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Rahul Gandhi के बयान पर हंगामा: प्रमोद तिवारी का भाजपा पर तीखा हमला

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कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को पूरा देश देखता और सुनता है। लोकसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण होता है, लेकिन इसके बावजूद भाजपा झूठ बोल रही है।”

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प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि “न केवल राहुल गांधी, बल्कि किसी भी विपक्षी नेता को सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है। ऐसा लगता है कि देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है और भाजपा एक तानाशाही पार्टी बन चुकी है, जिसे लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई विश्वास नहीं है।” उन्होंने इस रवैये की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा पर लोकतांत्रिक परंपराओं को कमजोर करने का आरोप लगाया।

उन्होंने इस रवैये की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा पर लोकतांत्रिक परंपराओं को कमजोर करने का आरोप लगाया। विपक्ष लगातार सरकार पर संसद में बहस को दबाने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाता रहा है। वहीं, भाजपा का दावा है कि वह सभी दलों को अपनी बात रखने का पूरा अवसर देती है।

Rahul Gandhi का बयान

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi ने आरोप लगाया है कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “एक परंपरा है कि नेता प्रतिपक्ष को बोलने दिया जाता है। मैं जब भी खड़ा होता हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जाता।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वे बेरोजगारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया। ​

Ruckus over Rahul Gandhi's statement: Pramod Tiwari's sharp attack on BJP

इसके अलावा, Rahul Gandhi ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही “अलोकतांत्रिक तरीके” से चल रही है और उनके बार-बार अनुरोधों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष की जगह होती है, लेकिन इस सदन में विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं है।” ​

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सदन की मर्यादा और शालीनता बनाए रखना सभी सदस्यों की जिम्मेदारी है। उन्होंने विपक्ष के नेता से नियमों के अनुसार आचरण करने की अपेक्षा की।

राहुल गांधी के इन बयानों के बाद संसद में माहौल गरमाया हुआ है, और विपक्ष तथा सरकार के बीच तनातनी बढ़ गई है।

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Motorola रेजर 60 अल्ट्रा, एज 60 और एज 60 प्रो की यूरोपीय कीमतें, रैम और स्टोरेज वेरिएंट

Motorola जल्द ही रेजर 60 अल्ट्रा, एज 60 और एज 60 प्रो स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रहा है। आधिकारिक लॉन्च से पहले, ये स्मार्टफोन कथित तौर पर एक ई-कॉमर्स वेबसाइट पर दिखाई दिए हैं, जो उनके यूरोपीय मूल्य निर्धारण, रैम और स्टोरेज कॉन्फ़िगरेशन और रंग विकल्पों का संकेत देते हैं। यदि लिस्टिंग सही है, तो मोटोरोला एज 60 और रेजर 60 अल्ट्रा दो रंगों में उपलब्ध हो सकते हैं। वे 512GB तक स्टोरेज पैक कर सकते हैं। इस बीच, एज 60 प्रो को तीन रंग विकल्पों में उपलब्ध होने के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

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Motorola रेजर 60 अल्ट्रा, एज 60 और एज 60 प्रो की कीमत

91मोबाइल्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय रिटेल साइट Epto ने अघोषित Motorola रेजर 60 अल्ट्रा, एज 60 और एज 60 प्रो को सूचीबद्ध किया है, जो उनकी कीमत का विवरण सुझाता है। प्रकाशन द्वारा साझा की गई लिस्टिंग के स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि मोटोरोला रेज़र 60 अल्ट्रा की कीमत 12GB रैम + 512GB स्टोरेज मॉडल के लिए EUR 1,346.90 (लगभग 1,24,000 रुपये) होगी। फोल्डेबल माउंटेन ट्रेल वुड और स्कारब ग्रीन रंगों में आ सकता है।


Motorola Razr 60 Ultra, Edge 60 and Edge 60 Pro European prices, RAM and storage variants

तुलना के लिए, पिछले साल मोटोरोला रेजर 50 अल्ट्रा को EUR 1,200 (लगभग 1,11,000 रुपये) की कीमत पर लॉन्च किया गया था। यह पिछले साल जुलाई में भारत आया था और उसी वेरिएंट की कीमत 99,999 रुपये थी।

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Motorola एज 60 की कीमत कथित तौर पर 8GB रैम + 256GB स्टोरेज मॉडल के लिए EUR 399.90 (लगभग 37,000 रुपये) होगी। यह जिब्राल्टर सी ब्लू और शैमरॉक ग्रीन कलरवे में उपलब्ध हो सकता है। तुलना के लिए, मोटोरोला एज 50 अगस्त 2024 में EUR 599 (लगभग 55,500 रुपये) की कीमत के साथ आया था। भारत में इसकी कीमत 27,999 रुपये थी।

लिस्टिंग के अनुसार, मोटोरोला एज 60 प्रो की कीमत 12GB रैम + 512GB स्टोरेज वैरिएंट के लिए EUR 649.89 (लगभग 60,000 रुपये) होगी। इसे ब्लू, ग्रीन और पर्पल रंगों में पेश किए जाने की बात कही जा रही है। पिछले साल मोटोरोला एज 50 प्रो को EUR 699 (लगभग 64,700 रुपये) में लॉन्च किया गया था। यह भारत में 31,999 रुपये की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध था।

Motorola Razr 60 Ultra

Motorola ने अभी तक रेजर 60 अल्ट्रा और एज 60 सीरीज की लॉन्च तिथि की घोषणा नहीं की है। रेजर 60 अल्ट्रा हाल ही में चीन की TENAA वेबसाइट पर 6.96 इंच के OLED मेन डिस्प्ले, 4 इंच की कवर स्क्रीन और स्नैपड्रैगन 8 एलीट SoC के साथ दिखाई दिया। क्लैमशेल फोल्डेबल में 68W वायर्ड फास्ट चार्जिंग के लिए सपोर्ट के साथ 4,500mAh की बैटरी हो सकती है।

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Atishi ने Delhi विधानसभा में कानून व्यवस्था के मुद्दों पर चर्चा को खारिज करने का आरोप लगाया

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता और आप नेता Atishi ने स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को पत्र लिखकर कानून व्यवस्था के मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के विशेष उल्लेख को खारिज किए जाने पर चिंता व्यक्त की है।

Atishi का दावा, “डबल इंजन सरकार विफल हो गई है, इसलिए वह चर्चा नहीं चाहती”

Atishi ने इस फैसले की आलोचना करते हुए सवाल किया कि दिल्ली में बढ़ते अपराध, जिसमें बलात्कार और गोलीबारी के मामले शामिल हैं, पर विधानसभा में चर्चा क्यों नहीं की जा रही है।

Atishi claimed The double engine govt has failed

Atishi ने कहा कि विधानसभा सचिवालय ने उन्हें सूचित किया है कि कानून व्यवस्था से संबंधित पांच आप विधायकों के विशेष उल्लेख अनुरोधों को खारिज कर दिया गया है, इस आधार पर कि दिल्ली विधानसभा के पास ऐसे मुद्दों को संबोधित करने का अधिकार नहीं है।

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अपने पत्र में Atishi ने इस निर्णय की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, “अगर दिल्ली में बलात्कार होता है या सड़कों पर गोलियां चलती हैं, तो क्या इस पर विधानसभा में चर्चा नहीं होनी चाहिए?”

उन्होंने तर्क दिया कि विधायकों की जिम्मेदारी है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करें और नागरिकों की सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्त करें।

आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार है कि इस तरह के महत्वपूर्ण मुद्दों को खारिज कर दिया गया है।

Atishi claimed The double engine govt has failed

आतिशी ने सत्तारूढ़ पार्टी के रुख में विरोधाभास की ओर भी इशारा किया, याद करते हुए कि कैसे चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वादा किया था कि “डबल इंजन सरकार” दिल्ली की समस्याओं का समाधान करेगी।

आतिशी ने कहा कि अब, चुनावों के बाद, भाजपा उन्हीं मुद्दों पर चर्चा बंद करती दिख रही है, जिन पर उन्होंने ध्यान देने का वादा किया था।

आतिशी ने स्पीकर विजेंद्र गुप्ता से आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि दिल्ली के निवासियों को प्रभावित करने वाले हर मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा हो, उन्होंने इस तरह की बहस की अनुमति देने से इनकार करने को लोकतंत्र का अपमान बताया।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बढ़ते अपराध पर चर्चा को रोकने से दिल्ली के लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा।

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इससे पहले बुधवार को दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने बुधवार को बजट पर चर्चा न करने के लिए भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाया और कहा कि उन्होंने स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को पत्र लिखकर बजट पर चर्चा के लिए कम से कम दो दिन का समय मांगा है।

सोमवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बजट को दिल्ली को निवेश और नवाचार के अनुकूल शहर में बदलने की दिशा में एक “ऐतिहासिक” कदम के रूप में पेश किया।

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Atishi claimed The double engine govt has failed

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की सभी 14 रिपोर्ट क्यों नहीं पेश की जा रही हैं और स्पीकर से शेष 11 रिपोर्ट पेश करने का आग्रह किया।

24 मार्च को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) पर सीएजी रिपोर्ट पेश की और परिचालन अक्षमताओं और वित्तीय घाटे को उजागर किया, जिसके कारण पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की आलोचना हुई।

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Airtel IPTV सेवाएं नेटफ्लिक्स और बंडल ओटीटी ऐप्स के साथ भारत में लॉन्च

भारती Airtel ने बुधवार को भारत में अपनी इंटरनेट प्रोटोकॉल टेलीविज़न (IPTV) सेवाएँ शुरू करने की घोषणा की। यह ग्राहकों को चुनिंदा प्लान के साथ Amazon Prime Video, Apple TV+, Netflix, ZEE5 और कई अन्य जैसे 29 OTT स्ट्रीमिंग ऐप से ऑन-डिमांड कंटेंट की एक विस्तृत लाइब्रेरी प्रदान करता है। एयरटेल के नए IPTV प्लान में 600 लोकप्रिय टेलीविज़न चैनल और साथ ही वाई-फाई सेवाएँ भी शामिल हैं, जिनका लाभ घर या कार्यस्थल पर उठाया जा सकता है।

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भारत में Airtel IPTV सेवाओं की कीमत और लाभ

Airtel IPTV services launched in India with Netflix and bundled OTT apps

Airtel ने भारत में अपने वाई-फाई प्लान के साथ IPTV सेवाएँ शुरू की हैं, जिसकी शुरुआती कीमत 699 रुपये प्रति माह है, कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया। इस प्लान में 350 टीवी चैनल, 26 स्ट्रीमिंग ऐप तक पहुँच और 40 एमबीपीएस वाई-फाई कनेक्शन मिलता है। 899 रुपये के प्लान में भी यही लाभ मिलते हैं, लेकिन इसमें 100 एमबीपीएस की बढ़ी हुई स्पीड है। इस बीच, जो ग्राहक ज़्यादा इंटरनेट स्पीड का लाभ उठाना चाहते हैं, वे 1,099 रुपये के प्लान का विकल्प चुन सकते हैं। यह 200 एमबीपीएस वाई-फाई सेवाएं और 28 स्ट्रीमिंग ऐप प्रदान करता है जिसमें ऐप्पल टीवी+ और अमेज़ॅन प्राइम की सदस्यता शामिल है।

