पूर्व पाक प्रधानमंत्री की बेटी मरियम ने लगाए संगीन आरोप- ‘जेल में मेरी सेल और बाथरूम में लगे थे कैमरे’
इस्लामाबाद: जियो न्यूज के मुताबिक, हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में मरियम नवाज शरीफ ने जेल में कथित असुविधाओं के बारे में बात की, जिसका सामना उन्होंने जेल में किया था. मरियम पिछले साल चौधरी शुगर मिल्स मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद जेल भेजी गई थीं. पाकिस्तान की इमरान सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “मैं दो बार जेल जा चुकी हूं और अगर मैं इस बारे में बोलूं कि कैसे मेरे, एक महिला, के साथ जेल में व्यवहार किया गया था, तो उन्हें अपना चेहरा दिखाने का दुस्साहस नहीं होगा.”
जियो न्यूज के मुताबिक, मरियम नवाज शरीफ ने कहा है कि उनकी पार्टी संविधान के दायरे में रहकर सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ बातचीत करने को तैयार है, बशर्ते कि सत्ता में मौजूद पीटीआई सरकार को तुरंत हटाया जाय. उन्होंने आगे कहा कि वह संस्थानों के खिलाफ नहीं हैं लेकिन इस बात पर जोर दिया कि कोई भी गुप्त बातचीत नहीं होगी.
पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार की आलोचना करते हुए पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष ने कहा कि अगर अधिकारी कमरे तोड़कर उनके पिता नवाज शरीफ के सामने उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं और उन पर निजी हमले कर सकते हैं, तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पाकिस्तान में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं? उन्होंने कहा, “महिला चाहे पाकिस्तान की हो या कहीं और की हो, वो कमजोर नहीं हो सकती है.”
Australia- प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने दी दिवाली की बधाई, कहा- दीपावली पर्व से मिलने वाले संदेश का इस वर्ष ‘विशेष महत्व’
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने दीपावली पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस त्योहार से मिलने वाले संदेश का इस वर्ष ‘विशेष महत्व’ है क्योंकि दुनिया कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रही है। मॉरिसन ने हाल ही में जारी किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘अंधकार को मिटाने की अवधारणा को हम सैद्धांतिक मानते आए, बजाए कि ऐसी चीज के जिसका अनुभव किया जाए और उससे उबरा जाए। दीपावली से मिलने वाले संदेश का इस वर्ष विशेष महत्व है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘धरती का हर राष्ट्र कोविड-19 वैश्विक महामारी से मुकाबला करने का प्रयास कर रहा है। जीवन और आजीविकाएं नष्ट हुई हैं और हमने कई पीढ़ियों बाद ऐसा प्रकोप देखा है। इसके बावजूद, हम सभी के पास आशा है। 2020 के पूरे वर्ष, हमारे अपने डरों के बावजूद, हमने एक दूसरे का समर्थन किया, प्रेरित किया और एक दूसरे के साथ खड़े रहे।’’
मॉरिसन ने कहा, ‘‘इस संकट का सामना डटकर और पेशेवराना तरीके से करने वाले हमारे मेडिकल क्षेत्र के पेशेवरों, शिक्षकों, सफाई कर्मियों, पुलिस, रक्षा बलों तथा कई अन्य लोगों से हमें ताकत और प्रेरणा मिली।’’ मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया इस धरती का सबसे सफल बहुसांस्कृतिक राष्ट्र है और ‘‘इस दीपावली मैं उन सभी के प्रति सम्मान व्यक्त करता हूं जो लोग इस परंपरा को यहां तक लाएं।’’
विपक्ष के नेता एंथनी अल्बानीज ने भी दीपावली की शुभकामनाएं दी और आशा जताई कि अगले वर्ष सभी लोग रोशनी के इस त्योहार को मिलजुलकर मना सकेंगे। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 7,00,000 से अधिक है।
Gurugram के फारुख नगर इलाके की वाल्मीकि कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति पटाखे बेचने के आरोप में गिरफ़्तार।
Gurugram: पुलिस ने गुरुवार को बताया कि बिल्लू को राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) द्वारा दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में पटाखे बेचने पर लगाए गए प्रतिबंध का उल्लंघन करने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया।
Amit Shah: बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष के काफिले पर हुए हमले की जांच के आदेश दिए
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर फारु खनगर स्थित एक दुकान में बेचने के लिए पटाखे जमा किए जा रहे हैं। इस दुकान को बुधवार को सील कर दिया गया।
पुलिस ने दुकान से पटाखे भरे 15 बक्से बरामद किए। इन बक्सों में पटाखों के 50 पैकेट, बम, रॉकेट, अनार और फुलझड़ियां पाई गईं। आरोपी के खिलाफ फारु खनगर थाने में एक मामला दर्ज कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, एनजीटी के 9 नवंबर के आदेश के आलोक में पुलिस दिल्ली-एनसीआर में नियमित निगरानी कर रही है। वायु प्रदूषण के कारण पटाखों की बिक्री पर 1 दिसंबर तक प्रतिबंध लागू रहेगा।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें
इस Diwali लोगों का मुंह मीठा कराएं, घर पर ही बनाएँ मालपुआ।
Diwali पर अगर आप कुछ मीठा बनाने की सोच रहे हैं तो ये डिश आपके लिए बेस्ट हो सकती है। इस डिश का नाम मालपुआ है। मालपुआ बनाने में आसान तो होता ही है साथ ही स्वाद में भी लाजवाब होती है। खास बात है कि इसे परिवार का कोई भी सदस्य झटपट बना सकता है। जानिए मालपुआ बनाने की आसान सी रेसिपी…
Diwali पर मालपुआ बनाने के लिए जरूरी चीजें
- 250 ग्राम गेहूं का आटा
- 100 ग्राम दूध
- 100 ग्राम चीनी
- 4 टी स्पून देशी घी
बनाने की विधि

Diwali पर मालपुआ बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में चीनी और दूध लें अब चम्मच की मदद से उन्हें तब तक चलाए जब तक चीनी, दूध में अच्छे से ना घुल जाए। अब इस घोल में आटा डालें और घोल को बर्तन में मिलाते रहे। ध्यान रहें कि मिलाते वक्त घोल में गुठलियां ना पड़े। घोल को लगातार तब तक फेटते रहे जब तक आपका घोल चिकना ना हो जाए। ऐसा करने से आपका घोल अच्छा बनेगा।
यह भी पढ़ें: Gulab Gulkand Modak: रंगीन और स्वादिष्ट, रेसिपी
अब एक कढाई लें और उसमें रिफाइंड डालें। जब तेल गर्म हो जाए तो घोल को एक बड़े चम्मच में ले और कढ़ाई में डायरेक्ट डाल दें। कढ़ाई में डालने से वो अपने आप फैल जाएगा। कोशिश करें कि इस घोल को आप इस तरह डालें कि गोल शेप ही बनें। इसी तरह से सारे घोल को कढ़ाई में डालें। जब दोनों तरफ से मालपुआ सिक जाए तो उसे कढ़ाई से निकालकर प्लेट में रख लें। इस बात का ध्यान रखें कि मालपुआ को सेकते वक्त आंच धीमी ही रहे। ऐसा ना होने पर मालपुआ जल भी सकता है।
घर पर आसानी से बनाएँ स्वादिष्ट चॉकलेट केक, जानिए कैसे करें तैयार।
अगर आप वक्त की बचत करना चाहते हैं और मिनटों में अपने लिए कुछ मजेदार बनाना चाहते हैं, तो आपको ऐसी तरकीब सीखनी चाहिए जिसे आप माइक्रोवेव में मिनटों में तैयार कर सकें. आपके लिए आसान रेसिपी शेयर की जा रही है जिस पर अमल करते हुए आप मिनटों में स्वादिष्ट और जायकेदार चॉकलेट केक बना सकते हैं.
