नई दिल्ली: कांग्रेस नेता Rahul Gandhi के उस बयान ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल भाजपा से नहीं, बल्कि “भारतीय राज्य” से लड़ रहा है। इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे कांग्रेस और राहुल गांधी का “घिनौना सच” करार दिया।
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भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी की टिप्पणी को “भारतीय राज्य के खिलाफ” लड़ाई का स्पष्ट इशारा बताया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का असली चेहरा अब उजागर हो चुका है। राहुल गांधी ने खुद यह स्वीकार कर लिया है कि उनका संघर्ष भारतीय राज्य के खिलाफ है।” उन्होंने कांग्रेस पर “भारत को कमजोर करने और उसकी अखंडता को चुनौती देने” का आरोप लगाया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि “भारतीय संविधान की शपथ लेने वाले विपक्षी नेता अब भारतीय राज्य से लड़ने की बात कर रहे हैं।”
Rahul Gandhi का भाजपा-आरएसएस पर तीखा प्रहार
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कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन के दौरान राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष एक “असमान लड़ाई” लड़ रहा है। उन्होंने कहा, “भाजपा और आरएसएस ने देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है। अब यह केवल राजनीतिक लड़ाई नहीं रही, बल्कि यह भारतीय राज्य से लड़ाई बन गई है।”
उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी हमला बोला। भागवत के इस बयान पर कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद “सच्ची आजादी” मिली, राहुल गांधी ने कहा, “यह देशद्रोह के बराबर है। अगर वे किसी और देश में होते, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता।”
भाजपा का पलटवार
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जेपी नड्डा ने Rahul Gandhi पर “शहरी नक्सलियों और डीप स्टेट” से जुड़ाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का इतिहास हमेशा भारत को कमजोर करने वाली ताकतों का समर्थन करने का रहा है। लेकिन देश की जनता अब समझदार है और वह राहुल गांधी की विचारधारा को खारिज कर चुकी है।”
राहुल गांधी के बयान और भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया ने एक बार फिर से राजनीति में तीखी बहस को जन्म दिया है। यह मामला आने वाले चुनावों के दौरान बड़ा मुद्दा बन सकता है।
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