Sambhal में बाल श्रम पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 4 बच्चों को रेस्क्यू किया गया

Sambhal जनपद में बाल श्रम के खिलाफ एक प्रभावी और संगठित अभियान चलाया गया, जिसका नेतृत्व पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई के आदेशानुसार किया गया। अभियान को अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अनुकृति शर्मा और पुलिस उपाधीक्षक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया।

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इस अभियान में बाल श्रम निरीक्षक विनोद कुमार शर्मा, चाइल्डलाइन टीम, और थाना AHT प्रभारी निरीक्षक सत्य विजय सिंह अपनी पुलिस टीम के साथ जुड़े रहे। उन्होंने कस्बा बहजोई के दुकानों और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की, जहां चार नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया गया। इसके पश्चात संबंधित प्रतिष्ठानों के मालिकों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की गई।

Sambhal में ईंट भट्ठों पर जागरूकता अभियान

इसके अतिरिक्त, इस्लामनगर बहजोई रोड पर स्थित 8 ईंट भट्टों का भी निरीक्षण किया गया। भट्ठा मालिकों, प्रबंधकों, ठेकेदारों, श्रमिकों और उनके परिवारों को बाल श्रम निषेध कानूनों के प्रति जागरूक किया गया। उन्हें सूचित किया गया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को रोजगार देना एक दंडनीय अपराध है, और ऐसा पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर की जानकारी

जागरूकता अभियान के तहत आपातकालीन सहायता नंबरों की भी जानकारी दी गई:

Big police action against child labour in Sambhal, 4 children rescued

1098 (बाल संरक्षण)

1090 (महिला सुरक्षा)

108 (एम्बुलेंस)

112 (आपातकालीन सेवाएँ)

1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन)

181 (महिला हेल्पलाइन)

अभियान का महत्व

Big police action against child labour in Sambhal, 4 children rescued

यह अभियान न केवल बाल श्रमिकों की रेस्क्यू कार्रवाई तक सीमित था, बल्कि स्थानीय समुदाय में कानून के पालन और मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम रहा। Sambhal प्रशासन द्वारा यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि बाल श्रम किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।

Sambhal से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट

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