1,599 रुपये और 3,000 रुपये की कीमत वाली योजनाएं हैं जो स्ट्रीमिंग ऐप्स के सूट में नेटफ्लिक्स को जोड़ती हैं, जिससे कुल 29 बंडल ऐप, 350 टीवी चैनल और क्रमशः 300 एमबीपीएस और 1 जीबीपीएस इंटरनेट एक्सेस मिलते हैं।

Airtel IPTV services launched in India with Netflix and bundled OTT apps

दूरसंचार प्रदाता ने कहा कि सभी एयरटेल ग्राहकों को Airtel थैंक्स ऐप के माध्यम से आईपीटीवी प्लान खरीदने पर 30 दिनों तक की निःशुल्क सेवा मिलेगी। आईपीटीवी सेवाएँ भारत के 2000 शहरों में उपलब्ध हैं, दिल्ली, राजस्थान, असम और पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर, जहाँ कुछ ही हफ्तों में लॉन्च किया जाएगा। एयरटेल की आईपीटीवी सेवाएँ प्राप्त करने के लिए, सभी नए ग्राहक नए वाई-फाई प्लान की खरीद पर आईपीटीवी का आनंद ले सकते हैं। इस बीच, मौजूदा उपयोगकर्ता एयरटेल थैंक्स ऐप के माध्यम से अपने प्लान को आईपीटीवी प्लान में अपग्रेड कर सकते हैं या इसके लिए किसी भी एयरटेल स्टोर पर जा सकते हैं।

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Sambhal में बालश्रम और भिक्षावृत्ति के खिलाफ़ अभियान, 7 बच्चे रेस्क्यू

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Sambhal में पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई के कुशल निर्देशन में थाना एएचटी और श्रम विभाग की संयुक्त टीम ने थाना चंदौसी क्षेत्र में बालश्रम, भिक्षावृत्ति और नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान विभिन्न प्रतिष्ठानों, कारखानों, दुकानों और निर्माण स्थलों की जांच की गई।

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Sambhal में सात बच्चों को रेस्क्यू किया गया

चेकिंग के दौरान सात बच्चों को रेस्क्यू किया गया, और श्रम विभाग ने संबंधित प्रतिष्ठानों के मालिकों को नोटिस जारी कर आवश्यक विधिक कार्रवाई शुरू की। आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से टीम ने सरकार द्वारा जारी आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 1090, 1098, 108, 112, 1076, 181 आदि की जानकारी भी साझा की।


Campaign against child labour and begging in Sambhal, 7 children rescued

इस अभियान के दौरान टीम ने बालश्रम और भिक्षावृत्ति से जुड़े मामलों को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय लोगों को भी जागरूक किया। श्रम विभाग और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के निरीक्षण भविष्य में भी जारी रहेंगे, ताकि बच्चों को सुरक्षित और बेहतर जीवन मिल सके। इसके साथ ही, अभियान के अंतर्गत प्रभावित बच्चों को पुनर्वास और शिक्षा से जोड़ने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट

Sambhal में हत्या कांड का खुलासा, 6 अभियुक्त गिरफ्तार

Sambhal: पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई के कुशल निर्देशन में जुनावई थाना पुलिस ने एक हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस मामले का सफल अनावरण कर 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार, यूपी के जनपद सम्भल में जुनावई थाना क्षेत्र में हुई एक हत्या की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी थी। पुलिस ने गहन जांच पड़ताल करते हुए साक्ष्यों के आधार पर सभी आरोपियों को चिन्हित किया और एक सुनियोजित रणनीति के तहत उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

Sambhal में 6 आरोपी गिरफ्तार


Murder case solved in Sambhal, 6 accused arrested

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्तों से पूछताछ जारी है और जल्द ही मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है। इस सफलता के बाद स्थानीय पुलिस की कार्यशैली की सराहना की जा रही है।

Sambhal से खलील मलिक की ख़ास रिपोर्ट

शिंदे पर तंज के बाद Kunal Kamra के प्रशंसकों ने यूट्यूब पर लाखों का दान दिया

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स्टैंड-अप कॉमेडियन Kunal Kamra को भारत और विदेश से जबरदस्त वित्तीय समर्थन मिला है, जिसमें उनके समर्थकों ने बड़ी संख्या में आर्थिक योगदान दिया है। यह समर्थन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को कथित रूप से ट्रोल करने के विवाद के बीच बढ़ा है। दर्शकों ने भारत में 40 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक की धनराशि दान की है, वहीं कई विदेशी समर्थकों ने भी विभिन्न मुद्राओं में सहयोग दिया है। इस अभूतपूर्व समर्थन के चलते कुल दान की राशि लाखों रुपये तक पहुंच गई है, जिससे उनके प्रति बढ़ती एकजुटता साफ झलकती है।

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YouTube पर ‘सुपर थैंक्स’ से Kunal Kamra को मिल रहा लाखों का सहयोग

After the jibe on Shinde, Kunal Kamra's fans donated millions on YouTube

कई प्रशंसक उन्हें एक फंडरेज़र शुरू करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं और उनकी निडर कॉमेडी के चलते किसी भी संभावित कानूनी खर्च को वहन करने की कसम खा रहे हैं। भारतीय दर्शकों ने YouTube के ‘सुपर थैंक्स’ फीचर के जरिए 40 रुपये से 10,000 रुपये तक का दान किया है, जिससे कामरा को जबरदस्त आर्थिक समर्थन मिला है।

भारतीय प्रशंसक YouTube के सुपर थैंक्स फीचर का भी सक्रिय रूप से उपयोग कर रहे हैं, जो कंटेंट क्रिएटर्स को 40 से 10,000 रुपये के बीच दान करने की अनुमति देता है। 2.5 मिलियन YouTube सब्सक्राइबर के साथ, कामरा की पहुँच और प्रभाव लगातार बढ़ रहा है।

मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में रिकॉर्ड किए गए एक शो में, Kunal Kamra ने 1997 की फ़िल्म दिल तो पागल है के एक हिट गाने भोली सी सूरत की पैरोडी के साथ श्री शिंदे पर निशाना साधा। उन्होंने शिवसेना नेता का मज़ाक उड़ाने के लिए “गद्दार” शब्द का इस्तेमाल किया, जिसमें उद्धव ठाकरे के खिलाफ़ शिंदे के 2022 के विद्रोह का संदर्भ दिया गया, जिसके कारण ठाकरे की सरकार गिर गई और पार्टी में विभाजन हो गया।

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शिवसेना कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, कामरा के शो के खिलाफ तोड़फोड़

After the jibe on Shinde, Kunal Kamra's fans donated millions on YouTube

टिप्पणी से नाराज़ होकर, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने स्टैंड-अप कॉमेडी प्रदर्शनों के लिए एक लोकप्रिय स्थल हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ की। जबकि श्री शिंदे ने हमले से खुद को दूर रखा, उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का बचाव करते हुए कहा, “हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि Kunal Kamra को उन्हें निशाना बनाने के लिए किसने “सुपारी” दी थी।

तोड़फोड़ के अलावा, स्टूडियो को एक विध्वंस अभियान का भी सामना करना पड़ा, जिसमें नागरिक अधिकारियों ने बिल्डिंग कोड उल्लंघन का हवाला दिया। इन घटनाओं के बाद, स्थल ने अपने अस्थायी बंद होने की घोषणा की, यह स्पष्ट करते हुए कि यह हास्य कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की गई सामग्री के लिए जिम्मेदार नहीं है।

स्टूडियो ने एक बयान में कहा, “हम कभी भी किसी कलाकार द्वारा प्रस्तुत की गई सामग्री में शामिल नहीं रहे हैं, लेकिन हाल की घटनाओं ने हमें इस बात पर पुनर्विचार करने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे हमें दोषी ठहराया जाता है और निशाना बनाया जाता है, लगभग ऐसा लगता है जैसे हम कलाकार के प्रतिनिधि हैं।”

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Punjab बजट पर विवाद, विपक्ष ने वादाखिलाफी का आरोप लगाया

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चंडीगढ़: Punjab में विपक्ष ने बुधवार को वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा विधानसभा में पेश किए गए राज्य बजट की आलोचना करते हुए इसे “झूठों का पुलिंदा” बताया और कहा कि इसने समाज के सभी वर्गों को “निराश” किया है। कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल ने भगवंत मान सरकार पर महिलाओं के लिए 1,000 रुपये प्रति माह की घोषणा नहीं करने के लिए निशाना साधा, जो राज्य में सत्ता में आने से पहले आप के प्रमुख चुनावी वादों में से एक था।

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वित्त मंत्री चीमा ने 2025-26 के लिए 2.36 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें नशीली दवाओं की समस्या से निपटने, सभी परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवर देने, वार्षिक बीमा कवर को दोगुना करके 10 लाख रुपये करने और समग्र विकास के लिए ‘रंगला Punjab विकास’ योजना शुरू करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

तरुण चुघ का Punjab सरकार पर हमला

Controversy over Punjab budget, opposition accuses of breaking promises

Punjab के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने इसे “प्रतिगामी दृष्टि का पुलिंदा” करार दिया, जिसमें राज्य के विकास के लिए कोई वादा नहीं है।

चुघ ने कहा कि किसानों या उद्योगपतियों के लिए कोई नई पहल की घोषणा नहीं की गई है। चुनावी वादों को पूरा करने में मान सरकार की कथित “विफलता” पर कड़ी आपत्ति जताते हुए चुघ ने कहा कि पूरे राज्य में महिलाएं एक बार फिर निराश महसूस कर रही हैं।

उन्होंने कहा, “महिलाओं को 1,000 रुपये देने में आप सरकार की विफलता दर्शाती है कि पंजाब सरकार महिलाओं के मुद्दों के प्रति कितनी असंवेदनशील है।”

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उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के कर्ज में भारी वृद्धि दर्शाती है कि आप सरकार अर्थव्यवस्था को कितनी खराब तरीके से संभाल रही है। उन्होंने राज्य के बकाया कर्ज के मुद्दे को भी उजागर किया।

चुघ ने कहा कि बजट सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों या अन्य नए रोजगार सृजन विकल्पों के विकास के बारे में “खतरनाक रूप से चुप” है। उन्होंने कहा कि बजट में राज्य के लाखों बेरोजगारों के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं दिया गया है और न ही इसमें किसानों की शिकायतों के निवारण की बात की गई है।

“झूठ और धोखे का ढेर”: बाजवा ने Punjab बजट पर साधा निशाना

Controversy over Punjab budget, opposition accuses of breaking promises


कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने राज्य के बजट को “झूठ और धोखे का ढेर” करार दिया। Punjab विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “यह बेहद निराशाजनक बजट है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने महिलाओं, किसानों, सेवा वर्ग, छात्रों और व्यापारी समुदाय सहित राज्य के सभी वर्गों की उपेक्षा की है।” श्री बाजवा ने कहा कि आप सरकार के तीन साल के कार्यकाल में पंजाब देश का दूसरा सबसे अधिक कर्जदार राज्य बन गया है।

“आगामी वित्तीय वर्ष (2025-26) में आप सरकार 49,900 करोड़ रुपये का कर्ज लेगी। नतीजतन, अगले वित्तीय वर्ष के अंत तक राज्य का बकाया कर्ज 3.96 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। जब मार्च 2022 में आप सत्ता में आई थी, तब पंजाब पर बकाया कर्ज 2.73 लाख करोड़ रुपये था। क्या यही वित्त मंत्री चीमा का दावा है?”

