नई दिल्ली: उभरते उद्यमियों को और अधिक सहायता प्रदान करने के लिए, भारत सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत ऋण सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया है। इस संबंध में गुरुवार को एक अधिसूचना जारी की गई। इस निर्णय का उद्देश्य “अधूरे लोगों को वित्तपोषित करना” के कार्यक्रम के मिशन को आगे बढ़ाना और देश भर में छोटे व्यवसायों को अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
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23 जुलाई, 2024 को 2024-25 के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित यह वृद्धि सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए ऋण तक पहुँच बढ़ाने के सरकार के चल रहे प्रयासों का हिस्सा है। शुक्रवार को, वित्त मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि यह कदम उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन का समर्थन करने के लिए बनाया गया है, खासकर ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में।
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सीतारमण ने लोकसभा में बजट पेश करते हुए कहा, “मुद्रा ऋण की सीमा उन उद्यमियों के लिए मौजूदा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये की जाएगी, जिन्होंने ‘तरुण श्रेणी’ के तहत पिछले ऋण लिए हैं और सफलतापूर्वक चुकाए हैं।” यह वृद्धि विशेष रूप से उभरते उद्यमियों के लिए फायदेमंद है, जिससे उनके विकास और विस्तार में मदद मिलेगी। यह कदम एक मजबूत उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने में सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
PMMY: एक संक्षिप्त विवरण
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से, छोटे उद्यमियों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराया जाता है ताकि वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें और रोजगार के अवसर पैदा कर सकें।
PMMY के मुख्य उद्देश्य:
- सूक्ष्म उद्यमों को बढ़ावा देना: इस योजना का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म उद्यमों को मजबूत बनाना और उन्हें वित्तीय रूप से सक्षम बनाना है।
- रोजगार सृजन: मुद्रा ऋण के माध्यम से छोटे उद्यमों को बढ़ावा देकर, इस योजना का लक्ष्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना है।
- आर्थिक विकास: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करके, यह योजना देश के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देती है।
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मुद्रा ऋण के प्रकार:
मुद्रा योजना के तहत तीन प्रकार के ऋण उपलब्ध कराए जाते हैं:
- शिशु ऋण: यह 50,000 रुपये तक का ऋण है, जो नए उद्यमियों को शुरूआत करने के लिए दिया जाता है।
- किशोर ऋण: यह 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये तक का ऋण है, जो स्थापित व्यवसायों को विस्तार करने के लिए दिया जाता है।
- वृद्धि ऋण: यह 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक का ऋण है, जो मध्यम आकार के उद्यमों को विस्तार करने के लिए दिया जाता है।
PMMY के लाभ:
- कम ब्याज दर: मुद्रा ऋण पर ब्याज दरें अन्य ऋणों की तुलना में कम होती हैं।
- तेजी से ऋण स्वीकृति: इस योजना के तहत ऋण स्वीकृति प्रक्रिया काफी तेज होती है।
- कम कागजी कार्रवाई: मुद्रा ऋण के लिए कम कागजी कार्रवाई की आवश्यकता होती है।
- लचीली पुनर्भुगतान शर्तें: ऋण पुनर्भुगतान के लिए लचीली शर्तें उपलब्ध होती हैं।
पात्रता:
PMMY के लिए पात्रता मानदंड बैंक से बैंक भिन्न हो सकते हैं, लेकिन आम तौर पर निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होता है:
- भारतीय नागरिक होना
- कोई भी व्यवसाय शुरू करने या विस्तार करने की योजना
- उचित गारंटर या संपार्श्विक प्रदान करने की क्षमता
आवेदन कैसे करें:
आप किसी भी बैंक या वित्तीय संस्थान में जाकर PMMY के लिए आवेदन कर सकते हैं। कई बैंक ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, आप इन सरकारी वेबसाइटों पर जा सकते हैं:
- पीआईबी: https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2068025
- बैंक ऑफ बड़ौदा: https://www.bankofbaroda.in/hi-in/personal-banking/loans/pradhan-mantri-mudra-yojana