चॉकलेट केक के लिए सामग्री
अक्सर हमें मीठा खाने का दिल कर रहा होता है खासकर भोजन खाने के बाद तो और ज्यादा. ऐसे में अगर मिनटों में चॉकलेट केक तैयार हो जाए तो क्या अच्छी बात हो. आपको जानना चाहिए कि घर पर चॉकलेट तैयार करना बिल्कुल मुशिक्ल नहीं है. मिनटों में चॉकलेट केक बनाने के लिए आपको एक अंडा, 3-4 चम्मच दूध, एक चुटकी बेकिंग पाउडर, चंद कतरे वेनिला एसेंस (सुगंधित पदार्थ), स्वाद के मुताबिक पिसी हुई चीनी, 2 बड़े चम्मच कोका पाउडर, थोड़ा मक्खन और 4 बड़े चम्मच मैदा की जरूरत होगी.
कैसे तैयार करें चॉकलेट केक
तमाम सामग्री को इकट्ठा कर अच्छी तरह फेंटे. अब उसके बाद आप उसे एक बड़े मग में डाल कर 10 से 15 मिनट तक माइक्रोवेव में मध्यम आंच पर रख दें. करीब 15 मिनट बाद उसमें थोड़ा चम्मच डाल कर चेक करें कि केक कहीं कच्चा तो नहीं है. अगर आपके चम्मच में केक के कण नहीं चिपके हुए होगें तो उसका मतलब हुआ कि केक पक गया है. अब उसे माइक्रोवेव से निकाल लीजिए और अगर आपके पास चॉकलेट या सीरप या आइसक्रीम हो तो उसे केक के ऊपर डाल कर खा सकते हैं.
कोरोना महामारी संकट के बीच आईपीएल-13 सबसे ज्यादा देखा जाना वाला सीजन रहा।
कोरोना महामारी संकट के बीच इस साल खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने दर्शकों की संख्या के मामले में रिकॉर्ड तोड़ दिया है. भले ही आईपीएल बिना दर्शकों के खेला गया लेकिन प्रशंसकों ने लाइव क्रिकेट को हाथों-हाथ लिया. पिछले साल की तुलना में इस साल आईपीएल को 28 फीसदी ज्यादा दर्शक मिले हैं. बॉयो बबल के बीच चुनौतीपूर्ण हालात में खेला गया आईपीएल अपने इतिहास में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला सीजन बन गया है.
आईपीएल के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने कहा, “आईपीएल ने हमेशा अपने प्रशंसकों के लिए एक विश्व स्तरीय खेल आयोजन प्रदान करने का प्रयास किया है.” उन्होंने आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सर ड्रीम इलेवन का शुक्रिया अदा किया. आईपीएल में वीवो के हटने के बाद ड्रीम इलेवन इस लोकप्रिय लीग का प्रायोजक बना था.
उन्होंने टाइटल प्रायोजक ड्रीम इलेवन को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘ड्रीम 11 के टाइटल प्रायोजक के रूप में आने से फैंटेसी खेल के जरिये दर्शक बड़ी संख्या में इससे जुड़ गए.’ दर्शकों के बिना खेले गए टूर्नामेंट में चार बड़ी ‘वर्चुअल फैन वॉल’ बनाई गई थी जिसमें चीयरलीडर्स के पहले से रिकार्ड किये गए वीडियो शामिल थे. आईपीएल टीमों मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स ने दर्शकों से जुड़ने के लिए ‘एमआई लाइव’, ‘पलटन प्ले’ और ‘सुपर रॉयल’ जैसे डिजिटल अभियान शुरू किए.
