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Bihar: JDU सरकार में क्या वाकई नियंत्रित हुए अपराध?

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के मद्देनज़र यह मुद्दा गूंज रहा है कि बिहार में पिछली सरकारों की तुलना में नीतीश कुमार सरकार (Nitish Kumar Government) के कार्यकाल में अपराध कम (Crime Rate) हुए हैं और अपराधियों पर लगाम लगी है. 

चुनाव से पहले भी इसी मुद्दे पर नीतीश कुमार को ‘सुशासन बाबू’ जैसे नाम मिले और इस तरह की कई रिपोर्ट्स प्रकाशित हुईं कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) सरकार के समय जैसे बिहार में जंगल राज (Jungle Raj) था, उसका कायापलट जेडीयू सरकार (JDU Government) ने किया, बयानबाज़ी अपनी जगह, लेकिन आंकड़े क्या कहते हैं? वास्तव में सूरते हाल क्या है?

चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) तक बिहार (Bihar) की जनता को यह याद दिला रहे हैं कि लालू सरकार के समय में बिहार की ‘आपराधिक राज्य’ की छवि थी, जो एनडीए के साथ जुड़े नीतीश कुमार की सरकार में ‘सुशा सन’ में बदल गई. बिहार में अपराध कंट्रोल कर लिये गए. लेकिन क्राइम रिकॉर्ड्स का हवाला तो सियासी रैलियों में नहीं दिया जाता. चलिए इन रिकॉर्ड्स में देखते हैं कि माजरा क्या है.

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क्राइम रिकॉर्ड: लालू बनाम नीतीश सरकार1990 के दशक में लालू प्रसाद यादव और फिर उनकी पत्नी राबड़ी देवी बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज़ रहे। साल 2005 में नीतीश कुमार की सरकार बनी और पिछले 15 साल से बिहार में नीतीश सरकार कायम है. दोनों के समय के आंकड़े देखे जाएं तो 2004 में राबड़ी देवी सरकार के समय बिहार में प्रति एक लाख आबादी पर क्राइम की दर 122.4 थी.

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार इस दर में 2019 में 34.6 फीसदी का इज़ाफा देखा गया और 15 साल बाद क्राइम दर 164.8 रही. इन आंकड़ों में एक और तथ्य यह है कि 2004 में, देश के अपराध में बिहार (Bihar) का कुल हिस्सा 5.9 फीसदी का था. उस वक्त, 7 राज्य/केंद्रशासित प्रदेश देश की आपराधिक दर में सबसे ज़्यादा हिस्सेदारी रखते थे.

हालांकि 2014 से 2019 के बीच बिहार की अपराध दर कुछ कम होती ज़रूर दिखी, इसके बावजूद देश के क्राइम रेट में बिहार (Bihar) का हिस्सा बढ़ा है और इस लिस्ट में बिहार प्रतिशत के हिसाब से दो रैंक बढ़कर ज़्यादा क्राइम वाला राज्य बन गया है.

बिहार पुलिस के डेटा से यह खुलासा होता है कि 2014 से 2019 के बीच पूर्ण संख्या के हिसाब से संज्ञेय अपराधों में आश्चर्यजनक तौर पर 133.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई. इन्हीं रिकॉर्ड्स से यह भी खुलासा हुआ कि महिलाओं के प्रति अपराध भी बेतहाशा बढ़े. 2004 में जहां महिलाओं के खिलाफ 8091 अपराध दर्ज हुए, वहीं 2019 में 18,587 यानी दोगुने से भी ज़्यादा.

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बिहार (Bihar) में अपराध के आंकड़ों का विश्लेषण हमेशा ही दिलचस्प रहा है. 2004 और 2019 के आंकड़ों के तुलनात्मक अध्ययन में डकैती के केसों में पहले की तुलना में 80 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. जेडीयू सरकार को इस बात का श्रेय भी मिलना चाहिए कि बिहार में हत्याओं के अपराधों में भी 42.2 फीसदी कमी आई है. अगर डकैती और हत्या के अपराध इतने कम हुए हैं, तो अपराध बढ़े कहां हैं?

जेडीयू सरकार (JDU Government) के कार्यकाल में हत्या के प्रयास के केस 82.3 फीसदी बढ़े हैं. यानी हत्याओं के मामले जितने कम हुए हैं लेकिन हत्या के मकसद से हमले के मामले उसके करीब दोगुने ढंग से बढ़े हैं. दूसरी तरफ, चोरी की घटनाएं बेतहाशा 130 फीसदी से ज़्यादा बढ़ी हैं. साथ ही, 2009 से 2019 के बीच रॉबरी के अपराध भी 17.6 प्रतिशत ज़्यादा हो गए हैं.

तो ये हैं बिहार (Bihar) में क्राइम के आंकड़े और ध्यान रखने की बात यह भी है कि बिहार की आबादी 2001 की जनगणना के अनुसार करीब 8 करोड़ 30 लाख थी और 2011 की जनगणना के मुताबिक 10 करोड़ 41 लाख. बहरहाल, इन आंकड़ों के आईने में सियासी बयानों की हकीकत आपको ही देखना है.

Haryana: निकिता मामले में नाराज भीड़ ने पुलिस पर किया पथराव

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Faridabad: Haryana के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में छात्रा निकिता की हत्या मामले में रविवार को महापंचायत के बाद बवाल हो गया है। महापंचायत में आए लोगों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान लोगों ने पुलिस पर जमकर पत्थर बरसाएं। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को तितरबितर किया।

जानकारी के मुताबिक, बल्लभगढ़ में छात्रा निकिता की हत्या मामले में आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर रविवार को 36 समुदायों के लोगों की ओर से एकमहापंचायतबुलाई गई। सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान ही कुछ लोगों ने हंगामा शुरू किया। इस दौरान महापंचायत में से निकलकर कुछ लोगों ने सड़क जाम कर दिया। वहीं कुछ शरारती तत्वों ने भीड़ का फायदा उठाकर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।

पुलिस ने किया लाठीचार्ज

महापंचायत के दौरान पथराव होने से मौके पर अफरातफरी मच गई। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को तितरबितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया। इसके बाद भीड़ ने आगजनी और पथराव भी किया। इसके बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।

उधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि बल्लभगढ़ की घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। ये विषय लव जिहाद के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। हम इसे केंद्र और राज्य स्तर पर बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों ये हमारी पूरी कोशिश हैं।

इससे पहले हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में छात्रा निकिता की हत्या मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पुलिस ने इस मामले में तीसरे आऱोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी तौसीफ (Tausif) को वारदात में इस्‍तेमाल देशी कट्टा मुहैय्या कराने वाला अपराधी अजरु को छापेमारी के बाद नूंह ज़िले से गिरफ़्तार कर लिया था। इस मामले की जानकारी फरीदाबाद पुलिस ने ट्वीट कर साझा की है।

इस हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जिसमें तौसीफ पहले तो निकिता के अपहरण का प्रयास करता नज़र आता है, लेकिन कामयाबी नहीं मिलने पर उसे सिर में गोली मारकर वहां से सफेद रंग की गाड़ी से फरार हो जाता है। इस मामले में पुलिस ने गाड़ी और हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिया है।

तौसीफ और निकिता दोनों फरीदाबाद के एक स्‍कूल में साथ पड़े थे। निकिता 12वीं की बोर्ड टॉपर्स में थी और सिविल सविर्सिज एग्‍जाम की तैयारी कर रही थी। 2018 में स्‍कूल खत्‍म होने के बाद दोनों अलग-अलग कॉलेज में पढ़ने लगे। पुलिस के अनुसार, उसी साल तौसीफ ने निकिता का अपहरण किया था। मामला दर्ज हुआ था लेकिन पंचायत के बाद वापस ले लिया गया। निकिता के परिवार का आरोप है कि उनपर तौसीफ के रिश्‍तेदारों ने दबाव बनाया था। नूंह में तौसीफ के परिवार का दबदबा है और निकिता के परिवार को भरोसा दिया गया था कि तौसीफ आगे कुछ नहीं करेगा।

निकिता हत्याकांड का मुख्य आरोपी तौसीफ उसका अपहरण कर अपने साथ ले जाना चाहता था। उसने जब मना किया और भागने लगी तो उसने उसे गोली मार दी। यह खुलासा आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में किया है। उसने यह भी बताया कि अगर वह रास्ते में उनके हाथ नहीं आता तो पुलिस उसे कभी ढूंढ़ नहीं पाती। पुलिस दो दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही है।

Canada: क्यूबेक प्रांत में हमलावर ने लोगों को चाकुओं से गोदा, दो की मौत

Canada: कनाडा (Canada) के क्यूबेक (Quebec) प्रांत में बड़ा हमला सामने आया है. इसमें संदिग्ध हमलावर ने भीड़ के बीच चाकू से हमला कर दिया।

घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए, पुलिस ने संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. 

कनाडा पुलिस (Canada Police) का कहना है कि हमलावर ने चाकुओं से कई लोगों को निशाना बनाया। क्यूबेक सिटी पुलिस सेंटर ने ट्विटर पर बयान जारी कर कहा, रात एक बजे के करीब हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया।

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पुलिस ने लोगों से जांच पूरी होने तक घरों में रहने को कहा है। पुलिस को ऐसी और वारदात होने का अंदेशा है.

पुलिस ने हमले की वजह से हमलावर की पहचान के बारे में अभी कोई खुलासा नहीं किया है. पिछले कई दिनों में फ्रांस हमले की तीन घटनाएं हुई हैं. जिसमें चार लोगों की मौत हुई है।

फ्रांस में पूरा मामला पैंगबर मोहम्मद के विवादित कार्टून के प्रकाशन के बाद शुरू हुआ था, इसके बाद एक शिक्षक की हत्या हुई. पिछले हफ्ते एक चर्च में हमलावर ने तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया. हालांकि कनाडा पुलिस Canada Police) ने अभी फ्रांस से इस मामले का कोई संबंध होने का उल्लेख नहीं किया है. 

गाजीपुर : मुख्तार अंसारी के होटल गजल पर प्रशासन ने चलाया बुलडोजर

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Gazipur UP बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. मुख्तार की पत्नी आफसा और दोनों बेटों अब्बास और उमर के नाम से चलने वाले होटल गजल पर गाजीपुर जिला प्रशासन ने सीमांकन के बाद ध्वस्तीकरण शुरू कर दिया है. इसके लिए शनिवार रात से ही कई थानों की पुलिस और प्रशासन की फोर्स होटल गजल पहुंच गई थी. टीम के पहुंचते ही होटल में स्थित दुकानदारों में अफरातफरी मच गई. सुबह होते ही भारी मशीने लगा दी गईं और जिला प्रशासन ने छह घंटे में जमींदोज कर दिया।

होटल पर रविवार सुबह प्रशासन के बुलडोजर चलवाना शुरू किया। जिसे दाेपहर तक तोड़ दिया गया। सुबह सात बजे  एसपी सिटी और एडीएम के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस फोर्स की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण शुरू हुआ। इससे पहले रातभर होटल के बाहर दुकानों को खाली करने का काम चलता रहा। कार्रवाई के दौरान महुआबाग और मिश्र बाजार को बैरीकेडिंग करते हुए वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई होटल का ध्वस्तीकरण देखने के लिए सैकड़ाें लोगों की भीड़ जुटी रही। 

बता दें, 8 अक्टूबर को एसडीएम ने होटल के ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया था. जिसके बाद मुख्तार के पक्ष ने इस आदेश पर स्टे के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी. हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को डीएम के सामने अपील पेश करने का निर्देश दिया था. शनिवार को डीएम की अध्यक्षता वाले 8 सदस्यीय बोर्ड द्वारा उस अपील को खारिज कर दी गई. इस फैसले के बाद से मुख्तार अंसारी के होटल गजल के ध्वस्तीकरण का रास्ता साफ हो गया है.

Bihar Election 2020: समस्तीपुर में पीएम मोदी के निशाने पर RJD

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पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार के समस्तीपुर में आयोजित चुनावी सभा में विपक्ष पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि बरौनी का खाद कारखाना अपने आप बन्द नहीं हुआ था, ये उनकी गलत नीतियों के कारण बन्द हुआ था जो आज बड़ी बड़ी बातें करके, लोक लुभावनी चर्चाएं करते हैं। आज आपके आशीर्वाद से बरौनी के खाद कारखाने को भी नया जीवन मिल रहा है।

पीएम ने कहा कि रघुवंश बाबू ने हमेशा सोशलिस्ट मूल्यों को आगे बढ़ाया, अपना पूरा जीवन बिहार की सेवा में लगा दिया। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए उनको कैसे अपमानित किया गया, ये पूरे बिहार ने देखा है। पहले चरण के मतदान के बाद साफ नजर रहा है कि नीतीश बाबू के नेतृत्व में एनडीए की सरकार दोबारा बन रही है। प्रथम चरण में आपने एनडीए को जो भारी समर्थन के संकेत दिए हैं और जिन्होंने मतदान किया है, उनका मैं अभिनंदन करता हूं। पीएम ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने एक इंटरव्यू में कहा थासत्ता के आसपास अवसरवादियों को शरण या तरजीह बिल्कुल नहीं मिलनी चाहिए। वर्ना वो मुझे नहीं तो मेरे बेटे या संबंधियों को भ्रष्ट करेंगे। कर्पूरी ठाकुर जी के बाद, बिहार के लोगों ने इस बात को 100 फीसदी सच होते देखा है।

जंगलराज के युवराज क्या बिहार में उचित माहौल का विश्वास दे सकते हैं?

पीएम मोदी ने कहा कि आप मुझे बताइए, जंगलराज की विरासत, जंगलराज के युवराज क्या बिहार में उचित माहौल का विश्वास दे सकते हैं? जो वामपंथी, नक्सलवाद को हवा देते हैं, जिनका उद्योगों और फैक्ट्रियों को बंद कराने का इतिहास रहा है, वो निवेश का माहौल बना सकते हैं क्या? जिनकी नीयत खराब हो, जिनकी नीति सिर्फ गरीबों का धन लूटने की हो, जो निर्णय सिर्फ अपने और अपने परिवार को ध्यान में रखकर लेते हों, वो विकास के हर प्रयास का विरोध ही करेंगे।

पीएम ने आगे कहा कि सिर्फ और सिर्फ अपनेअपने परिवार के लिए काम कर रही इन पारिवारिक पार्टियों ने आपको क्या दिया? बड़ेबड़े बंगले बने, तो किसके बनेमहल बने, तो किसके बने? बड़ीबड़ी करोड़ों की गाड़ियां आईं, गाड़ियों का काफिला बना, तो किसका बना। सरदार साहब ने पूरा जीवन सिर्फ और सिर्फ देश के लिए लगाया की नहीं? सरदार साहब कांग्रेस पार्टी के थे कि नहीं? फिर भी कांग्रेस पार्टी कल सरदार पटेल की जन्म जयंती पर उनका स्मरण तक नहीं किया।

जिन बहनोंबेटियों को गरिमा दी, अंधेरे के इंतज़ार से मुक्ति दी, वो एनडीए की सरकार बना रही हैं

पीएम ने आगे कहा कि आज देश में एक तरफ लोकतंत्र के लिए पूर्ण रूप से समर्पित, एनडीए का गठबंधन है। वहीं दूसरी तरफ अपने निहित स्वार्थ को समर्पित पारिवारिक गठबंधन हैं। बिहार के बेटेबेटियां, जिन्हें आज मुद्रा लोन मिल रहा है, बैंकों ने जिनके लिए दरवाजे खोल दिए हैं, जिन्हें आईआईटी, आईआईएम, एम्स मिल रहा है, वो आज अपने उज्जवल भविष्य के लिए एनडीए पर भरोसा कर रहे हैं। जिन बहनों को पीने के पानी के संघर्ष से मुक्ति मिली वो एनडीए के पक्ष में वोट डाल रही हैं। जीवन भर धुएं में उलझती उन बहनों का वोट एनडीए के लिए है, जिनके घर में उज्जवला का सिलेंडर पहुंचा है। वो जीविका दीदियां, जो आज आत्मनिर्भर परिवार और आत्मनिर्भर बिहार की प्रेरणा बन रही हैं, वो एनडीए को ताकत दे रही हैं। घरघर, स्कूलस्कूल बने शौचालयों ने जिन बहनोंबेटियों को गरिमा दी, अंधेरे के इंतज़ार से मुक्ति दी, वो एनडीए की सरकार बना रही हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि आज अगर हर आंकलन, हर सर्वे NDA की जीत का दावा कर रहा है तो उसके पीछे ठोस और मजबूत कारण है। आज NDA की फिर से सरकार हमारी माताएंबहनें बना रही हैं जिनको हमारी सरकार, नीतीश सरकार ने सुविधाओं और अवसरों से जोड़ा है। कोरोना की बंदिशों के बीच भी इतनी भारी संख्या में आना, ये आपका जोश और उत्साह साफसाफ बता रहा है कि नतीजे क्या होने वाले हैं। यहां हर कोने में विजय का विश्वास है, उमंग है, उत्साह है और बिहार के उज्ज्वल भविष्य का संकल्प मैं देख रहा हूं।

Britain: 5 नवंबर से ​फिर लग रहा है लॉकडाउन, प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने की घोषणा

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अब यूरोप कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है।

कोरोना संकट फिलहाल दुनिया का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। मई और जून में कोरोना विस्फोट झेलकर अब उस पर लगभग काबू पा चुका यूरोप अब एक बार फिर कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए फ्रांस पहले ही लॉकडाउन की घोषणा कर चुका है। वहीं अब ब्रिटेन ने भी देश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना के खतरे को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। यह लॉकडाउन 5 नवंबर से शुरू होकर 2 दिसंबर तक जारी रहेगा।

प्रधानमंत्री जॉनसन के ऐलान किया कि इंग्लैंड में चार हफ्ते के लॉकडाउन के तहत पब, रेस्तरां, गैर जरूरी दुकानें और दूसरी सुविधाओं पर पाबंदी लगाई गई है। पीएम जॉनसन ने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लोगों से घर पर रहने की अपील की है। इसमें कहा गया है कि 4 हफ्ते के बाद हालात की समीक्षा की जाएगी और तभी इसको बढ़ाने या खत्म करने पर फैसला लिया जाएगा। 

ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लोगों से मांग की है कि वे सिर्फ खाने-पीने की चीजें लाने, दवा, एक्सरसाइज, पढ़ाई या काम के सिलसिले में ही अपने घर से निकलें। अगर संभव हो तो वर्क फ्रॉम होम करें। साथ ही जरूरी न हो तो यात्रा को टाल दें। हालांकि स्कूल और जरूरी दुकानें खुली रहेंगी।

कोरोना की भयावह तस्वीर देख चुका यूरोप एक बार फिर संकट में है। यहां स्पेन, फ्रांस, इटली जैसे देशों में लगातार कोरोना के नए मामले सामने आ रह हैं। गुरुवार को फ्रांस में चार हफ्ते के लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने उत्तरी गोलार्ध (मुख्य रूप से यूरोपीय) वाले देशों को चेतावनी दी है कि वे नाजुक मोड़ पर खड़े हैं क्योंकि संक्रमण के मामले और इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है। 

Delhi: कहासुनी में कांस्टेबल की रिवॉल्वर से उसके दोस्त ने युवक को मारी गोली, पुलिसकर्मी समेत 2 गिरफ्तार

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दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में वर्दी का नशा इस कदर हावी हो गया है कि उन्हें मामूली बात पर भी किसी को गोली मारने से गुरेज नहीं है.

नई दिल्ली: ऐसी ही एक सनसनीखेज घटना राजधानी के बाबा हरिदास नगर इलाके की है, जहां बात नहीं सुनने पर एक युवक को पुलिसकर्मी ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर दोस्त को देकर युवक को गोली मरवा दी. जख्मी हालत में लक्ष्मण भंडारी पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है. पुलिस ने घायल युवक के दोस्त के बयान पर इस संबंध में केस दर्ज कर आरोपी कांस्टेबल सुरेन्द्र और उसके दोस्त राजेश को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने कांस्टेबल की सर्विस रिवॉल्वर भी जब्त कर ली है, क्योंकि आरोपी ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से ही वारदात को अंजाम दिया था. आरोपी पुलिसकर्मी की तैनाती जहांगीरपुरी थाने में है. घायल युवक लक्ष्मण भंडारी अपने परिवार के साथ धर्मपुरा नजफगढ़ में रहते हैं और एक निजी बैंक में मैनेजर हैं. लक्ष्मण के दोस्त राहुल ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह 29 अक्टूबर की रात को अपने दो अन्य दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे थे. पार्टी के बाद लक्ष्मण और राहुल अपने घर के लिए निकल गए. दो अन्य दोस्त केशव और दिनेश भी अपने घर के लिए निकल गए थे.

राहुल ने बताया कि कुछ देर बाद उसके पास दिनेश का फोन आया और दिनेश ने बताया कि उनका झगड़ा हो गया है और उसने उन्हें जल्दी अपने पास आने के लिए कहा. लक्ष्मण और राहुल दोनों उनके पास पहुंचे, जहां एक कार में दो लोग सवार थे. दोनों केशव और दिनेश से झगड़ा कर रहे थे. झगड़ा कर रहे सुरेन्द्र और राजेश ने राहुल और लक्ष्मण के वहां पहुंचते ही मारपीट शुरू कर दी और इसी दौरान सुरेन्द्र ने अपने पास मौजूद रिवॉल्वर राजेश को दी और राजेश ने लक्ष्मण को गोली मार दी.

गोली मारने के बाद राजेश और सुरेन्द्र ने रिवॉल्वर राहुल के सिर पर तान दी और उसकी जमकर पिटाई की. वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों वहां से फरार हो गए. जिसके बाद राहुल व अन्य दोस्त लक्ष्मण को अस्पताल लेकर गए और मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने राहुल के बयान पर हत्या का प्रयास और अन्य कई धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल सुरेंद्र को सस्पेंड भी कर दिया गया है. मामले की जांच जारी है.

बिहार चुनाव 2020: तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी पर निशाना साध , पूछे 11 सवाल।

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बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) दूसरे दौर के चुनाव (2nd phase of Bihar Election) से पहले एनडीए(NDA) नेताओं के समर्थन में प्रचार के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) प्रदेश के चार जिलों में जनसभा(Election Rally) को संबोधित करेंगे।

उनके आने से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव(Tejashwi Ydav) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी चूँकि आज बिहार के चुनावी दौरे पर आ रहे हैं तो बिहारवासियों को आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि वो सकारात्मकता के साथ केवल और केवल बिहार और बिहारवासियों के जीवन और बेहतरी से संबंधित ज्वलंत मुद्दों, समस्याओं और उनके कार्यकाल में हुए निवारण पर अपना मंतव्य रखेंगे।

इसके बाद महागठबंधन से सीएम कैंडिडेट तेजस्वी यादव ने अपने दूसरे ट्वीट में  पीएम मोदी से 11 सवाल पूछा है। तेजस्वी ने सवाल पूछते हुए लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के बिहार दौरे से पहले उनसे बिहार की बेहतरी और विकास से जुड़े निम्नलिखित सवाल पूछना चाहता हूँ क्योंकि उनके अधीन नीति आयोग की रिपोर्ट अनुसार बिहार शिक्षा,स्वास्थ्य के सभी मानकों और सत्तत विकास सूचकांक में सबसे फिसड्डी राज्य है।

तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछे ये 11 सवाल(Tejashwi 11 question from PM Modi) –

1. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि नल जल योजना पर लगातार शोर मचाने वाली बिहार की डबल इंजन सरकार कुल बजट का केवल 4% ही जल आपूर्ति व सैनिटेशन पर क्यों खर्च करती है? और उस 4% का भी 70 फ़ीसदी हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट क्यों चढ़ जाता है?

2. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि देश के सबसे गरीब राज्यों में से एक बिहार में कुपोषण व भुखमरी पर कुल बजट का 2% से भी कम क्यों खर्च होता है? 15 वर्ष से एनडीए सरकार रहने के बावजूद भी बिहार में कुपोषण व भुखमरी क्यों है?

3. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि बिहार के युवाओं को P.hD Engineering, MBA, MCA करने के बाद भी चपरासी और माली बनने के लिए फॉर्म क्यों भरना पड़ता है?

4. प्रधानमंत्री जी बताए कि बिहार बेरोजगारी का केंद्र क्यों है और बिहार में ड़बल इंजन सरकार में रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी दर 46.6% क्यों है?

5. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि जून में उनके द्वारा घोषित गरीब कल्याण रोजगार अभियान का लाभ लॉकडाउन में बिहार लौटे श्रमवीरों को क्यों नहीं मिला? क्यों बिहार के श्रमवीर वापस दूसरे राज्य पलायन करने को मजबूर हुए?

6. प्रधानमंत्री जी बताएँ मनरेगा योजना के अंतर्गत करवाए गए कार्यों का भुगतान श्रमवीरों को पिछले 4 महीने से क्यों नहीं किया गया है? कौन दोषी है- केंद्र या राज्य?

7. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत बिहार के सर्वाधिक जिलों (84% अथवा 32 जिलों) को डालने के बावजूद भी बिहार के श्रमवीरों की सबसे दयनीय दशा क्यों है?

8. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि अप्रैल से अगस्त के बीच कुल 11 लाख परिवारों को जॉब कार्ड जारी किए जाने के बावजूद बिहार में केवल 2,132 परिवार ही 100 कार्य दिवस पूरी कर पाए? ऐसा क्यों?

9. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि एनडीए की नीतीश सरकार अपने कुल बजट का केवल 2% ही महादलितों पर क्यों खर्च करती है?

10. प्रधानमंत्री जी बताए कि 2015 में उनके द्वारा घोषित 1 लाख 65 हज़ार करोड़ के विशेष पैकेज की कितनी राशि बिहार को प्राप्त हुई और उसका कितना प्रतिशत विकास कार्यों पर खर्च हुआ? अगर पूर्ण राशि जारी नहीं हुई तो उसका ज़िम्मेवार कौन?

11. प्रधानमंत्री जी बताए कि ड़बल इंजन सरकार होने के बावजूद भी 2014 में किए गए उनके वादानुसार अभी तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला है?

Bigg Boss 14: कुमार सानू का कहना है कि उन्होंने कभी भी जान को फेवर नहीं किया।

kumar sanu jaan kumar sanu

मुंबईः नेपोटिज्म (Nepotism) का मुद्दा अब टीवी रियेलिटी शो ‘बिग बॉस 14’ (Bigg Boss 14) में भी उठने लगा है. हाल ही में सिंगर और कंटेस्टेंट राहुल वैद्य (Rahul Vaidya) ने कुमार सानू (Kumar Sanu) के बेटे और कंटेस्टेंट जान कुमार सानू (Jaan Kumar Sanu) पर नेपोटिज्म को लेकर कमेंट किया था. जिसके बाद शो के होस्ट सलमान खान (Salman Khan) ने वीकेंड के वार पर राहुल वैद्य के कमेंट को लेकर उनकी जमकर क्लास लगाई थी और अब इसपर जान के पिता और बॉलीवुड सिंगर कुमार सानू ने रिएक्शन दिया है.

यह भी पढ़ें : जावेद अख्तर, नसीरूद्दीन शाह और स्वरा भास्कर ने फ्रांस में हुए हमले की निंदा

कुमार सानू का कहना है कि उन्होंने कभी भी जान को फेवर नहीं किया और ना ही किसी तरह की उनकी मदद की. जान बिग बॉस के फैन थे और हमेशा से ही वह इस शो में जाने के सपने देखते थे. इसीलिए उन्होंने बिग बॉस में जाने का फैसला लिया. जान ने जो कुछ भी किया अपनी मेहनत से किया है मैंने कभी उनकी कोई मदद नहीं की.

स्पॉटबॉय को दिए इंटरव्यू में कुमार सानू ने कहा- ‘जान एक समझदार और बेहद अच्छा इंसान है. वह हमेशा ही लोगों की मदद करते हैं. उसने जब बिग बॉस में जाने का फैसला लिया, तो मैं उसके फैसले से खुश नहीं था. मैं नहीं चाहता था कि वह बिग बॉस में जाए. क्योंकि, वहां काफी प्रेशर होता है. वहां कोी भी नॉर्मल लाइफ नहीं जी सकता.’ कुमार सानू आगे कहते हैं- ‘जान अभी छोटा है. जब उसने मुझसे पूछा कि वह बिग बॉस में जाना चाहता है, तो मैंने उसे मना किया, लेकिन वह शो का फैन रहा है. रही बात काम की तो उसने हमेशा ऑडिशन दिए हैं. मैंने कभी उसकी मदद नहीं की.

Pak Vs ZIM: पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 281 रन बनाए. टीम की ओर से हारिस सोहेल ने 71 जबकि इमाम उल हक ने 58 रन की पारी खेली.

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pak vs zim

रावलपिंडी. कोराना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के दौरान पहली बार पाकिस्तान (Pakistan) में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली जा रही है. जिम्बाब्वे (Zimbabwe) के खिलाफ वनडे सीरीज़ के पहले मैच में पाकिस्तान को 26 रनों से जीत मिल गई. इस मैच में पाकिस्तान की जीत से ज्यादा चर्जा इनाम-उल-हक़ (Imam-ul-Haq) के रन आउट की हो रही है. एक ऐसा रन आउट जिसे जिसे देख कर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे. रन आउट का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो रही है.

ये कैसा रन आउट?


पाकिस्तान की पारी का ये 26वां ओवर था. बैटिंग के मोर्चे पर थे इमाम-उल-हक़ और हैरिस सोहेल. जबकि बॉलिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे जिम्बाब्वे के सिकंदर राज़ा. इमाम उल ने राज़ा की गेंद को बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ खेला. नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े सोहले एक रन के लिए भागे. इमाम ने भी उन्हें भागने का इशारा किया. लेकिन तीन-चार कदम भागने के बाद इमाम को लगा कि वो रन पूरा नहीं कर पाएंगे. ऐसे में वो अपनी क्रीज की तरफ लौटने लगे. लेकिन सोहेल नहीं रुके. लिहाजा दोनों बल्लेबाज़ एक ही छोर पर पहुंच गए. इसके बाद तो ऐसा लगा कि दोनों की बीच क्रीज में पहुंचने की होड़ सी लग गई हो. पूरी ताकत लगाने के बाद भी इमाम क्रीज में नहीं पहुंच सके.

पाकिस्तान की जीत


पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 281 रन बनाए. टीम की ओर से हारिस सोहेल ने 71 जबकि इमाम उल हक ने 58 रन की पारी खेली.जिंबाब्वे की ओर से ब्लेसिंग मुजरबानी और तेंडई चिसोरो ने दो-दो विकेट चटकाए. इसके जवाब में जिंब्बावे की टीम ब्रेंडन टेलर (112) के शतक के अलावा वेस्ली माधवेरे (55) और क्रेग इरविन (41) की पारियों की बदौलत लक्ष्य के करीब पहुंची लेकिन अफरीदी (49 रन पर पांच विकेट) और वहाब (41 रन पर चार विकेट) ने आखिरकार मेहमान टीम को 49.4 ओवर में 255 रन पर समेट दिया.

France Attack: जावेद अख्तर, नसीरूद्दीन शाह और स्वरा भास्कर ने फ्रांस में हुए हमले की निंदा

France Attack. गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar), एक्टर नसीरूद्दीन शाह (Naseeruddin Shah), शबाना आजमी (Shabana Azmi), स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar), वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और लेखक-कार्यकर्ता तुषार गांधी सहित विभिन्न क्षेत्रों के 100 से अधिक प्रख्यात भारतीयों ने फ्रांस में धर्म के नाम पर हाल ही में हुई हत्याओं की शनिवार को स्पष्ट रूप से निंदा की. उन्होंने इन हत्याओं को ‘तर्कसंगत’ ठहराने वाले कुछ मुस्लिम धर्म गुरुओं और नेताओं के बयानों की भी आलोचना की.

हत्या की घटनाओं की निंदा करने वाले बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में अदाकारा शबाना आजमी, स्वरा भास्कर, लेखक-निर्देशक फिरोज अब्बास खान, निर्देशक कबीर खान, अंजुम राजाबलि, डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता आनंद पटवर्द्धन, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी जुलियो एफ रिबेरो और उद्योगपति अब्दुल अजीज लोखंडवाला शामिल हैं.

बयान में कहा गया है कि ये लोग धर्म के नाम पर हाल ही में अंजाम दी गई हत्या की घटनाओं की ‘स्पष्ट रूप से और बिना शर्त’ निंदा करते हैं. बयान में कहा गया है, ‘हम सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्याओं को उचित ठहराने संबंधी भारतीय मुस्लिमों के कुछ स्व-घोषित अभिभावकों के उटपटांग तर्क से बहुत आहत हुए हैं तथा कुछ राष्ट्राध्यक्षों की अस्वीकार्य टिप्पणियों की भी निंदा करते हैं.’

बयान पर हस्ताक्षर करने वालों ने कहा है कि इस तरह के जघन्य अपराधों को अपने खेमे से जुड़े लोगों द्वारा अंजाम दिए जाने पर सभी धार्मिक समूहों का प्रत्यारोप लगाना रोजमर्रा की बात हो गई है. बयान में कहा गया है, ‘हम ‘फ्रांस काउंसिल फॉर मुस्लिम फेथ’ के साथ एकजुटता से खड़े हैं.

फ्रांस में एक चर्च में किए गए हमले में मारे गए थे 3 लोग 

बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में लेखक-निर्माता दानिश जावेद, थियेटर से जुड़ी शख्सियत मल्लिका साराभाई, नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट की मेधा पाटकर और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की सेवानिवृत्त प्रोफेसर मृदुला मुखर्जी भी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को फ्रांस के नीस में एक चर्च में चाकू से किए गए हमले में 3 लोग मारे गए थे. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे ‘इस्लामी आतंकवादी हमला’ कहा था.

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Covid-19: वायरस का खतरा बना हुआ है चाहे आप रेस्टोरेंट में खाना खायें या किराने की दुकान पर जाएँ।

Covid-19: कोरोना काल में रेस्टोरेंट( Restaurants) में खाने का शौक और किराने (Grocery) की दुकान से सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जाना लोगों को Covid-19 वायरस का शिकार बना सकता है. ऐसा करने से लोगों में कोरोना वायरस (Corona virus) का जोखिम अधिक बढ़ रहा है।

कोरोना काल में अगर आप रेस्टोरेंट( Restaurants) में खाना खाने जाते हैं और किराने (Grocery) की दुकान से सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो आप सतर्क हो जाएं. क्योंकि एक अध्य्यन के अनुसार ऐसा करने से लोगों में कोरोना वायरस (Covid-19) का जोखिम अधिक बढ़ रहा है।

अध्ययन में लोगों की इस गतिविधि को हवाई यात्रा (Air Travel) से भी ज्यादा जोखिमपूर्ण माना है. यह अध्ययन हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (Harvard T H Chan School of Public Health) के वैज्ञानिकों ने किया है। इसका खुलासा इस सप्ताह ‘एविएशन पब्लिक हेल्थ इनिशिएटिव’ नामक प्रकाशित लेख से हुआ है।

America में COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक की सबसे बड़ी दैनिक वृद्धि दर्ज, एक दिन में 90 हजार से ज्यादा मामले।

हवाई यात्रियों में ऐसे कम होगा Covid-19 वायरस का खतरा

अध्ययन में वैज्ञानिकों ने दावा किया कि अगर हवाई यात्री कोरोना वायरस (Covid-19) के खिलाफ रोकथाम उपायों का पालन करते हैं, तो इसके संचरण में तेजी से कमी आ सकती है. बता दें कि हवाई अड्डों पर यात्रियों को नियमित रूप से हाथ धोने, मास्क पहनने और वहीं अथॉरिटी को हवाई जहाजों को सैनिटाइज करने के नियमों का पालन करने को कहा है।

अध्ययन के मुताबिक अगर इन नियमों का पालन सावधानीपूर्क किया जाए तो यात्रियों को अन्य लोगों के रेस्टोरेंट में खाना खाने और किराने की दुकान से समान लाने जैसी गतिविधियों की तुलना में Covid-19 वायरस का खतरा कम हो सकता है।

अध्ययन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शिक्षा और जागरुकता वायरस को हराने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. बता दें कि एयरलाइंस और एयरपोर्ट्स Covid-19 वायरस के संचरण को कम करने के लिए यात्रियों को सूचित करने का भी अभियान चला रहे हैं. इसमें चेक-इन, बोर्डिंग और विमान में बुकिंग के समय सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा जानकारी शामिल है. साथ ही केबिन क्रू को भी इस स्थिति से निपटने के लिए परीक्षण दिया गया है।

दुनिया भर में 45 मिलियन से ऊपर पहुंचे केस


बता दें कि यह अध्ययन वैश्विक स्तर पर Covid-19 के 45 मिलियन से अधिक मामलें होने के कारण सामने आया है. वर्ल्डोमीटर वेबसाइट के अनुसार कोरोना वायरस से दुनिया भर में 1,187,029 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में 1,21,090 लोगों ने वायरस से दम तोड़ दिया है और देश में शुक्रवार को संक्रमितों की 8,088,851 संख्या दर्ज हुई है।

भारत में रियलमी ने नया रिकॉर्ड बना लिया है! सबसे तेजी से बेचे 5 करोड़ स्मार्टफोन्स

एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बीते नौ तिमाहियों में 5 करोड़ स्मार्टफोन बेचकर Realme मार्केट में एक उभरते हुए ब्रैंड के रूप में सामने आया है….

स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी Realme भारत में काफी पॉपुलर हो रही है. रियलमी ने अब नया रिकॉर्ड बना लिया है. शुक्रवार को सामने आई एक नई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि बीते नौ तिमाहियों (साल 2018 की तीसरी तिमाही से लेकर साल 2020 की पहली तिमाही तक) में 5 करोड़ स्मार्टफोन बेचकर ये मार्केट में एक उभरते हुए ब्रैंड के रूप में सामने आया है.

कांउटर पॉइंट की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, तिमाही स्तर पर 1.48 करोड़ स्मार्टफोन की बिक्री के साथ रियलमी ने इतिहास रचा है और साथ ही तीसरी तिमाही में ये दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला स्मार्टफोन ब्रैंड बनकर उभरा है क्योंकि बीते तिमाहियों के दौरान इसमें 132 फीसदी तक की बढ़त देखी गई है.


रियलमी इंडिया के सीईओ माधव सेठ ने अपने दिए एक बयान में कहा, इस उपलब्धि से साबित होता है कि ग्राहकों द्वारा बड़े स्तर पर हमारे प्रोडक्ट को सराहा और अपनाया गया है और नए लॉन्च हुए उत्पादों को भी अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. इंसान की जीवनशैली से जुड़ी एक बेहतर तकनीकि कंपनी बनने के अपने सफर में यह यकीनन एक मील का पत्थर है. इस वक्त भारत में हमारे तीन करोड़ यूजर्स हैं.

उधर, सैमसंग ने भी इस साल की तीसरी तिमाही में काफी अच्छा कारोबार किया है. भारत सहित कंपनी ने अपने कुछ प्रमुख बाजारों में 8.8 करोड़ हैंडसेट बेचे हैं. इनमें से 90 फीसदी से ज़्यादा स्मार्टफोन की बिक्री हुई है, जबकि 90 लाख टैबलेट बेचे गए. काउंटरपॉइंट रिसर्च के मुताबिक, भारत में शियोमी की जगह वर्चस्व हासिल करने में सैमसंग को दो साल का समय लगा.

तीसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर तक की अवधि) में 24 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सैमसंग ने शियोमी को पछाड़कर पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है. 23 फीसदी हिस्सेदारी के साथ शियोमी को दूसरा स्‍थान हासिल हुआ है.

सैमसंग ने कहा है कि दूसरी तिमाही के समय से देश में लॉकडाउन के हटने के क्रम में आर्थिक गतिविधियों में गति लाई जा रही है. कंपनी ने कहा, गैलेक्सी नोट 20 और गैलेक्सी जेड फोल्ड 2 जैसे नए प्रमुख मॉडलों के लॉन्च के साथ-साथ भारत सहित प्रमुख क्षेत्रों में पिछली तिमाही से बड़े पैमाने पर स्मार्टफोन की बिक्री तेजी से बढ़ी है.

UP Aligarh: सिपाही को सरेआम बोनट पर टांग 500 मीटर तक दौड़ाई कार

अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के इलाके में अलीगढ़ (UP Aligarh) में शनिवार को रोड रेज (Road Rage) का मामला सामने आया है. जहां कार सवार चालक को रोकने की कोशिश की गई तो उसने थाना टप्पल के सिपाही को टक्कर मारकर बोनट पर गिरा लिया. जिसके बाद कार सवार युवक सिपाही को बहुत दूर तक कार के बोनट पर लादकर ले गया।बाद में कार को एक जोरदार झटका देने के बाद सिपाही को सड़क किनारे एक फेंक कर फरार हो गया। 

घटना के बाद पुलिस ने काफी दूर तक स्विफ्ट कार सवार का पीछा किया, लेकिन वो भागने में सफल रहा. घायल सिपाही को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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घटना थाना टप्पल इलाके के हामिदपुर तिराहे की है. जानकारी के मुताबिक टप्पल पुलिस को सूचना मिली थी कि हामिदपुर तिराहे पर दो घंटे से एक स्विफ्ट कार खड़ी हुई है. जिसमें अटैची पार करने वाला गिरोह शामिल है. गाड़ी में दो पुरुष और एक महिला मौके पर मौजूद हैं, जो संदिग्ध लग रहे हैं. जिसके बाद कार सवार मौजूद लोगों ने महिला को कार से उतारकर प्राइवेट टेंपो के अंदर बिठा दिया था. सूचना मिलने के बाद जिस टेंपो के पीछे लेकर चल रहे स्विफ्ट कार को पुलिस ने थाना टप्पल के सामने रोका।

जिसके बाद पुलिस ने कार की डिग्गी खोलने से पहले ही स्विफ्ट कार सवार ने कार आगे बढ़ा दी गई. जिसमें चेकिंग कर रहा सिपाही कार पर बोनट पर गिर गया. जिसके बाद कार सवार बदमाशों ने कार रोकने की बजाय कार की रफ्तार तेज कर दी गई. उसके बाद कार सवार बदमाश सिपाही को फिल्मी स्टाइल में करीब 500 मीटर दूर तक बोनट पर लादकर ले गए.

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सिपाही को लगी चोट


जिसके बाद गाड़ी को जोरदार झटका दिया उसके बाद सिपाही को कार के बोनट से सड़क किनारे फेंक दिया. जिसके बाद कार सवार बदमाश सिपाही को यमुना एक्सप्रेस के रास्ते फरार हो गए. इस घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया. इस हादसे में सिपाही बुरी तरह घायल हो गया. है. बताया जा रहा है कि कार हरियाणा नंबर की थी. जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.

Bollywood: हिना खान के फिजूलखर्चों से परेशान उनके पापा ने ब्लॉक किए क्रेडिट-डेबिट कार्ड्स।

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सोशल मीडिया (Social Media) पर हिना खान (Hina Khan) और उनके पापा का वीडियो ताबड़तोड़ वायरल हो रहा है, जिसमें उनके पापा ये कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने एक्ट्रेस के क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड ब्लॉक कर दिया है.

मुंबई. टीवी की सीधी साधी बहू से बोल्ड अवतार दिखाने वाली टीवी की मशहूर एक्ट्रेस हिना खान (Hina Khan) सोशल मीडिया पर खासी एक्टिव रहती हैं. हाल ही के दिनों में वह बिग बॉस 14 (Bigg Boss 14) को लेकर सुर्खियों में रहीं. फिलहाल टीवी से दूर हिना सोशल मीडिया (Social Media) पर अपने तस्वीरों और वीडियो को शेयर करती रही हैं. सोशल मीडिया पर हिना खान और उनके पापा का वीडियो ताबड़तोड़ वायरल हो रहा है, जिसमें उनके पापा ये कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने एक्ट्रेस के क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड ब्लॉक कर दिया है.

सोशल मीडिया (Social Media) जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसको देखने के बाद फैंस अंदाजा लगा रहे हैं कि हिना खान (Hina Khan) की फिजूलखर्ची से तंग उनके पापा ने ये कदम उठाया है. वीडियो में वह अपने पापा से सवाल करती सुनाई दे रही हैं. वीडियो में हिना अपने पिता से बोलती हैं, मेरे पास कोई डेबिट, क्रेडिट कार्ड नहीं हैं. वह बोलती हैं कि आपने मेरे सारे कार्ड्स ब्लॉक कर दिए हैं तो उनके पिता कहते हैं नहीं बंद कर दिए क्योंकि आप खर्चा करोगी पैसे, फिर उनके पिता कहते हैं कि लॉकडाउन का टाइम है, पैसे जितने बचा सकते हो बचाओ.

Panipat: मास्क नहीं पहनने पर टोका तो 2 दुकानदारों को मार दी गोली, एक की मौत.

पानीपत: हरियाणा के पानीपत (Panipat) में मास्क (Mask) नहीं लगाने पर टाेकने से खफा सिरफिरे व्यक्ति ने गोली मारकर किराना दुकानदार मेहर सिंह की हत्या (Murder) कर दी. फिर करीब 100 मीटर दूर मेडिकल स्टोर पर जाकर एक और शख्स को गोली (Fire) मारी दी. वह दवाई दुकानदार को भी गोली मारने वाला था, लेकिन उससे पहले पड़ाेसी दुकानदार ने आरोपी को पकड़ा लिया.

बाद में मौके पर मौजूद लोगों ने आरोपी को पकड़ कर उसकी जमकर धुनाई कर दी. उसके पास से एक कट्टा और 12 कारतूस बरामद किये गये. वारदात शुक्रवार शाम पानीपत (Panipat) के फ्लोरा चौक के पास पेश आई।  गोली से घायल शख्स को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जबकि घायल आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया. बाद में पुलिस ने उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया।

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आरोपी के खिलाफ सेक्टर 29 थाने में केस दर्ज


मृतक के परिजनों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ सेक्टर 29 थाने में हत्या, हत्या की कोशिश व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया. छानबीन के दौरान एफएसएल टीम को बुलाकर मौके से सबूत जुटाए गए। मृतक किराना दुकानदार की पहचना 50 वर्षीय मेहर सिंह पुत्र चतरसिंह निवासी मछरौली गांव के रूप में हुई।

मृतक पिछले 15 साल से फ्लौरा चौक के पास किराना दुकान चलाते आ रहे थे। जानकारी के मुताबिक किराना और मेडिकल दुकानदार आरोपी के मास्क नहीं पहनने के चलते टोकते रहते थे. इसी कारण आरोपी दोनों से खफा था और शुक्रवार शाम गुस्से में आकर वारदात को अंजाम दे दिया। 

Ghaziabad: मां को याद कर रो रही बच्ची की पिता ने ही गुस्से में गला दबाकर कर दी हत्या

डीएसपी सतीश कुमार वत्स ने बताया कि मृतक के साले के बयान पर हत्या, हत्या की कोशिश व अन्य धाराओं में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आरोपी को गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूछताछ में आरोपी ने मास्क नहीं लगाने पर टोकने से खफा होकर गोली मारने की बात कबूली है.

UP: उद्योगों को सस्ते दर पर मिलेगी जमीन, खेती की जमीन के औद्योगिक भू-उपयोग में बदलने का शुल्क 15% घटाया गया।

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लखनऊ : UP में अब उद्योगों के लिए जमीन और सस्ते दर मिल सकेगी। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में खेती की जमीन के औद्योगिक भू-उपयोग में बदलने का शुल्क 15% घटाने का फैसला लिया गया है। अब औद्योगिक भू-उपयोग के लिए सर्किल रेट का 20% ही देना होगा। पहले यह दर 35% थी। इससे उद्योगों के लिए लैंडबैंक बढ़ाने में मदद मिलेगी।

 

कैबिनेट ने यूपी नगर योजना और विकास (भू-उपयोग परिवर्तन शुल्क का निर्धारण, उद्ग्रहण एवं संग्रहण) नियमावली-2014 में संशोधन के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। आदेश जारी होते ही यह बदलाव अमल में आ जाएगा। सरकार के मुताबिक, शुल्क कम होने से उद्यमी औद्योगिक विकास के लिए प्रोत्साहित होंगे। निवेश आकर्षित कर नई इकाईयां लगाई जा सकेंगी, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

देसी शराब के लिए रिजर्व होगा 18% शीरा

कैबिनेट ने नई शीरा नीति को मंजूरी दे दी। 18% शीरा देसी शराब के लिए आरक्षित किया जाएगा। शीरे का परिवहन जीपीएस युक्त टैंकरों से होगा। अब तक सड़क मार्ग से परिवहन के लिए 45 दिन की अधिकतम अवधि सीमा है। इसके बाद रोज 5 हजार रुपये जुर्माना लगता है। अब जुर्माने की अधिकतम सीमा 1 लाख रुपये तय कर दी गई है। हर चीनी मिल को आरक्षित एवं अनारक्षित शीरे की बिक्री के लिए हर महीने की 7 तारीख तक ऑनलाइन शीरा पोर्टल पर टेंडर अपलोड करना होगा।

विंध्यवासिनी मंदिर का मार्ग चौड़ा होगा

मीरजापुर के प्रसिद्ध विंध्यवासिनी धाम कॉरिडोर के प्रस्ताव को भी कैबिनेट ने मंजूर किया है। इसके तहत विंध्यवासिनी देवी मंदिर के चारों ओर 50 फुट का परिक्रमा पथ बनेगा। अभी मंदिर के चारों ओर श्रद्धालु परिक्रमा करते हैं, लेकिन मार्ग संकरा होने से दुर्घटना की आशंका रहती है। कॉरिडोर का कुल क्षेत्रफल 2,542 वर्गमीटर होगा। परियोजना के बारे में आगे फैसलों के लिए सीएम को अधिकृत कर दिया गया है।

सारनाथ-कुशीनगर पर खर्च होंगे 167 करोड़

बौद्ध सर्किट के दो अहम केंद्रों सारनाथ और कुशीनगर के विकास पर 167 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कैबिनेट ने सारनाथ के लिए 18 और कुशीनगर में 8 विकास परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। दोनों ही स्थलों पर विपश्यना ध्यान केंद्रों का निर्माण होगा। मार्गों पर स्ट्रीट लाइट, चौराहों का सौंदर्यीकरण, गोल्फकोर्ट की सुविधा, कुशीनगर में हिरण्यवती नदी पर फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा। कैबिनेट ने मुजफ्फरनगर में श्री शुकदेव आश्रम स्वामी कल्याण देव सेवा ट्रस्ट को लीज पर दी गई 5 एकड़ जमीन का लीज 30 वर्ष बढ़ाने का प्रस्ताव राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड को भेजने पर सहमति दे दी है।

यूपी की खेती में मदद करेगा जापान

प्रदेश के कृषि शिक्षा व अनुसंधान विभाग और जापान के वन तथा मत्स्य मंत्रालय के बीच मेमोरेंडम ऑफ कोऑपरेशन को भी मंजूरी मिल गई है। केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। जापान खेती को बेहतर बनाने तथा प्रदेश के कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालयों में कृषि संबंधी क्षेत्रों में रिसर्च, एजुकेशन एवं एक्सटेंशन के क्षेत्र में एक्सिलेंस प्राप्त करने में मदद करेगा। एक अन्य फैसले में जल-जीवन मिशन के तहत बुंदेलखंड, विंध्य और गुणवत्ता प्रभावित गांवों में पेयजल योजना को भी मंजूर कर लिया गया है। 200 करोड़ से अधिक लागत की 3 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं। इससे 953 गांवों में शुद्ध पेयजल मिल सकेगा।

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Corona: डाबर इंडिया ने कोरोना योद्धाओं को किया सलाम

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नई दिल्ली: डाबर इंडिया ने डीसीपी कार्यालय, आउटर डिस्ट्रिक्ट पीतमपुरा में आयोजित एक विशेष समारोह में दिल्ली पुलिस के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। इस विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में सुधांशु धर्मा, एडिशनल डीसीपी-I, आउटर डिस्ट्रिक्ट और आनंद कुमार मिश्रा, एडिशनल डीसीपी-II आउटर डिस्ट्रिक्ट, दिल्ली उपस्थित रहे।

वही डाबर इंडिया की ओर से मुकेश मिश्रा वाइस प्रेसिडेंट (हेल्थ केयर), मोहित पाल सिंह, सीनियर ब्रांड मैनेजर (डाबर च्यवनप्राश) और नवनीत कुमार (मैनेजर ब्रांड एक्टिवेशन) कार्यक्रम में शामिल हुए। मुकेश मिश्रा ने कहा ने दिल्ली पुलिस की सेवा का आभार व्यक्त करते हुए इम्युनिटी को मजबूत करने पर जोर दिया।डाबर इंडिया के इस प्रयास की सराहना करते हुए सुधांशु धर्मा, एडिशनल डीसीपी–I, (आउटर डिस्ट्रिक्ट) ने डाबर इंडिया से आए हुए पदाधिकारियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र देते हुए पुलिस बल का मनोबल बढ़ाने वाली डाबर च्यवनप्राश की पहल का अभिनंदन किया, और साथ ही चिकित्सक, सफाई कर्मियों की सेवाओं को भी याद किया।

आनंद कुमार मिश्रा, एडिशनल डीसीपी-II (आउटर डिस्ट्रिक्ट) ने पुलिस प्रशासन के लिए सेवा को सलाम कार्यक्रम द्वारा मिले हुए जनता के प्यार और विश्वास का आभार व्यक्त किया और आयोजन की जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभाने वाले वृत्ति सॉल्यूशंस लिमिटेड के प्रतिनिधियों को भी प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस मौके पर डाबर इंडिया ने दिल्ली पुलिस के आउटर डिस्ट्रिक्ट के कोरोना योद्धाओं को 1500 से अधिक च्यवनप्राश भी सौपे और डाबर परिवार की तरफ से ढेरों शुभकामनाएं दी।

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तुर्की, यूनानी द्वीप में भूकंप: मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हुई

(डिसक्लेमर:यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटोअपलोड हुआ है)

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इजमिर (तुर्की), 31 अक्टूबर (एपी) तुर्की के तट और यूनान के सामोस द्वीप के बीच इजियन सागर में आए शक्तिशाली भूकंप के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर कम से कम 26 हो गई है और 800 से अधिक लोग घायल हुए हैं। शुक्रवार दोपहर को आए भूकंप के कारण तुर्की के तीसरे सबसे बड़े शहर इजमिर में इमारतें ढह गईं और इजमिर जिले के सेफेरिहिसार एवं सामोस में छोटी सुनामी भी आई। इसके बाद भी भूकंप बाद के सैकड़ों झटके आए। बचाव दल भूकंप में जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं। तुर्की के आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन विभाग ने बताया कि इजमिर में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से एक बुजुर्ग महिला की मौत डूबने के कारण हुई। स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने बताया कि सामोस में एक दीवार ढहने के कारण फंसी दो किशोरियों की मौत हो गई। द्वीप में कम से कम 19 लोग घायल हुए हैं। भूकंप में 800 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। विभाग ने बताया कि भूकंप का केन्द्र एजियन सागर में 16.5 किलोमीटर नीचे था। भूकंप की तीव्रता 6.6 दर्ज की गई। यूरोपीय- मूध्यसागर भूकंप विज्ञान केन्द्र ने कहा कि शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 6.9 थी और इसका केन्द्र यूनान के उत्तर-उत्तरपूर्व में सामोस द्वीप में था। प्राधिकारियों ने इजमिर निवासियों को सचेत किया है कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में अभी नहीं लौटें, क्योंकि भूकंप बाद से झटकों के कारण ये इमारतें ढह सकती हैं। इजमिर में 3,000 से अधिक राहत कर्मियों और राहत सामग्री को भेजा गया है। यूनान और तुर्की के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच दोनों देशों के अधिकारियों ने इस मुश्किल समय में एकजुटता दिखाते हुए संदेश जारी किए तथा यूनान और तुर्की के राष्ट्रपतियों ने फोन पर बातचीत की। एपी सिम्मी शाहिदशाहिद

Armenia-Azarbejan War : 5 दिन में ‘कब्‍जा’ करना चाहता था अजरबैजान, आर्मीनिया के पलटवार से पस्‍त

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नगोर्नो-काराबाख पर कब्‍जे के लिए अजरबैजान ने तुर्की के साथ मिलकर एक बड़ी रणनीति बनाई थी। अजरबैजान को उम्‍मीद थी कि वह तुर्की और इजरायली हथियारों के बल पर अचानक से हमला करके 5 दिन में नगोर्नो-काराबाख के बड़े इलाके पर कब्‍जा कर लेगा। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और आर्मीनिया की सेना ने इतना तगड़ा पलटवार किया कि यह युद्ध अब दूसरे महीने में प्रवेश कर गया है। यही नहीं इस जंग में अजरबैजान सरकार को उसके अनुमान से ज्‍यादा सैनिकों और पैसे का नुकसान उठाना पड़ा है।

काकेकश इलाके में तैनात एक पश्चिमी सैन्‍य अधिकारी ने एशिया टाइम्‍स से बातचीत में कहा, ‘सभी संकेत बताते हैं कि अजरबैजान की असली योजना अचानक से भीषण हमला करके 3 से 5 दिन तक युद्ध लड़ने की थी ताकि आर्मीनिया को सेना को पीछे ढकेला जा सके।’ इस आक्रामक सैन्‍य कार्रवाई की शुरुआत 27 सितंबर को हुई थी और अब यह दूसरे महीने में प्रवेश कर गई है। यही नहीं रूसी राष्‍ट्रपति के मुताबिक इस लड़ाई में अब तक 5 हजार लोग मारे गए हैं।

अजरबैजान के 5 दिन तक युद्ध लड़ने के समयसीमा की पुष्टि मास्‍को में तैनात एक यूरोपीय सैन्‍य अधिकारी ने भी की। उन्‍होंने कहा कि तुर्की ने आर्मीनिया से लड़ने के लिए 1 हजार सीरियाई आतंकवादियों की भर्ती की थी। इन आतंकवादियों को अचानक से हमला करना था और उन्‍हें उन जगहों पर तैनात किया गया था जहां पर कराबाख की सेना कमजोर थी। सैन्‍य अधिकारी ने कहा कि अजरबैजान ने आर्मीनिया की सेना को बहुत कम आंका जिसके पास पहाड़ों पर लड़ने का भौगोलिक फायदा था।

अजरबैजान ने यह आक्रामक सैन्‍य कार्रवाई ऐसे समय पर की जब अमेरिका में राष्‍ट्रपति चुनाव प्रचार चल रहा था। अजरबैजान को उम्‍मीद थी कि आर्मीनिया के पास जब तक अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर सहायता आएगी तब‍ तक वह अपने मंसूबों में कामयाब हो चुका होगा। उसने यह भी सोचा था एक बार उसका नगोर्नो-काराबाख के जिन इलाकों पर कब्‍जा हो जाएगा, वहीं पर वह संघर्ष विराम कर लेगा। इससे कब्‍जा की हुई जमीन उसके हिस्‍से में आ जाएगी।

इस युद्ध में रूस ने भी उदासीन रवैया अपनाया। अजरबैजान को लगा कि वह इजरायल और तुर्की के घातक हथियारों के बल पर नगोर्नो-काराबाख के काफी इलाके पर कब्‍जा कर लेगा। हालांकि उसे आर्मीनिया की सेना के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अजरबैजान ने अपना सारा जोर पिछले कुछ दिनों में शुशी शहर पर लगाया है जिसे प्रतीकात्‍मक रूप से बेहद अहम माना जाता है। आर्मीनिया की सेना के पलटवार का असर यह रहा कि अब दोनों ही देशों के विदेश मंत्री सीजफायर पर बात कर रहे हैं।