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“कृषि क्षेत्र Punjab का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है। कृषि क्षेत्र के लिए 14,524 करोड़ रुपये का आवंटन पंजाब के किसानों के साथ क्रूर मजाक के अलावा और कुछ नहीं है,” श्री बाजवा ने कहा। कांग्रेस नेता ने कहा कि “बड़े-बड़े” दावों के बावजूद, आप सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों के लिए बजट में प्रभावी वृद्धि करने में “अक्षम” रही।

उन्होंने कहा, “इसके परिणामस्वरूप, कमजोर वर्ग के लोग गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्र को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। पंजाब में उद्योग के पुनरुद्धार के लिए केवल नगण्य आवंटन किया गया है।”

“आप सरकार ने पंजाबियों के साथ विश्वासघात किया”: सुखबीर बादल

Controversy over Punjab budget, opposition accuses of breaking promises

अकाली दल के नेता और Punjab के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने आप सरकार पर पंजाबियों से किए गए सभी वादों से मुकरकर राज्य के बजट में पंजाबियों के साथ “विश्वासघात” करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों, महिलाओं, युवाओं, व्यापारियों, राज्य कर्मचारियों और समाज के कमजोर वर्गों के साथ “भेदभाव” किया है।

उन्होंने दावा किया कि “बजट में पूंजीगत व्यय के लिए कोई धनराशि नहीं है, इस मद में केवल 10,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि राज्य का कर्ज बढ़कर 4.17 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा, जिसमें अकेले आप के कार्यकाल में 1.54 लाख करोड़ रुपये का कर्ज जमा हुआ है। इसका मतलब है कि विकास के लिए वस्तुतः कोई धनराशि नहीं होगी।”

श्री बादल ने कहा, “महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये देने के वादे का कोई जिक्र नहीं है। बेरोजगारी भत्ते सहित युवाओं के लिए कुछ भी नहीं है। वादे के अनुसार वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाकर 2,500 रुपये नहीं किया गया है। सरकार ने बिजली उत्पादन बढ़ाने की कोई योजना नहीं बनाई है और नए थर्मल पावर प्लांट के लिए कोई धनराशि निर्धारित करने में विफल रही है।”

श्री बादल ने कहा, “सरकारी कर्मचारियों के साथ भी विश्वासघात किया गया है, क्योंकि पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए कोई धनराशि निर्धारित नहीं की गई है, जिसकी अधिसूचना भी सरकार द्वारा जारी कर दी गई है।”

अकाली नेता ने कहा कि आप सरकार ने नशीले पदार्थों के उन्मूलन की समयसीमा को अगले दो साल में बदलकर पंजाबियों के साथ क्रूर मजाक किया है। उन्होंने कहा, “यह इस बुराई को नियंत्रित करने में सरकार की पूरी तरह विफलता की स्वीकारोक्ति है।” उन्होंने कहा कि आप सरकार ने घोषणा की थी कि वह 16 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करेगी। “अब उसने बजट में घोषणा की है कि अगले दो वर्षों में राज्य में केवल एक नया मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा।”

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Delhi: वीडियो कॉल पर सिगरेट पीते पकड़ा गया व्यक्ति, अदालत ने मांगा जवाब

नई दिल्ली: Delhi की तीस हजारी कोर्ट में हाल ही में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग नियमों का गंभीर उल्लंघन देखने को मिला, जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के जरिए चल रही कोर्ट की कार्यवाही के दौरान एक व्यक्ति को धूम्रपान करते हुए देखा गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए कोर्ट ने व्यक्ति से स्पष्टीकरण मांगा कि उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।

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जिला न्यायाधीश (पश्चिम) शिव कुमार ने 25 मार्च को आदेश दिया, “आवेदक सुशील कुमार को अगली सुनवाई (एनडीओएच) पर व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने के लिए कोर्ट नोटिस जारी किया जाए।” कोर्ट वसीयत की प्रोबेट से संबंधित मामले की सुनवाई कर रही थी, तभी यह घटना हुई।

ऑनलाइन सुनवाई में नियमों का उल्लंघन

Delhi: Man caught smoking cigarette on video call, court seeks answer

शुरुआत में सुशील कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी के दौरान मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे। उन्हें फोन पर बात न करने को कहा गया क्योंकि इससे अदालती कार्यवाही में व्यवधान पैदा होता है। उन्होंने अदालत के निर्देश को नहीं माना। इसके बाद उनकी आवाज म्यूट कर दी गई।

जब Delhi की अदालत ने उनके कदाचार के बारे में पूछा तो सुशील कुमार ने अदालत से माफी मांगी और उक्त कदाचार को दोबारा न दोहराने का वचन दिया।

मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने आदेश लिखवाया। इस दौरान अदालत के कर्मचारियों ने बताया कि अदालत द्वारा आदेश लिखवाए जाने के दौरान सुशील कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर धूम्रपान कर रहे थे। जब अदालत ने आवेदक सुशील कुमार से उनके कदाचार के बारे में पूछा तो वे वीडियो कॉल छोड़कर चले गए, उनके वकील भी अगली तारीख लेकर अदालत से चले गए।

Delhi की अदालत ने 29 मार्च को पेश होने का आदेश दिया

Delhi: Man caught smoking cigarette on video call, court seeks answer

बाद में अदालत ने सुशील कुमार को 29 मार्च, 2025 को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि अदालती कार्यवाही के दौरान धूम्रपान करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।

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लाल-काले Clay Pitcher: गर्मी में ठंडा पानी!

Clay Pitcher: गर्मियों में चिलचिलाती धूप, डिहाइड्रेशन और ठंडे, ताज़ा पानी की प्यास बढ़ जाती है। हालांकि, कई लोग रेफ्रिजरेटर और इलेक्ट्रिक कूलर का उपयोग करते हैं, लेकिन पारंपरिक मिट्टी के घड़े पानी को ठंडा रखने का एक प्राकृतिक और टिकाऊ तरीका प्रदान करते हैं। चाहे वह लाल हो या काला, ये मिट्टी के घड़े न केवल पानी के स्वाद को बढ़ाते हैं बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते हैं।

मिट्टी के घड़ों में पानी संग्रह करने की परंपरा सदियों पुरानी है, और आज के आधुनिक युग में भी, यह उन लोगों के बीच लोकप्रिय बनी हुई है जो पर्यावरण के अनुकूल, किफायती और रसायन-मुक्त ठंडा पानी चाहते हैं। लेकिन कौन सा बेहतर है—लाल या काला Clay Pitcher? आइए इन पारंपरिक जल शीतलकों के पीछे के जादू को समझें।

मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा होने का विज्ञान

मिट्टी के घड़ों, जिन्हें भारत में मटका और लैटिन अमेरिका में ओल्ला कहा जाता है, में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं, जो पानी को रिसने और वाष्पित होने की अनुमति देते हैं। यह वाष्पीकरण प्रक्रिया संग्रहित पानी से गर्मी को अवशोषित करती है, जिससे इसका तापमान स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है।

जब पानी Clay Pitcher के छोटे-छोटे छिद्रों से गुजरता है, तो घड़े की बाहरी सतह थोड़ी नम हो जाती है। गर्मी के कारण पानी वाष्पित हो जाता है, जिससे गर्मी बाहर निकल जाती है और अंदर का पानी ठंडा हो जाता है। इस प्रक्रिया को वाष्पीकरणीय शीतलन (Evaporative Cooling) कहा जाता है, और यही कारण है कि मिट्टी के घड़े गर्म और शुष्क क्षेत्रों में सदियों से उपयोग किए जाते हैं।

Red-Black Clay Pots Cool Water in Summer

लाल मिट्टी बनाम काला Clay Pitcher: कौन सा बेहतर है?

लाल और काले दोनों Clay Pitcher प्रभावी रूप से पानी को ठंडा करते हैं, लेकिन उनके कुछ अद्वितीय गुण होते हैं। इनकी विशेषताओं को समझकर आप अपने लिए सबसे अच्छा विकल्प चुन सकते हैं।

1. लाल Clay Pitcher

  • रूप: यह पारंपरिक लाल-भूरे रंग के Clay Pitcher होते हैं।
  • संरचना: प्राकृतिक लाल मिट्टी से बने होते हैं, जो आयरन और खनिजों से भरपूर होती है।
  • ठंडा करने की क्षमता: इसके छिद्रयुक्त ढांचे के कारण उत्कृष्ट शीतलन गुण होते हैं।
  • स्वास्थ्य लाभ: पानी की गुणवत्ता को संतुलित करता है और इसमें प्राकृतिक खनिज जोड़ता है।
  • स्वाद: पानी को हल्का मिट्टी जैसा स्वाद देता है, जिसे कई लोग ताज़ा मानते हैं।

2. काला Clay Pitcher

  • रूप: गहरे या काले रंग के घड़े, जो कुछ क्षेत्रों में पानी संग्रह के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • संरचना: उच्च तापमान पर पकाई गई मिट्टी से बने होते हैं और कभी-कभी इसमें ग्रेफाइट जैसे अन्य खनिज भी मिलाए जाते हैं।
  • ठंडा करने की क्षमता: लाल मिट्टी के घड़ों की तुलना में थोड़ा अधिक ठंडा करता है, क्योंकि इसमें वाष्पीकरण की प्रक्रिया को बढ़ाने वाले खनिज होते हैं।
  • स्वास्थ्य लाभ: औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है और अधिक समय तक ठंडा रहता है।
  • स्वाद: लाल Clay Pitcher की तुलना में पानी को थोड़ा मीठा और अधिक ताज़ा बनाता है।

आपको कौन सा चुनना चाहिए?

यदि आप पारंपरिक स्वाद और खनिज लाभ चाहते हैं, तो लाल Clay Pitcher चुनें। यदि आप अत्यधिक गर्म क्षेत्रों में रहते हैं और अतिरिक्त शीतलन क्षमता की आवश्यकता है, तो काला Clay Pitcher बेहतर हो सकता है। दोनों ही मामलों में, ये एक पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा-बचत करने वाला विकल्प हैं।

Red-Black Clay Pots Cool Water in Summer

मिट्टी के घड़े में पानी संग्रह करने के लाभ

मिट्टी के घड़े में पीने का पानी संग्रह करने के कई लाभ हैं, जो इसे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और पर्यावरण-सचेत व्यक्तियों के लिए एक बुद्धिमान विकल्प बनाते हैं।

1. पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ

मिट्टी के घड़े 100% प्राकृतिक, बायोडिग्रेडेबल होते हैं और प्लास्टिक की बोतलों या इलेक्ट्रिक कूलिंग सिस्टम की तरह पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करते।

2. रसायन-मुक्त ठंडा पानी

प्लास्टिक या धातु के कंटेनरों के विपरीत, जो पानी में हानिकारक रसायन छोड़ सकते हैं, मिट्टी के घड़े पूरी तरह से सुरक्षित और विष-मुक्त होते हैं।

3. पाचन और चयापचय में सुधार करता है

मिट्टी के घड़े प्राकृतिक रूप से पानी के पीएच स्तर को संतुलित करते हैं, जिससे यह क्षारीय (Alkaline) हो जाता है, जो पाचन और चयापचय के लिए फायदेमंद होता है।

4. स्वाद को बढ़ाता है

मिट्टी के घड़े में संग्रहित पानी खनिजों को अवशोषित करता है और हल्का मिट्टी जैसा स्वाद प्राप्त करता है, जिसे कई लोग ताज़ा और अनोखा मानते हैं।

5. प्राकृतिक खनिज बनाए रखता है

अन्य पानी ठंडा करने वाली मशीनों के विपरीत, जो आवश्यक खनिजों को हटा देती हैं, Clay Pitcher पानी में प्राकृतिक पोषक तत्वों को बनाए रखते हैं।

6. इष्टतम तापमान बनाए रखता है

मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा तो रहता है, लेकिन बहुत अधिक ठंडा नहीं होता, जिससे गले के संक्रमण से बचाव होता है और शरीर का तापमान संतुलित रहता है।

Red-Black Clay Pots Cool Water in Summer

Pitcher Water: गर्मियों में मिट्टी के घड़े का पानी क्यों पीना चाहिए?

मिट्टी के घड़े का उपयोग और रखरखाव कैसे करें?

1. नए मिट्टी के घड़े की तैयारी

  • घड़े को अच्छी तरह से साफ पानी से धो लें ताकि धूल और गंदगी हट जाए।
  • इसे रातभर पानी में भिगोकर रखें ताकि मिट्टी मजबूत हो जाए और अतिरिक्त कण हट जाएं।
  • उपयोग करने से पहले इसे फिर से धो लें और पीने का पानी भरें।

2. दैनिक देखभाल

  • घड़े को हमेशा छायादार और ठंडी जगह पर रखें ताकि अधिक गर्मी से बचा जा सके।
  • प्रतिदिन ताजा पानी भरें ताकि पानी बासी न हो।
  • ढक्कन से ढककर रखें ताकि धूल और कीटाणु अंदर न जा सकें।

3. सफाई प्रक्रिया

  • एक नरम ब्रश और गर्म पानी का उपयोग करके घड़े को साफ करें।
  • साबुन या डिटर्जेंट का उपयोग न करें क्योंकि यह छिद्रों में समा सकता है और पानी के स्वाद को प्रभावित कर सकता है।
  • समय-समय पर घड़े को धूप में सुखाएं ताकि बैक्टीरिया और गंध दूर हो जाएं।

निष्कर्ष

चाहे लाल हो या काला, Clay Pitcher गर्मियों में ठंडा पानी प्राप्त करने का एक प्राकृतिक, पारंपरिक और स्वास्थ्यवर्धक तरीका है। यह न केवल कृत्रिम शीतलन विधियों का एक अच्छा विकल्प है, बल्कि यह आवश्यक खनिजों को संरक्षित करके पानी की गुणवत्ता को भी बनाए रखता है।

इस गर्मी में मिट्टी के घड़े का उपयोग करें और प्राकृतिक रूप से ठंडे, ताज़ा और स्वास्थ्यवर्धक पानी का आनंद लें। आपका शरीर और पर्यावरण दोनों आपको इसके लिए धन्यवाद देंगे!

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विवाहित महिलाओं के लिए 8 स्टाइलिश Toe Rings डिज़ाइन

Toe Rings भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं। विवाहित महिलाओं द्वारा शादी के प्रतीक के रूप में पहने जाने वाले ये नाजुक आभूषण केवल गहने ही नहीं होते, बल्कि इनमें गहरी पारंपरिक और आध्यात्मिक मान्यताएँ समाहित होती हैं। समय के साथ, बिछुए के डिज़ाइन आधुनिक फैशन ट्रेंड्स के साथ विकसित हुए हैं, जबकि उनकी सांस्कृतिक महत्ता बनी हुई है। यदि आप अपने पैरों में आकर्षण जोड़ना चाहती हैं, तो विवाहित महिलाओं के लिए ये आठ बेहतरीन बिछुए डिज़ाइन देखें।

1. पारंपरिक चांदी के बिछुए

चांदी के Toe Ringsसबसे आम और सबसे अधिक पहने जाने वाले होते हैं। चांदी को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने वाला और शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने वाला माना जाता है। ये बिछुए अक्सर सरल डिज़ाइनों और सूक्ष्म पैटर्नों में आते हैं, जो इन्हें रोज़मर्रा के उपयोग के लिए आदर्श बनाते हैं। चांदी के बिछुए की पारंपरिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्ता इन्हें हर विवाहित महिला की ज्वेलरी कलेक्शन में शामिल करने योग्य बनाती है।

इतिहास में, चांदी को चंद्र ऊर्जा से जोड़ा गया है और इसे ठंडक प्रदान करने वाला तत्व माना जाता है। इसके अलावा, चांदी स्वर्ण की तुलना में किफायती होती है, जिससे यह दैनिक उपयोग के लिए आदर्श विकल्प बन जाती है। साधारण बैंड से लेकर जटिल नक्काशीदार डिज़ाइनों तक, चांदी के बिछुए विभिन्न शैलियों में उपलब्ध होते हैं।

8 Toe Rings Designs for Married Women Latest Collection

2. एडजस्टेबल Toe Rings

समायोज्य (एडजस्टेबल) बिछुए आराम और उपयोग में आसानी के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ये फिक्स्ड साइज बिछुओं के विपरीत होते हैं और इन्हें पैर की उंगली के आकार के अनुसार समायोजित किया जा सकता है। ये अक्सर आधुनिक डिज़ाइनों में आते हैं, जिनमें छोटे रत्नों या जालीदार काम की सजावट होती है।

समायोज्य बिछुओं की विशेषता उनकी बहुमुखी प्रतिभा है। चाहे आपकी उंगलियाँ चौड़ी हों या पतली, ये Toe Rings आसानी से फिट हो जाते हैं। ये विभिन्न सामग्रियों जैसे कि स्टर्लिंग सिल्वर, पीतल और प्लैटिनम में उपलब्ध होते हैं।

3. गोल्ड-प्लेटेड बिछुए

गोल्ड-प्लेटेड बिछुए पारंपरिक चांदी के बिछुओं का एक शानदार विकल्प प्रदान करते हैं। ये किसी भी लुक में भव्यता और आकर्षण जोड़ते हैं। कई विवाहित महिलाएँ इन्हें अन्य सोने के गहनों के साथ मिलाने के लिए पसंद करती हैं, जिससे ये शादी, त्योहारों और पारिवारिक आयोजनों के लिए आदर्श बन जाते हैं।

4. रत्न-जड़ित Toe Rings

जो महिलाएँ रंगीन और चमकदार गहनों को पसंद करती हैं, उनके लिए रत्न-जड़ित बिछुए एक बेहतरीन विकल्प हैं। इन बिछुओं में रूबी, पन्ना, नीलम, या ज़िरकॉन जैसे रत्न जड़े होते हैं, जो उनकी सुंदरता को बढ़ाते हैं।

हर रत्न का एक विशेष अर्थ और लाभ होता है। रूबी प्रेम और जुनून का प्रतीक है, पन्ना समृद्धि दर्शाता है, और नीलम ज्ञान और सुरक्षा लाता है। ये रत्न-जड़ित बिछुए विशेष अवसरों, सगाई समारोहों, या सालगिरह के उपहार के रूप में बेहतरीन विकल्प होते हैं।

5. जटिल पैटर्न वाले डिजाइनर बिछुए

यदि आप कलात्मक गहने पसंद करती हैं, तो जटिल नक्काशी और डिज़ाइन वाले Toe Rings ज़रूर आज़माएँ। इन बिछुओं में अक्सर फूलों की आकृतियाँ, मोर के डिज़ाइन, या मंदिर से प्रेरित पैटर्न होते हैं, जो इन्हें शाही और पारंपरिक लुक देते हैं।

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6. मिनिमलिस्ट बिछुए

जो महिलाएँ सादगी को प्राथमिकता देती हैं, उनके लिए मिनिमलिस्ट बिछुए एक शानदार विकल्प हैं। ये बिछुए सरल, स्टाइलिश और बिना भारी सजावट के होते हैं, जिससे ये रोज़ाना पहनने के लिए आदर्श बनते हैं। मिनिमलिस्ट Toe Rings पारंपरिक और वेस्टर्न दोनों तरह की पोशाकों के साथ मेल खाते हैं।

7. पायल से जुड़े बिछुए

यह एक अनोखा और स्टाइलिश डिज़ाइन है, जिसमें एक नाजुक चेन बिछुए को पायल से जोड़ती है। यह डिज़ाइन दुल्हनों और उन महिलाओं के बीच लोकप्रिय है, जो पारंपरिक और आधुनिक शैलियों का मिश्रण पसंद करती हैं। पायल से जुड़े Toe Rings अक्सर शादी और अन्य भव्य समारोहों के लिए पहने जाते हैं।

8. खुदे हुए (इंग्रेव्ड) बिछुए

व्यक्तिगत गहनों की हमेशा खासियत होती है, और खुदे हुए बिछुए आपकी कलेक्शन में एक अनोखा स्पर्श जोड़ सकते हैं। इन बिछुओं में नाम, आद्याक्षर, धार्मिक प्रतीक, या विशेष डिज़ाइन की खुदाई हो सकती है। ये एक अद्भुत स्मृति चिन्ह भी बन सकते हैं और विवाहित महिलाओं के लिए एक विशेष उपहार हो सकते हैं।

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सही बिछुए चुनने के सुझाव

  • आरामदायक डिज़ाइन चुनें: बिछुए ऐसा होना चाहिए जो आपकी उंगलियों को न चुभे।
  • सामग्री का चयन करें: चांदी, सोना, या अन्य मिश्रधातु अपने स्वाद और त्वचा की संवेदनशीलता के अनुसार चुनें।
  • अवसर के अनुसार चयन करें: दैनिक उपयोग के लिए साधारण डिज़ाइन और शादी-पार्टी के लिए भव्य डिज़ाइन चुनें।
  • अन्य गहनों से मिलान करें: बिछुए आपकी पायल और अन्य गहनों के साथ मेल खाने चाहिए।

बिछुओं की देखभाल कैसे करें

  • नियमित रूप से साफ करें: बिछुओं को नरम कपड़े और हल्के साबुन से साफ करें।
  • सही तरीके से स्टोर करें: उन्हें एक ज्वेलरी बॉक्स में रखें ताकि वे खरोंच से बचें।
  • रासायनिक पदार्थों से बचाएँ: सफाई उत्पादों का उपयोग करते समय या स्विमिंग करते समय बिछुए उतार दें।
  • समय-समय पर पॉलिश करें: चांदी और सोने के बिछुओं की चमक बनाए रखने के लिए उन्हें पॉलिश करवाएँ।

निष्कर्ष

बिछुए विवाहित महिलाओं की ज्वेलरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं, जो प्रेम, प्रतिबद्धता और परंपरा का प्रतीक हैं। चाहे आप क्लासिक चांदी के बिछुए पसंद करें, भव्य सोने के डिज़ाइन चाहें, या आधुनिक रत्न-जड़ित विकल्प अपनाएँ, हर महिला के लिए एक उपयुक्त बिछुआ उपलब्ध है। नवीनतम कलेक्शन पारंपरिक मूल्यों को आधुनिक सौंदर्यशास्त्र के साथ जोड़ता है, जिससे हर विवाहित महिला अपनी अनूठी शैली को गरिमा के साथ व्यक्त कर सकती है।

तो, अपना पसंदीदा डिज़ाइन चुनें और अपने पैरों को सुंदरता और आकर्षण से सजाएँ!

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 Bitter Gourd के अनगिनत फायदे, जानें जरूरी बातें!

 Bitter Gourd स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन सेहत के लिए यह किसी अमृत से कम नहीं है। आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में इसे वर्षों से उपयोग किया जा रहा है। यह न केवल डायबिटीज को नियंत्रित करता है, बल्कि वजन घटाने, पाचन सुधारने, हृदय स्वास्थ्य बढ़ाने और कैंसर से बचाव में भी सहायक होता है।

हालांकि, हर व्यक्ति के लिए  Bitter Gourd लाभदायक नहीं होता। कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में इसे खाने से नुकसान भी हो सकता है। इस लेख में जानिए करेले के जबरदस्त फायदों के बारे में और यह किन लोगों को नहीं खाना चाहिए।

करेले का पोषण मूल्य

100 ग्राम करेले में पाए जाने वाले पोषक तत्व:

  • कैलोरी – 17
  • कार्बोहाइड्रेट – 3.7 ग्राम
  • फाइबर – 2.8 ग्राम
  • प्रोटीन – 1 ग्राम
  • विटामिन C – 84 मिलीग्राम
  • विटामिन A – 471 IU
  • पोटैशियम – 296 मिलीग्राम
  • आयरन – 0.43 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम – 17 मिलीग्राम

इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, फ्लेवोनॉइड्स और फेनोलिक यौगिक भी होते हैं, जो इसे एक स्वास्थ्यवर्धक भोजन बनाते हैं।

 Bitter Gourd खाने के अद्भुत फायदे

Countless benefits of bitter gourd, know important things!

1. डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक

करेले में चारेंटिन, पोलिपेप्टाइड-पी और विकाइन नामक यौगिक पाए जाते हैं, जो इंसुलिन जैसा काम करते हैं। ये तत्व:

  ब्लड शुगर लेवल को प्राकृतिक रूप से कम करते हैं।
  ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को सुधारते हैं।
  इंसुलिन संवेदनशीलता (Sensitivity) को बढ़ाते हैं।

वैज्ञानिक प्रमाण:
शोधों से पता चला है कि करेले का रस या अर्क टाइप-2 डायबिटीज में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। हालांकि, इसे अधिक मात्रा में लेने से हाइपोग्लाइसीमिया (अत्यधिक कम शुगर लेवल) हो सकता है।

2. वजन घटाने में मददगार

अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो  Bitter Gourd आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

  कम कैलोरी वाला भोजन है।
  फाइबर की अधिकता से पेट भरा रहता है और ओवरईटिंग कम होती है।
  मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और फैट बर्निंग बढ़ाता है।

टिप:
सुबह खाली पेट करेले का जूस पीने से वजन घटाने में तेजी आती है।

Bitter gourd खाने के बाद इन 5 खाद्य पदार्थो का सेवन करने से बचें

3. कैंसर से बचाव

करेले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोकेमिकल्स कैंसर से लड़ने में सहायक होते हैं।

  लिवर, कोलन, स्तन और प्रोस्टेट कैंसर में फायदेमंद साबित हुआ है।
  फ्री रेडिकल्स को खत्म कर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करता है।

वैज्ञानिक अध्ययन:
शोधों के अनुसार, करेले का अर्क कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करता है।

4. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

  मुंहासे और स्किन इंफेक्शन को कम करता है।
  एंटी-एजिंग गुण त्वचा को झुर्रियों से बचाते हैं।
  डैंड्रफ और बाल झड़ने की समस्या को दूर करता है।

घरेलू उपाय:
करेले का रस नींबू के रस के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से प्राकृतिक ग्लो आता है।

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5. पाचन तंत्र को मजबूत करता है

  कब्ज से राहत देता है।
  लीवर को डिटॉक्स करता है।
  पाचन तंत्र को हेल्दी बनाए रखता है।

घरेलू नुस्खा:
गुनगुने पानी के साथ करेले का रस पीने से पाचन तंत्र साफ रहता है।

Bitter gourd का जूस सुबह खाली पेट पिएं,  सेहत को मिलेंगे ये 5 फायदे

6. हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है

  खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है।
  ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
  हृदय रोगों का खतरा कम करता है।

टिप:
सप्ताह में 2-3 बार करेले को अपने आहार में शामिल करें।

कौन लोग करेले से बचें?

1. गर्भवती महिलाएं

  •  Bitter Gourd गर्भाशय संकुचन को उत्तेजित कर सकता है, जिससे गर्भपात या समय से पहले डिलीवरी का खतरा बढ़ जाता है।
  • यह पाचन संबंधी परेशानी भी पैदा कर सकता है।
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2. कम ब्लड शुगर वाले लोग

  • डायबिटीज की दवा लेने वालों को करेले का सेवन सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि यह ब्लड शुगर को बहुत ज्यादा गिरा सकता है

3. निम्न रक्तचाप (Low Blood Pressure) वाले लोग

  • करेले का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर को अधिक कम कर सकता है, जिससे चक्कर आना या बेहोशी हो सकती है।

4. G6PD डिफिशियंसी वाले लोग

  • यह एक आनुवंशिक विकार है, जिसमें  Bitter Gourd हीमोलाइटिक एनीमिया (लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने) का कारण बन सकता है।

5. संवेदनशील पेट वाले लोग

  • अल्सर, गैस्ट्राइटिस या IBS वाले लोगों को  Bitter Gourd खाने से गैस, ऐंठन या दस्त की समस्या हो सकती है।

करेले को स्वादिष्ट कैसे बनाएं?

1. करेले का जूस

  नींबू, शहद या सेब के रस के साथ मिलाकर पी सकते हैं।

2. करेले की भुजिया

  प्याज, लहसुन और मसालों के साथ हल्की आंच पर भूनें।

3. करेले के चिप्स

  इन्हें मसालों के साथ भूनकर कुरकुरे चिप्स बनाए जा सकते हैं।

4. करेले का सूप

  इसे सब्जियों के साथ मिलाकर सूप में इस्तेमाल करें।

निष्कर्ष

 Bitter Gourd डायबिटीज कंट्रोल, वजन घटाने, कैंसर से बचाव, हृदय और पाचन स्वास्थ्य सुधारने में बेहद फायदेमंद है। लेकिन गर्भवती महिलाओं, कम ब्लड शुगर और लो ब्लड प्रेशर वालों को इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।

अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं, तो कम मात्रा से शुरुआत करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं। सही तरीके से सेवन करने पर यह एक सुपरफूड की तरह काम करेगा!

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Delhi HC ने सांसद इंजीनियर राशिद को संसद सत्र में शामिल होने की अनुमति दी

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Delhi HC ने जम्मू-कश्मीर के सांसद इंजीनियर राशिद को हिरासत में रहते हुए संसद सत्र में उपस्थित होने की अनुमति देने के संकेत दिए हैं। न्यायमूर्ति चंद्र धारी सिंह और न्यायमूर्ति अनूप जयराम भंभानी की खंडपीठ ने राशिद की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। राशिद के वकील ने अंतरिम जमानत या हिरासत पैरोल के बजाय केवल हिरासत में रहते हुए संसद में उपस्थित होने की अनुमति मांगी है।

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Delhi HC की पाबंदियां

Delhi HC allows detained MP Engineer Rashid to attend Parliament session

Delhi HC ने संसद में राशिद के रहने के दौरान उन पर सख्त पाबंदियां भी लगाई हैं। उन्हें संसद सत्र में भाग लेने के दौरान मोबाइल फोन, लैंडलाइन का इस्तेमाल करने या मीडिया से बातचीत करने की अनुमति नहीं होगी।

जम्मू-कश्मीर के एक स्वतंत्र सांसद राशिद को आतंकी फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह 2019 से हिरासत में हैं। न्यायिक हिरासत में रहने के कारण संसद में उनकी उपस्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राशिद की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि संसद सत्र में शामिल होना सांसद का संवैधानिक अधिकार नहीं है, और उन पर गंभीर आरोप हैं। NIA ने यह भी चिंता व्यक्त की कि यदि राशिद संसद में कुछ कहते हैं, तो उसकी गंभीरता क्या होगी।

Delhi HC allows detained MP Engineer Rashid to attend Parliament session

न्यायालय ने सुझाव दिया कि लोकसभा महासचिव से अनुरोध किया जा सकता है कि संसद में राशिद के साथ एक पुलिसकर्मी को उपस्थित रहने की अनुमति दी जाए। अदालत ने यह भी सवाल उठाया कि यदि राशिद अगले 10 वर्षों तक हिरासत में रहते हैं और सांसद बने रहते हैं, तो उनके अधिकारों का क्या होगा। न्यायालय ने कहा कि संसद के भीतर अनुशासन लागू करने के लिए स्पीकर और महासचिव की स्थिति और शक्ति को कम नहीं आंका जाना चाहिए। ​

उल्लेखनीय है कि इंजीनियर राशिद टेरर फंडिंग मामले में आरोपी हैं और वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्होंने संसद सत्र में भाग लेने के लिए कस्टडी पैरोल की मांग की है, जिस पर अदालत ने अपना निर्णय सुरक्षित रखा है।

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Ram Navami पर पीएम मोदी रामेश्‍वरम के रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे

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​प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को Ram Navami के अवसर पर रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। यह 2.10 किलोमीटर लंबा पुल मंडपम को पंबन द्वीप पर रामेश्वरम से जोड़ेगा, जिससे तमिलनाडु में रेल संपर्क में वृद्धि होगी।

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पंबन ब्रिज से सुगम नौवहन कैसे सुनिश्चित होगा?

