AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने Nagpur हिंसा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों द्वारा दिए जा रहे भड़काऊ बयानों ने माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में सरकार की ओर से सबसे अधिक भड़काऊ बयान सामने आए हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ा है।
सामग्री की तालिका
यह भी पढ़ें: Nagpur violence: औरंगजेब की कब्र को लेकर बढ़ते तनाव के बीच धारा 163 के तहत कर्फ्यू लागू
ओवैसी ने हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की
ओवैसी ने दावा किया कि सरकार को अपनी जिम्मेदारी का एहसास नहीं है कि वे सत्ता में हैं और राज्य में शांति बनाए रखना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जब एक विशेष बादशाह के पुतले जलाए गए, तब कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई, लेकिन जब कपड़े के एक टुकड़े पर कुरान की आयतें लिखी गईं और उसे जलाया गया, तब हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने डीसीपी से शिकायत की थी।
इसके बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। ओवैसी ने इसे सरकार और खुफिया एजेंसियों की विफलता करार दिया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
Nagpur हिंसा के बारे में
Nagpur में हाल ही में हुई हिंसा ने शहर की शांति को भंग कर दिया है। यह हिंसा 17वीं शताब्दी के मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर शुरू हुई। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सदस्यों ने औरंगाबाद में स्थित इस कब्र को हटाने के लिए प्रदर्शन किया, जिसके दौरान उन्होंने औरंगजेब का पुतला जलाया और नारेबाजी की।
यह भी पढ़ें: Chirag Paswan ने Maha Kumbh पर पीएम मोदी के संबोधन का किया समर्थन
इस प्रदर्शन के बाद, Nagpur के महल क्षेत्र में दो गुटों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें कई वाहनों को नुकसान पहुंचा और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। इस हिंसा में कम से कम 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
नागपुर में लगा कर्फ्यू
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस ने अब तक 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने Nagpur हिंसा की निंदा करते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वर्तमान में, नागपुर में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। प्रशासन और पुलिस बल स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तत्पर हैं।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें