Newsnowजीवन शैलीAyurveda में Sugar के इलाज के प्राकृतिक उपाय

Ayurveda में Sugar के इलाज के प्राकृतिक उपाय

बहुत सी जड़ी-बूटियाँ रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करती हैं:

आयुर्वेद में Sugar (मधुमेह) के इलाज के लिए कई प्राकृतिक उपाय और जीवनशैली में बदलाव सुझाए गए हैं। आयुर्वेद के अनुसार, मधुमेह को “Sugar” या “प्रमेह” कहा जाता है, और यह मुख्य रूप से कफ और वात दोष के असंतुलन के कारण होता है। नीचे शुगर के मरीजों के लिए आयुर्वेदिक इलाज और सुझाव दिए गए हैं:

1. Sugar के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ

ये जड़ी-बूटियाँ रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करती हैं:

जामुन (Syzygium cumini):  जामुन के बीज, फल और छाल रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी हैं।  

उपयोग: 1-2 ग्राम जामुन के बीज का पाउडर दिन में दो बार पानी के साथ लें।

करेला (Bitter Melon): करेले का जूस रक्त शर्करा को कम करने में मदद करता है।  

उपयोग: 30-50 मिलीलीटर ताजा करेले का जूस सुबह खाली पेट लें।

गुड़मार (Gymnema sylvestre): यह शुगर की क्रेविंग को कम करता है और रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है।  

उपयोग: 300-500 मिलीग्राम गुड़मार एक्सट्रैक्ट दिन में दो बार लें।

नीम (Azadirachta indica): नीम इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।  

उपयोग: 2-4 मिलीलीटर नीम का रस या 300-500 मिलीग्राम नीम के पत्तों का एक्सट्रैक्ट दैनिक लें।

हल्दी (Curcuma longa): हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो सूजन को कम करता है और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को सुधारता है।  

उपयोग: 1-2 ग्राम हल्दी पाउडर गर्म पानी या दूध के साथ दैनिक लें।

मेथी (Fenugreek): मेथी के बीज रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।  

उपयोग: 5-10 ग्राम मेथी के बीज रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाएं।

विजयसार (Pterocarpus marsupium): विजयसार की लकड़ी का पानी पीने से रक्त शर्करा नियंत्रित होती है।  

उपयोग: विजयसार की लकड़ी के बर्तन में रातभर पानी भरकर रखें और सुबह इस पानी को पिएं।

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2. Sugar के लिए आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन

कुछ पारंपरिक आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन जो मधुमेह के लिए उपयोगी हैं:

मधुमेहांतक चूर्ण: मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए हर्बल पाउडर।  

चंद्रप्रभा वटी: रक्त शर्करा को संतुलित करने और किडनी स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है।  

त्रिफला चूर्ण: आंवला, हरितकी और बिभीतकी का मिश्रण, जो पाचन और डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है।  

अमृतादि गुग्गुल: रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में सहायक।

3. Sugar में आहार संबंधी सुझाव

Natural remedies for sugar treatment in Ayurveda

आयुर्वेद में आहार का विशेष महत्व है। मधुमेह के रोगियों को निम्नलिखित सुझावों का पालन करना चाहिए:

क्या खाएं:

जौ, ओट्स, और बाजरा जैसे साबुत अनाज।  

करेला, पालक, और मेथी जैसी सब्जियां।  

सेब, अमरूद, और पपीता जैसे कम शर्करा वाले फल।  

घी (मॉडरेशन में) और नारियल तेल जैसे स्वस्थ वसा।  

हल्दी, दालचीनी, और जीरा जैसे मसाले।

क्या न खाएं:  

चीनी, प्रोसेस्ड फूड, और तले हुए खाद्य पदार्थ।  

सफेद चावल और मैदा जैसे अधिक कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ।  

आम, केला, और अंगूर जैसे अधिक शर्करा वाले फल।

भोजन का समय:  

छोटे और बार-बार भोजन करें ताकि रक्त शर्करा का स्तर स्थिर रहे।  

भोजन को न छोड़ें।

4. Sugar नियंत्रित रखने के लिए जीवनशैली में बदलाव

व्यायाम:

नियमित रूप से टहलें, योग करें और स्ट्रेचिंग करें।  

योगासन जैसे धनुरासन, पश्चिमोत्तानासन, और वज्रासन मधुमेह के लिए फायदेमंद हैं।

तनाव प्रबंधन: 

ध्यान (मेडिटेशन), प्राणायाम (सांस लेने के व्यायाम), और माइंडफुलनेस का अभ्यास करें।

नींद:

7-8 घंटे की अच्छी नींद लें।

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5. Sugar में पंचकर्म थेरेपी

पंचकर्म, आयुर्वेद की एक डिटॉक्सिफिकेशन और रिजुविनेशन थेरेपी है, जो मधुमेह के प्रबंधन में मदद कर सकती है। अभ्यंग (तेल मालिश), बस्ती (मेडिकेटेड एनिमा), और विरेचन (पर्जिंग) जैसे उपचार एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से किए जा सकते हैं।

6. Sugar नियंत्रण के घरेलू उपाय

मेथी का पानी: 1 चम्मच मेथी के बीज रातभर पानी में भिगोकर सुबह पानी पिएं और बीज चबाएं।  

दालचीनी का पानी: 1 चम्मच दालचीनी पाउडर को पानी में उबालकर छान लें और पिएं।  

आंवला का जूस: 20-30 मिलीलीटर ताजा आंवला जूस दैनिक पिएं।

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7. Sugar के मरीज़ के लिए सावधानियां

नियमित रूप से रक्त शर्करा की जांच करें।  

किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें, खासकर यदि रोगी इंसुलिन या अन्य दवाएं ले रहा हो।  

स्वयं दवा लेने से बचें, क्योंकि गलत उपयोग से दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

8. Sugar के बुजुर्ग मरीजों के लिए विशेष विचार

Natural remedies for sugar treatment in Ayurveda

सुनिश्चित करें कि आहार पचाने में आसान हो और इसमें गर्म, पका हुआ भोजन शामिल हो।

अत्यधिक उपवास या अत्यधिक आहार प्रतिबंधों से बचें।

हड्डी और जोड़ों के स्वास्थ्य सहित समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने पर ध्यान दें, क्योंकि बुजुर्ग रोगियों में जटिलताओं की संभावना अधिक होती है।

इन आयुर्वेदिक उपचारों को स्वस्थ जीवनशैली के साथ जोड़कर बुजुर्ग रोगियों में मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है। व्यक्तिगत उपचार के लिए हमेशा किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से मार्गदर्शन लें।

अस्वीकरण: 

इस वेबसाइट की सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसका उद्देश्य पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में आपके किसी भी प्रश्न के लिए कृपया चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य प्रदाता की सलाह लें। इस वेबसाइट पर आपने जो कुछ पढ़ा है, उसके कारण पेशेवर चिकित्सा सलाह की उपेक्षा न करें या इसे लेने में देरी न करें।

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