नया पंबन ब्रिज ब्रिटिश काल के पुराने पुल की जगह लेगा, जो एक सदी से भी अधिक समय से कार्यरत था। नए पुल का आधुनिक डिज़ाइन 72.5 मीटर लंबे हिस्से को जहाजों के गुजरने के लिए ऊपर उठाने में सक्षम बनाएगा, जिससे समुद्री नौवहन सुगम हो सकेगा। यह उन्नत तकनीक जहाजों के सुरक्षित और बाधारहित आवागमन को सुनिश्चित करती है, जो पुराने पुल में संभव नहीं था।

On Ram Navami, PM Modi will offer prayers at the Ramanathaswamy temple in Rameshvaram
Ram Navami पर पीएम मोदी रामेश्‍वरम के रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने Ram Navami समारोह के कार्यक्रम की घोषणा की

अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 6 अप्रैल को मनाए जाने वाले Ram Navami के कार्यक्रम की घोषणा की है। ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के अनुसार, सुबह 9:30 बजे से 10:30 बजे तक भगवान का अनुष्ठानिक स्नान होगा, जिसके बाद मंदिर के कपाट 11:40 बजे तक बंद रहेंगे। सुबह 11:45 बजे मूर्ति के श्रृंगार के दौरान गर्भगृह के द्वार खुले रहेंगे। प्रसाद चढ़ाने के बाद द्वार बंद कर दिए जाएंगे।

भगवान राम की मूर्ति के माथे पर आरती और सूर्य तिलक लगाया जाएगा

On Ram Navami, PM Modi will offer prayers at the Ramanathaswamy temple in Rameshvaram
Ram Navami पर पीएम मोदी रामेश्‍वरम के रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे

दोपहर में भगवान राम के जन्म के समय को चिह्नित करते हुए ‘आरती’ और ‘सूर्य तिलक’ किया जाएगा, जब सूर्य की किरणें मूर्ति के माथे को रोशन करेंगी। लगभग 3-3.5 मिनट के लिए, दर्पण और लेंस के संयोजन का उपयोग करके सूर्य की रोशनी को मूर्ति के माथे पर सटीक रूप से निर्देशित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से क्षेत्र में पर्यटन और तीर्थयात्रा को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।

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पटना में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ AIMPLB का प्रदर्शन, लालू और तेजस्वी ने दिया समर्थन

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​पटना में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) द्वारा आयोजित वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भाग लिया। ​

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प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता लालू प्रसाद यादव आपका समर्थन करने और आपको मजबूत करने आए हैं।

उन्होंने कहा, “हमने संसद, विधानसभा और विधान परिषद में इस असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक बिल का विरोध किया है। आज हमने स्थगन प्रस्ताव लाकर इस पर चर्चा की मांग की है, लेकिन सदन स्थगित कर दिया गया। हम आपको बताना चाहते हैं कि हम इस मुद्दे पर आपके साथ खड़े हैं। हमारी कोशिश है कि यह बिल किसी भी कीमत पर पास न हो।”

पटना में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन

AIMPLB protests against Wakf Amendment Bill in Patna, Lalu and Tejashwi extend support

तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि यह विधेयक संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है और इससे अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन होगा। उन्होंने AIMPLB और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी हर स्तर पर इस बिल के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।

उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी और लालू यादव इस “असंवैधानिक” वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ उनकी लड़ाई में मजबूती से उनके साथ खड़े हैं। ​तेजस्वी यादव ने यह भी बताया कि उनकी पार्टी ने संसद और विधानसभा में इस विधेयक का विरोध किया है और इसे किसी भी कीमत पर पारित नहीं होने देने का प्रयास करेंगे। ​

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इस विरोध प्रदर्शन में लालू यादव और तेजस्वी यादव की भागीदारी को आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मुस्लिम समुदाय के समर्थन को मजबूत करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।

AIMPLB ने वक्फ बिल के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया

AIMPLB protest in Patna, Lalu and Tejashwi extended their support

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने पटना में वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया। इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी के सांसद और वक्फ संशोधन विधेयक पर JPC के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने AIMPLB के देशव्यापी आंदोलन की आलोचना की और बोर्ड पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।

पाल ने कहा, “जिस तरह से AIMPLB वक्फ के नाम पर राजनीति कर रहा है, वह देश के अल्पसंख्यकों और मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।”

उन्होंने संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए विधेयक को लेकर चल रहे विवाद को संबोधित किया, जिसमें संकेत दिया गया था कि सरकार संशोधित कानून पेश करने की तैयारी कर रही है। उन्होंने बताया कि विधेयक अभी तक पारित नहीं होने के बावजूद AIMPLB पहले से ही राजनीतिक कारणों से विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रहा है।

वक्फ संशोधन विधेयक के बारे में

AIMPLB protest in Patna, Lalu and Tejashwi extended their support

वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का उद्देश्य डिजिटलीकरण, बेहतर ऑडिट, बेहतर पारदर्शिता और अवैध रूप से कब्ज़े वाली संपत्तियों को वापस पाने के लिए कानूनी तंत्र जैसे सुधारों को पेश करके प्रमुख चुनौतियों का समाधान करना है। प्रस्तावित संशोधन यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि वक्फ संपत्तियों का उपयोग उनके इच्छित उद्देश्यों के लिए किया जाए, जिससे मुस्लिम समुदाय और पूरे देश को लाभ हो।

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राणा सांगा पर बयान को लेकर Karni Sena का बवाल, सपा सांसद के घर हमला

​समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान के विरोध में, Karni Sena के कार्यकर्ताओं ने 26 मार्च 2025 को आगरा स्थित उनके आवास पर हमला किया। करीब 1,000 से अधिक करणी सेना के सदस्य बुलडोजर के साथ सांसद के घर पहुंचे और वहां तोड़फोड़ की। उन्होंने घर के बाहर खड़ी 10 से अधिक गाड़ियों और 40 से 50 कुर्सियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। ​

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Karni Sena और पुलिस के बीच झड़प

Karni Sena creates ruckus over statement on Rana Sanga, attacks SP MP's house

इस दौरान, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया, जिससे झड़प हुई और कई पुलिसकर्मी, जिनमें एक इंस्पेक्टर भी शामिल थे, घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। ​

रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में कहा था कि यदि मुसलमानों को बाबर का वंशज कहा जाता है, तो हिंदुओं को गद्दार राणा सांगा का वंशज माना जाना चाहिए। उन्होंने यह भी पूछा कि हम बाबर की आलोचना करते हैं, लेकिन राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं करते। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सुमन के इस बयान का समर्थन किया है।

अखिलेश यादव का आरोप

Karni Sena creates ruckus over statement on Rana Sanga, attacks SP MP's house

अखिलेश यादव की अगुवाई वाली सपा की राज्य इकाई ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय के बाहर पार्टी के बैनर और पोस्टर क्षतिग्रस्त कर दिए। कार्यालय भोपाल के तुलसी नगर इलाके में एक सरकारी क्वार्टर में स्थित है। 21 मार्च को राज्यसभा में बोलते हुए सुमन ने मेवाड़ के शासक राणा सांगा को ‘देशद्रोही’ कहा था और कहा था कि हिंदू उनके वंशज हैं।

टीटी नगर पुलिस स्टेशन के प्रभारी सुधीर अरजरिया ने पीटीआई को बताया कि करणी सेना के सदस्यों ने एसपी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पुतला जलाया। बैनर और पोस्टर को नुकसान पहुंचाने के सपा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर अरजरिया ने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, क्योंकि यह एक संक्षिप्त विरोध था। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय ने पीटीआई को बताया कि प्रदर्शनकारियों ने शाम करीब 7.15 बजे कार्यालय पर हमला किया।

Karni Sena ने इस बयान के खिलाफ पहले भी विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें मध्य प्रदेश में सपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन शामिल है।

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SC ने बलात्कार पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणियों पर रोक लगाई, उन्हें ‘असंवेदनशील’ बताया

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​SC ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले पर रोक लगा दी है, जिसमें कहा गया था कि नाबालिग लड़की के स्तनों को पकड़ना, उसके पायजामे के नाड़े को तोड़ना और उसे पुलिया के नीचे खींचने का प्रयास करना बलात्कार या बलात्कार के प्रयास के तहत अपराध नहीं माना जाएगा। ​

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सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बी.आर. गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस फैसले को ‘असंवेदनशील’ बताते हुए कहा कि यह निर्णय न्यायाधीश की संवेदनशीलता की कमी को दर्शाता है। पीठ ने आगे कहा कि फैसले में की गई टिप्पणियां कानून के सिद्धांतों से अनभिज्ञ हैं और अमानवीय दृष्टिकोण को दर्शाती हैं। ​

SC ने केंद्र और यूपी सरकार को नोटिस जारी किया

SC stays Allahabad HC's comments on rape, calls them 'insensitive'

SC ने बुधवार को केंद्र, उत्तर प्रदेश सरकार और अन्य को नोटिस जारी कर हाई कोर्ट के 17 मार्च (सोमवार) के आदेश पर शुरू की गई स्वत: संज्ञान कार्यवाही में जवाब मांगा है। शीर्ष अदालत ने विवादास्पद आदेश पर स्वत: संज्ञान लिया है। इसने मामले में भारत के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से भी सहायता मांगी है।

उच्च न्यायालय ने 17 मार्च को फैसला सुनाया कि केवल स्तन पकड़ना और ‘पजामा’ की डोरी खींचना बलात्कार के अपराध की श्रेणी में नहीं आता है, बल्कि ऐसा अपराध किसी महिला के खिलाफ हमला या आपराधिक बल का प्रयोग करने के दायरे में आता है, जिसका उद्देश्य उसे निर्वस्त्र करना या नग्न होने के लिए मजबूर करना है।

न्यायमूर्ति राम मनोहर नारायण मिश्रा ने दो व्यक्तियों द्वारा दायर एक पुनरीक्षण याचिका पर यह आदेश पारित किया, जिन्होंने कासगंज के एक विशेष न्यायाधीश के आदेश को चुनौती देते हुए अदालत का रुख किया, जिसके तहत अदालत ने उन्हें अन्य धाराओं के अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) के तहत तलब किया था।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा की गई प्रमुख टिप्पणियाँ क्या थीं?

SC stays Allahabad HC's comments on rape, calls them 'insensitive'

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​इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा कि किसी नाबालिग लड़की के स्तन पकड़ना, उसके पायजामे की डोरी खींचना और उसे पुलिया के नीचे खींचने का प्रयास करना बलात्कार या बलात्कार के प्रयास के अंतर्गत नहीं आता। न्यायालय ने यह भी उल्लेख किया कि इन कृत्यों को ‘गंभीर यौन उत्पीड़न’ (aggravated sexual assault) माना जा सकता है, जो पॉक्सो अधिनियम के तहत एक कम गंभीर अपराध है।

शिक्षा में उत्कृष्टता का दशक : टाटा ClassEdge क्लासरूम चैंपियनशिप ने 10 साल की शानदार यात्रा पूरी की

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मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत

प्रतिष्ठित टाटा ClassEdge क्लासरूम चैंपियनशिप (CCC) का दसवां संस्करण 5 मार्च 2025 को समाप्त हुआ। इस अवसर पर बॉम्बे हाउस में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उन शिक्षकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने देश भर के क्लासरूम में टैकनोलजी को एक्टिविटी-बेस्ड लर्निंग के साथ शानदार तरीके से जोड़ा। यह वार्षिक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता, टाटा ClassEdge लिमिटेड (TCE) की एक प्रमुख पहल है, जो भारत के बेहतरीन शिक्षकों को एक मंच पर लाती है। यह टाटा ग्रुप की 150 साल पुरानी विरासत है। जो उत्कृष्टता, ईमानदारी और शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र-निर्माण के प्रति समर्पण को दर्शाती है।

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CCC X के विजेता और उनके संस्थानों के प्रमुख श्री के.आर.एस जामवाल (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, टाटा इंडस्ट्रीज लिमिटेड)व श्री तरुण भोजवानी (CEO, टाटा ClassEdge लिमिटेड) आयोजक टीम के साथ