बता दें कि कोरोना संकट के चलते पिछले आठ महीने में काफी कम अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन हुआ है. इस साल आईपीएल 29 मार्च से शुरू होने वाला था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते यह 19 सितंबर से यूएई में खेला गया. यूएई में तीन स्थानों दुबई, अबू धाबी और शारजाह में आईपीएल के मैच खेले गए. इस बीच फैंस को इंडियन प्रीमियर लीग का बेसब्री से इंतजार था.
इससे पहले आईपीएल 2020 के अधिकारिक प्रसारणकर्ता स्टार इंडिया ने दावा किया था कि आईपीएल के शुरूआती हफ्ते में ही टूर्नामेंट के दर्शकों की संख्या में पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ. 19 सितंबर को मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुए पहले मैच में ही स्टार इंडिया नेटवर्क में दर्शकों की संख्या 15.8 करोड़ तक पहुंच गई थी.
रोहित शर्मा की अगुवाई में मुंबई इंडियंस ने पांचवीं बार आईपीएल खिताब अपने नाम किया है. कप्तान रोहित शर्मा की 68 रनों की पारी और ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी की बदौलत मुंबई ने दिल्ली को फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को पांच विकेट से हराया. दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 156 रन बनाये. इस लक्ष्य को मुंबई इंडियंस ने 18.4 ओवर में पांच विकेट गंवाकर 157 रन बनाकर हासिल कर लिया.
भारत कई देशों को निर्यात करेगा BrahMos मिसाइल, फिलीपींस से हो रही शुरुआत।
भारत और रूस के जॉइंट वेंचर के तहत तैयार की गई सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस (BrahMos Missile) अगले साल तक फिलीपींस को निर्यात की जाएगी। रूस के डेप्युटी चीफ ऑफ मिशन रोमन बाबुश्किन ने भी इसकी पुष्टि की है। फिलीपींस के अलावा कई अन्य देशों ने भी इस सुपरसोनिक मिसाइल में अपनी रुचि दिखाई है। ब्रह्मोस मिसाइल को सबमरीन, शिप, एयरक्राफ्ट या जमीन से लॉन्च किया जा सकता है।
Amit Shah: बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष के काफिले पर हुए हमले की जांच के आदेश दिए
करीबी सूत्रों ने बताया कि कुछ ही दिनों में फिलीपींस के साथ पहली डील पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और अगले साल की शुरुआत तक फिलीपींस को मिसाइल सप्लाई भी कर दी जाएगी। अगले साल होने वाले समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतर्ते शामिल होंगे।
मोदी-दुतर्ते के समिट के लिए तैयारियां शुरू
सूत्रों ने बताया, ‘मनीला दौरे पर जाने वाली ब्रह्मोस एयरोस्पेस की टीम डील से जुड़ी मामूली दिक्कतों को समझेगी और उन्हें सुलझाएगी ताकि आने वाले समिट में इस समझौते को फाइनल किया जा सके। बाकी सभी चीजें लगभग फाइनल हो गई हैं।’ उन्होंने आगे बताया, ‘हालांकि पीएम मोदी और दुतर्ते के बीच होने वाले समिट की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि अगले साल फरवरी में समिट का आयोजन हो सकता है।’
कई अन्य देशों ने भी ब्रह्मोस में दिखाई रुचि
