Mamata Banerjee का स्पष्ट संदेश: “राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने वक्फ अधिनियम को लेकर भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य में वक्फ अधिनियम लागू नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि “राजनीति के लिए दंगे भड़काना अस्वीकार्य है” और भाजपा पर धार्मिक भावनाओं को भड़काकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया। बनर्जी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और धार्मिक विभाजन के एजेंडे को सफल नहीं होने देगी।
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उन्होंने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ममता बनर्जी का यह बयान राज्य में हालिया सांप्रदायिक बयानबाज़ी और वक्फ संपत्तियों को लेकर चल रही बहस के बीच आया है।
Mamata Banerjee ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की
पश्चिम बंगाल में हालिया हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा, “सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है, कृपया शांत रहें, संयमित रहें। धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक व्यवहार में शामिल न हों। हर इंसान की जान कीमती है; राजनीति के लिए दंगे न भड़काएँ।” उन्होंने हिंसा फैलाने वालों को समाज का नुकसान करने वाला बताया।
शुक्रवार को मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली में कानून के विरोध में भड़की हिंसा के दौरान कई पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई, सड़कें जाम की गईं और सुरक्षा बलों पर पथराव हुआ। मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने यह स्पष्ट किया कि “जिस कानून को लेकर लोग नाराज हैं, वह राज्य सरकार का नहीं बल्कि केंद्र सरकार का बनाया हुआ है।
उन्होंने कहा, “हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है – हम इस कानून के खिलाफ हैं और इसे बंगाल में लागू नहीं होने देंगे। फिर दंगे का औचित्य क्या है?” मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि दंगा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि “हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते हैं।
कुछ राजनीतिक दल धर्म के नाम पर लोगों को भड़का रहे हैं, जिससे राजनीतिक लाभ लिया जा सके।” Mamata Banerjee ने धर्म की वास्तविक परिभाषा की ओर इशारा करते हुए कहा, “धर्म का अर्थ है मानवता, सद्भाव और सभ्यता।” उन्होंने सभी नागरिकों से शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
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