टाटा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और TCE के चेयरमैन श्री के.आर.एस. जामवाल ने पुरस्कार समारोह के दौरान कहा, “पिछले एक दशक से, ClassEdge क्लासरूम चैंपियनशिप शिक्षा-उत्कृष्टता के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण रहा है। यह सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जिसने भारत के लगभग 19,000 शिक्षकों और 3400 स्कूलों के जीवन को प्रभावित किया है।

इस चैंपियनशिप में देश भर के शिक्षकों ने शानदार प्रदर्शन किया। चेन्नई के SBOA स्कूल एंड जूनियर कॉलेज से पवित्रा आर. और दिल्ली के अहलकॉन पब्लिक स्कूल से नीरज आनंद ने अपनी-अपनी श्रेणियों में पहला स्थान हासिल किया। दिल्ली के सेंट मार्क्स सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल की दिशा कपूर और बेंगलुरु के सिंधी हाई स्कूल की नेहा शर्मा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि भोपाल के सागर पब्लिक स्कूल, गांधीनगर की हर्षा चंदवानी को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शीर्ष विजेताओं के अलावा 110 से अधिक शिक्षकों को प्रतियोगिता के विभिन्न स्तरों पर उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इन शिक्षकों की इनोवेटिव शिक्षण पद्धतियों ने दिखाया कि डिजिटल टूल्स पारंपरिक क्लासरूम को कैसे एक जीवंत लर्निंग स्पेस में बदल सकते हैं, जो जिज्ञासा और महत्वपूर्ण सोच को बढ़ावा देते है।

शिक्षा में इनोवेशन की विरासत
2011 में शुरू होने के बाद से, टाटा ClassEdge ने भारत के शैक्षिक परिदृश्य में क्रांति लाई है जो 1.25 लाख से अधिक शिक्षकों और 15 लाख छात्रों के लिए डिजिटल साथी बन गया है। ClassEdge प्लैटिनम, ClassEdge प्राइम, क्रिस्टल लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम, KG शिक्षा के लिए EarlyEdge और ThinkEdge लैब्स जैसे कंपनी के सॉल्यूशंस शैक्षिक टैकनोलजी में उच्चतम उपलब्धि हैं, जो मानवता को ऊंचा उठाने वाले समाधान बनाते हैं व टाटा की विचारधारा को सम्मान देते हैं ।

टाटा ClassEdge के CEO तरुण भोजवानी ने कहा, “टाटा नाम हमेशा से उद्देश्य के साथ उत्कृष्टता का प्रतीक रहा है। हम जो भी इनोवेशन लाते हैं, वह सिर्फ शिक्षा को डिजिटाइज़ करने के लिए नहीं, बल्कि इसे बदलने के लिए डिज़ाइन किया जाता है-लर्निंग को और अधिक रोचक, समावेशी और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के नए भारत के विज़न के अनुरूप बनाना हमारा लक्ष्य है।

भविष्य के शिक्षा ईको-सिस्टम का निर्माण
टाटा ClassEdge का समग्र दृष्टिकोण क्लासरूम टैकनोलजी से आगे तक है। प्रिंसिपल लीडरशिप प्रोग्राम (PLP) और टीचर एम्पावरमेंट प्रोग्राम (TEP) जैसी पहलों के साथ कंपनी शैक्षिक नेतृत्व को बढ़ावा देती है जो 21वीं सदी की शिक्षा की जटिल चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकें।

ClassEdge क्लासरूम चैंपियनशिप इस विचारधारा का प्रतीक है जो एक मंच के साथ-साथ एक राष्ट्रव्यापी कम्युनिटी ऑफ प्रैक्टिस के रूप में काम करता है जहां इनोवेटिव शिक्षण पद्धतियों को साझा किया जाता है, परिष्कृत किया जाता है व ऊंचा उठाया जाता है। यह प्रतियोगिता प्रभावी डिजिटल पेडागॉजी को बढ़ावा देती है, शिक्षण-अधिगम प्रथाओं को बेहतर बनाती है और छात्रों के लिए रोचक व इंटरैक्टिव लर्निंग अनुभव प्रदान करती है। 

नई राह: उत्कृष्टता का अगला दशक
टाटा ClassEdge भविष्य की ओर बढ़ते हुए अपने मूल दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध है – टैकनोलजी का उपयोग करके अर्थपूर्ण शैक्षिक अनुभव बनाना, जो छात्रों को तेज़ी से बदलते विश्व के लिए तैयार करे।

ClassEdge क्लासरूम चैंपियनशिप का अगला संस्करण व्यापक भागीदारी, उभरती शैक्षिक टैकनोलजी जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ गहरे जुड़ाव और शिक्षण उत्कृष्टता के निरंतर उत्थान का वादा करता है, जो भारत की शैक्षिक विरासत का आधार रहा है।

टाटा ClassEdge के बारे में
टाटा ग्रुप के दृष्टिकोण और मूल्यों से प्रेरित टाटा ClassEdge 2011 से अपने व्यापक अकादमिक डिजिटल सॉल्यूशंस के साथ भारतीय शिक्षा को बदल रहा है। 25 साल के अंतरराष्ट्रीय ई-लर्निंग अनुभव के आधार पर TCE के पेडागॉजी, टैकनोलजी और कंटेंट में इनोवेशन ने CBSE, ICSE और विभिन्न स्टेट बोर्ड स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों के जीवन को प्रभावित किया है। देश भर में सेवा विशेषज्ञों के मजबूत नेटवर्क के समर्थन से टाटा ClassEdge अपने सॉल्यूशंस को स्कूलों के लिए आसान बनाता है। अपनी ClassEdge एकेडमी के माध्यम से कंपनी प्रिंसिपल लीडरशिप प्रोग्राम और टीचर एम्पावरमेंट प्रोग्राम आयोजित करती है जो भारत भर में शैक्षिक नेतृत्व और शिक्षण उत्कृष्टता को बढ़ाते हैं।

टाटा ClassEdge भारत में शिक्षा के भविष्य को कैसे नया रूप दे रहा है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए www.tataclassedge.com पर जाएं या 022-61227000 पर संपर्क करें।

युवाओं में बढ़ते Heart Attacks का चौंकाने वाला खुलासा!

Shocking revelation about increasing heart attacks among youth!

Heart Attack, जिसे पहले बुजुर्गों की समस्या माना जाता था, अब युवाओं के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। 40 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों में बढ़ते दिल के दौरे की संख्या ने विशेषज्ञों और चिकित्सा पेशेवरों को चिंतित कर दिया है। स्वास्थ्य देखभाल में प्रगति के बावजूद, युवा वयस्कों का एक बढ़ता प्रतिशत हृदय संबंधी बीमारियों का शिकार हो रहा है। सबसे चिंताजनक पहलू? कई लोग इन महत्वपूर्ण चेतावनी संकेतों और जीवनशैली की आदतों पर ध्यान नहीं देते जो इस मौन हत्यारे का कारण बनते हैं।

युवाओं में दिल के दौरे की चिंताजनक वृद्धि

हाल के वर्षों में, युवा वयस्कों में दिल के दौरे के मामलों में भारी वृद्धि हुई है। अध्ययन बताते हैं कि 20-40 आयु वर्ग के लोगों में दिल के दौरे की घटनाएं पिछले दशक में दोगुनी हो गई हैं। हालांकि, इसमें आनुवंशिकी की भूमिका हो सकती है, लेकिन जीवनशैली विकल्प, तनाव और पर्यावरणीय कारक इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

युवा व्यक्ति अक्सर लक्षणों को मामूली असुविधा मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, यह जाने बिना कि वे जानलेवा हो सकते हैं। कई लोगों का मानना है कि Heart Attack एक ऐसी चीज है जिसके बारे में उन्हें केवल बाद में चिंता करने की आवश्यकता है। दुर्भाग्य से, यह गलतफहमी घातक परिणाम दे सकती है।

युवाओं में दिल के दौरे क्यों बढ़ रहे हैं?

Heart Attack के बढ़ते मामलों के पीछे कई कारण हैं। आइए कुछ प्रमुख कारणों पर नजर डालें:

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1. Heart Attack: निष्क्रिय जीवनशैली

आधुनिक कार्य संस्कृति ने लंबे समय तक बैठने और कम शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा दिया है। चाहे वह कंप्यूटर के सामने काम करना हो, सोशल मीडिया पर घंटों बिताना हो, या टीवी शो देखना हो – कम गतिविधि मोटापा, मधुमेह और Heart Attack के खतरे को बढ़ा देती है।

2. अस्वास्थ्यकर आहार विकल्प

जंक फूड, प्रोसेस्ड भोजन और शर्करा युक्त पेय अब कई युवाओं के आहार का हिस्सा बन गए हैं। ये खाद्य पदार्थ अस्वास्थ्यकर वसा, परिष्कृत शर्करा और सोडियम से भरपूर होते हैं, जो धमनियों को अवरुद्ध करते हैं, कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं और उच्च रक्तचाप का कारण बनते हैं – ये सभी Heart Attack के प्रमुख कारक हैं।

3. बढ़ता तनाव

सफलता का दबाव, वित्तीय संघर्ष, व्यक्तिगत समस्याएं और जीवन की तेज़ गति ने युवाओं को लगातार तनाव में डाल दिया है। तनाव हार्मोन जैसे कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन को बढ़ा देता है, जो अधिक मात्रा में होने पर दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकता है।

4. नियमित स्वास्थ्य जांच का अभाव

कई युवा नियमित रूप से मेडिकल जांच नहीं कराते, यह सोचकर कि वे स्वस्थ हैं। यह अनदेखी उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल या मधुमेह जैसे जोखिम कारकों के प्रारंभिक पता लगाने को रोकती है, जो समय पर इलाज न करने पर गंभीर हृदय समस्याओं में बदल सकते हैं।

5. धूम्रपान और अत्यधिक शराब सेवन

धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और धमनियों में प्लाक जमा करता है, जिससे दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है। अत्यधिक शराब सेवन उच्च रक्तचाप और अनियमित हृदय गति को जन्म दे सकता है, जिससे Heart Attack का खतरा और बढ़ जाता है।

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6. अपर्याप्त नींद

आधुनिक जीवनशैली, देर रात तक काम करने की आदतें और स्क्रीन टाइम अधिक होने के कारण नींद की कमी आम हो गई है। खराब नींद की गुणवत्ता उच्च रक्तचाप और शरीर में सूजन को बढ़ाकर हृदय स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।

चेतावनी संकेत जिन्हें नजरअंदाज न करें

दिल के दौरे हमेशा फिल्मी दृश्यों की तरह नाटकीय छाती दर्द के रूप में नहीं आते। युवाओं में लक्षण सूक्ष्म हो सकते हैं, जिससे वे अनदेखी करने में आसान हो जाते हैं। निम्नलिखित चेतावनी संकेतों पर ध्यान दें:

  • छाती में दर्द या असहजता: छाती में जकड़न, दबाव, या जलन जैसा अनुभव होना।
  • सांस की कमी: बिना किसी भारी गतिविधि के भी सांस लेने में कठिनाई।
  • बांह, गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द: बिना किसी स्पष्ट कारण के छाती से फैलता दर्द।
  • चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना: बिना किसी स्पष्ट कारण के चक्कर आना या बेहोश महसूस करना।
  • असामान्य थकान: पर्याप्त नींद लेने के बावजूद लगातार थकान महसूस होना।
  • जी मिचलाना या ठंडा पसीना आना: अचानक पसीना आना, मतली या उल्टी होना, जो हृदय संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है।