बता दें कि भारत की ब्रह्मोस डील को लेकर फिलीपींस से लंबे समय से बातचीत जारी है। दोनों देशों के बीच इस डील को लेकर कई राउंड बातचीत हो चुकी है। कई गल्फ देशों ने भी इस सुपरसोनिक मिसाइल को खरीदने में रुचि दिखाई है। भारत पहले ही कई ब्रह्मोस मिसाइलों को लद्दाख और अरुणाचल में चीन के साथ लगती सीमा पर तैनात कर चुका है।
ब्रह्मोस के नए वर्जन का टेस्ट, और बढ़ी रेंज
पिछले कुछ हफ्तों से कई अलग-अलग जगहों पर मिसाइल के नए वर्जन का परीक्षण चल रहा था। नए वर्जन में मिसाइल की रेंज 290 किमी से बढ़कर 400 किमी हो गई है। हालांकि इसकी रफ्तार 2.8 मैक ही है, जो ध्वनि की रफ्तार से करीब तीन गुना है।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें
अस्पताल कर्मचारी ने दिव्यांग लड़की से किया दुष्कर्म, सरकारी जीप से लड़की को अगवा किया।
भोपाल में 19 साल की दिव्यांग लड़की से दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। लड़की बोल और सुन नहीं पाती है। आरोपी एक सरकारी अस्पताल में ड्राइवर है और उसने सरकारी जीप से ही लड़की को अगवा किया था। दुष्कर्म के बाद वह आरोपी पीड़ित को हनुमानगंज इलाके में छोड़कर भागने की कोशिश कर रहा था। लड़की ने लोगों की मदद से उसे पकड़वाया और पुलिस के हवाले करवा दिया।
कोलार थाने के टीआई सुधीर अरजरिया ने बताया कि 19 साल की लड़की को मंगलवार शाम को बीमा कुंज इलाके से अगवा किया गया था। उसके पति ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। बुधवार दोपहर हनुमानगंज पुलिस ने लड़की के बरामद होने की जानकारी दी। इस मामले में शाहजहांनाबाद निवासी 53 साल के मोहम्मद रफीक को गिरफ्तार किया गया है।
यह भी पढ़ें- रेप और हत्या के आरोपी युवक की लोगों ने की पीट-पीटकर हत्या
लड़की ने बताया कि मंगलवार को शाम 7 बजे वह बहन के घर जाने के लिए कोलार के बीमा कुंज में खड़ी थी। इसी दौरान एक जीप वहां आकर रुकी। ड्राइवर ने उसे बहन के घर छोड़ने की बात कहकर सरकारी जीप में बैठा लिया। पीड़ित ने जीप से उतरने की कोशिश भी की, लेकिन गेट लॉक होने की वजह से वह नाकामयाब रही। आरोपी रफीक उसे शाहजहांनाबाद इलाके में ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया।
बुधवार दोपहर आरोपी पीड़िता को हनुमानगंज इलाके में छोड़कर भाग रहा था। लड़की ने गाड़ी का गेट पकड़ लिया और इशारों से मदद की गुहार लगाई। लोगों ने रफीक को पकड़ लिया। लड़की की बात समझने के लिए काउंसलर की मदद ली गई। देर रात पुलिस ने लड़की की रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ अपहरण और ज्यादती की धाराओं में एफआईआर दर्ज की।
पीड़ित से पहले भी हो चुकी है ज्यादती
पुलिस ने बताया कि पीड़ित बोल और सुन नहीं सकती। इससे पहले भी उसके साथ दुष्कर्म हो चुका है। एक आरोपी इसी तरह उसे पिपलानी इलाके में ले गया था। दुष्कर्म के बाद वह भागने का प्रयास कर रहा था, लेकिन लड़की ने उसे पकड़वा दिया था। पिपलानी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जीरो एफआईआर कर उसे कोलार पुलिस को सौंप दिया था।
बुजुर्ग की जान बची रेहड़ी वाले की सतर्कता से, पुलिस ने खुदकुशी करने से रोका और की आर्थिक मदद।
नोएडा, 12 नवंबर (आईएएनएस)। कोरोना महामारी ने कई लोगों को आर्थिक संकट में डाल दिया है, हालांकि इस बीमारी की वजह से हुई परेशानी से लोग अब भी नहीं उभर सके हैं। इसी क्रम में पुलिस ने नोएडा में आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक बुजुर्ग को आत्महत्या करने से रोका।
दरअसल, बुधवार करीब सुबह 11.30 बजे थाना सेक्टर 39 स्थित एक पिआरवी वैन गश्त दे रही थी। उसी वक्त एक रेहड़ी वाले ने पिआरवी वैन में पुलिस को सूचना दी कि पड़ोस में रहने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति ने चूहे मारने वाली दवा खरीदी है और आत्महत्या करने के प्रयास करने के लिए स्टेलर ग्रीन पार्क गए हैं।
पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो तुरंत मौके पर पहुंची और देखा कि पार्क में लगे एक बेंच पर 60 वर्षीय बुजुर्ग हाथों में जहर लिए बैठा है। पुलिस द्वारा बुजुर्ग से बात की गई, जिसके बाद बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि कोरोना के कारण मेरी नौकरी चली गयी है और घर में जो पैसे बचे थे, वह भी खत्म हो गये हैं। जिसके कारण मैं जहर खाकर आत्महत्या करने जा रहा था।
पुलिस कर्मियों ने बुजुर्ग को समझाया गया और उन्हें आत्महत्या करने से रोका। वहीं पीआरवी पर तैनात कमांडर हैप्पी फर्शवाल व पायलट विपिन कुमार ने बुजुर्ग को अपना काम शुरू करने के लिये 10,000 रुपये की आर्थिक मदद की और भरोसा लिया कि आगे वो इस तरह का कदम नहीं उठाएंगे। वहीं दूसरी ओर सही समय पर रेहड़ी वाले की समझदारी और सतर्कता से उस बुजुर्ग की जान बचाई जा सकी, जिसके लिए पुलिस द्वारा उनका शुक्रिया अदा भी किया गया।
(Source Dainik Bhaskar)
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर डेब्यू करने जा रही हैं सानिया मिर्जा, ‘एमटीवी निषेध अलोन टुगेदर’ सीरीज में आएंगी नज़र।
टेनिस की मशहूर खिलाड़ी सानिया मिर्जा ‘एमटीवी निषेध अलोन टूगेदर’ के साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर डेब्यू करने जा रही हैं। उन्होंने कहा है कि इस शो का उद्देश्य तपेदिक (टीबी) के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। सानिया फिक्शन सीरीज में भूमिका निभाएंगी। टीवी शो ‘एमटीवी निषेध’ का प्रीमियर इस साल जनवरी में हुआ था, जिसका मकसद टीबी के बारे में जागरूकता बढ़ाने का और उचित दवा लेने के महत्व के बारे में बताने का था।
सानिया ने कहा, “टीबी हमारे देश की सबसे पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। टीबी के आधे मामले तो 30 वर्ष से कम उम्र वाले लोगों के हैं। इस बीमारी से निपटने और धारणा में बदलाव लाने की तुरंत जरूरत है।”
उन्होंने आगे कहा, ” ‘एमटीवी निषेध अलोन टुगेदर’ अनोखे और असरदार तरीके से बताती है कि आज का युवा ऐसे मुद्दों के बारे में अधिक जागरूक, संवेदनशील और सचेत है जो हमारे देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं। टीबी से लगातार खतरा है और महामारी के कारण तो यह और बढ़ गया है। ऐसे में टीबी पर अंकुश लगाने की लड़ाई पहले से कहीं अधिक कठिन हो गई है और इसीने मुझे इस प्रोजेक्ट से जुड़ने के लिए प्रेरित किया है। मुझे उम्मीद है कि यह सकारात्मक परिवर्तन लाएगी।”
