इसके साथ ही आपको बता दूं कि घर में कभी भी बहुत भारी, नुकीला या जिसका किनारा टूटा फूटा हो, ऐसा दर्पण या शीशा नहीं लगाना चाहिए। साथ ही तिकोना, यानी तीन कोनों वाला शीशा भी नहीं लगाना चाहिए। इससे निगेटिविटी बढ़ती है ।
PM मोदी की ‘मन की बात’ की 10 बड़ी बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात के जरिए देश को किया संबोधित फोटो (indianexpress)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार (25 अक्टूबर) को ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के जरिये देश को संबोधित किया. कोरोना संकट के बीच आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने लोगों को संयम बरतने की सलाह दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत में दशहरा की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि दशहरे का ये पर्व, असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है, लेकिन साथ ही ये एक तरह से संकटों पर धैर्य की जीत का पर्व भी है. कोरोना संकट के बीच उन्होंने कहा कि पहले, दशहरे पर बड़े-बड़े मेले लगते थे, लेकिन इस बार उनका स्वरुप अलग है. “रामलीला का त्योहार भी, उसका बहुत बड़ा आकर्षण था, लेकिन उसमें भी कुछ-न-कुछ पाबंदियां लगी हैं. पहले, नवरात्र पर, गुजरात के गरबा की गूंज हर तरफ़ छाई रहती थी, इस बार, बड़े-बड़े आयोजन सब बंद हैं.”
‘मन की बात’ कार्यक्रम की अहम बातें
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प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात‘ में कहा कि कोरोना के इस संकट काल में, हमें संयम से ही काम लेना है, मर्यादा में ही रहना है. आगे, और भी कई पर्व आने वाले हैं. अभी ईद है, शरद पूर्णिमा, वाल्मीकि जयंती, धनतेरस, दिवाली, भाई दूज, छठी मैया की पूजा है. गुरुनानक देव जी की जयंती है.
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जब हम त्योहार की बात करते हैं, तैयारी करते हैं, तो, सबसे पहले मन में यही आता है, कि बाजार कब जाना है? क्या-क्या खरीदारी करनी है?” ख़ासकर, बच्चों में तो इसका विशेष उत्साह रहता है – इस बार, त्योहार पर, नया, क्या मिलने वाला है?”
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पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों की ये उमंग और बाजार की चमक, एक-दूसरे से जुड़ी हुई है, लेकिन इस बार जब आप खरीदारी करने जायें तो ‘Vocal for Local’ का अपना संकल्प अवश्य याद रखें. बाजार से सामान खरीदते समय, हमें स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देनी है. त्योहारों के इस हर्षोल्लास के बीच में लॉकडाउन के समय को भी याद करना चाहिए.
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लॉकडाउन (Lockdown) में हमने, समाज के उन साथियों को और करीब से जाना है, जिनके बिना, हमारा जीवन बहुत ही मुश्किल हो जाता – सफाई कर्मचारी, घर में काम करने वाले भाई-बहन, स्थानीय सब्जी वाले, दूध वाले, सिक्योरिटी गार्ड.” हमें अपने “Daily Life Heroes” को भूलना नहीं है. अब, अपने पर्वों में, अपनी खुशियों में भी, हमें इनको साथ रखना है. मेरा आग्रह है कि, जैसे भी संभव हो, इन्हें अपनी खुशियों में जरुर शामिल करिये.
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आज जब हम Local के लिए Vocal हो रहे हैं, तो दुनिया भी हमारे स्थानीय उत्पादों की फैन हो रही है. हमारे कई स्थानीय उत्पादों में वैश्विक होने की बहुत बड़ी शक्ति है. जैसे एक उदाहरण है – खादी का. लम्बे समय तक खादी, सादगी की पहचान रही है, लेकिन, हमारी खादी आज, पर्यावरण अनुकूल फेबरिक के रूप में जानी जा रही है.
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“साथियो, हमें अपने उन जाबाज़ सैनिकों को भी याद रखना है, जो, इन त्योहारों में भी सीमाओं पर डटे हैं. भारत-माता की सेवा और सुरक्षा कर रहें हैं. हमें उनको याद करके ही अपने त्योहार मनाने हैं. हमें घर में एक दीया, भारत माता के इन वीर बेटे-बेटियों के सम्मान में भी जलाना है. मैं, अपने वीर जवानों से भी कहना चाहता हूं कि आप भले ही सीमा पर हैं, लेकिन पूरा देश आपके साथ हैं, आपके लिए कामना कर रहा है.” मैं उन परिवारों के त्याग को भी नमन करता हूं, जिनके बेटे-बेटियाँ आज सरहद पर हैं.
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देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “31 अक्टूबर को भारत की पूर्व-प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी को हमने खो दिया. मैं आदरपूर्वक उनको श्रद्धांजलि देता हूं.”
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प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें निरंतर अपनी रचनात्मकता से, प्रेम से, हर पल प्रयासपूर्वक अपने छोटे से छोटे कामों में, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के खूबसूरत रंगों को सामने लाना है. एकता के नए रंग भरने हैं. मैं, आप सबसे, एक वेबसाइट देखने का आग्रह करता हूं – http://ekbharat.gov.in .इसमें, राष्ट्रीय एकीकरण की हमारी मुहिम को आगे बढ़ाने के कई प्रयास दिखाई देंगे.
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दिल्ली के कनॉट प्लेस के खादी स्टोर में इस बार गांधी जयंती पर एक ही दिन में एक करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी हुई. इसी तरह कोरोना के समय में खादी के मास्क भी बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं. यूपी के बाराबंकी की एक महिला सुमन देवी ने self help group की अपनी साथी महिलाओं के साथ मिलकर खादी मास्क बनाना शुरू किया. धीरे-धीरे उनके साथ अन्य महिलाएँ भी जुड़ती चली गई, अब वे सभी मिलकर हजारों खादी मास्क बना रही हैं.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म जयंती, 31 अक्टूबर को है. हम सब, ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के तौर पर मनाएंगे. बहुत कम लोग मिलेंगे जिनके व्यक्तित्व में एक साथ कई सारे तत्व मौजूद हों- वैचारिक गहराई, नैतिक साहस, राजनैतिक विलक्षणता, कृषि क्षेत्र का गहरा ज्ञान और राष्ट्रीय एकता के प्रति समर्पण भाव. उन्होंने कहा, “जरा उस लौह-पुरुष की छवि की कल्पना कीजिये जो राजे-रजवाड़ों से बात कर रहे थे, पूज्य बापू के जन-आंदोलन का प्रबंधन कर रहे थे, साथ ही, अंग्रेजों से लड़ाई भी लड़ रहे थे, और इन सब के बीच भी, उनका sense of humour पूरे रंग में होता था.”
सुहाना खान “Shahrukh Khan Daughter” ने Bodycon ड्रेस में शेयर की Photos
सुहाना खान (Suhana Khan) ने बॉडीकॉन ड्रेस में शेयर की फोटो
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सुहाना खान ने बॉडीकॉन ड्रेस में शेयर की फोटो
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शाहरुख खान की बेटी का ग्लैमरस लुक देख अनन्या पांडे ने भी किया कमेंट
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सुहाना खान की तस्वीर हुई वायरल