Heart Attack: इन संकेतों को अनदेखा करना घातक हो सकता है। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव करते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

Heart Attack के जोखिम में आनुवंशिकी की भूमिका

अपने हृदय की सुरक्षा के लिए एहतियाती कदम

अच्छी खबर यह है कि Heart Attack काफी हद तक रोके जा सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख जीवनशैली परिवर्तन दिए गए हैं जो आपके हृदय की रक्षा कर सकते हैं और दिल के दौरे के जोखिम को कम कर सकते हैं:

1. हृदय-स्वस्थ आहार अपनाएं

  • अपने भोजन में अधिक फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल करें।
  • प्रोसेस्ड फूड, ट्रांस फैट और अधिक नमक से बचें।
  • अखरोट, बीज और ओमेगा-3 से भरपूर मछली जैसे हृदय के लिए लाभकारी खाद्य पदार्थ शामिल करें।

2. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें

  • सप्ताह में पांच दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
  • पैदल चलना, साइकिल चलाना, तैराकी या ताकत बढ़ाने वाले व्यायाम करें।
  • लंबे समय तक बैठने से बचें और बीच-बीच में चलने-फिरने की आदत डालें।
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3. Heart Attack: तनाव को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करें

  • ध्यान, गहरी सांस लेने की तकनीक या योग का अभ्यास करें।
  • ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो आनंद और विश्राम लाती हैं।
  • यदि तनाव बहुत अधिक हो जाए, तो पेशेवर सहायता लें।

4. नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं

  • अपने रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल स्तर और रक्त शर्करा की नियमित जांच कराएं।
  • डॉक्टर से वार्षिक जांच कराएं ताकि जोखिम कारकों का समय पर पता लगाया जा सके।
  • अपने परिवार के चिकित्सा इतिहास से अवगत रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें।

5. धूम्रपान छोड़ें और शराब का सेवन सीमित करें

  • धूम्रपान छोड़ने के लिए सहायता समूहों या पेशेवर मदद लें।
  • शराब के सेवन को सीमित करें या पूरी तरह से छोड़ दें।

6. गुणवत्तापूर्ण नींद को प्राथमिकता दें

  • हर रात 7-9 घंटे की नींद लें।
  • सोने से पहले स्क्रीन से दूरी बनाएं और सोने की दिनचर्या बनाएं।

निष्कर्ष

युवाओं में बढ़ते दिल के दौरे यह दर्शाते हैं कि हृदय स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और नियमित स्वास्थ्य जांच कराकर, हम अपने दिल की सुरक्षा कर सकते हैं और लंबा, स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

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UPI में बड़ा बदलाव: बंद हो सकता है Auto-Debit!

हाल के वर्षों में, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने भारत में डिजिटल लेनदेन को क्रांतिकारी बना दिया है, जिससे लाखों लोगों के लिए त्वरित मनी ट्रांसफर आसान हो गया है। छोटे दैनिक भुगतान से लेकर बड़े व्यावसायिक लेनदेन तक, UPI देश की कैशलेस अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन गया है। हालाँकि, एक महत्वपूर्ण बदलाव आने वाला है जो उपयोगकर्ताओं के लिए UPI के साथ इंटरैक्ट करने के तरीके को प्रभावित कर सकता है। रिपोर्टों के अनुसार, UPI पुल ट्रांजैक्शन के साथ ऑटो-डेबिट सुविधा जल्द ही बंद हो सकती है, जिससे व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए संभावित चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।

लेकिन इसका वास्तव में क्या मतलब है? यह आपको कैसे प्रभावित करेगा? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

UPI पुल ट्रांजैक्शन और ऑटो-डेबिट क्या है?

पुल ट्रांजैक्शन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई व्यापारी या सेवा प्रदाता ग्राहक के बैंक खाते से पहले से स्वीकृत राशि मांगता है। यह आमतौर पर सब्सक्रिप्शन भुगतान, यूटिलिटी बिल भुगतान, लोन EMI और बीमा प्रीमियम कटौती के लिए उपयोग किया जाता है, जहाँ उपयोगकर्ता स्वचालित भुगतान के लिए अनुमति देते हैं।

Big change in UPI Auto-Debit may be stopped!

उदाहरण के लिए, यदि आपने किसी OTT प्लेटफ़ॉर्म के लिए मासिक सब्सक्रिप्शन या EMI कटौती सेट की है, तो पैसा आपके खाते से स्वचालित रूप से कट जाएगा बिना किसी मैनुअल अनुमोदन के। यह सुविधा आवर्ती भुगतानों को सरल बनाती है और उपयोगकर्ताओं के लिए सुविधाजनक होती है।

UPI ऑटो-डेबिट को बंद करने पर विचार क्यों किया जा रहा है?

हालाँकि ऑटो-डेबिट ट्रांजैक्शन सुविधा प्रदान करती है, लेकिन सुरक्षा, धोखाधड़ी की रोकथाम और उपयोगकर्ताओं के वित्तीय नियंत्रण से संबंधित चिंताएँ भी हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) डिजिटल लेनदेन में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने पर काम कर रहे हैं, और UPI पुल ट्रांजैक्शन के साथ ऑटो-डेबिट को बंद करना उसी दिशा में एक कदम हो सकता है।

इसके संभावित कारण निम्नलिखित हैं:

  1. सुरक्षा संबंधी चिंताएँ – कई उपयोगकर्ता धोखाधड़ीपूर्ण ऑटो-डेबिट से प्रभावित हुए हैं। इस सुविधा को हटाने से अनधिकृत कटौती को रोका जा सकता है।
  2. उपयोगकर्ता नियंत्रण – कई उपयोगकर्ता अनजाने में ऑटो-डेबिट सेट कर देते हैं और बाद में इसे रद्द करने में कठिनाई होती है, जिससे अप्रत्याशित कटौतियाँ होती हैं।
  3. नियमों का अनुपालन – RBI डिजिटल लेनदेन के नियमों को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए सख्त नियम लागू कर रहा है।
  4. धोखाधड़ी की रोकथाम – साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए, ऑटो-डेबिट को बंद करना एक सुरक्षात्मक उपाय हो सकता है।

UPI पेमेंट को लेकर बदलने जा रहा नियम

इसका आप पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

अगर UPI पुल ट्रांजैक्शन के साथ ऑटो-डेबिट बंद कर दिया जाता है, तो यह विभिन्न प्रकार के उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करेगा:

1. सब्सक्रिप्शन भुगतान के लिए मैनुअल स्वीकृति आवश्यक होगी

OTT प्लेटफार्म (Netflix, Amazon Prime, Disney+ Hotstar), म्यूजिक स्ट्रीमिंग सेवाएँ (Spotify, Gaana), और क्लाउड स्टोरेज (Google Drive, OneDrive) के स्वचालित भुगतान के लिए अब प्रत्येक भुगतान को मैन्युअली स्वीकृत करना होगा।

प्रभाव: प्रत्येक भुगतान के लिए आपको अनुरोध प्राप्त होगा और जब तक आप इसे मंजूरी नहीं देंगे, तब तक भुगतान नहीं होगा।

Big change in UPI Auto-Debit may be stopped!

2. EMI और लोन भुगतान प्रभावित हो सकते हैं

बैंक और वित्तीय संस्थान EMI के लिए UPI ऑटो-डेबिट का उपयोग करते हैं। अगर यह सुविधा बंद हो जाती है, तो ग्राहकों को मैन्युअली भुगतान करना होगा।

प्रभाव: समय पर भुगतान न करने पर पेनल्टी, लेट फीस या क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

3. यूटिलिटी बिल और बीमा प्रीमियम के भुगतान में अतिरिक्त कदम जुड़ेंगे

बिजली बिल, पानी बिल, गैस बिल, मोबाइल रिचार्ज और बीमा प्रीमियम का स्वचालित भुगतान अब मैन्युअल रूप से करना होगा।

प्रभाव: भुगतान भूलने से सेवा बाधित हो सकती है या पॉलिसी लैप्स हो सकती है।

4. ई-कॉमर्स ऑटो-पेमेंट्स बाधित होंगे

Amazon, Flipkart और Swiggy जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म पर सेव सेवाएँ बाधित हो सकती हैं।

प्रभाव: इससे चेकआउट में देरी और असुविधा हो सकती है।

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संभावित विकल्प और समाधान

अगर UPI पुल ट्रांजैक्शन के साथ ऑटो-डेबिट बंद हो जाता है, तो उपयोगकर्ता और व्यवसाय निम्नलिखित समाधानों पर विचार कर सकते हैं:

  1. बैंक खातों के माध्यम से स्टैंडिंग निर्देश – UPI के बजाय, उपयोगकर्ता बैंक खाते से ऑटो-डेबिट सेट कर सकते हैं।
  2. क्रेडिट और डेबिट कार्ड ऑटो-पे – कई बैंक क्रेडिट या डेबिट कार्ड पर ऑटो-डेबिट की सुविधा देते हैं।
  3. UPI OTP प्रमाणीकरण के साथ जनादेश – NPCI एक नई प्रणाली लागू कर सकता है जिसमें प्रत्येक लेन-देन के लिए OTP अनिवार्य हो।
  4. अनुस्मारक आधारित मैनुअल भुगतान – बैंकों द्वारा आगामी भुगतानों के लिए अलर्ट भेजे जा सकते हैं।

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उपयोगकर्ताओं को क्या करना चाहिए?

इस संभावित परिवर्तन से पहले, उपयोगकर्ताओं को निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

  • सूचनाओं पर नज़र रखें – RBI और NPCI द्वारा जारी आधिकारिक घोषणाओं पर ध्यान दें।
  • भुगतान विधियों को अपडेट करें – बैंक स्टैंडिंग निर्देश या कार्ड-आधारित भुगतान पर स्विच करने पर विचार करें।
  • अनुस्मारक सेट करें – बिल भुगतान, EMI, और सब्सक्रिप्शन समय पर पूरा करने के लिए रिमाइंडर सेट करें।
  • सक्रिय ऑटो-डेबिट की समीक्षा करें – मौजूदा ऑटो-डेबिट जनादेश की नियमित रूप से जाँच करें।

निष्कर्ष

UPI पुल ट्रांजैक्शन के साथ ऑटो-डेबिट को बंद करने का प्रस्ताव भारत में डिजिटल भुगतान परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव लाएगा। यह कदम सुरक्षा और उपयोगकर्ता नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए उठाया जा रहा है, लेकिन यह उन उपयोगकर्ताओं के लिए असुविधा भी पैदा कर सकता है जो निर्बाध स्वचालित भुगतानों पर निर्भर हैं।

डिजिटल लेनदेन विकसित हो रहे हैं, इसलिए उपयोगकर्ताओं के लिए नवीनतम परिवर्तनों से अपडेट रहना और नई भुगतान विधियों के लिए अनुकूल होना महत्वपूर्ण है। चाहे वैकल्पिक ऑटो-पे विधियों के माध्यम से हो या मैन्युअल अनुमोदन द्वारा, इस बदलाव से निपटने के लिए स्मार्ट वित्तीय प्रबंधन आवश्यक होगा।

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