यह शो एक युवा जोड़े विक्की और मेघा (सैयद रजा अहमद और प्रिया चौहान द्वारा अभिनीत) की चुनौतियों के बारे में हैं। इस शो में सानिया को लॉकडाउन के दौरान युवा जोड़ों के सामने आई चुनौतियों पर चर्चा करते हुए देखा जाएगा। शो में अक्षय नलवाडे और अश्विन मुशरान भी हैं।
अमृत और बीमारियों से बचने के लिए Ayurveda का ज्ञान Lord Dhanvantari ने दिया है संसार को।

आज 12 नवंबर से पांच दिनों का दीपोत्सव पर्व शुरू हो गया है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, शरद पूर्णिमा को चंद्रमा, कार्तिक द्वादशी को कामधेनु गाय, त्रयोदशी को धन्वंतरि, चतुर्दशी को मां काली और अमावस्या को लक्ष्मी माता समुद्र से उत्पन्न हुई थीं। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धन्वंतरि के प्रकट होने से धनतेरस मनाया जाता है। कहा जाता है कि समुद्र मंथन के समय धन्वंतरि (Lord Dhanvantari) ने संसार को अमृत दिया था।
भगवान धन्वंतरि देवताओं के वैद्य अश्विनी कुमारों का ही अवतार हैं। प्राकट्य के समय धन्वंतरि के चार हाथों में अमृत कलश, औषधि, शंख और चक्र थे। प्रकट होते ही उन्होंने आयुर्वेद का परिचय कराया। आयुर्वेद के संबंध में कहा जाता है कि सर्वप्रथम ब्रह्मा ने एक लाख श्लोक वाले आयुर्वेद (Ayurveda) की रचना की जिसे अश्विनी कुमारों ने सीखा और इंद्र को सिखाया। इंद्र ने इससे धन्वंतरि को कुशल बनाया।
धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि (Lord Dhanvantari) की पूजा करने से न केवल स्वास्थ्य लाभ मिलता है, बल्कि कई रोगों से भी छुटकारा पाया जा सकता है। इस दिन मन से भगवान की पूजा करें तो आयुर्वेद का लाभ मिल सकता है। कहा जाता है कि जिस व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है और दवा का असर नहीं हो पाता है, तो धन्वंतरि की विधिवत पूजा से लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
धनत्रयोदशी में धन शब्द को धन-संपत्ति और धन्वंतरि दोनों से ही जोड़कर देखा जाता है। उत्पत्ति के वक्त भगवान धन्वंतरि के हाथों में कलश होने के कारण ही उनके प्राकट्य दिवस के मौके पर बर्तन खरीदने की परंपरा की शुरुआत हुई। इस दिन कुबेर की पूजा होने से सोने-चांदी के आभूषण भी खरीदे जाते हैं। दीपावली की रात लक्ष्मी-गणेश की पूजा के लिए लोग उनकी मूर्तियां भी धनतेरस पर घर ले आते हैं।
केरल का धनवंतरि मूर्ति मंदिर 1 हजार साल से ज्यादा पुराना है, यहां भजन और ध्यान से दूर होती है बीमारियां
केरल के अर्नाकुलम जिले से करीब 40 किमी दूर थोट्टूवा गांव में भगवान धनवंतरि का 1000 साल से ज्यादा पुराना मंदिर है। मंदिर प्रशासन का मानना है कि यहां भगवान धनवंतरि की मूर्ति भगवान परशुराम ने स्थापित की थी। इसलिए इसे आदि धनवंतरि देव कहा जाता है। माना जाता है इस मूर्ति की पूजा सबसे पहले यहां नांबूदरी ब्राह्मण करते थे और करीब 9वीं शताब्दी में यहां मंदिर बना। इसके बाद इस मंदिर में उप देवता अयप्पन, गणपति, भद्रकाली और रक्ष की स्थापना की गई। यहां खासतौर से भगवान धनवंतरि को कच्चा दूध (बिना उबला हुआ) और मक्खन चढ़ाया जाता है। इसके साथ ही उन्हें कृष्ण तुलसी विशेष रूप से चढ़ाई जाती है।
मंदिर प्रशासन के लोगों का कहना है कि भगवान परशुराम ने धनवंतरि भगवान की मूर्ति स्थापित की है और वो इसका अभिषेक करते थे। भगवान धन्वंतरि की मूर्ति करीब छह फीट ऊंची है। जिसके चार हाथ हैं। उनमें दाहिने हाथ में अमृत कलश है। बाएं हाथ में अट्ट, शंकु और चक्र धारण किया है। मंदिर में अन्य 4 उप देवता जिनमें अयप्पन, गणपति, भद्रकाली और ब्रह्मराक्षस हैं। मंदिर के दाई ओर एक छोटी धारा है जो पूर्व की ओर बहती है। इस धारा में नहाने के बाद मंदिर में दर्शन करने की परंपरा है।
यहां लंबी और उम्र और स्वस्थ्य जीवन की कामना से भक्त भगवान धनवंतरि की विशेष पूजा करते हैं। भगवान को आयुर्वेदिक औषधियां और कृष्णा तुलसी चढ़ाई जाती है। इनके साथ ही हर तरह के दोष नाश के लिए भगवान गणपति, अयप्पन, देवी भद्रकाली और ब्रह्मराक्षस की पूजा भी की जाती है। इन पांच शक्तियों की पूजा हर तरह के दोष और अशुभ नाश की कामना से की जाती है। मंदिर में आयुर्वेद के डॉ. ध्यान-योग और स्वाध्याय के लिए आते हैं। माना जाता है यहां ध्यान करने से वात, पित्त और कफ दोष खत्म हो जाते हैं।
प्रशासन के मुताबिक इस मंदिर का इतिहास आदि शंकराचार्य और मलयातुर की पहाड़ियों पर रहने वाले तीन नंबूदरी ब्राह्मण परिवार से जुड़ा है। बताया जाता है कि आदि शंकराचार्य पहाड़ी पर रहने वाले ब्राह्मणों के यहां गए। लेकिन तीनों गरीब थे। इसलिए शंकराचार्य को सत्कार और भिक्षा नहीं दे सके। इसके बाद शंकराचार्य चले गए।
इसके बाद दुखी होकर प्रायश्चित के लिए तीनों ब्राह्मण भी वहां से चले गए। जब उनको भूख लगी तो तीनों ने खाना बनाने के लिए बांस इकट्ठा किए। उनमें दो ब्राह्मणों का खाना बन गया, लेकिन एक ब्राह्मण का बांस पूरा जल गया और खाना नहीं बन सका। वो दुखी हुआ और जहां भगवान धनवंतरि की मूर्ति थी वहां अपना छाता एक तरफ रखकर सो गया।
इसके बाद धनवंतरि भगवान उसके सपने में आए और उसे अपने शिष्यों सहित भोजन और समृद्धि का वरदान दिया। अगले दिन ब्राह्मण को कई तरह का भोजन बना मिला। जहां ब्राह्मण ने छाता रखा था आज वहीं भगवान धनवंतरि का मंदिर है।
यहां महाभिषेक और प्रतिष्ठा पर्व के रूप में मलयालम के वृश्चिक महीने में यानी 16 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच आने वाली एकादशी पर भगवान धनवंतरि की विशेष पूजा की जाती है। इसके अलावा 16 अप्रैल से 15 मई के बीच आने वाले पुष्य नक्षत्र पर भी यहां महापूजा का आयोजन होता है।
Health: घर में छिपा है आम रोग का इलाज, देसी घरेलू नुस्खों से मिल सकती है काफ़ी राहत।
Health: कई बीमारियों का इलाज हमारे घर में मौजूद होता है लेकिन जानकारी नहीं होने की वजह से लोग डॉक्टर के पास चले जाते हैं. ये घरेलू टोटके हर किसी को मालूम होने चाहिए. अगर आप भी चाहते हैं कि डॉक्टर के पास जाए बिना देसी तरीके से इलाज करें, तो जानकारी आपके लिए मुफीद हो सकती है.
माहवारी के दौरान तकलीफ होना
ठंडे पानी में 2-3 नींबू का रस डालें और पी लें. रोजाना ऐसा करने से माहवारी के दिनों में होनेवाली तकलीफ से निजात मिल जाएगी.
